• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सिनेमा

Major Trailer: संदीप उन्नीकृष्णन की बायोग्राफी में नए एंगल से दिखेगी 26/11 हमले की दास्तान

    • मुकेश कुमार गजेंद्र
    • Updated: 10 मई, 2022 12:36 PM
  • 10 मई, 2022 12:34 PM
offline
मुंबई आतंकी हमले के दौरान शहीद हुए एनएसजी कमांडो मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के जीवन पर आधारित फिल्म 'मेजर' का ट्रेलर लॉन्च कर दिया गया है. इसमें मेजर के बचपन से लेकर मुंबई हमले के दौरान उनके द्वारा चलाए गए ऑपरेशन तक को दिखाया गया है.

26 नवंबर 2008 को मुंबई में पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा किए गए हमले की खौफनाक वारदात पर कई फिल्म और वेब सीरीज बन चुकी है. लेकिन हर फिल्म और वेब सीरीज अलग-अलग नजरिए से बनाई गई हैं. किसी में आतंकियों की दहशत दिखाई गई है, किसी में पुलिस और एनएसजी की कार्रवाई दिखाई गई है, तो किसी में डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ के संघर्ष की दास्तान पेश की गई है. वेब सीरीज 'मुंबई डायरीज 26/11' के साथ ही 'होटल मुंबई', 'द ताजमहल', 'द अटैक ऑफ 26/11 और 'फैंटम' जैसी फिल्में इस आतंकी वारदात पर बन चुकी हैं. अब 26/11 हमले पर आधारित एक और फिल्म 'मेजर' 27 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. शशि किरण टिक्का ने निर्देशन में बनी इस फिल्म की कहानी इस हमले में शहीद हुए मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के जीवन पर आधारित है. ऐसे में जाहिर सी बात है कि मेजर की निजी जिंदगी की कहानी के साथ ही इस खौफनाक आतंकी हमले को उनके एंगल से एक बार फिर रुपहले पर्दे पर पेश किया जाएगा.

फिल्म 'मेजर' एनएसजी कमांडो मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के जीवन पर आधारित है.

फिल्म 'मेजर' का ट्रेलर लॉन्च कर दिया गया है. 2 मिनट 29 सेकंड के इस ट्रेलर में मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के बचपन से लेकर उनके मेजर बनने तक की कहानी की झलक दिखाई गई है. इसके साथ ही मुंबई हमले के दौरान उन्होंने जिस साहस के साथ आतंकियों का सामना किया था, ट्रेलर में वो भी देखने को मिलता है. संदीप उन्नीकृष्णन की कहानी उनके पिता के जुबानी पेश की गई है. उनके पिता कहते हैं कि उनका बेटा बचपन से ही फौज में जाने का सपना देखता था. हम लोग नहीं चाहते थे कि वो सेना में जाए, लेकिन उसकी जिद्द के आगे परिवार हार गया और संदीप सेना में भर्ती हो गए. उनकी पहली पोस्टिंग कश्मीर में हुई. वहां एक बार वो सीमा पार करके पाक अधिकृत कश्मीर पहुंच गए. वापस आने पर सेना के अधिकारियों ने उनसे पूछा तो उनका कहना था कि वो भी तो हमारा ही कश्मीर है. मेजर संदीप के मन में देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी थी. उनके लिए एके बेहतर बेटा और पति होने से ज्यादा एक बेहतर सैनिक होना मायने रखता था.

26 नवंबर 2008 को मुंबई में पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा किए गए हमले की खौफनाक वारदात पर कई फिल्म और वेब सीरीज बन चुकी है. लेकिन हर फिल्म और वेब सीरीज अलग-अलग नजरिए से बनाई गई हैं. किसी में आतंकियों की दहशत दिखाई गई है, किसी में पुलिस और एनएसजी की कार्रवाई दिखाई गई है, तो किसी में डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ के संघर्ष की दास्तान पेश की गई है. वेब सीरीज 'मुंबई डायरीज 26/11' के साथ ही 'होटल मुंबई', 'द ताजमहल', 'द अटैक ऑफ 26/11 और 'फैंटम' जैसी फिल्में इस आतंकी वारदात पर बन चुकी हैं. अब 26/11 हमले पर आधारित एक और फिल्म 'मेजर' 27 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. शशि किरण टिक्का ने निर्देशन में बनी इस फिल्म की कहानी इस हमले में शहीद हुए मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के जीवन पर आधारित है. ऐसे में जाहिर सी बात है कि मेजर की निजी जिंदगी की कहानी के साथ ही इस खौफनाक आतंकी हमले को उनके एंगल से एक बार फिर रुपहले पर्दे पर पेश किया जाएगा.

फिल्म 'मेजर' एनएसजी कमांडो मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के जीवन पर आधारित है.

