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MAARRICH trailer: वर्दी में भी तुषार इंस्पेक्टर नहीं दिख रहे तो गलती किसकी- एक्टर या फिर दर्शकों की?

    • आईचौक
    • Updated: 19 नवम्बर, 2022 10:03 AM
  • 19 नवम्बर, 2022 10:03 AM
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कड़क पुलिस अफसर के किरदार में तुषार कपूर की नई फिल्म मारीच का ट्रेलर आ चुका है. तुषार कड़क किरदार में होने के बावजूद कड़क नहीं दिखते तो इसमें दोष किसका है? तुषार का, मेकर्स का, दर्शकों का या फिर हलूसिनेश्‌न का. आइए जानते हैं.

ध्रुव लाठर के निर्देशन में बॉलीवुड के तीन अभिनेता एक क्राइम थ्रिलर ड्रामा में नजर आने वाले हैं. फिल्म है- मारीच. आज ही इसका ट्रेलर लॉन्च हुआ है. फिल्म में बॉलीवुड के जाने पहचाने चेहरे हैं, लेकिन तमाम वक्त के साथ भीड़ में खो चुके हैं. तुषार कपूर, अनीता हसनंदानी, राहुल देव और नसीरुद्दीन शाह मारीच में अहम किरदार कर रहे हैं. एक नसीरुद्दीन शाह को छोड़ दिया जाए तो बाकी एक्टर्स से कनेक्ट होने के लिए दिमाग पर बहुत जोर लगाना पड़ता है. तुषार कपूर की दिक्कत अलग है, जिसपर ट्रेलर के बहाने आगे बात होगी. अनीता एक वक्त में सनसनी की तरह बॉलीवुड में नजर आई थीं, लेकिन गायब हो गई.

जबकि कुछ साल पहले तक राहुल देव भी बॉलीवुड के सेलिब्रिटी विलेन थे और लगभग हर दूसरी फिल्म में हीरो के हाथों में बेइंतहा पिटते नजर आते थे. ऐसा नहीं है कि ये एक्टर्स सक्रिय नहीं हैं. मगर हाल के दिनों में उन्होंने कोई तूफानी काम नहीं किया जिसकी वजह से दर्शक उनसे संबंधित किरदारों में बेहतर कनेक्ट हो पाए. कुल मिलाकर ध्रुव लाठर की मारीच पहली नजर में ऐसे ही कुछ सितारों का जमावड़ा लग रही है. तुषार, पुलिस अफसर की भूमिका में हैं. अनीता उनकी पत्नी के किरदार में. नसीर साब पादरी बने हैं और राहुल देव भी संभवत: किसी ग्रे किरदार में हैं जो ट्रेलर से साफ़ नहीं होता. किरण कुमार जैसे और भी कलाकार हैं.

असल में ट्रेलर की शुरुआत में पता चलता है कि 2 खौफनाक हत्याएं हुई हैं. और इन हत्याओं की वजह से कुल 6 लोग शक के दायरे में हैं. मामले की तह तक जाकर केस सुलझाने का काम एक फियरलेस कॉप राजीव दीक्षित (तुषार कपूर) का है. एक बेख़ौफ़, तेजतर्रार, बुद्धिमान पुलिस अफसर का काम हत्याओं के पीछे की वजहों का पता लगाना और अपराधी को तलाशकर पकड़ लेना है. इस दौरान ग्लैमर की चकाचौंध, मशहूर होने की रेस और नाजायज रिश्तों के तमाम पॉपुलर मसालों का छौंका है. राजीव दीक्षित केस को सॉल्व कैसे करता है, असल में फिल्म की कहानी में यही सब दिखाने की तैयारी है. फिल्म 9 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी.

ध्रुव लाठर के निर्देशन में बॉलीवुड के तीन अभिनेता एक क्राइम थ्रिलर ड्रामा में नजर आने वाले हैं. फिल्म है- मारीच. आज ही इसका ट्रेलर लॉन्च हुआ है. फिल्म में बॉलीवुड के जाने पहचाने चेहरे हैं, लेकिन तमाम वक्त के साथ भीड़ में खो चुके हैं. तुषार कपूर, अनीता हसनंदानी, राहुल देव और नसीरुद्दीन शाह मारीच में अहम किरदार कर रहे हैं. एक नसीरुद्दीन शाह को छोड़ दिया जाए तो बाकी एक्टर्स से कनेक्ट होने के लिए दिमाग पर बहुत जोर लगाना पड़ता है. तुषार कपूर की दिक्कत अलग है, जिसपर ट्रेलर के बहाने आगे बात होगी. अनीता एक वक्त में सनसनी की तरह बॉलीवुड में नजर आई थीं, लेकिन गायब हो गई.

