• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सिनेमा

कंट्रोवर्सी क्वीन कंगना रनौत को सबसे पहले अपनी मां से ही सीख लेनी चाहिए

    • आईचौक
    • Updated: 01 मार्च, 2023 05:57 PM
  • 01 मार्च, 2023 05:57 PM
offline
सोशल मीडिया पर विवादों के अंगारे जलाए रखने वाली अभिनेत्री कंगना रनौत ने अपनी मां की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है कि वो हर रोज खेत में 7-8 घंटे काम करती हैं. वाकई उनकी मेहनत और अपने काम के प्रति समर्पण काबिले तारीफ है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या कंगना अपनी फिल्मों के साथ इंसाफ कर पा रही हैं?

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत जबसे ट्विटर पर एक्टिव हुई हैं, हर रोज नए-नए पोस्ट शेयर कर रही हैं. इनमें कई पोस्ट ऐसे होते हैं, जो विवादों के अंगारे जलाए रखते हैं. कंगना हमेशा बॉलीवुड में काम करने वाले कुछ फिल्म मेकर्स पर निशाना साधती रहती हैं, जिनको हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का कथित मठाधीश कहा जाता है. इनमें धर्मा प्रोडक्शन के मालिक करण जौहर और यशराज फिल्म्स के आदित्य चोपड़ा का नाम प्रमुख है. अभी हाल ही में उन्होंने फिल्म अवॉर्ड्स को लेकर बॉलीवुड के कथित फिल्म माफिया पर निशाना साधा था.

फिलहाल कंगना रनौत एक निजी सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर चर्चा में हैं. ट्विटर पर उन्होंने अपनी मां की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है कि वो हर रोज अपने खेतों में 7-8 घंटे काम करती हैं. घर पर आने वाले गेस्ट की व्यक्तिगत देखभाल करती हैं. वाकई उनकी मेहनत और काम के प्रति समर्पण काबिले तारीफ है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या कंगना अपनी फिल्मों के साथ इंसाफ कर पा रही हैं? उनकी आखिरी ब्लॉकबस्टर फिल्म 8 साल पहले रिलीज हुई थी. इसके बाद से एक अदद हिट फिल्म के लिए तरस रही हैं.

कंगना रनौत ने अभी तक 33 फिल्में की हैं, जिनमें 9 फिल्में ब्लॉकबस्टर, हिट या फिर औसत रही हैं.

आइए सबसे पहले ये जान लेते हैं कि सोशल मीडिया पर कंगना रनौत ने लिखा क्या है? दरअसल अभिनेत्री ने ट्विटर पर अपनी मां की तस्वीर के साथ लिखा है, ''ये मेरी माता जी हैं. हर रोज 7-8 घंटे खेती करती हैं. अक्सर घर पर लोग आते हैं और उनसे कहते हैं कि हमें कंगना रनौत की मम्मी से मिलना है. वो बड़े ही शांत स्वभाव से हाथ धोकर उन्हें चाय पानी देकर कहती हैं कि मैं ही उनकी मां हूं. मेहमानों की आंखें फटी की फटी रह जाती हैं. वो हैरान हो जाते हैं और उनके पैरों में पड़ जाते हैं. एक बार मैंने कहा इतने लोग घर पर आते हैं,...

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत जबसे ट्विटर पर एक्टिव हुई हैं, हर रोज नए-नए पोस्ट शेयर कर रही हैं. इनमें कई पोस्ट ऐसे होते हैं, जो विवादों के अंगारे जलाए रखते हैं. कंगना हमेशा बॉलीवुड में काम करने वाले कुछ फिल्म मेकर्स पर निशाना साधती रहती हैं, जिनको हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का कथित मठाधीश कहा जाता है. इनमें धर्मा प्रोडक्शन के मालिक करण जौहर और यशराज फिल्म्स के आदित्य चोपड़ा का नाम प्रमुख है. अभी हाल ही में उन्होंने फिल्म अवॉर्ड्स को लेकर बॉलीवुड के कथित फिल्म माफिया पर निशाना साधा था.

फिलहाल कंगना रनौत एक निजी सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर चर्चा में हैं. ट्विटर पर उन्होंने अपनी मां की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है कि वो हर रोज अपने खेतों में 7-8 घंटे काम करती हैं. घर पर आने वाले गेस्ट की व्यक्तिगत देखभाल करती हैं. वाकई उनकी मेहनत और काम के प्रति समर्पण काबिले तारीफ है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या कंगना अपनी फिल्मों के साथ इंसाफ कर पा रही हैं? उनकी आखिरी ब्लॉकबस्टर फिल्म 8 साल पहले रिलीज हुई थी. इसके बाद से एक अदद हिट फिल्म के लिए तरस रही हैं.

कंगना रनौत ने अभी तक 33 फिल्में की हैं, जिनमें 9 फिल्में ब्लॉकबस्टर, हिट या फिर औसत रही हैं.

