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वह शाहरुख खान हैं, जल्दी हार मानने वाले नहीं- दिवाली पर पठान का टीजर दिखाएगा उनका दम!

    • आईचौक
    • Updated: 15 अक्टूबर, 2022 06:59 PM
  • 15 अक्टूबर, 2022 02:54 PM
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शाहरुख खान ने लंबे वक्त से कोई हिट फिल्म नहीं दी है लेकिन उनका दबदबा हर तरफ नजर आता है. दिवाली से पहले पठान का टीजर रिलीज होगा. पठान के टीजर के प्रति लोगों का क्रेज बताने के लिए काफी है कि किंग खान अभी चुके नहीं हैं और आने वाले दिनों में उनकी बादशाहत फिर से नजर आ सकती है.

अमिताभ बच्चन के बाद बॉलीवुड पर जो एक्टर सबसे ज्यादा समय तक एकछत्र बादशाहत कायम किए दिखता है वह निश्चित रूप से शाहरुख खान ही हैं. उन्हें हिंदी सिनेमा उद्योग का किंग खान यूं ही नहीं कहा जाता है. पिछले तीन दशक में उन्होंने एक से बढ़कर एक ब्लॉकबस्टर फ़िल्में दी हैं और इस तरह अमिताभ के बाद दूसरे अभिनेता कहे जा सकते हैं जिन्होंने हिंदी सिनेमा में नायकों की छवि को उलट पुलट के रख दिया. 70 के दशक में जो काम अमिताभ ने किया 90 के दशक में नायक की एक नई छवि गढ़ने का वही काम शाहरुख ने भी किया. हिंदी सिनेमा में अमिताभ-शाहरुख के बाद नायकों की छवि बदलने वाले सितारे नहीं दिखते हैं. हालांकि साल 2013 में चेन्नई एक्सप्रेस की सफलता के बाद उनकी गाड़ी प्राय: बेपटरी नजर आती है. चेन्नई एक्सप्रेस के बाद उनकी कई बड़ी बजट की फ़िल्में टिकट खिड़की पर औंधे मुंह गिरती हैं. बीच बीच में रईस जैसी इक्का दुक्का सामान्य हिट भी नजर आती हैं.

पिछले सात-आठ सालों किंग खान की जो फ़िल्में फ्लॉप हुई- उनका विषय किंग खान के मूड से अलग नजर आता है. दिलवाले, फैन और डियर जिंदगी जैसी फ़िल्में. शाहरुख को सबसे तगड़ा झटका साल 2018 में जीरो से लगा. यह भी एक प्रायोगिक एंटरटेनर थी और माना जा रहा था शाहरुख का सितारा इस फिल्म के जरिए एकबार फिर बॉलीवुड के नक्षत्र पर चमचमाने लगेगा. दुर्भाग्य से ऐसा हुआ नहीं. आनंद एल रॉय के निर्देशन में फिल्म ठीकठाक बनी थी. मगर बदली राजनीति में उनकी नाव भंवर में फंस गई. बॉलीवुड के खिलाफ जो हेट कैम्पेन आज खड़ा दिखता है- असल में वह शाहरुख के विरोध के साथ ही मजबूत होता आया है. बावजूद शाहरुख टिके हैं तो उनकी मजबूती समझी जा सकती है.

शाहरुख खान

शाहरुख बायकॉट कैम्पेन झेलकर भी रेस में सबसे महंगा घोड़ा नजर आते हैं

इस एक्टर के खिलाफ सबसे ज्यादा बायकॉट...

अमिताभ बच्चन के बाद बॉलीवुड पर जो एक्टर सबसे ज्यादा समय तक एकछत्र बादशाहत कायम किए दिखता है वह निश्चित रूप से शाहरुख खान ही हैं. उन्हें हिंदी सिनेमा उद्योग का किंग खान यूं ही नहीं कहा जाता है. पिछले तीन दशक में उन्होंने एक से बढ़कर एक ब्लॉकबस्टर फ़िल्में दी हैं और इस तरह अमिताभ के बाद दूसरे अभिनेता कहे जा सकते हैं जिन्होंने हिंदी सिनेमा में नायकों की छवि को उलट पुलट के रख दिया. 70 के दशक में जो काम अमिताभ ने किया 90 के दशक में नायक की एक नई छवि गढ़ने का वही काम शाहरुख ने भी किया. हिंदी सिनेमा में अमिताभ-शाहरुख के बाद नायकों की छवि बदलने वाले सितारे नहीं दिखते हैं. हालांकि साल 2013 में चेन्नई एक्सप्रेस की सफलता के बाद उनकी गाड़ी प्राय: बेपटरी नजर आती है. चेन्नई एक्सप्रेस के बाद उनकी कई बड़ी बजट की फ़िल्में टिकट खिड़की पर औंधे मुंह गिरती हैं. बीच बीच में रईस जैसी इक्का दुक्का सामान्य हिट भी नजर आती हैं.

