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RRR ने पूरी दुनिया में भारतीय सिनेमा का ही नहीं, सभ्यता-संस्कृति का भी पताका फहरा दी है

    • मुकेश कुमार गजेंद्र
    • Updated: 11 जनवरी, 2023 05:27 PM
  • 11 जनवरी, 2023 05:27 PM
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Golden Globes 2023: फिल्म 'आरआरआर' ने गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स में शानदार उपलब्धि हासिल की है. इसके गाने 'नाटू-नाटू' को बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग का अवॉर्ड मिला है. अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान फिल्म की टीम जिस अंदाज में नजर आई, उसने भारतीय संस्कृति और सभ्यता को दुनिया भर में प्रचारित किया है.

इसे भारतीय सिनेमा का स्वर्णिम युग तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन सुनहरे दिनों की शुरूआत जरूर कही जा सकती है. वैश्विक पटल पर भारतीय सिनेमा का जादू हर किसी के सिर चढ़कर बोल रहा है. चीन, अमेरिका से लेकर जापान तक हिंदुस्तानी सिनेमा जश्न मना रहा है. वहां के सिनेमाघरों में हमारी फिल्म कमाई के नए-नए रिकॉर्ड बना रही है. ऑस्कर हो या गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स भारतीय फिल्मों को जिस तरह से सम्मान मिल रहा है, वो वाकई गर्व का विषय है. नई उपलब्धि 'बाहुबली' फेम फिल्म मेकर एसएस राजामौली की फिल्म 'आरआरआर' के नाम है, जिसके गाने 'नाटू-नाटू' को गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स में बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग का अवॉर्ड मिला है. इतनी बड़ी उपलब्धि के साथ 'आरआरआर' ने इतिहास रच दिया है. अब हर किसी की निगाहें ऑस्कर अवॉर्ड की ओर है, जिसका 13 मार्च 2023 को ऐलान होना है.

पिछले साल दिसंबर में जब गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स के लिए 'आरआरआर' को नॉमिनेशन हुआ तो हर हिंदुस्तानी का सिना गर्व से फूल गया. इस फिल्म को दो कैटेगरी 'बेस्ट नॉन इंग्लिश फिल्म' और 'बेस्ट ऑरिजन सॉन्ग' में नॉमिनेशन मिला था. पहली कैटेगरी में तो अवॉर्ड नहीं मिला, लेकिन दूसरी के लिए जैसे ही 'आरआरआर' के नाम का ऐलान हुआ, वहां मौजूद फिल्म की पूरी टीम चीख पड़ी. फिल्म के संगीत निर्देशक एमएम कीरावाणी अवॉर्ड लेने के लिए मंच पर पहुंचे. अवॉर्ड लेने के बाद वो भावुक दिखे. उन्होंने इस गाने के लिए फिल्म के निर्देशक राजामौली, गीतकार चंद्रबोस, गायक द्वव राहुल सिप्लिगुंज और काल भैरव, कोरियोग्राफर प्रेम रक्षित, प्रोग्रामर जीवन बाबू और सिद्धार्थ का शुक्रिया अदा किया. इन सबसे पहले उन्होंने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपनी पत्नी को दिया, जो फिल्म की टीम के साथ वहां मौजूद थीं.

फिल्म 'आरआरआर' ने गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स में शानदार उपलब्धि हासिल की...

इसे भारतीय सिनेमा का स्वर्णिम युग तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन सुनहरे दिनों की शुरूआत जरूर कही जा सकती है. वैश्विक पटल पर भारतीय सिनेमा का जादू हर किसी के सिर चढ़कर बोल रहा है. चीन, अमेरिका से लेकर जापान तक हिंदुस्तानी सिनेमा जश्न मना रहा है. वहां के सिनेमाघरों में हमारी फिल्म कमाई के नए-नए रिकॉर्ड बना रही है. ऑस्कर हो या गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स भारतीय फिल्मों को जिस तरह से सम्मान मिल रहा है, वो वाकई गर्व का विषय है. नई उपलब्धि 'बाहुबली' फेम फिल्म मेकर एसएस राजामौली की फिल्म 'आरआरआर' के नाम है, जिसके गाने 'नाटू-नाटू' को गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स में बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग का अवॉर्ड मिला है. इतनी बड़ी उपलब्धि के साथ 'आरआरआर' ने इतिहास रच दिया है. अब हर किसी की निगाहें ऑस्कर अवॉर्ड की ओर है, जिसका 13 मार्च 2023 को ऐलान होना है.

