दिव्यांग ठक्कर के लेखन-निर्देशन में बनी सोशल कॉमेडी ड्रामा जयेश भाई जोरदार बॉक्स ऑफिस पर बॉलीवुड के इतिहास की कुछ सबसे बड़ी डिजास्टर फिल्मों में शामिल होने जा रही है. कहने की बात नहीं कि यह रणवीर सिंह के करियर और यशराज फिल्म्स के स्वर्णिम इतिहास में भी ऐसा ही रुतबा हासिल करती दिख रही है. तरण आदर्श के मुताबिक़ रणवीर और शालिनी पांडे स्टारर फिल्म ने सिनेमाघरों में बेहतर मौजूदगी के बावजूद देसी बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन मात्र 3.25 करोड़ रुपये की कमाई की है. जबकि यह फिल्म भारत में करीब 2250 स्क्रीन्स पर रिलीज की गई. फिल्म की कमाई को हर लिहाज से निराशाजनक है.
निराशाजनक क्यों है इसका अंदाजा यशराज के बैनर से आई तमाम फिल्मों के साथ-साथ रणवीर सिंह के करियर की तमाम फिल्मों के ओपनिंग कलेक्शन से समझा जा सकता है. कोरोना के बाद इस वक्त बॉक्स ऑफिस लगभग सामान्य हो चुका है. अब तक आधा दर्जन से ज्यादा फिल्मों ने धमाकेदार बिजनेस से ट्रेड सर्किल को चौंकाया है. बावजूद रणवीर की फिल्म दर्शक जुटाने में नाकाम हुई. कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद बहुत चुनौतीपूर्ण और मुश्किल वक्त में आई यशराज की कॉमेडी ड्रामा बंटी और बबली 2 का भी पहले दिन का जो कलेक्शन आया था उसे तुलनात्मक रूप से सही मां सकते हैं.
कसौटी पर है रणवीर सिंह का स्टारडम
बंटी और बबली 2 जब आई थी उस वक्त सिनेमाघरों के सामने कोरोना के बेहद खराब हालात थे. बॉक्स ऑफिस पर सूर्यवंशी जैसी विशुद्ध बॉलीवुड मास एंटरटेनर का तगड़ा कब्जा था और ओटीटी पर धमाकेदार फ्रेश कंटेंट आ रहे थे. मुकाबला चौतरफा था और निश्चित ही अज की तुलना में ज्यादा मुश्किल था. रानी मुखर्जी-सैफ अली खान जैसे स्टार्स होने के बावजूद बंटी और बबली 2 ने पहले दिन 2.60 करोड़ निकाला था. 2.60 करोड़ का यह कलेक्शन रणवीर और आदित्य चोपड़ा के गठजोड़ में बनी जयेश भाई जोरदार (3.25 करोड़) से कहीं बेहतर नजर आ रही है. रणवीर की...
दिव्यांग ठक्कर के लेखन-निर्देशन में बनी सोशल कॉमेडी ड्रामा जयेश भाई जोरदार बॉक्स ऑफिस पर बॉलीवुड के इतिहास की कुछ सबसे बड़ी डिजास्टर फिल्मों में शामिल होने जा रही है. कहने की बात नहीं कि यह रणवीर सिंह के करियर और यशराज फिल्म्स के स्वर्णिम इतिहास में भी ऐसा ही रुतबा हासिल करती दिख रही है. तरण आदर्श के मुताबिक़ रणवीर और शालिनी पांडे स्टारर फिल्म ने सिनेमाघरों में बेहतर मौजूदगी के बावजूद देसी बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन मात्र 3.25 करोड़ रुपये की कमाई की है. जबकि यह फिल्म भारत में करीब 2250 स्क्रीन्स पर रिलीज की गई. फिल्म की कमाई को हर लिहाज से निराशाजनक है.
निराशाजनक क्यों है इसका अंदाजा यशराज के बैनर से आई तमाम फिल्मों के साथ-साथ रणवीर सिंह के करियर की तमाम फिल्मों के ओपनिंग कलेक्शन से समझा जा सकता है. कोरोना के बाद इस वक्त बॉक्स ऑफिस लगभग सामान्य हो चुका है. अब तक आधा दर्जन से ज्यादा फिल्मों ने धमाकेदार बिजनेस से ट्रेड सर्किल को चौंकाया है. बावजूद रणवीर की फिल्म दर्शक जुटाने में नाकाम हुई. कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद बहुत चुनौतीपूर्ण और मुश्किल वक्त में आई यशराज की कॉमेडी ड्रामा बंटी और बबली 2 का भी पहले दिन का जो कलेक्शन आया था उसे तुलनात्मक रूप से सही मां सकते हैं.
