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दुनिया की सबसे भव्‍य पार्टी Met Gala में आखिर होता क्‍या है ?

    • आईचौक
    • Updated: 09 मई, 2018 11:17 AM
  • 09 मई, 2018 11:17 AM
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Met gala 2018 साल की दूसरी ऑस्कर पार्टी कही जा सकती है जिसमें पैसे और चकाचौंध देखने को मिलती है. लेकिन आखिर क्यों ये इवेंट बाकी इवेंट्स से खास है?

मेट गाला में प्रियंका चोपड़ा की काफी तारीफ हो रही है. प्रियंका गॉड मदर (मदर मैरी) की तरह ड्रेस पहन कर आईं. इसी के साथ, दीपिका भी Met Gala 2018 में लाल रंग का ड्रेस पहन कर आई थीं. कई लोगों को लगता है कि कान्स जाने के कारण एश्वर्या मेट गाला में भी जाती होंगी, लेकिन ये बहुत अलग तरह का इवेंट है जिसमें काफी अलग तरह की गेस्ट लिस्ट होती है और कई सितारे बहुत अमीर और फेमस होने के बाद भी जा नहीं पाते. तो चलिए जानते हैं कुछ मेट गाला के बारे में.

मेट गाला 2018 में प्रियंका और दीपिका का लुक

क्या है मेट गाला..

Met गाला जिसे कॉस्ट्यूम इंस्टिट्यूट गाला या फिर मेट बॉल भी कहा जाता है, दरअसल ये एक चैरिटी गाला होता है जिसका मकसद मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट्स कॉस्ट्यूम इंस्टिट्यूट के लिए पैसे जोड़ना होता है. ये न्यूयॉर्क में होता है और इसे साल के सबसे बड़े इवेंट्स में से एक कहा जाए तो कम नहीं होगा. ये हाई प्रोफाइल इवेंट मई के पहले सोमवार को होता है.

मेट गाला में किम कार्दर्शियन

इस इवेंट को कई नाम दिए गए हैं जैसे “the party of the year,” “the Oscars of the East Coast”. हर साल कई सेलेब्स मेट गाला के समय सीढ़ियों वाली एंट्रेंस पर पोज़ देते हैं और इसे भी किसी हॉलीवुड अवॉर्ड इवेंट की तरह ही समझिए क्योंकि सितारों की बारात होती है यहां.

इस गाला से काफी रकम इकट्ठा हो जाती है जो कॉस्ट्यूम इंस्टिट्यूट के लिए मददगार साबित होती है. ये कॉस्ट्यूम पार्टी हमेशा एक थीम के साथ की जाती है और इस साल की थीम थी...

मेट गाला में प्रियंका चोपड़ा की काफी तारीफ हो रही है. प्रियंका गॉड मदर (मदर मैरी) की तरह ड्रेस पहन कर आईं. इसी के साथ, दीपिका भी Met Gala 2018 में लाल रंग का ड्रेस पहन कर आई थीं. कई लोगों को लगता है कि कान्स जाने के कारण एश्वर्या मेट गाला में भी जाती होंगी, लेकिन ये बहुत अलग तरह का इवेंट है जिसमें काफी अलग तरह की गेस्ट लिस्ट होती है और कई सितारे बहुत अमीर और फेमस होने के बाद भी जा नहीं पाते. तो चलिए जानते हैं कुछ मेट गाला के बारे में.

मेट गाला 2018 में प्रियंका और दीपिका का लुक

क्या है मेट गाला..

Met गाला जिसे कॉस्ट्यूम इंस्टिट्यूट गाला या फिर मेट बॉल भी कहा जाता है, दरअसल ये एक चैरिटी गाला होता है जिसका मकसद मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट्स कॉस्ट्यूम इंस्टिट्यूट के लिए पैसे जोड़ना होता है. ये न्यूयॉर्क में होता है और इसे साल के सबसे बड़े इवेंट्स में से एक कहा जाए तो कम नहीं होगा. ये हाई प्रोफाइल इवेंट मई के पहले सोमवार को होता है.

मेट गाला में किम कार्दर्शियन

इस इवेंट को कई नाम दिए गए हैं जैसे “the party of the year,” “the Oscars of the East Coast”. हर साल कई सेलेब्स मेट गाला के समय सीढ़ियों वाली एंट्रेंस पर पोज़ देते हैं और इसे भी किसी हॉलीवुड अवॉर्ड इवेंट की तरह ही समझिए क्योंकि सितारों की बारात होती है यहां.

इस गाला से काफी रकम इकट्ठा हो जाती है जो कॉस्ट्यूम इंस्टिट्यूट के लिए मददगार साबित होती है. ये कॉस्ट्यूम पार्टी हमेशा एक थीम के साथ की जाती है और इस साल की थीम थी “Heavenly Bodies: Fashion and the Catholic Imagination". इसे कैथोलिक धर्म से जोड़ा गया था.

मेट गाला रेड कार्पेट पर केटी पेरी

स्टेफेन ए. श्वार्ज्मेन और उनकी पत्नी इन्वेस्टमेंट कंपनी ब्लैकस्टोन के फाउंडर हैं और 1997 से फैशन एग्जिबिशन के स्पॉन्सर रहे हैं. उसके बाद से ही गाला एक बड़ा इवेंट रहा है और इसपर बहुत पैसा भी लगाया जाता है.

