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Jayalalitha: मेकअप वालों ने काम कर दिया, अब कंगना की बारी

    • पारुल चंद्रा
    • Updated: 23 नवम्बर, 2019 06:49 PM
  • 23 नवम्बर, 2019 06:49 PM
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आज जैसे ही थलाइवी का फर्स्ट लुक (Thalaivi First look) बाहर आया, एक बार को यकीन ही नहीं हुआ कि जयललिता का किरदार कंगना रनौत ने निभाया है. तस्वीर को देखकर आप ये तो कहेंगे कि ये जयललिता है, लेकिन ये नहीं कह पाएंगे कि ये Kangana Ranaut है.

कंगना रनौत(Kangana Ranaut) ने मणिकर्णिका फिल्म में झांसी की रानी का किरदार निभाया, तो वो झांसी की रानी लगीं भी. लेकिन जब कंगना रनौत की फिल्म थालाइवी(Thalaivi) यानी जयललिता की बायोपिक(Jailalitha biopic) एनाउंस हुई तो मेरे साथ-साथ कई लोगों के मन में एक सवाल जरूर उठा कि आखिर कंगना रनौत जयललिता के रोल में किस तरह से फिट बैठेंगी. लोगों ने तो यहां तक कहा कि कंगना इस रोल के लिए परफेक्ट चॉइस नहीं हैं. सवाल उठना लाजिमी इसलिए भी था क्योंकि बायोपिक का पहला आधार ही यही है कि किरदार निभाने वाला किरदार की तरह दिखाई दे. और कंगना और जयललिता की शारीरिक बनावट में बहुत बड़ा अंतर है. कंगना जयललिता की युवावस्था के रोल के लिए तो परफेक्ट हो सकती हैं लेकिन वृद्धावस्था के लिए नहीं, क्योंकि तब जयललिता का शरीर पहले जैसा छरहरा नहीं था.

लेकिन आज जैसे ही थलाइवी का फर्स्ट लुक (Thalaivi First look) बाहर आया, एक बार को यकीन ही नहीं हुआ कि जयललिता का किरदार कंगना रनौत ने निभाया है. तस्वीर को देखकर आप ये तो कहेंगे कि ये जयललिता है, लेकिन ये नहीं कह पाएंगे कि ये Kangana Ranaut है. कंगना रनौत को जयललिता के रूप में देखने के बाद उन सवालों को जवाब भी मिल गए जो कंगना पर उठए गए थे.

जयललिता बनी कंगना रनौत को पहचानना मुश्किल है

इतने से मन नहीं भरा था कि एक टीजर भी लॉन्च किया गया जिसमें जयललिता के जीवन के दो पड़ाव दिखाए गए हैं. शुरुआत होती है फिल्म के एक डांस सीन से जो राजनीति के मंच पर लोगों का अभिवादन करने पर खत्म होता है.

हालांकि ये तो कंगना की टीम ने पहले ही बता दिया था कि कंगना प्रोस्थेटिक्स की मदद से जयललिता का लुक लेंगी. जिसके लिए उन्होंने लॉस एंजिल्स में लुक टेस्ट करवाया था. तब उनकी कुछ तस्वीरें भी शेयर की गई थीं जिनमें कंगना...

कंगना रनौत(Kangana Ranaut) ने मणिकर्णिका फिल्म में झांसी की रानी का किरदार निभाया, तो वो झांसी की रानी लगीं भी. लेकिन जब कंगना रनौत की फिल्म थालाइवी(Thalaivi) यानी जयललिता की बायोपिक(Jailalitha biopic) एनाउंस हुई तो मेरे साथ-साथ कई लोगों के मन में एक सवाल जरूर उठा कि आखिर कंगना रनौत जयललिता के रोल में किस तरह से फिट बैठेंगी. लोगों ने तो यहां तक कहा कि कंगना इस रोल के लिए परफेक्ट चॉइस नहीं हैं. सवाल उठना लाजिमी इसलिए भी था क्योंकि बायोपिक का पहला आधार ही यही है कि किरदार निभाने वाला किरदार की तरह दिखाई दे. और कंगना और जयललिता की शारीरिक बनावट में बहुत बड़ा अंतर है. कंगना जयललिता की युवावस्था के रोल के लिए तो परफेक्ट हो सकती हैं लेकिन वृद्धावस्था के लिए नहीं, क्योंकि तब जयललिता का शरीर पहले जैसा छरहरा नहीं था.

