दिव्यांग ठक्कर के लेखन-निर्देशन में बनी सोशल कॉमेडी ड्रामा 'जयेश भाई जोरदार' शुक्रवार को रिलीज के लिए तैयार है. पिछले साल क्रिसमस वीकएंड में आई 'स्पोर्ट्स ड्रामा 83' के बाद यह रणवीर सिंह की दूसरी फिल्म है. 83 की असफलता से परेशान रणवीर को जयेश भाई जोरदार से एक बेहतर कारोबारी उम्मीद होगी. हालांकि ट्रेड सर्किल में फिल्म के कलेक्शन को लेकर आ रही रिपोर्ट्स ऐसी नहीं दिख रहीं कि रणवीर की फिल्म के लिए मान लिया जाए- यह बॉक्स ऑफिस पर शर्तिया बड़ी हिट है. आदित्य चोपड़ा के बैनर यशराज फिल्म्स की कॉमेडी ड्रामा को लेकर बॉलीवुड हंगामा ने एक रिपोर्ट में बताया कि अगर यह फिल्म कोरोना से पहले वाले सामान्य हालत में आई होती पहले दिन 8-9 करोड़ के रेंज में ओपन कर सकती थी.
हालांकि इसी रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया है कि अगर फिल्म पहले दिन 4-5 करोड़ रुपये के बीच भी कलेक्शन निकाल लेती है तो इसे मौजूदा हालात में बहुत खराब नहीं माना जा सकता. बावजूद कि कुछ ट्रेड रिपोर्ट्स में पहले दिन फिल्म की अनुमानित कमाई महज 3 करोड़ भी आंकी जा रही है. निश्चित ही रणवीर और आदित्य चोपड़ा के लिहाज से पहले दिन के अनुमानित कलेक्शन आंकड़े मामूली हैं. ब्रांड रणवीर के लिहाज से जयेशभाई जोरदार का फर्स्ट डे बॉक्स ऑफिस एक्टर के अब तक के करियर में सबसे कम दिख रहा हैं.
12 साल पहले बैंड बाजा बारात से बतौर एक्टर करियर शुरू करने वाले रणवीर सिंह ने गोलियों की रासलीला रामलीला, बाजीराव मस्तानी, पद्मावत और गली बॉय जैसी आधा दर्जन से ज्यादा सुपरहिट फ़िल्में दी हैं. और किसी भी फिल्म ने कभी इतनी घटिया ओपनिंग हासिल नहीं की थी.
सिनेमाघरों में अकुपेंसी का हाल क्या है?
जयेश भाई जोरदार का बज बहुत बेहतर नजर नहीं आ रहा. बॉलीवुड की सबसे बढ़िया कलेक्शन...
दिव्यांग ठक्कर के लेखन-निर्देशन में बनी सोशल कॉमेडी ड्रामा 'जयेश भाई जोरदार' शुक्रवार को रिलीज के लिए तैयार है. पिछले साल क्रिसमस वीकएंड में आई 'स्पोर्ट्स ड्रामा 83' के बाद यह रणवीर सिंह की दूसरी फिल्म है. 83 की असफलता से परेशान रणवीर को जयेश भाई जोरदार से एक बेहतर कारोबारी उम्मीद होगी. हालांकि ट्रेड सर्किल में फिल्म के कलेक्शन को लेकर आ रही रिपोर्ट्स ऐसी नहीं दिख रहीं कि रणवीर की फिल्म के लिए मान लिया जाए- यह बॉक्स ऑफिस पर शर्तिया बड़ी हिट है. आदित्य चोपड़ा के बैनर यशराज फिल्म्स की कॉमेडी ड्रामा को लेकर बॉलीवुड हंगामा ने एक रिपोर्ट में बताया कि अगर यह फिल्म कोरोना से पहले वाले सामान्य हालत में आई होती पहले दिन 8-9 करोड़ के रेंज में ओपन कर सकती थी.
हालांकि इसी रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया है कि अगर फिल्म पहले दिन 4-5 करोड़ रुपये के बीच भी कलेक्शन निकाल लेती है तो इसे मौजूदा हालात में बहुत खराब नहीं माना जा सकता. बावजूद कि कुछ ट्रेड रिपोर्ट्स में पहले दिन फिल्म की अनुमानित कमाई महज 3 करोड़ भी आंकी जा रही है. निश्चित ही रणवीर और आदित्य चोपड़ा के लिहाज से पहले दिन के अनुमानित कलेक्शन आंकड़े मामूली हैं. ब्रांड रणवीर के लिहाज से जयेशभाई जोरदार का फर्स्ट डे बॉक्स ऑफिस एक्टर के अब तक के करियर में सबसे कम दिख रहा हैं.
