• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सिनेमा

Attack movie रिलीज के साथ देशभक्त सुपरसोल्जर जॉन अब्राहम का विरोध क्यों?

    • आईचौक
    • Updated: 01 अप्रिल, 2022 03:38 PM
  • 01 अप्रिल, 2022 03:34 PM
offline
देश की पहली सुपर सोल्जर मूवी Attack रिलीज हो गई है. द कश्मीर फाइल्स के समर्थक जॉन अब्राहम की मुख्य भूमिका में आई फिल्म का विरोध कर रहे हैं. आइए जानते हैं सोशल मीडिया पर Attack को लेकर क्या चल रहा है.

साल 2001 में संसद पर आतंकी हमले की सच्ची कहानी में जबरदस्त कल्पनाओं का घालमेल कर बॉलीवुड ने एक साइंस फिक्शन फिल्म बनाई है- अटैक. एक सुपरसोल्जर की कहानी जिसे आप सुपरहीरो भी कह सकते हैं. देश के पहले सुपरसोल्जर की कहानी जो सेना की वर्दी में नजर आता है. मगर विज्ञान, तकनीकी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से वह एक जबरदस्त योद्धा बन गया गया है. अटैक में सुपर सोल्जर का किरदार निभाया है जॉन अब्राहम ने. अटैक को सुपरसोल्जर सीरीज के तहत कई पार्ट में  बनाने की तैयारी है. भविष्य का नहीं पता मगर अभी पहला पार्ट सामने आया है जसी करीब 70 करोड़ के बजट में बनाया गया है.

फिल्म में संसद पर हमले को दिखाया गया है. दिखाया गया है कि कैसे आतंकी संसद भवन को कब्जे में लेकर बंधक बना लेते हैं और आसानी से अपनी मनमानी के लिए देश को मजबूर करना चाहते हैं. बार-बार आतंकी हालात का सामना करने वाले देश को जरूरत है एक सुपरसोल्जर की जो सौ बीमारियों का एक साथ इलाज कर सके. देश के वैज्ञानिक एक सैनिक पर प्रयोग करते हैं और उसे विज्ञान की मदद से सुपरसोल्जर बनाने में कामयाब हो जाते हैं. अटैक में यही सुपरसोल्जर आतंकियों की मनमानी को रोकता है और सुरक्षा जरूरतों में अचूक साबित होता है.

बॉलीवुड ने साइंस फिक्शन और सुपरहीरो दोनों तरह की फ़िल्में बनाने की कोशिश की है. लेकिन सुपरहीरो सीरीज में रितिक रोशन की कोई मिल गया फ्रेंचाइजी को छोड़कर कोई दूसरी यादगार फिल्म नजर नहीं आती है. हालांकि कृष का नायक 'सुपरहीरो' की बजाय महामानव ज्यादा दिखता है. अटैक का नायक वैज्ञानिक वजहों से शक्तिशाली बनकर उभरा है. सच्चाई यह है कि वास्तविक दुनिया में अभी दोनों तरह सुपरहीरो या सुपरसोल्जर की कल्पना की गुंजाइश नजर नहीं आती.

अटैक का निर्देशन लक्ष्यराज आनंद ने किया है. जबकि जॉन के साथ जैकलीन फर्नांडीज, रकुलप्रीत सिंह और प्रकाश राज आदि सितारे अहम भूमिकाओं में हैं. रकुलप्रीत बायो साइंटिस्ट की भूमिका में हैं.

साल 2001 में संसद पर आतंकी हमले की सच्ची कहानी में जबरदस्त कल्पनाओं का घालमेल कर बॉलीवुड ने एक साइंस फिक्शन फिल्म बनाई है- अटैक. एक सुपरसोल्जर की कहानी जिसे आप सुपरहीरो भी कह सकते हैं. देश के पहले सुपरसोल्जर की कहानी जो सेना की वर्दी में नजर आता है. मगर विज्ञान, तकनीकी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से वह एक जबरदस्त योद्धा बन गया गया है. अटैक में सुपर सोल्जर का किरदार निभाया है जॉन अब्राहम ने. अटैक को सुपरसोल्जर सीरीज के तहत कई पार्ट में  बनाने की तैयारी है. भविष्य का नहीं पता मगर अभी पहला पार्ट सामने आया है जसी करीब 70 करोड़ के बजट में बनाया गया है.

