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पूरे हिंदुस्तान का राष्ट्रीय धारावाहिक बन सकता है 'नागिन'

    • श्रुति दीक्षित
    • Updated: 09 जून, 2018 05:24 PM
  • 09 जून, 2018 05:24 PM
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भारतीय टीवी धारावाहिक नागिन एक अनोखा शो है जिसमें हर तरह का रस आपको मिल जाएगा. ये एक ऐसा शो है जिसमें ज्यादा लॉजिक तो नहीं पर वो सारे गुण हैं जिससे ये भारत का राष्ट्रीय धारावाहिक बन जाए.

हाल ही में मैंने एक खबर पढ़ी. करिश्मा तन्ना (नागिन 3 की तीसरी नागिन) का कहना है कि उनका शो यानी एकता कपूर का 'नागिन' असल में इंटरनेशनल क्वालिटी का है. कई मामलों में ये शो 'गेम ऑफ थ्रोन्स' (मैं मान कर चल रही हूं कि आपको इसके बारे में पता ही होगा) के बराबर है. जी हां, 'नागिन' और दुनिया भर में बहुचर्चित शो 'गेम ऑफ थ्रोन्स' दोनों एक वाक्य में इस्तेमाल किए जा रहे हैं.

यकीनन ये सुनकर मुझे थोड़ा अचंभा जरूर हुआ (बस थोड़ा ही क्योंकि हिंदुस्तान में लोगों की आदत है बिना मतलब मीडिया में बयान देने की). नागिन अपने आप में एक ऐसा शो है जिसकी कहानी यकीनन 'गेम ऑफ थ्रोन्स' से जोड़ी जा सकती है. प्लॉट गेम ऑफ थ्रोन्स का समझने में भी दिक्कत होती है और नागिन तो खैर उससे दो लेवल ऊपर ही चला जाएगा.

करिश्मा तन्ना

शक्तिमान और चंद्रकांता के बाद एक नागिन ही है जो पूरे देश में इतनी चर्चा बटोर रहा है. हां जब सिमर मक्खी बन गई थी (ससुराल सिमर का सीरियल में) तब भी थोड़ी चर्चा हुई थी, लेकिन नागिन तो उफ्फ. कुछ कहा ही नहीं जा सकता है इसके बारे में.

आग उगलती हुई नागिन

फिजिक्स और केमेस्ट्री के नियम तो वैसे भी हिंदुस्तानी सीरियल और फिल्मों में फॉलो नहीं किए जाते हैं लेकिन नागिन की बात कुछ और ही है. नियम का पालन करना और अपने अलग नियम बनाना सब अलग है.

वैसे बाकी सीरियल लोक कथाओं के आधार पर बनाए जाते हैं, हमने इच्छाधारी नागिन के बारे में कई बार सुना है, लेकिन नागिन में तो इच्छाधारी नेवला भी है.

हाल ही में मैंने एक खबर पढ़ी. करिश्मा तन्ना (नागिन 3 की तीसरी नागिन) का कहना है कि उनका शो यानी एकता कपूर का 'नागिन' असल में इंटरनेशनल क्वालिटी का है. कई मामलों में ये शो 'गेम ऑफ थ्रोन्स' (मैं मान कर चल रही हूं कि आपको इसके बारे में पता ही होगा) के बराबर है. जी हां, 'नागिन' और दुनिया भर में बहुचर्चित शो 'गेम ऑफ थ्रोन्स' दोनों एक वाक्य में इस्तेमाल किए जा रहे हैं.

यकीनन ये सुनकर मुझे थोड़ा अचंभा जरूर हुआ (बस थोड़ा ही क्योंकि हिंदुस्तान में लोगों की आदत है बिना मतलब मीडिया में बयान देने की). नागिन अपने आप में एक ऐसा शो है जिसकी कहानी यकीनन 'गेम ऑफ थ्रोन्स' से जोड़ी जा सकती है. प्लॉट गेम ऑफ थ्रोन्स का समझने में भी दिक्कत होती है और नागिन तो खैर उससे दो लेवल ऊपर ही चला जाएगा.

करिश्मा तन्ना

शक्तिमान और चंद्रकांता के बाद एक नागिन ही है जो पूरे देश में इतनी चर्चा बटोर रहा है. हां जब सिमर मक्खी बन गई थी (ससुराल सिमर का सीरियल में) तब भी थोड़ी चर्चा हुई थी, लेकिन नागिन तो उफ्फ. कुछ कहा ही नहीं जा सकता है इसके बारे में.

आग उगलती हुई नागिन

फिजिक्स और केमेस्ट्री के नियम तो वैसे भी हिंदुस्तानी सीरियल और फिल्मों में फॉलो नहीं किए जाते हैं लेकिन नागिन की बात कुछ और ही है. नियम का पालन करना और अपने अलग नियम बनाना सब अलग है.

वैसे बाकी सीरियल लोक कथाओं के आधार पर बनाए जाते हैं, हमने इच्छाधारी नागिन के बारे में कई बार सुना है, लेकिन नागिन में तो इच्छाधारी नेवला भी है.

इच्छाधारी नेवला

सास, बहु, ननद, वैम्प आदि सब कुछ सिर्फ हिंदुस्तानी फैमली में नहीं बल्कि हिंदुस्तानी नागिन के परिवार में भी होते हैं. विश कन्या तो शायद चंद्रकांता के बाद नागिन में ही ठीक तरह से आई है. शो क्वालिटी की बात करें तो ग्राफिक्स तो बिलकुल कमाल हैं (व्यंग्य को समझने की कोशिश करें.)

कमाल के ग्राफिक्स

कुल मिलाकर नागिन में वो पूरा मसाला है जो एक धारावाहिक में होना चाहिए और इसपर एकता कपूर का तड़का और ट्विस्ट तो क्या कहने.

इतने सारे गुणों से भरपूर शो को आखिर भारत का राष्ट्रीय धारावाहिक तो बन ही जाना चाहिए. हां, एक और बात अगर इस शो को आप देख रहे हैं तो थोड़ा संयम रखकर मन पक्का करके ही देखिएगा. कई सीन सिर में दर्द कर सकते हैं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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