पिछले साल दिसंबर में जब गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स के लिए 'आरआरआर' को नॉमिनेशन हुआ तो हर हिंदुस्तानी का सिना गर्व से फूल गया. इस फिल्म को दो कैटेगरी 'बेस्ट नॉन इंग्लिश फिल्म' और 'बेस्ट ऑरिजन सॉन्ग' में नॉमिनेशन मिला था. पहली कैटेगरी में तो अवॉर्ड नहीं मिला, लेकिन दूसरी के लिए जैसे ही 'आरआरआर' के नाम का ऐलान हुआ, वहां मौजूद फिल्म की पूरी टीम चीख पड़ी. फिल्म के संगीत निर्देशक एमएम कीरावाणी अवॉर्ड लेने के लिए मंच पर पहुंचे. अवॉर्ड लेने के बाद वो भावुक दिखे. उन्होंने इस गाने के लिए फिल्म के निर्देशक राजामौली, गीतकार चंद्रबोस, गायक द्वव राहुल सिप्लिगुंज और काल भैरव, कोरियोग्राफर प्रेम रक्षित, प्रोग्रामर जीवन बाबू और सिद्धार्थ का शुक्रिया अदा किया. इन सबसे पहले उन्होंने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपनी पत्नी को दिया, जो फिल्म की टीम के साथ वहां मौजूद थीं.

फिल्म 'आरआरआर' ने गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स में शानदार उपलब्धि हासिल की है.

इस अवॉर्ड के लिए फिल्म के मेकर एसएस राजामौली, अभिनेता राम चरण तेज, जूनियर एनटीआर और संगीत निर्देशक एमएम कीरावाणी अपने परिवार के साथ अमेरिका के बेवर्ली हिल्स में मौजूद थे. अक्सर देखा गया है कि सिनेमा से सियासत तक के हमारे देश के सेलिब्रिटी जब भी विदेश में जाते हैं, तो वहां की वेशभूषा में आ जाते हैं. लेकिन 'आरआरआर' की टीम ने विदेशी धरती पर होने के बावजूद अपने देश की संस्कृति और सभ्यता का ध्यान रखा. अवॉर्ड सेरेमनी से आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि राजामौली पारंपरिक साउथ इंडियन परिधान पहने हुए हैं. उसी तरह राम चरण तेज, जूनियर एनटीआर और एमएम कीरावाणी को भी भारतीय वेशभूषा में ही देखा जा सकता है. इतना ही नहीं इनकी पत्नियों को भी पारंपरिक साड़ी पहने हुए देखा जा सकता है. यही संस्कार साउथ सिनेमा और बॉलीवुड में फर्क पैदा करता है.

इतना ही नहीं जिस गाने के लिए 'आरआरआर' को गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स मिला है, उसमें भी भारतीयों को विदेशियों से महान बताया गया है. यदि आपने ये फिल्म देखी होगी, तो आपको पता होगा कि जूनियर एनटीआर का किरदार एक अंग्रेज अफसर की बेटी को देखकर आकर्षित हो जाता है. एक मुलाकात के बाद दोनों एक-दूसरे के दोस्त बन जाते हैं. अंग्रेज अफसर की बेटी उसे अपने महल में आयोजित एक प्रोग्राम में बुलाती है. वहां कुछ अंग्रेज लड़के भीमा का अपमान कर देते हैं. उसे डांस के लिए चुनौती देते हैं. इसके बाद राम चरण का किरदार जूनियर एनटीआर के किरदार के साथ उन अंग्रेज लड़कों को देसी डांस के लिए चुनौती देता है. इसके बाद दोनों 'नाटू-नाटू' (हिंदी में नाचो-नाचो) गाने पर जबरदस्त डांस करते हैं. उन दोनों की एनर्जी से कोई अंग्रेज मुकाबला नहीं कर पाता है. अंग्रेज लड़के उनके आगे चित हो जाते हैं.