फिल्म में संसद पर हमले को दिखाया गया है. दिखाया गया है कि कैसे आतंकी संसद भवन को कब्जे में लेकर बंधक बना लेते हैं और आसानी से अपनी मनमानी के लिए देश को मजबूर करना चाहते हैं. बार-बार आतंकी हालात का सामना करने वाले देश को जरूरत है एक सुपरसोल्जर की जो सौ बीमारियों का एक साथ इलाज कर सके. देश के वैज्ञानिक एक सैनिक पर प्रयोग करते हैं और उसे विज्ञान की मदद से सुपरसोल्जर बनाने में कामयाब हो जाते हैं. अटैक में यही सुपरसोल्जर आतंकियों की मनमानी को रोकता है और सुरक्षा जरूरतों में अचूक साबित होता है.

बॉलीवुड ने साइंस फिक्शन और सुपरहीरो दोनों तरह की फ़िल्में बनाने की कोशिश की है. लेकिन सुपरहीरो सीरीज में रितिक रोशन की कोई मिल गया फ्रेंचाइजी को छोड़कर कोई दूसरी यादगार फिल्म नजर नहीं आती है. हालांकि कृष का नायक 'सुपरहीरो' की बजाय महामानव ज्यादा दिखता है. अटैक का नायक वैज्ञानिक वजहों से शक्तिशाली बनकर उभरा है. सच्चाई यह है कि वास्तविक दुनिया में अभी दोनों तरह सुपरहीरो या सुपरसोल्जर की कल्पना की गुंजाइश नजर नहीं आती.

अटैक का निर्देशन लक्ष्यराज आनंद ने किया है. जबकि जॉन के साथ जैकलीन फर्नांडीज, रकुलप्रीत सिंह और प्रकाश राज आदि सितारे अहम भूमिकाओं में हैं. रकुलप्रीत बायो साइंटिस्ट की भूमिका में हैं.

अटैक पार्ट 1

जॉन का सुपरसोल्जर अवतार पसंद आ रहा है?

खैर. जॉन अब्राहम की सोशल मीडिया खासकर ट्विटर पर खूब चर्चा हो रही है. दर्शक फिल्म की तारीफ़ कर रहे हैं. जॉन की पिछली एक्शन एंटरटेनर सत्यमेव जयते बुरी तरह से फ्लॉप हो गई थी. हालांकि जॉन की अटैक भी उनकी अन्य फिल्मों की तरह जबरदस्त देशप्रेम और मसालेदार एक्शन के साथ परोसी गई है. अटैक की तारीफ़ करते हुए एक यूजर ने लिखा- जॉन अब्राहम की फिल्म शानदार है. फिल्म का पहला हाफ जबरदस्त है. जबकि दूसरा हाफ बेहद संतुलित और अपीलिंग क्लाइमेक्स के साथ दिखता है. यह लोगों के लिए एक देखे जाने लायक फिल्म लगती है. जॉन ने बहुत खूबी से अपने किरदार को जिया है जबकि रकुलप्रीत सिंह और दूसरे कलाकार भी अपने किरदारों में अच्छे लगे हैं.

