• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सिनेमा

'आह आलिया', 'वाह आलिया'- ये है नेटफ्लिक्स पर आई डार्लिंग्स का पब्लिक रिव्यू!

    • आईचौक
    • Updated: 05 अगस्त, 2022 03:42 PM
  • 05 अगस्त, 2022 02:19 PM
offline
बतौर निर्माता आलिया भट्ट की डेब्यू मूवी Darlings नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है. फिल्म में आलिया ने मुख्य भूमिका निभाई है. उनके साथ शेफाली शाह और विजय वर्मा लीड कैरेक्टर्स में हैं. आइए जानते हैं सोशल मीडिया पर किस तरह लोग ब्लैक कॉमेडी ड्रामा की तारीफ कर रहे हैं.

डार्लिंग्स बदरुन्निसा नाम की एक ऐसी मुस्लिम लड़की की कहानी है जो एक हिंसक रिश्ते के मकड़जाल में फंस जाती है. बदरुन्निसा यानी बदरू का किरदार किसी और ने नहीं बल्कि आलिया भट्ट ने निभाया है. वह शम्सुन्निसा अंसारी यानी शम्सु की बेटी है. शम्सु के रोल को सत्या और दिल्ली क्राइम फेम एक्टर शेफाली शाह ने किया. असल में बदरू के पिता का कई साल पहले निधन हो चुका है. बदरू, हमजा शेख का आपस में इश्क है. हमजा की नौकरी जब रेलवे में लग जाती है वह, बदरू को शादी के लिए प्रपोज करता है. शादी के बाद दोनों मुंबई में चाल के एक फ़्लैट में शिफ्ट हो जाते हैं. शम्सु भी इसी चाल में रहती है.

शादी के तीन साल ठीकठाक गुजर जाते हैं, लेकिन एक दिन हमजा का असली चेहरा पता चलता है. वह शराबी है. शराब पीकर घर आता है और बदरू के साथ मारपीट करता है. हालांकि सुबह होश आने के बाद बदरू से रात की बदसलूकी के लिए माफी भी मांगता है. बदरू उसे माफ़ कर देती है. हालांकि बेटी की पिटाई की बात जानने के बाद शम्सु दामाद की जान की दुश्मन बनी नजर आती है. वह बेटी को सलाह देती है पति के साथ सख्ती से पेश आए. यहां तक कि अगर जरूरत पड़े तो उसकी हत्या करने से भी गुरेज ना करे. पिटाई से शुरू झगड़ा कहां जाकर ख़त्म होता है इसे जानने के लिए फिल्म देखनी होगी. कुल मिलाकर आगे की कहानी में हमजा की खराब आदतों के खिलाफ उसकी पत्नी और सास उसे किस तरह सबक सिखाती हैं- कॉमिक अंदाज में यही दिखाया गया है.

डार्लिंग्स में आलिया भट्ट.

आलिया भट्ट की फिल्म को ज्यादातर तारीफ़ ही मिल रही है

डार्लिंग्स बतौर निर्माता आलिया भट्ट की पहली फिल्म है. अन्य निर्माताओं में शाहरुख खान की पत्नी गौरी खान और रेड चिलीज भी शामिल है. फिल्म की कहानी जसमीत रीन के साथ परवेज शेख ने लिखी है. जबकि निर्देशन जसमीत का है. फिल्म...

डार्लिंग्स बदरुन्निसा नाम की एक ऐसी मुस्लिम लड़की की कहानी है जो एक हिंसक रिश्ते के मकड़जाल में फंस जाती है. बदरुन्निसा यानी बदरू का किरदार किसी और ने नहीं बल्कि आलिया भट्ट ने निभाया है. वह शम्सुन्निसा अंसारी यानी शम्सु की बेटी है. शम्सु के रोल को सत्या और दिल्ली क्राइम फेम एक्टर शेफाली शाह ने किया. असल में बदरू के पिता का कई साल पहले निधन हो चुका है. बदरू, हमजा शेख का आपस में इश्क है. हमजा की नौकरी जब रेलवे में लग जाती है वह, बदरू को शादी के लिए प्रपोज करता है. शादी के बाद दोनों मुंबई में चाल के एक फ़्लैट में शिफ्ट हो जाते हैं. शम्सु भी इसी चाल में रहती है.

शादी के तीन साल ठीकठाक गुजर जाते हैं, लेकिन एक दिन हमजा का असली चेहरा पता चलता है. वह शराबी है. शराब पीकर घर आता है और बदरू के साथ मारपीट करता है. हालांकि सुबह होश आने के बाद बदरू से रात की बदसलूकी के लिए माफी भी मांगता है. बदरू उसे माफ़ कर देती है. हालांकि बेटी की पिटाई की बात जानने के बाद शम्सु दामाद की जान की दुश्मन बनी नजर आती है. वह बेटी को सलाह देती है पति के साथ सख्ती से पेश आए. यहां तक कि अगर जरूरत पड़े तो उसकी हत्या करने से भी गुरेज ना करे. पिटाई से शुरू झगड़ा कहां जाकर ख़त्म होता है इसे जानने के लिए फिल्म देखनी होगी. कुल मिलाकर आगे की कहानी में हमजा की खराब आदतों के खिलाफ उसकी पत्नी और सास उसे किस तरह सबक सिखाती हैं- कॉमिक अंदाज में यही दिखाया गया है.