जबकि कुछ साल पहले तक राहुल देव भी बॉलीवुड के सेलिब्रिटी विलेन थे और लगभग हर दूसरी फिल्म में हीरो के हाथों में बेइंतहा पिटते नजर आते थे. ऐसा नहीं है कि ये एक्टर्स सक्रिय नहीं हैं. मगर हाल के दिनों में उन्होंने कोई तूफानी काम नहीं किया जिसकी वजह से दर्शक उनसे संबंधित किरदारों में बेहतर कनेक्ट हो पाए. कुल मिलाकर ध्रुव लाठर की मारीच पहली नजर में ऐसे ही कुछ सितारों का जमावड़ा लग रही है. तुषार, पुलिस अफसर की भूमिका में हैं. अनीता उनकी पत्नी के किरदार में. नसीर साब पादरी बने हैं और राहुल देव भी संभवत: किसी ग्रे किरदार में हैं जो ट्रेलर से साफ़ नहीं होता. किरण कुमार जैसे और भी कलाकार हैं.

असल में ट्रेलर की शुरुआत में पता चलता है कि 2 खौफनाक हत्याएं हुई हैं. और इन हत्याओं की वजह से कुल 6 लोग शक के दायरे में हैं. मामले की तह तक जाकर केस सुलझाने का काम एक फियरलेस कॉप राजीव दीक्षित (तुषार कपूर) का है. एक बेख़ौफ़, तेजतर्रार, बुद्धिमान पुलिस अफसर का काम हत्याओं के पीछे की वजहों का पता लगाना और अपराधी को तलाशकर पकड़ लेना है. इस दौरान ग्लैमर की चकाचौंध, मशहूर होने की रेस और नाजायज रिश्तों के तमाम पॉपुलर मसालों का छौंका है. राजीव दीक्षित केस को सॉल्व कैसे करता है, असल में फिल्म की कहानी में यही सब दिखाने की तैयारी है. फिल्म 9 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी.

मारीच में तुषार कपूर.

सिनेमाघरों में मारीच पर जो चीज भारी पड़ सकती है उसे समझने के लिए ट्रेलर भी कम पर्याप्त नहीं है. असल में करीब ढाई मिनट लंबे मारीच के ट्रेलर में मेकर्स ने जो कुछ दिखाया है- जिन रंगों के साथ दिखाया है, शायद 'मतिभ्रम' का शिकार दर्शक बिल्कुल मेकर्स जैसा देख ही नहीं पाता. महसूस ही नहीं कर पाता. हो सकता है कि पूरी फिल्म को देखते हुए ऐसा ना लगे. खैर, फिल्म का तो नहीं पता, लेकिन मारीच के ट्रेलर की सबसे बड़ी खामी यही है. एक टर्म है- हलूसिनेश्‌न. यानी बीमारी या नशे में होने वाला दृष्टिभ्रम. मतिभ्रम. मतलब हकीकत में सामने जो दिख रहा है या फिर वही है, लेकिन उससे अलग देखने लग जाना. एक तरह से ऐसी चीज देखना या सुनना जो है ही नहीं. निराभ्रम जैसी अवस्था.

और हलूसिनेश्‌न की वजह से मारीच का ट्रेलर और उसमें दिखाए जा रहे सारे एक्ट बचकाने लगने लगते हैं. तुषार इंस्पेक्टर हैं, बड़े अफसर हैं- उन्हें हम देखते भी हैं ट्रेलर में, लेकिन दिल उन्हें इंस्पेक्टर के रूप में देखकर भी इंस्पेक्टर मानने को तैयार नहीं है. उनकी फ्रेंच कट अधपकी दाढ़ी भी उन्हें गंभीर नहीं बना पाती. वे अपनी प्रेग्नेंट पत्नी से प्यार करते हैं तो पिता जैसी फिलिंग नहीं आती आसल में जो उस सीन में दिखाया जा रहा है. उनका गुस्सा भी नकली दिखता है. बड़े अफसर के रूप में किरण कुमार का कमांड और उसपर तुषार का यस सर कहना भी अजीब सा नकलीपने में लिपटा दिखता है. बावजूद कि तुषार कड़क पुलिस अफसर के किरदार में ही हैं. वर्दी पूरी तरह से फिट पहनी है उन्होंने. ढीली ढाली नहीं है. कंधे पर स्टार्स भी लगे हैं.

हलूसिनेश्‌न की वजह से मारीच के ट्रेलर में तुषार कपूर को जैसा दिखाने की कोशिश है वैसा देख पाने में दिक्कत होती है. कनेक्ट ही नहीं कर पाएंगे. यही सबसे बड़ी खामी है. अब सवाल है कि इसमें गलती किसकी है? तुषार की, मेकर्स की, दर्शक की या फिर वजह कम्बख्त हलूसिनेश्‌न है.

बावजूद कि तुषार पहले भी पुलिस की वर्दी में नजर आ चुके हैं. लेकिन वे एकाध मौके को छोड़कर कॉमिक ही रहे. उनकी जो भी पहचान है- छोटी या बड़ी कॉमिक किरदारों की वजह से है. और अब जबकि वे वर्दी में तेजतर्रार अफसर की भूमिका निभाते हैं- हलूसिनेश्‌न उनकी तमाम मेहनत पर पानी फेर देता है. तुषार लंबे वक्त बाद किसी फिल्म को लीड करते दिख रहे हैं. इसमें उन्होंने बतौर निर्माता पैसे भी इन्वेस्ट किए हैं. यह फिल्म, तुषार के एक्टिंग करियर को कितना फायदा पहुंचाएगी, यह देखने वाली बात होगी.  

यहां नीचे फिल्म का ट्रेलर देख सकते हैं:-


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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