एक और यूजर ने लिखा कि वो अटैक के रूप में साई फाई थ्रिलर का शिद्दत से इंतज़ार कर रहा था. कहानी के हिसाब से फिल्म में तकनीकी बढ़िया इस्तेमाल किया गया है. जॉन अब्राहम और अटैक की पूरी टीम निश्चित रूप से तारीफ़ के काबिल है. जॉन ने फिल्म में जो किया है वह उनका बेस्ट है. फिल्म की कास्टिंग, स्टोरी स्क्रीन प्ले और निर्देशन बेस्ट है. एक यूजर ने फिल्म में इस्तेमाल ग्राफिक्स और वीएफएक्स की भी जमकर तारीफ़ की. ज्यादातर यूजर अटैक को मनोरंजक पा रहे हैं. यह तक कि कुछ यूजर्स ने फिल्म को 5 में से 5 पॉइंट देकर रेट किया है. हालांकि ऐसा भी नहीं है किन सब फिल्म की तारीफ़ ही कर रहे हैं.

द कश्मीर फाइल्स के समर्थक जॉन से नाराज क्यों हैं?

सोशल मीडिया पर बहुत सारे लोग अटैक की आलोचना भी कर रहे और उसे एक साधारण फिल्म बताते नजर आ रहे. कुछ लोग द कश्मीर फाइल्स की वजह से भी जॉन अब्राहम से नाराज हैं और एक्टर को सबक सिखाने के साथ ही फिल्म को ना देखने की अपील करते नजर आ रहे हैं. द कपिल शर्मा शो में द कश्मीर फाइल्स को प्रमोट नहीं किया गया था.

जॉन ने इसे लेकर कहा था- अटैक फिल्म के निर्देशक मुझे कपिल के शो में लेकर गए. मैं उन्हें पसंद करता हूं. वह बहुत अच्छा लड़का है, लेकिन उनका शो मेरी फिल्म के टिकट सेल्स नहीं बढ़ाता.  मैं कपिल के शो में फिल्मों को प्रमोट करने में यकीन नहीं करता. द कश्मीर फाइल्स को ही देख लीजिए. कपिल के शो में फिल्म का प्रमोशन नहीं हुआ, लेकिन फिर भी बॉक्स ऑफिस पर इसने शानदार कमाई की. बताते चलें कि द कश्मीर फाइल्स और कपिल के शो को लेकर पिछले दिनों खूब विवाद देखने को मिला था.

समीक्षाओं में जॉन की फिल्म को लेकर क्या है?

अटैक की ज्यादातर समीक्षाएं मिलीजुली हैं और इन्हें मनोरंजक माना जा सकता है. बॉलीवुड हंगामा और पिंकविला ने फिल्म को एंटरटेनर माना और 5 में से 3 पॉइंट देकर रेट किया है. जबकि फर्स्टपोस्ट ने 5 में से महज 1 पॉइंट देकर अटैक को एक औसत फिल्म पाया है. कोईमोई ने भी फिल्म को महज 2 पॉइंट दिए हैं. टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने एंटरटेनर मानते हुए फिल्म को 3.5 पॉइंट में रेट किया है. जबकि एनडीटीवी ने भी 2.5 पॉइंट में रेट किया है. समीक्षाओं को एक हद तक पॉजिटिव माना जा सकता है.

IMDb पर क्या है?

आईएमडीबी पर अटैक का कोई बज नहीं दिख रहा है. फिल्म रिलीज के बाद लिखे जाने तक महज 150 यूजर्स ने फिल्म को रेट किया है. यूजर्स ने 10 में से 8.4 देकर रेट किया है. यहां इक्का दुक्का यूजर रिव्यू है. ज्यादातर में फिल्म की तारीफ़ की गई है और इन्हें देखकर ऐसा लगता है कि इन्हें एक्टर के प्रशंसकों ने लिखा है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    सत्तर के दशक की जिंदगी का दस्‍तावेज़ है बासु चटर्जी की फिल्‍में
  • offline
    Angutho Review: राजस्थानी सिनेमा को अमीरस पिलाती 'अंगुठो'
  • offline
    Akshay Kumar के अच्छे दिन आ गए, ये तीन बातें तो शुभ संकेत ही हैं!
  • offline
    आजादी का ये सप्ताह भारतीय सिनेमा के इतिहास में दर्ज हो गया है!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