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हूबहू पद्मावत की तरह करणी सेना के निशाने पर कंगना रनौत की मणिकर्णिका

    • श्रुति दीक्षित
    • Updated: 18 जनवरी, 2019 05:31 PM
  • 18 जनवरी, 2019 05:26 PM
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करणी सेना ने ये धमकी दी है कि वो मणिकर्णिका का भी वही हाल करेंगे जो पद्मावत का हुआ था. उनका कहना है कि इस फिल्म में झांसी की रानी का किसी अंग्रेज के साथ अफेयर दिखाया गया है.

25 जनवरी को रिलीज होने जा रही कंगना रनौत की फिल्म 'मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी' (Manikarnika: The Queen Of Jhansi) पर एक बार फिर विवाद शुरू हो गया है. करणी सेना ने इस फिल्‍म के विरोध का झंडा बुलंद किया है, और वजह पद्मावत के विरोध जैसी ही है. कहा जा रहा है कि इस फिल्‍म के रानी लक्ष्‍मीबाई के अंग्रेज अफसर के साथ अफेयर के दृश्‍य फिल्‍माए गए हैं. इस कयास का आधार है एक किताब 'रानी'. जिसे लिखा था लंदन निवासी जयश्री मिश्र ने. रानी और अंग्रेज अफसर के बीच रिश्‍ते की बात इसी किताब में दर्ज है. किताब में दर्ज ऐसी ही आपत्तिजनक बातों के कारण 2007 में यूपी की तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री मायावती ने इसे राज्‍य में बैन कर दिया था. जब से ये खबर फैली है कि उसी किताब के कुछ हिस्‍से कंगना की फिल्‍म बनाने में इस्‍तेमाल किए गए हैं, बवाल मच गया है.

पद्मावत की ही तरह करणी सेना अब मणिकर्णिका के लिए भी सामने खड़ी हो गई है. पद्मावत में विरोध रानी पद्मावती और खिलजी के बीच प्रेम संबंध दिखाए जाने की खबर को लेकर था, तो कंगना की फिल्‍म में रानी और अंग्रेज अफसर के अफेयर चर्चा का विषय बन गया है.  वैसे भी कंगना की फिल्म कभी उनके चोटिल हो जाने के कारण, कभी उनके और डायरेक्टर के झगड़े के कारण सुर्खियों में बनी रही है, लेकिन ये कुछ अलग है. पहले भी जब मणिकर्णिका की शूटिंग चल रही थी तब इस तरह का विवाद सामने आया था. ब्राह्मण समुदाय की भावनाएं सिर्फ इसलिए आहत हो रही थीं क्योंकि रानी लक्ष्मी बाई पर कोई फिल्म बन रही है और उन्हें लग रहा था कि इसमें गलत तथ्यों का प्रयोग किया जा रहा है.

बिना फिल्म देखे आरोप लगाने का रिवाज तो करणी सेना पहले से ही निभाती आ रही है.

तो क्या एक बार फिर होगा पद्मावत वाला...

25 जनवरी को रिलीज होने जा रही कंगना रनौत की फिल्म 'मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी' (Manikarnika: The Queen Of Jhansi) पर एक बार फिर विवाद शुरू हो गया है. करणी सेना ने इस फिल्‍म के विरोध का झंडा बुलंद किया है, और वजह पद्मावत के विरोध जैसी ही है. कहा जा रहा है कि इस फिल्‍म के रानी लक्ष्‍मीबाई के अंग्रेज अफसर के साथ अफेयर के दृश्‍य फिल्‍माए गए हैं. इस कयास का आधार है एक किताब 'रानी'. जिसे लिखा था लंदन निवासी जयश्री मिश्र ने. रानी और अंग्रेज अफसर के बीच रिश्‍ते की बात इसी किताब में दर्ज है. किताब में दर्ज ऐसी ही आपत्तिजनक बातों के कारण 2007 में यूपी की तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री मायावती ने इसे राज्‍य में बैन कर दिया था. जब से ये खबर फैली है कि उसी किताब के कुछ हिस्‍से कंगना की फिल्‍म बनाने में इस्‍तेमाल किए गए हैं, बवाल मच गया है.