लेकिन आज जैसे ही थलाइवी का फर्स्ट लुक (Thalaivi First look) बाहर आया, एक बार को यकीन ही नहीं हुआ कि जयललिता का किरदार कंगना रनौत ने निभाया है. तस्वीर को देखकर आप ये तो कहेंगे कि ये जयललिता है, लेकिन ये नहीं कह पाएंगे कि ये Kangana Ranaut है. कंगना रनौत को जयललिता के रूप में देखने के बाद उन सवालों को जवाब भी मिल गए जो कंगना पर उठए गए थे.

जयललिता बनी कंगना रनौत को पहचानना मुश्किल है

इतने से मन नहीं भरा था कि एक टीजर भी लॉन्च किया गया जिसमें जयललिता के जीवन के दो पड़ाव दिखाए गए हैं. शुरुआत होती है फिल्म के एक डांस सीन से जो राजनीति के मंच पर लोगों का अभिवादन करने पर खत्म होता है.

हालांकि ये तो कंगना की टीम ने पहले ही बता दिया था कि कंगना प्रोस्थेटिक्स की मदद से जयललिता का लुक लेंगी. जिसके लिए उन्होंने लॉस एंजिल्स में लुक टेस्ट करवाया था. तब उनकी कुछ तस्वीरें भी शेयर की गई थीं जिनमें कंगना प्रोस्थेटिक ग्लू से पूरी तरह ढंकी हुई दिखाई दे रही थीं. लेकिन कंगना द्वारा की गई ये मेहनत ये रंग लाएगी ये किसी ने नहीं सोचा था.

कंगना ने इस लुक के लिए काफी मेहनत की है

मेकअप और प्रोस्थेटिक्स का इस्तेमाल करके कंगना को जो लुक दिया गया है वो जयललिता के काफी करीब दिखाई देता है. हालांकि इस लुक को अगर ध्यान से देखें तो इसे एकदम स्टिल रखा गया है. हरे रंग के कपड़ों में खड़ीं जयललिता के चेहरे पर कोई भी भाव नहीं है, न ही चेहरे पर कोई जुर्री या चेहरे की लकीरें दिख रही हैं. इसलिए ये वाला लुक प्लास्टिक ज्यादा लग रहा है. लेकिन मानना पड़ेगा कि इसके लिए मेकअप वालों ने बहुत मेहनत की है.

कंगना का चेहरा भरा तो दिख रहा है लेकिन चेहरे की झुर्रियां नजर नहीं आतीं

लेकिन थालाइवी की असली परीक्षा तो अब शुरू होगी

पहला लुक तो सामने आ गया है जिससे ये तो साफ हो गया कि हां कंगना रनौत भी जयललिता जैसी लग सकती हैं. लेकिन सिर्फ लगना ही सबकुछ होता तो The accidental prime minister भी हिट हो गई होती. अनुपम खेर भी एकदम मनमोहन सिंह ही लग रहे थे. लेकिन एक बायोपिक में जितना जरूरी किरदार का चुनाव होता है उतनी ही जरूरी होती है कहानी और निर्देशन. बायोपिक की कहानी भले ही पकी पकाई हो लेकिन अगर ढंग से न बुनी गई हो तो फिल्म फ्लॉप हो जाती है.

लुक चैलेंज तो कंगना रनौत पास कर चुकी हैं. मेकअप और prosthetics ने उन्हें पूरी तरह से जयललिता बना दिया है. लेकिन उनकी असली चुनौती ये होगी कि कंगना जयललिता को अपने अंदर भी उतार लें. क्योंकि लोगों ने जयललिता के जीवन के हर पड़ाव को करीब से देखा है. वो जब हीरोइन थीं तब भी और वो जब राजनीति में रहीं, तब भी. इसलिए जरा सी भी चूक कंगना रनौत की मेहनत पर भारी पड़ सकती है.

कंगना जयललिता के लुक में तो पास हो गई हैं

मेकअप और कंगना की आदाकारी भी तब तक फिल्म को सफल नहीं बना सकती जब तक कि कहानी और निर्देशन दमदार न हो. थालाइवी फिल्म की कहानी बाहुबली के कहानीकार के वी विजयेन्द्र प्रसाद और राहुल अरोड़ा ने लिखी है, और फिल्म के निर्देशक हैं ए एल विजय. थालाइवी जितना बड़ा चैलेंज कंगना के लिए हैं उससे ज्यादा बड़ा चैलेंज निर्देशक के लिए होगी. अब फिल्म की कहानी एगर जबरदस्त और दर्शकों को बांधकर रखने वाली होगी तो मेकअप की छोटी-मोटी कमियों और नकलीपन पर किसी का ध्यान ही नहीं जाएगा. फिल्म जून 2020 को रिलीज होगी, और अभी काफी वक्त है इस फिल्म पर मेहनत करने के लिए.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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