डार्लिंग्स में आलिया भट्ट.

आलिया भट्ट की फिल्म को ज्यादातर तारीफ़ ही मिल रही है

डार्लिंग्स बतौर निर्माता आलिया भट्ट की पहली फिल्म है. अन्य निर्माताओं में शाहरुख खान की पत्नी गौरी खान और रेड चिलीज भी शामिल है. फिल्म की कहानी जसमीत रीन के साथ परवेज शेख ने लिखी है. जबकि निर्देशन जसमीत का है. फिल्म में रोशन मैथ्यू, राजेश शर्मा, विजय मौर्या और संतोष जुवेकर ने भी अहम भूमिकाएं निभाई हैं. फिल्म की सोशल मीडिया पर चर्चा है. खास बात यह भी है कि शुक्रवार को सिनेमाघरों में बॉलीवुड की कोई बड़ी फिल्म रिलीज नहीं हुई है तो आलिया की ओटीटी रिलीज को इसका फायदा मिलता दिख रहा है. सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर बात हो रही है. ज्यादातर लोगों ने आलिया भट्ट की ब्लैक कॉमेडी ड्रामा की तारीफ़ की है.

ट्रेजडी में कॉमेडी पसंद करने वाले दर्शकों को जरूर मजा आएगा

खासकर ट्रेजडी में कॉमेडी देखने वालों को डार्लिंग्स की कहानी और पटकथा ने प्रभावित किया है. लोग इसके बारे में लिख भी रहे हैं. कई दर्शकों को डार्लिंग्स के संवादों ने ख़ासा प्रभावित किया है. लोगों ने फिल्म के संवाद के लिए जसमीत, परवेज शेख और विजय मौर्या के लिखे की जमकर तारीफ़ की है. कई लोगों ने निर्देशक के रूप में जसमीत के काम की तारीफ़ की और बताया कि भले यह उनकी पहली फिल्म है बावजूद इसे मनोरंजक बनाने के लिए उनकी हर संभव कोशिश नजर आती है.

लीड एक्टर्स ही नहीं सपोर्टिंग कास्ट ने भी किया बेहतरीन काम

डार्लिंग्स की सबसे ख़ास बात एक्टर्स का परफॉर्मेंस है. लीड कैरेक्टर के रूप में तीनों सितारों- अलिया, शेफाली और विजय वर्मा महफ़िल लूटते नजर आ रहे हैं. आम दर्शकों के साथ समीक्षकों ने भी फिल्म में तीनों एक्टर्स के काम की खूब सराहना ही की है. कई लोगों ने विजय वर्मा के लिहाज से इसे बेहतरीन फिल्म बताया और लिखा कि डार्लिंग्स में विजय का बेहतरीन काम उनके करियर में बूस्टर का काम कर सकता है. जहां तक बात आलिया और शेफाली की है लोगों की प्रतिक्रियाओं से लग रहा कि शायद वही फिल्म की जान हैं. हो भी क्यों ना आखिर कहानी इन्हीं दोनों किरदारों के कंधे पर टिकी नजर आती है. सपोर्टिंग एक्टर्स के काम भी लोगों के भा रहे हैं. खासकर विजय मौर्या के काम ने ख़ासा ध्यान खींचा है.

ज्यादातर मीडिया समीक्षाओं में डार्लिंग्स के कंटेंट की तारीफ़ ही है और इसे एक्टर्स के अच्छे परफॉर्मेंस से सजी फिल्म बताया जा रहा है. बहुतायत समीक्षकों ने डार्लिंग्स को पांच में से 3 से ज्यादा ही रेट किया है. इसे फैमिली एंटरटेनर भी बताया जा रहा है. हालांकि सोशल मीडिया पर तमाम लोग अलग-अलग वजहों से फिल्म का विरोध भी कर रहे हैं. इसमें से एक वजह तो ख़ासा दिलचस्प है. अगर आप सोशल मीडिया पर Darlings का विरोध किस तरह किया जा रहा है पढ़ना चाहें तो नीचे की स्टोरी आपके काम आ सकती है.

पढ़ें: आलिया की Darlings का विरोध, आरोप- पुरुषों पर पत्नियों की हिंसा को बढ़ावा, देश ने चुप्पी साधी!

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    सत्तर के दशक की जिंदगी का दस्‍तावेज़ है बासु चटर्जी की फिल्‍में
  • offline
    Angutho Review: राजस्थानी सिनेमा को अमीरस पिलाती 'अंगुठो'
  • offline
    Akshay Kumar के अच्छे दिन आ गए, ये तीन बातें तो शुभ संकेत ही हैं!
  • offline
    आजादी का ये सप्ताह भारतीय सिनेमा के इतिहास में दर्ज हो गया है!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