पद्मावत की ही तरह करणी सेना अब मणिकर्णिका के लिए भी सामने खड़ी हो गई है. पद्मावत में विरोध रानी पद्मावती और खिलजी के बीच प्रेम संबंध दिखाए जाने की खबर को लेकर था, तो कंगना की फिल्‍म में रानी और अंग्रेज अफसर के अफेयर चर्चा का विषय बन गया है.  वैसे भी कंगना की फिल्म कभी उनके चोटिल हो जाने के कारण, कभी उनके और डायरेक्टर के झगड़े के कारण सुर्खियों में बनी रही है, लेकिन ये कुछ अलग है. पहले भी जब मणिकर्णिका की शूटिंग चल रही थी तब इस तरह का विवाद सामने आया था. ब्राह्मण समुदाय की भावनाएं सिर्फ इसलिए आहत हो रही थीं क्योंकि रानी लक्ष्मी बाई पर कोई फिल्म बन रही है और उन्हें लग रहा था कि इसमें गलत तथ्यों का प्रयोग किया जा रहा है.

बिना फिल्म देखे आरोप लगाने का रिवाज तो करणी सेना पहले से ही निभाती आ रही है.

तो क्या एक बार फिर होगा पद्मावत वाला बवाल...

करणी सेना के अनुसार न सिर्फ इस फिल्म में रानी लक्ष्मीबाई का एक ब्रिटिश अफसर के साथ अफेयर दिखाया है बल्कि रानी को नाचते हुए भी दिखाया गया है. सस्‍ती लोकप्रियता पाने के लिए एक ऐतिहासिक महानायिका का ऐसा चरित्र-चित्रण हमारी संस्कृति के खिलाफ है. करणी सेना इतना बड़ा हमला नहीं देख सकती.

करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह शेखावत. अरे वही पद्मावत वाले 'सुखदेव सिंह शेखावत गोगामेदी इंसा' जो लगभग हर चैनल पर जाकर बोल रहे थे और जिनका स्टिंग ऑपरेशन भी करवाया था इंडिया टुडे ने. वही शेखावत अब मणिकर्णिका के लिए गुस्से में हैं. उनका कहना है कि समय-समय पर फिल्म मेकर्स को इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने और कुछ सीन जबरन मनोरंजन के लिए दिखाने की इजाजत मिलती रही है और ये सब अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

मणिकर्णिका की रिलीज के पहले करणी सेना ने धमकी दी है कि उस फिल्म के साथ वही हश्र किया जाएगा जो पद्मावत के साथ हुआ था. शेखावत जी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के बाद भी करणी सेना के लोगों ने कई राज्यों में पद्मावत रिलीज नहीं होने दी थी. वही हाल मणिकर्णिका का होगा. अगर फिल्म बिना उनकी मांगे पूरी किए रिलीज हो गई तो थिएटर में तोड़-फोड़ की जाएगी और इसके लिए वो जिम्मेदारी भी नहीं लेंगे.

मतलब थिएटर तोड़ेंगे भी वो और वो इसे मानेंगे भी नहीं. खैर, अब 25 जनवरी को मणिकर्णिका रिलीज होने वाली है और ये देखने वाली बात होगी कि करणी सेना इसमें क्या करती है.

क्या है करणी सेना की शर्तें...

करणी सेना ने ये शर्त रखी है कि जब तक उन्हें फिल्म नहीं दिखाई जाएगी और जब तक वो इस फिल्म को अप्रूव नहीं करेंगे तब तक फिल्म रिलीज होने नहीं दी जाएगी. पहले फिल्म दिखाओ, कहानी बताओ और अगर करणी सेना को कोई भी आपत्ति‍ हुई तो उसे रोक दिया जाएगा और फिल्म मेकर्स को बदलाव करने पड़ेंगे. सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को स्वीकृति दे दी है, लेकिन ऐसे कैसे? करणी सेना ने तो सुप्रीम कोर्ट की नहीं सुनी फिर सेंसर बोर्ड की क्यों सुनेंगे.

मणिकर्णिका फिल्म रानी लक्ष्मी बाई के संघर्ष की कहानी है और उनकी अंग्रेजों से लड़ाई दिखाई गई है. इस फिल्‍म के निर्माता कमल जैन पहले ही साफ कर चुके हैं कि फिल्‍म में रानी के किसी अंग्रेज अफसर के साथ लव-अफेयर जैसी कोई बात नहीं है. लेकिन करणी सेना कहां मानने वाली है. ऐसी सफाई तो पद्मावत को लेकर संजय लीला भंसाली भी दे रहे थे. लेकिन, पूरा आंदोलन खड़ा कर दिया गया खिलजी और रानी पद्मावती के अफेयर को लेकर. उन्हें तो यकीन था कि संजय लीला भंसाली ने अपनी फिल्म में ऐसा कुछ दिखाया है. ऐसे में कहां करणी सेना मानने वाली है किसी की बात. उनके लिए तो मणिकर्णिका भी गलत ही फिल्म है.