कितना पैसा लगता है इस इवेंट में...

अगर किसी को मेट गाला की टिकट चाहिए तो इसे बहुत ही सस्ते में खरीदा जा सकता है. बस $30,000 (यानी 20 लाख 11 हज़ार रुपए) में मेट गाला की टिकट मिलती है.

पोप से इंस्पार्यर्ड ड्रेस में रिहाना

अगर इसी में टेबल बुक करवानी हो तो 2 लाख 75 हज़ार डॉलर यानी लगभग पौने दो करोड़ रुपए लगेंगे. जितना भी पैसा टिकट बेचने से इकट्ठा होता है वो कॉस्ट्यूम इंस्टिट्यूट को चला जाता है. फैशन जगत को आर्ट की तरह लेने वाले Met संगठन का ये एकलौता ऐसा इंस्टिट्यूट है जिसे फंड्स खुद के लिए इकट्ठा करने होते हैं.

पिछले साल करीब 12 मिलियन डॉलर इस इवेंट के जरिए इकट्ठा किए गए थे. हां, हर कोई टिकट के लिए पैसे नहीं देता. कुछ सेलेब्स को ब्रांड्स खुद बुलवाते हैं. इसी के साथ, कुछ ऐसे डिजाइनर्स को भी बुलाया जाता है जो टिकट के पैसे नहीं दे पाते.

आखिर इतने पैसे क्यों?

कॉन्डे नास्ट की आर्टिस्टिक डायरेक्टर और अमेरिकन वोग (मैग्जीन) की एडिटर मिस विनटूर सबसे पहले 1995 में चेयरवुमन बनी थीं. उसके बाद, 1999 में में वो लीडर बनी. तब से ही एक लोकल इवेंट को पावर सेलेब कॉकटेल बनाने की उनकी मेहनत रंग लाई है. पॉलिटिक्स, सिनेमा, फैशन, बिजनेस जगत के पावरफुल लोग इस इवेंट में हिस्सा लेते हैं.

अब ये गाला एक ऐसा इवेंट बन गया है कि इससे बाकी चीजों का आंकलन किया जाता है. इसे सेलेब स्टेटस सिंबल भी कहा जाता है. ये इतना बड़ा इवेंट है कि 2004 में डोनाल्ड ट्रंप ने मेलानिया को इसी इवेंट में शादी के लिए प्रपोज किया था. साल भर की सबसे महंगी पार्टीज में से एक मेट गाला सेलेब्स के कारण ही इतनी महंगी पार्टी बन गई है.

एक्ट्रेस ऐनी हैथवे

तो क्या कोई भी जा सकता है गाला में?

इसका सीधा सा जवाब है नहीं. बाकी फंड इकट्ठा करने वाले इवेंट्स से अलग मेट गाला में सिर्फ वही लोग जा सकते हैं जिन्हें इन्विटेशन मिला हो. साथ ही इसके लिए लंबी वेटिंग लिस्ट भी होती है. इस गाला में इन्वाइट किए जाने के लिए सेलेब होना या किसी भी फील्ड में किसी बड़े अचीवमेंट का होना जरूरी है. मिस विनटूर हर गेस्ट के लिए आखिरी इन्विटेशन देती हैं. इसका मतलब किसी ब्रांड ने एक टेबल बुक की तो भी वो गेस्ट लिस्ट अपने हिसाब से नहीं सिलेक्ट कर पाएगी.

क्या थीम के हिसाब से ड्रेस पहननी होती है?

ऐसा जरूरी नहीं है. थीम तो इंस्टिट्यूट के द्वारा डिजाइन किए गए कपड़ों के एग्जिबीशन के लिए खास होती है, लेकिन सेलेब्स को भी थीम के हिसाब से कपड़े पहनने को कहा जाता है. ऐसा इसलिए ताकि थीम का प्रमोशन हो सके.

थीम के अनुसार ड्रेसअप करके आईं सैराह जेसिका पार्कर

अगर किसी ब्रांड ने दिया है इन्विटेशन तो?

अगर कोई सेलेब किसी ब्रांड की तरफ से इन्वाइट किया गया है तो उसे उस ब्रांड के ही कपड़े पहनने होंगे. इसे एडवर्टिज्मेंट का भी एक तरीका माना जा सकता है.

अंदर क्या होता है?

पिछले तीन सालों में मेट गाला के अंदर से सोशल मीडिया पोस्टिंग बंद कर दी गई है. अंदर जाकर बाकी लोगों से मिलना मिलाना होता है और फिर एग्जिबीशन को देखा जाता है. उस वक्त की ज्यादा जानकारी तो नहीं है, लेकिन उसके बाद कॉकटेल पार्टी जरूर होती है. इसके बाद डिनर और किसी न किसी तरह का मनोरंजन (पिछले साल केटी पेरी का कोई प्रोग्राम था) होता है. इससे ज्यादा जानकारी तो इस बात की नहीं है कि आखिर गेस्ट अंदर जाने के बाद करते क्या हैं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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