फिल्म 'मेजर' का ट्रेलर लॉन्च कर दिया गया है. 2 मिनट 29 सेकंड के इस ट्रेलर में मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के बचपन से लेकर उनके मेजर बनने तक की कहानी की झलक दिखाई गई है. इसके साथ ही मुंबई हमले के दौरान उन्होंने जिस साहस के साथ आतंकियों का सामना किया था, ट्रेलर में वो भी देखने को मिलता है. संदीप उन्नीकृष्णन की कहानी उनके पिता के जुबानी पेश की गई है. उनके पिता कहते हैं कि उनका बेटा बचपन से ही फौज में जाने का सपना देखता था. हम लोग नहीं चाहते थे कि वो सेना में जाए, लेकिन उसकी जिद्द के आगे परिवार हार गया और संदीप सेना में भर्ती हो गए. उनकी पहली पोस्टिंग कश्मीर में हुई. वहां एक बार वो सीमा पार करके पाक अधिकृत कश्मीर पहुंच गए. वापस आने पर सेना के अधिकारियों ने उनसे पूछा तो उनका कहना था कि वो भी तो हमारा ही कश्मीर है. मेजर संदीप के मन में देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी थी. उनके लिए एके बेहतर बेटा और पति होने से ज्यादा एक बेहतर सैनिक होना मायने रखता था.

देखिए फिल्म Major का Trailer...

''मेरे बेटे की कहानी सिर्फ उस अटैक बारे में नहीं है, उसकी अपनी एक निजी जिंदगी है''...'मेजर' के ट्रेलर में संदीप उन्नीकृष्णन की मां का ये डायलॉग ये साफ करता है कि फिल्म केवल मुंबई हमले और उस दौरान चलाए गए एनएसजी ऑपरेशन को लेकर नहीं है, बल्कि इसमें संदीप के निजी जिंदगी के कई पहलूओं को दिखाया गया है. इसमें उनका बचपन, जवानी, सेना भर्ती होने के सपने, प्रेम, विवाह, कश्मीर ऑपरेशन, मुंबई ऑपरेशन और शहीद होने तक की दास्तान दिखाई गई है. उसके बाद उनके माता-पिता और पत्नी का क्या हाल हुआ, वो आज किस परिस्थिति में जी रहे हैं, इसे भी पेश किया गया है. फिल्म को पैन इंडिया रिलीज करने की योजना है. इसे तेलुगू, मलयालम और हिंदी में रिलीज किया जाएगा. दिलचस्प बात ये है कि फिल्म तेलुगू और हिंदी में एक साथ शूट की गई है. इसे हिंदी का बढ़ता हुआ प्रभाव कह सकते हैं. तेलुगू एक्टर आदिवी शेष ने मेजर संदीप उन्नीकृष्णन का किरदार निभाया है, जो इस फिल्म के जरिए हिंदी सिनेमा में डेब्यू कर रहे हैं. उनके अपोजिट साई मांजरेकर हैं.

फिल्म 'मेजर' का निर्माण सोनी पिक्चर्स इंटरनेशनल प्रोडक्शंस, महेश बाबू के जीएमबी एंटरटेनमेंट और ए+एस मूवीज ने मिल कर किया है. इसमें आदिवी शेष और साई मांजरेकर के अलावा शोभिता धूलिपाला, प्रकाश राज, रेवती और मुरली जैसे कलाकार अहम किरदारों में हैं. अभिनेता प्रकाश राज ने मेजर संदीप के पिता और अभिनेत्री रेवती ने मां का किरदार निभाया है. बिहार रेजीमेंट के मेजर संदीप उन्नीकृष्णन ने साल 2007 में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड यानी एनएसजी ज्वाइन किया था. अगले ही साल 2008 में मुंबई में जब आतंकी हमला हुआ, तो उनको एनएसजी कमांडो के साथ भेज दिया गया. मुंबई के ताज होटल में मौजूद आतंकियों से निपटने की जिम्मेदारी मेजर संदीप को दी गई. वो हर हाल में मुंबई के ताज होटल पैलेस में बंधक बने लोगों को सुरक्षित निकाला चाहते थे. इसलिए उन्होंने आंतकियों का डटकर सामना किया. इस दौरान हुई गोलीबारी में बुरी तरह जख्मी हो गए. लेकिन लोगों को बाहर निकालने में सफल रहे हैं. गोली लगने के बावजूद उन्होंने दुश्मन को खोजकर मारा. हालांकि, बाद में शहीद हो गए.


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    सत्तर के दशक की जिंदगी का दस्‍तावेज़ है बासु चटर्जी की फिल्‍में
  • offline
    Angutho Review: राजस्थानी सिनेमा को अमीरस पिलाती 'अंगुठो'
  • offline
    Akshay Kumar के अच्छे दिन आ गए, ये तीन बातें तो शुभ संकेत ही हैं!
  • offline
    आजादी का ये सप्ताह भारतीय सिनेमा के इतिहास में दर्ज हो गया है!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