कंगना रनौत ने भी दे डाली धमकी...

इस फिल्म को लेकर अब कंगना रनौत भी अखाड़े में कूद गई हैं. वैसे तो कंगना बहुत चर्चित हैं अपने बेबाक बयानों के लिए, लेकिन इस बार कंगना का राजपूती खून खौल उठा है. कंगना ने करणी सेना की धमकी पर पलटवार किया है और कहा है कि वो भी राजपूत हैं और अगर किसी ने फिल्म की रिलीज रोकने की कोशिश की तो वो उसे बर्बाद कर देंगी. उन्होंने कहा कि, 'चार इतिहासकारों ने 'मणिकर्णिका' को प्रमाण पत्र दिया है और हमें सेंसर सर्टिफिकेट भी मिला है. इस बारे में हमने करणी सेना को बता दिया है, लेकिन इसके बावजूद वह हमें तंग कर रहे हैं. यदि वो यह सब करना बंद नहीं करेंगे तो उन्हें पता होना चाहिए कि मैं भी एक राजपूत हूं और मैं सबको बर्बाद कर दूंगी.'

अब तो आप समझ ही गए होंगे कि कंगना से पंगा लेना आसान नहीं है. 

फिल्म में 'गाना', गाने पर बवाल...

ऐसा आरोप लगाया जा रहा है कि फिल्म में मणिकर्णिका का एक अंग्रेजी अफसर से लव अफेयर यानि प्रेम संबंध दिखाया गया है. ऐसा मानना है राजस्‍थान की सर्व ब्राह्मण महासभा का. जिसके अनुसार फिल्म में झांसी की रानी मणिकर्णिका जो एक ब्राह्मण थी उन्हें गलत तरह से दिखाया जा रहा है. अब ब्राह्मणों की इस लड़ाई में राजपूत भी कूद पड़े हैं और करणी सेना ने कहा है कि वो ब्राह्मण भाइयों का समर्थन जरूर करेगी. दरअसल, पिछले साल फरवरी में ब्राह्मण समाज ने इस फिल्म पर सवाल उठाए थे और अपने आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए करणी सेना के पास गए थे. तब से ही करणी सेना इस फिल्म को लेकर सक्रीय है, लेकिन विवाद अब गहराया है.

जयश्री मिश्र की किताब 'रानी' में है लक्ष्‍मीबाई और अंग्रेज अफसर के रिश्‍तों का विवादास्‍पद जिक्र.

किताब के आधार पर उठा विवाद...

फरवरी 2018 में इस फिल्म की शूटिंग के दौरान सर्व ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष सुरेश मिश्रा ने आरोप लगाया था कि - इस फिल्म में रानी के जीवन का कुछ हिस्सा एक किताब 'RANI' से लिया गया है. ये किताब लंदन स्थित लेखक जयश्री मिश्र ने लिखी थी. ये किताब उत्तर प्रदेश में बैन हो गई थी. इस किताब में रानी का एक अंग्रेजी अफसर रॉबर्ट एलीस (Robert Ellis) से प्रेम संबंध था ऐसी घटना का जिक्र है.

सुरेश मिश्रा ने कहा था कि, "अगर कोई किताब पहले से ही बैन है तो उसका हिस्सा आखिर क्यों फिल्म में लिया जा रहा है. झांसी की महारानी लक्ष्मीबाई एक ब्राह्मण थीं और इसलिए संस्था और ब्राह्मण समाज के कुछ सवाल हैं इस फिल्म को लेकर. ये ब्राह्मण समुदाय की भावनाओं की रक्षा के लिए है." अब फिल्म को जयश्री की किताब के आधार पर बनाया गया हो या फिर लोककथाओं के आधार पर, लेकिन इस फिल्म के लिए ये कहना कि इसमें ब्रिटिश अफेयर को दिखाया गया है वो भी बिना फिल्म देखे, ये गलत है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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