12 साल पहले बैंड बाजा बारात से बतौर एक्टर करियर शुरू करने वाले रणवीर सिंह ने गोलियों की रासलीला रामलीला, बाजीराव मस्तानी, पद्मावत और गली बॉय जैसी आधा दर्जन से ज्यादा सुपरहिट फ़िल्में दी हैं. और किसी भी फिल्म ने कभी इतनी घटिया ओपनिंग हासिल नहीं की थी.
सिनेमाघरों में अकुपेंसी का हाल क्या है?
जयेश भाई जोरदार का बज बहुत बेहतर नजर नहीं आ रहा. बॉलीवुड की सबसे बढ़िया कलेक्शन के लिए मशहूर टेरिटरी में भी फिल्म की अकुपेंसी कमजोर नजर आ रही है. Sacnilk ने एक रिपोर्ट में कुल 1 करोड़ एडवांस बुकिंग का अनुमान लगाया है. हालांकि मौजूदा एडवांस बुकिंग में दो दिन पहले की तुलना में बहुत सुधार दिखा है. दो दिन पहले तो यह यह महज 9 लाख रुपये के आसपास था. उम्मीद की जानी चाहिए कि शुक्रवार को जब टिकट खिड़की पर दर्शकों का जनादेश आए- रणवीर की फिल्म अपेक्षाओं से बेहतर कारोबार करने में कामयाब हो जो फिलहाल तो नहीं झलक रहा है.
फिल्म का कारोबारी रूप से फेल होना 83 के बाद रणवीर के लिए लगातार दोहरा झटका साबित होगा. बंटी और बबली 2 के बाद यशराज फिल्म्स के लिए भी यह दोहरे झटके की तरह ही होगा. जयेश भाई जोरदार में रणवीर के अलावा बोमन ईरानी, शालिनी पांडे, रत्ना पाठक शाह, जिया वैद्य और समर राज ठक्कर जैसे कलाकार अहम भूमिकाओं में हैं. शालिनी पांडे को लोग विजय देवरकोंडा की फिल्म अर्जुन रेड्डी की वजह से जरूर जानते होंगे. शालिनी के लिए जयेशभाई एक बड़ा प्रोजेक्ट है. हालांकि उन्होंने इससे पहले भी हिंदी फिल्मों में काम किया है.
बेटे-बेटी में फर्क को लेकर सामजिक मुद्दे पर बनी है फिल्म
फिल्म में हल्के-फुल्के तरीके से सामाजिक मुद्दे को दिखाने की कोशिश की गई है. असल में इसकी कहानी रूढ़ परिवारों की दास्तान है जो बेटे-बेटी में फर्क करते हैं और इसी आधार पर उनका जन्म लेना तय करते हैं. कहानी गांव के एक सरपंच की है. बेटियों को लेकर सरपंच की धारणाएं मध्ययुगीन हैं. यानी बेटी भला पिता की विरासत को कैसे बढ़ा सकती है? सरपंच का बेटा है जयेशभाई जिसे आगे पिता की जगह लेनी है. जयेश की एक बेटी पहले से है. उसकी पत्नी दूसरी बार गर्भ से है. सरपंच एक बेटे की उम्मीद कर रहा है. पर पता चलता है कि गर्भ में कन्या भ्रूण है. सरपंच का बेटा अपने पिता की तरह सोच नहीं रखता और हर हाल में अपनी बेटी को धरती पर लाना चाहता है. इसके लिए वह पिता से बगावत कर देता है और घर छोड़कर भाग निकलता है. अजन्मी बेटी के लिए जयेश और उसकी पत्नी किस तरह के हालात का सामना करते हैं इसी को कॉमिक अंदाज में दिखाने की तैयारी है.
जयेश भाई जोरदार पर कोरोना महामारी का जबरदस्त असर पड़ा. इससे पहले फिल्म को इसी साल फरवरी में रिलीज होना था. मगर कोरोना महामारी की तीसरी लहर में कई फिल्मों के शेड्यूल बदले और जयेश भाई को भी उससे प्रभावित होना पड़ा. शूटिंग के दौरान भी प्रोजेक्ट पर महामारी का साया दिखा. बावजूद फिल्म दर्शकों के लिए सिनेमाघरों में आने को तैयार है. बॉक्स ऑफिस पर जयेश भाई के लिए डॉक्टर स्ट्रेंज और केजीएफ़ 2 का मौजूद होना है. एक हफ्ते बाद कार्तिक आर्यन की भूल भुलैया 2 और कंगना रनौत की धाकड़ से भी चुनौती मिल सकती है.
देखना होगा कि जयेशभाई जोरदार कैसे शुक्रवार को तमाम चुनौतियों से पार पाती है.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.