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Goodbye Movie Public Review: हंसाती है, रुलाती है, दिल जीत लेती है, फिल्म 'गुडबाय'

    • आईचौक
    • Updated: 10 अक्टूबर, 2022 06:39 PM
  • 10 अक्टूबर, 2022 06:39 PM
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Goodbye Movie Public Review in Hindi: एकता कपूर के बालाजी टेलीफिल्म्स के बैनर तले बनी फिल्म 'गुडबाय' में अमिताभ बच्चन और रश्मिका मंदाना बाप-बेटी की भूमिका में हैं. विकास बहल के निर्देशन में बनी इस इमोशनल कॉमेडी ड्रामा फिल्म की हर कोई तारीफ कर रहा है. दर्शक हंसते-हंसते रो तक दे रहे हैं.

'सुपर 30', 'क्वीन', 'शानदार' और 'चिल्लर पार्टी' जैसी फिल्मों का निर्देशन करने वाले विकास बहल की नई फिल्म 'गुडबाय' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. एकता कपूर के बालाजी टेलीफिल्म्स के बैनर तले बनी इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, रश्मिका मंदाना, नीना गुप्ता, पावेल गुलाटी, सुनील ग्रोवर, आशीष विद्यार्थी और एली अवराम जैसे कलाकार अहम किरदारों में हैं. इसके जरिए साउथ सिनेमा की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'पुष्पा: द राइज' के जरिए पैन इंडिया मशहूर हुई एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना ने अपना बॉलीवुड डेब्यू किया है. यह उनकी किस्मत ही कही जाएगी अपनी पहली फिल्म में उनको अमिताभ बच्चन और नीना गुप्ता जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला है. फिल्म की रिलीज के बाद समीक्षकों और दर्शको की तरफ से बहुत ज्यादा सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. यहां तक कि लोग एक-दूसरे से फिल्म देखने की अपनी कर रहे हैं.

सोशल मीडिया पर लोग फिल्म 'गुडबाय' के बारे में लगातार लिख रहे हैं. ट्विटर पर एक यूजर विश्वजीत पाटिल ने 5 में 4 स्टार देते हुए लिखा है, ''गुडबाय दिल को छू लेने वाली एक खूबसूरत और इमोशनल फिल्म है. इसमें अमिताभ बच्चन, रश्मिका मंदाना, नीना गुप्ता और एली अवराम ने बेहतरीन परफॉर्मेंस दिया है. सभी कलाकारों का अभिनय प्रदर्शन उम्दा कहा जा सकता है. विकास बहल का तो कोई जवाब ही नहीं है. मीटू मूवमेंट में फंसने की वजह से लंबे समय तक बॉलीवुड से दूर रहने वाले बहल ने जोरदार वापसी की है.'' हरमिंदर सिंह फिल्म को 5 में से 3 स्टार देते हुए लिखते हैं, ''गुडबाय फिल्म को देखकर मजा आ गया है. ये एक फैमिली फिल्म है, जिसे हर किसी को एक बार जरूर देखना चाहिए. अमिताभ बच्चन ने एक चुनौतीपूर्ण किरदार किया है, जो उनकी उम्र को देखते हुए मुश्किल लग रहा है, लेकिन उन्होंने कमाल का काम किया है.''

फिल्म 'गुडबाय' के जरिए...

'सुपर 30', 'क्वीन', 'शानदार' और 'चिल्लर पार्टी' जैसी फिल्मों का निर्देशन करने वाले विकास बहल की नई फिल्म 'गुडबाय' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. एकता कपूर के बालाजी टेलीफिल्म्स के बैनर तले बनी इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, रश्मिका मंदाना, नीना गुप्ता, पावेल गुलाटी, सुनील ग्रोवर, आशीष विद्यार्थी और एली अवराम जैसे कलाकार अहम किरदारों में हैं. इसके जरिए साउथ सिनेमा की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'पुष्पा: द राइज' के जरिए पैन इंडिया मशहूर हुई एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना ने अपना बॉलीवुड डेब्यू किया है. यह उनकी किस्मत ही कही जाएगी अपनी पहली फिल्म में उनको अमिताभ बच्चन और नीना गुप्ता जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला है. फिल्म की रिलीज के बाद समीक्षकों और दर्शको की तरफ से बहुत ज्यादा सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. यहां तक कि लोग एक-दूसरे से फिल्म देखने की अपनी कर रहे हैं.

सोशल मीडिया पर लोग फिल्म 'गुडबाय' के बारे में लगातार लिख रहे हैं. ट्विटर पर एक यूजर विश्वजीत पाटिल ने 5 में 4 स्टार देते हुए लिखा है, ''गुडबाय दिल को छू लेने वाली एक खूबसूरत और इमोशनल फिल्म है. इसमें अमिताभ बच्चन, रश्मिका मंदाना, नीना गुप्ता और एली अवराम ने बेहतरीन परफॉर्मेंस दिया है. सभी कलाकारों का अभिनय प्रदर्शन उम्दा कहा जा सकता है. विकास बहल का तो कोई जवाब ही नहीं है. मीटू मूवमेंट में फंसने की वजह से लंबे समय तक बॉलीवुड से दूर रहने वाले बहल ने जोरदार वापसी की है.'' हरमिंदर सिंह फिल्म को 5 में से 3 स्टार देते हुए लिखते हैं, ''गुडबाय फिल्म को देखकर मजा आ गया है. ये एक फैमिली फिल्म है, जिसे हर किसी को एक बार जरूर देखना चाहिए. अमिताभ बच्चन ने एक चुनौतीपूर्ण किरदार किया है, जो उनकी उम्र को देखते हुए मुश्किल लग रहा है, लेकिन उन्होंने कमाल का काम किया है.''