पिछले सात-आठ सालों किंग खान की जो फ़िल्में फ्लॉप हुई- उनका विषय किंग खान के मूड से अलग नजर आता है. दिलवाले, फैन और डियर जिंदगी जैसी फ़िल्में. शाहरुख को सबसे तगड़ा झटका साल 2018 में जीरो से लगा. यह भी एक प्रायोगिक एंटरटेनर थी और माना जा रहा था शाहरुख का सितारा इस फिल्म के जरिए एकबार फिर बॉलीवुड के नक्षत्र पर चमचमाने लगेगा. दुर्भाग्य से ऐसा हुआ नहीं. आनंद एल रॉय के निर्देशन में फिल्म ठीकठाक बनी थी. मगर बदली राजनीति में उनकी नाव भंवर में फंस गई. बॉलीवुड के खिलाफ जो हेट कैम्पेन आज खड़ा दिखता है- असल में वह शाहरुख के विरोध के साथ ही मजबूत होता आया है. बावजूद शाहरुख टिके हैं तो उनकी मजबूती समझी जा सकती है.

शाहरुख खान

शाहरुख बायकॉट कैम्पेन झेलकर भी रेस में सबसे महंगा घोड़ा नजर आते हैं

इस एक्टर के खिलाफ सबसे ज्यादा बायकॉट कैम्पेन नजर आता है. सलमान या आमिर खान के खिलाफ भी इतने कैम्पेन नजर नहीं आते जितना गुस्सा शाहरुख को लेकर दिखता है. बावजूद शाहरुख आज की तारीख में भी बॉलीवुड के सबसे महंगे स्टार बने हुए हैं. वह सबसे महंगे प्रचारक भी हैं जिन्हें साइन करने के लिए एड कंपनियां कतार में खड़ी नजर आती हैं. वह बॉलीवुड के इकलौते एक्टर हैं जिनकी फिल्मों का इंतज़ार दीवानगी की हद तक होता दिखाई देता है. शाहरुख हिंदी मनोरंजन जगत के लिए क्या चीज हैं- उनकी भारी डिमांड से इसे समझना मुश्किल नहीं. यशराज फिल्म्स के साथ सर्वाधिक ब्लॉकबस्टर देने वाले किंग खान की एक फिल्म पठान बनकर तैयार है. इसे अगले साल रिपब्लिक डे वीक पर रिलीज करने की तैयारी है.

पठान स्पाई एक्शन थ्रिलर है. इसमें उनके साथ जॉन अब्राहम और दीपिका पादुकोण भी पावर पैक्ड किरदारों में हैं. कुछ रिपोर्ट्स में सामने आया कि पठान बॉलीवुड की मोस्ट अवेटेड फिल्म है. यानी ऐसी फिल्म जिसका दर्शक शिद्दत से इंतज़ार कर रहे हैं. फिल्म से जुड़े एक्टर के एक-एक विजुअल ने मनोरंजन जगत में तहलका मचा दिया. यही वजह है कि पठान की रिलीज से पहले ही इसे उनकी कमबैक ब्लॉकबस्टर मूवी कहा जाने लगा है. शाहरुख का खूब विरोध होता है, लेकिन दूसरा पहलू यह भी है कि पिछले दो साल से शायद ही कोई पखवाड़ा निकला हो जब पठान या शाहरुख से जुड़े तमाम हैशटैग ट्रेंड करते ना दिखे हों. आर्यन ड्रग केस के दौरान भी उनके पक्ष में एक जबरदस्त लहर दिखी थी. पब्लिक सपोर्ट तो मिला ही लगभग राजनीतिक दल भी खुलकर उनके साथ खड़े हुए.

दिवाली से पठान का धमाका शुरू हो जाएगा

दिवाली से शाहरुख की पठान का विधिवत प्रमोशन शुरू हो जाएगा. चर्चा है कि दिवाली से एक दिन पहले फिल्म का टीजर आएगा. सेंसर बोर्ड के एक मेबर की प्रतिक्रिया भी चर्चा में है जिसमें उन्होंने कहा है कि पठान, बाहुबली और केजीएफ की बाप है और पठान भारत में एक्शन मूवीज के एक नए दौर का शुभारंभ करने वाली फिल्म है. मजेदार यह है कि इसी दिन सलमान खान की किसी का भाई और किसी की जान का भी टीजर आने वाला है. लेकिन सोशल मीडिया ट्रेंड बता रहे कि शाहरुख की पठान सलमान की फिल्म पर भारी पड़ने वाली है. किसी फिल्म के टीजर के लिए दर्शकों की बेसब्री देखने लायक है. इससे पता चलता है कि शाहरुख चुके नहीं हैं. पांच छह साल पहले तक सिनेमाघरों की दिवाली अक्सर शाहरुख की फिल्मों से ही रोशन हुआ करती थी. इस दिवाली पर फिल्म नहीं है तो टीजर ही सही. यह शाहरुख के प्रशंसकों को सबसे बड़ा तोहफा है.

पठान के बाद भी शाहरुख की जवान जिसे तमिल के होनहार युवा निर्देशक एटली कुमार बना रहे हैं- अभी से जानदार फिल्म बताई जा रही है. टिकट खिड़की पर सक्सेस की गारंटी कहे जाने वाले राजकुमार हिरानी की डंकी भी उनके पास हैं. कुल मिलाकर साफ़ दिख रहा है कि पठान, जवान और डंकी के जरिए शाहरुख अपनी बादशाहत की मुनादी फिर से करने के लिए तैयार हैं. इस बार शायद ही कोई उनके बढ़ते कदमों को रोक पाए.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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