केवल एक गाने में ही नहीं पूरी फिल्म में भारतीय समाज, सभ्यता और संस्कृति की जय-जयकार देखने को मिलती है. इस तरह ये फिल्म केवल सिनेमा ही नहीं हमारी सभ्यता और संस्कृति का भी ध्वजावाहक है. इसके जरिए पूरी दुनिया में भारतीय सभ्यता और संस्कृति का पताका फहरा रहा है. इसका सबसे बड़ा श्रेय एसएस राजामौली जैसे बेहतरीन फिल्म मेकर को जाता है, जिन्होंने 'बाहुबली' जैसी फिल्म बनाकर हमें भरोसा दिलाया था कि भारत में भी भव्य सिनेमा का निर्माण हो सकता है. देखा जाए तो गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स में 'आरआरआर' की रहा इतनी आसान नहीं थी. इसका मुकाबला डिसीजन टू लीव (साउथ कोरिया), ऑल क्वाइट ऑन वेस्टर्न फ्रंट (जर्मनी) और अर्जेंटीना 1985 (अर्जेंटीना) जैसी फिल्मों का साथ था. इसमें 'बेस्ट नॉन इंग्लिश फिल्म' का अवॉर्ड जर्मन फिल्म 'ऑल क्वाइट ऑन वेस्टर्न फ्रंट' को मिला है.

फिल्म 'आरआरआर' की इस उपलब्धि पर पूरा देश खुशी से झूम रहा है. सिनेमा से सियासत तक के लोग फिल्म की टीम को शुभकामनाएं दे रहे हैं. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 'आरआरआर' की पूरी टीम को बधाई देते हुए इसे भारत के लिए एक गौरव का पल बताया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, ''यह एक बहुत ही खास उपलब्धि है. एमएम कीरावाणी, प्रेम रक्षित, काल भैरव, चंद्रबोस, राहुल सिप्लिगुंज को मैं बधाई देता हूं. एसएस राजामौली, तारक, राम चरण और आरआरआर की पूरी टीम को बहुत-बहुत शुभकामनाएं. इस खास सम्मान ने हर भारतीय को गौरान्वित किया है.'' यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अपनी खुशी जाहिर करते हुए लिखा है, "हमारे समृद्ध संगीत, साहित्य, संस्कृति एवं कला के विस्तार का यह अमृत काल है. वैश्विक मंच पर मिले इस सम्मान हेतु आरआरआर की पूरी टीम को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं."

इस फिल्म में अहम किरदार करने वाले बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन ने लिखा है, ''एमएम कीरावाणी और एसएस राजामौली को इस उपलब्धि के लिए तहे दिल से बधाई. गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स में बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग का अवॉर्ड पाने के लिए आरआरआर की पूरी टीम को शुभकामनाएं.'' साउथ सिनेमा के सुपरस्टार महेश बाबू ने लिखा है, ''भारतीय सिनेमा की इस उपलब्धि पर दुनिया को चीयर्स करते हुए देखना किसी सपने के पूरे होने जैसा लग रहा है. इस बेहतर साल की शुरूआत नहीं हो सकती है. एमएम कीरावाणी गारु, एसएस राजामौली सर, रामचरण सहित आरआरआर की पूरी टीम को बधाई और शुभकामनाएं.'' बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर लिखते हैं, ''भारतीय सिनेमा के लिए इससे सुखद क्षण नहीं हो सकता है. आरआरआर की पूरी टीम, खासकर एमएम कीरावाणी और राजामौली को इस उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं.''

गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स जैसा प्रतिष्ठित सम्मान मिलने के बाद अब हर किसी की निगाह ऑस्कर अवॉर्ड की तरफ है. 95वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में के फाइनल राउंड में शॉर्टलिस्ट करने के लिए 301 फीचर फिल्मों की लिस्ट जारी की गई है, जिनमें 10 भारतीय फिल्मों के नाम हैं. इनमें एसएस राजामौली की 'आरआरआर', संजय लीला भंसाली की 'गंगूबाई काठियावाड़ी', विवेक अग्निहोत्री की 'द कश्मीर फाइल्स', ऋषभ शेट्टी की 'कांतारा', पान नलिन की छेलो शो (लास्ट फिल्म शो), आर माधवन की 'रॉकेट्री: द नंबी इफेक्ट', सुदीप किच्चा की 'विक्रांत रोणा', तमिल फिल्म 'इराविन निझल', मराठी फिल्म 'मी वसंतराव' और 'तुझया साथी काही ही' का नाम शामिल है. इन दस फिल्मों को बेस्ट पिक्चर और बेस्ट एक्टर कैटेगरी की कंटेंशन लिस्ट में शामिल किया गया है. इस तरह अब ये फिल्में ऑस्कर अवॉर्ड्स के फाइनल नॉमिनेशन में जा सकती हैं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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