फिल्म 'गुडबाय' के जरिए 'पुष्पा: द राइज' फेम एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना ने अपना बॉलीवुड डेब्यू किया है.

ट्विटर पर अविष्कर फिल्म को 5 में से 3 स्टार देते हुए लिखते है, ''ये एक दिल को छू लेने वाली पारिवारिक मनोरंजक फिल्म है, जो अपने संदेश को दर्शकों तक सफलतापूर्वक पहुंचाी है. भावनात्मक और हास्य दृश्य के बीच संक्रमण असंबद्ध लगता है. सभी कलाकारों का अभिनय प्रदर्शन ठीक हैं. संगीत भी ठीक है. रश्मिका मंदाना के लिए बॉलीवुड में एक अच्छी शुरुआत हुई है. वो विशेष रूप से अमिताभ बच्चन जैसे महान कलाकार के सामने भी आत्मविश्वास से भरी दिखती हैं. नीना गुप्ता देखने लायक है. कुल मिलाकर एक उम्दा मनोरंजक फिल्म, जिसे अपने परिवार के साथ जरूर देखें. आप निराश नहीं होंगे.'' रिधी डोगरा लिखती हैं, ''वाह, क्या फिल्म है. फिल्म की हर बात दिल को छू लेने वाली है. इसे पूरे परिवार के साथ बैठकर सिनेमाघरों में देखा जा सकता है. इसे देखने के बाद निश्चित तौर पर आपको अपने परिवार और माता-पिता की कीमत समझ आएगी.''

गूगल मूवी रिव्यू सेगमेंट में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए दिव्यांश चोपड़ा लिखते हैं, ''मुझे ये फिल्म बहुत ज्यादा पसंद आई. इसकी कहानी दिल को छू लेती है. इसे देखने के दौरान अपने हंसते हैं. रोते हैं. बहुत ही खूबसूरत फिल्म है, जिसे परिवार के साथ देखा जा सकता है.'' दीपांजलि शर्मा लिखती हैं, ''मुझे यह फिल्म बहुत अच्छी लगी, परिवार के साथ खूब देखा, बहुत अच्छी फिल्म है, इमोशन्स, कॉमेडी दोनों ही स्थिति बहुत अच्छी हैं.'' ऐश्वर्या पवार लिखते हैं, ''मैंने अभी तक जितनी फिल्में देखी हैं, उनमें सबसे बेहतरीन गुडबाय लगी है. अद्भुत कहानी. सभी कलाकारों ने दमदार अभिनय प्रदर्शन किया है. अमिताभ बच्चन, रश्मिका मंदाना और नीना गुप्त का कहना ही क्या. तीनों मझे हुए कलाकार फिल्म के स्तर बहुत ऊंचा करते हैं. एक भावुक कर देने वाली कहानी में आप कब रोते हैं, कब हंसते हैं, पता ही नहीं चलता है. बहुत दिनों बाद ऐसी कोई फिल्म आई है, जिसे जरूर देखना चाहिए.''

एनबीटी के लिए अपनी समीक्षा में रेखा खान लिखती हैं, '' 'क्वीन', 'शानदार', 'सुपर 30' के निर्देशक विकास बहल इस बार एक पारिवारिक इमोशनल कहानी लेकर आए हैं. हालांकि उन्होंने अपनी इस मृत्यु वाली करुण कहानी में कई जगहों पर सिचुएशनल ह्यूमर पैदा किया है, जो विषय के भारीपन को इमोशनल तो रहने देता है, मगर भारी नहीं होने देता. उनकी कहानी आगे चलकर एक बिंदु पर ठहर जाती है. किरदारों में आप कहीं न कहीं खुद को कनेक्ट जरूर करते हैं, मगर कई दृश्य लंबे हैं. फिल्म में इमोशनल कहानी के साथ मजबूत संदेश ये मिलता है कि जाने वाला भले हमेशा के लिए चला गया हो, लेकिन अपने पीछे वो अपनी सुखद यादों को छोड़ गया है, जिसे दुखी होकर याद करने के बजाय खुशी से याद करना ही जीवन को आगे बढ़ाने का सही तरीका हो सकता है. फिल्म की एडिटिंग थोड़ी पैनी होनी चाहिए थी. पारिवारिक और इमोशनल फिल्मों के शौक़ीन इसे देख सकते हैं.''

नीचे ट्विटर पर फिल्म को लेकर आई कुछ प्रतिक्रिया पढ़ सकते हैं...

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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