आइए सबसे पहले ये जान लेते हैं कि सोशल मीडिया पर कंगना रनौत ने लिखा क्या है? दरअसल अभिनेत्री ने ट्विटर पर अपनी मां की तस्वीर के साथ लिखा है, ''ये मेरी माता जी हैं. हर रोज 7-8 घंटे खेती करती हैं. अक्सर घर पर लोग आते हैं और उनसे कहते हैं कि हमें कंगना रनौत की मम्मी से मिलना है. वो बड़े ही शांत स्वभाव से हाथ धोकर उन्हें चाय पानी देकर कहती हैं कि मैं ही उनकी मां हूं. मेहमानों की आंखें फटी की फटी रह जाती हैं. वो हैरान हो जाते हैं और उनके पैरों में पड़ जाते हैं. एक बार मैंने कहा इतने लोग घर पर आते हैं, क्या जरूरत है, सबको खुद चाय-खाना बनाकर देने की. इस पर उन्होंने कहा कि नहीं बेटा, जो आपको इतना चाहते हैं, हमारा सौभाग्य है कि हम उनकी सेवा करते हैं.''

कंगना रनौत आगे लिखती है, ''धन्य हैं मेरी माता जी और उनका चरित्र. बस एक ही शिकायत है, वो फिल्म सेट पर नहीं आना चाहती है. बाहर खाना नहीं खाना चाहती हैं, सिर्फ घर पर ही खाना खाएंगी. वो मुंबई में नहीं रहना चाहती हैं, विदेश नहीं जाना चाहती हैं और अगर हम कभी फोर्स करते हैं तो जबरदस्त डांट पड़ती है. इनके चरणों में रहें भी तो कैसे रहें. कृपया ध्यान दें, मां मेरी वजह से अमीर नहीं हुई है, बल्कि सब कुछ उनके पास पहले से ही था. मैं पॉलिटिशियन, ब्यूरोक्रेट्स और बिजनेसमैन के परिवार से आती हूं. मेरी मां 25 वर्षों से स्कूल में टीचर हैं. फिल्म माफिया को समझना चाहिए कि मेरा एटीट्यूड कहां से आता है और मैं उनकी तरह शादियों में डांस और घटिया चीजें क्यों नहीं करती हूं."

इसमें कोई दो राय नहीं है कि कंगना की अपनी मां के प्रति जो सोच है, वो हर बच्चे में होनी चाहिए. लेकिन कंगना को अपनी मां से मेहनत, ईमानदारी और समर्पण की सीख भी लेनी चाहिए. उनको याद दिला दें कि उनकी आखिरी ब्लॉकबस्टर या सुपर हिट फिल्म आठ साल पहले रिलीज हुई थी. साल 2015 में रिलीज हुई 'तनु वेड्स मनु रिटर्न' ने 258 करोड़ रुपए कलेक्शन किया था, जबकि फिल्म का बजट 39 करोड़ रुपए था. इसके बाद अभिनेत्री की 9 फिल्में रिलीज हो चुकी हैं, जिनमें एक औसत रही है, लेकिन बाकी 8 फ्लॉप रही हैं. फ्लॉप फिल्मों की फेहरिस्त में 'धाकड़', 'थलाइवी', 'पंगा', 'जजमेंटल है क्या', 'सिमरन', 'रंगून' और 'कट्टी बट्टी' शामिल है. 'मणिकर्णिका: झांसी की रानी' ने औसत बिजनेस किया था.

कंगना रनौत के अभी तक के करियर पर नजर डाली जाए तो उन्होंने 33 फिल्में की हैं. इनमें 9 फिल्में ब्लॉकबस्टर, हिट या फिर औसत हैं. इसके अलावा 25 फिल्में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही हैं. हालांकि, साल 2006 में रिलीज हुई भट्ट कैंप की फिल्म 'गैंगस्टर' के जरिए बॉलीवुड में डेब्यू करने वाली कंगना ने अपनी पहली फिल्म में यह साबित कर दिया था कि वो लंबे रेस का घोड़ा साबित होने वाली है. महज 17 साल की उम्र में उन्होंने 'सिमरन' के किरदार में ऐसी जान डाली कि हर किसी की नजर उन पर ठहर गई थी. इस फिल्म में बेहतरीन अभिनय करने के लिए उनको फिल्म फेयर अवॉर्ड बेस्ट फीमेल डेब्यू दिया गया था. इस तरह 'लम्हे', 'मणिकर्णिका', 'कृष 3', 'फैशन', 'तनु वेड्स मनु', 'क्वीन', 'थलाइवी' जैसी फिल्मों में भी उनके अभिनय की तारीफ हुई है. उनको अबतक चार नेशनल फिल्म अवॉर्ड और पांच फिल्म फेयर अवॉर्ड मिल चुका है. लेकिन कर्मिशयल हिट फिल्में कम हैं.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    सत्तर के दशक की जिंदगी का दस्‍तावेज़ है बासु चटर्जी की फिल्‍में
  • offline
    Angutho Review: राजस्थानी सिनेमा को अमीरस पिलाती 'अंगुठो'
  • offline
    Akshay Kumar के अच्छे दिन आ गए, ये तीन बातें तो शुभ संकेत ही हैं!
  • offline
    आजादी का ये सप्ताह भारतीय सिनेमा के इतिहास में दर्ज हो गया है!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