कसौटी पर है रणवीर सिंह का स्टारडम
बंटी और बबली 2 जब आई थी उस वक्त सिनेमाघरों के सामने कोरोना के बेहद खराब हालात थे. बॉक्स ऑफिस पर सूर्यवंशी जैसी विशुद्ध बॉलीवुड मास एंटरटेनर का तगड़ा कब्जा था और ओटीटी पर धमाकेदार फ्रेश कंटेंट आ रहे थे. मुकाबला चौतरफा था और निश्चित ही अज की तुलना में ज्यादा मुश्किल था. रानी मुखर्जी-सैफ अली खान जैसे स्टार्स होने के बावजूद बंटी और बबली 2 ने पहले दिन 2.60 करोड़ निकाला था. 2.60 करोड़ का यह कलेक्शन रणवीर और आदित्य चोपड़ा के गठजोड़ में बनी जयेश भाई जोरदार (3.25 करोड़) से कहीं बेहतर नजर आ रही है. रणवीर की ब्रांड वैल्यू रानी मुखर्जी और सैफ से कई गुना बेहतर है. लग तो यही रहा कि जयेश भाई जोरदार टिकट खिड़की पर 20 करोड़ भी कमा ले तो निर्माताओं को धन्य होना चाहिए.
कुछ सोशल कमेंट्स में जयेश भाई के शोज कैंसल होने तक की खबरें आ रही हैं. कहा जा रहा कि थियेटर एग्जीबिटर निराश हैं और रणवीर के फिल्म की स्क्रीन शोकेसिंग मजबूरी में कम कर रहे हैं. दर्शक अभी भी केजीएफ 2 और डॉक्टर स्ट्रेंज को वरीयता देते दिख रहे इस वजह से फिल्म को दर्शकों की कमी का सामना करना पड़ रहा है. अगले हफ्ते बॉलीवुड की दो बड़ी फ़िल्में भूल भुलैया 2 और धाकड़- जयेश भाई को उबरने का मौका नहीं देने वाली. रणवीर के लिए यह किसी मुश्किल से कम नहीं. उनकी पिछली फिल्म भले ही स्केल के लिहाज से फ्लॉप हो गई थी मगर उसने भी 12.64 करोड़ की ओपनिंग हासिल की थी जिसे बिल्कुल खराब नहीं माना जा सकता. जयेश भाई की वजह से रणवीर सिंह का स्टारडम कसौटी पर है.
यशराज के खाते हिट से ज्यादा फ्लॉप फिल्मों का रिकॉर्ड
यशराज फिल्म को हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े बैनर्स में शुमार किया जाता है. एक जमाने तक यह बैनर बॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर फिल्मों और सुपरस्टार बनाने के लिए जाना जाता था. लेकिन पिछले एक दशक में यशराज ने हिट फिल्मों की तुलना में फ्लॉप के कई रिकॉर्ड बनाए हैं. इसमें ब्लॉकबस्टर गिने चुने हैं जबकि बॉक्स ऑफिस डिजास्टर की संख्या बहुत ज्यादा है. जिसमें जयेश भाई नई एंट्री है. फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ एक दशक में यशराज के बैनर ने 25 फ़िल्में बनाई हैं जिसमें 14 फ्लॉप और 11 हिट रही हैं.
इसमें भी 300 करोड़ से कुछ ज्यादा कमाने वाली सिर्फ दो फ़िल्में हैं. जिसमें सलमान खान की सुल्तान (2016) और टाइगर जिंदा है (2017) शामिल हैं. 200 करोड़ से ज्यादा कमाने वाली सिर्फ दो फ़िल्में हैं. धूम 3 (2013) और वॉर (2019). जबकि 150 करोड़ से ज्यादा कमाने वाली सिर्फ एक फिल्म है- 2012 में आई एक था टाइगर. मात्र दो फिल्मों जब तक है जान (2012) और ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान (2018) ने 100 करोड़ से ज्यादा कमाए हैं जिसमें ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान सुपर फ्लॉप है.
यशराज को अब पृथ्वीराज ही दे सकते हैं सहारा
फाइनेंशियल एक्सप्रेस के विश्लेषण को देखें तो करीब 8 से ज्यादा फ़िल्में डिजास्टर के रूप में नजर आती हैं. साफ़ पता चलता है कि यशराज जैसा बैनर जो सुपरस्टार बनाने के लिए मशहूर है वह दर्शकों की नब्ज पकड़ने में लगातार नाकाम होता दिख रहा है. यशराज को अब शायद चंद्रप्रकाश द्विवेदी के निर्देशन में बनी पीरियड ड्रामा पृथ्वीराज ही बचा सके. हालांकि पृथ्वीराज की भूमिका में अक्षय कुमार की कास्टिंग को लेकर सोशल मीडिया पर बहुत गुस्सा नजर आ रहा है. बावजूद भारतीय जनमानस में सम्राट पृथ्वीराज की जिस तरह मौजूदगी है उसके जरिए यह फिल्म आसानी से बड़ा कारोबार करते नजर आ रही है.
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