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Code Name Tiranga Trailer Review: नई बोतल में पुरानी शराब जैसी फिल्म की कहानी

    • मुकेश कुमार गजेंद्र
    • Updated: 29 सितम्बर, 2022 07:33 PM
  • 29 सितम्बर, 2022 07:33 PM
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Code Name Tiranga Movie Trailer Review in Hindi: विदेशी धरती पर जाकर देश के दुश्मनों के छक्के छुड़ाना और जासूसी करने का कॉन्सेप्ट बॉलीवुड में बहुत पुराना है. इसी पर आधारित एक नई फिल्म 'कोड नेम तिरंगा' 14 अक्टूबर 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है, जिसका एक्शन से भरपूर ट्रेलर रिलीज किया गया है.

एक तरफ साउथ सिनेमा और ओटीटी दर्शकों के सामने फ्रेंश और यूनिक कंटेंट लगातार परोस रहा है, वहीं बॉलीवुड आज भी फॉर्मूला बेस्ड फिल्में बनाने में लगा हुआ है. बॉलीवुड में चलन है, जो फॉर्मूला हिट हो जाए है, उस पर फिल्मों की बाढ़ सी आ जाती है. जैसे कि एक वक्त रोमांटिक फिल्मों का दौर था. उसके बाद देशभक्ति और धार्मिक फिल्मों का दौर आया, फिर ऐतिहासिक और बायोपिक फिल्में बनने लगीं. इसी दौरान जासूसी फिल्मों का भी क्रेज रहा है. 'राजी' (2018), 'एजेंट विनोद' (2012), 'एक था टाइगर' (2012), 'टाइगर जिंदा है' (2017) और 'नाम शबाना' (2017) जैसी फिल्में इसकी प्रमुख उदाहरण हैं. इन्हीं फिल्मों के दर्ज पर एक जासूसी फिल्म 'कोड नेम तिरंगा' 14 अक्टूबर 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है. इस फिल्म का एक्शन से भरपूर ट्रेलर रिलीज किया गया है.

'कोड नेम तिरंगा' की कहानी 'एक था टाइगर' से लेकर 'राजी' तक जैसी फिल्मों में देखी जा चुकी है.

रिभू दासगुप्ता के निर्देशन में बनी फिल्म 'कोड नेम तिरंगा' में परिणीति चोपड़ा, हार्डी संधू, शरद केलकर, दिब्येंदु भट्टाचार्य, शिशिर शर्मा, सब्यसाची चक्रवर्ती और रजित कपूर जैसे कलाकार अहम किरदारों में हैं. फिल्म में परिणीति चोपड़ा रॉ एजेंट की भूमिका में हैं, जबकि शरद केलकर आतंकवादी के किरदार में नजर आ रहे हैं. फिल्म के ट्रेलर में परिणीति जबरदस्त एक्शन सीन करते हुए नजर आ रही हैं. इस तरह के किरदार में उनको पहली बार देखकर 'एक था टाइगर' की जोया यानी कैटरीना कैफ की याद आ जाती है. जिस तरह से कैटरीना ने अपनी फिल्म में शानदार एक्शन सीक्वेंस किए हैं, उसी तरह परिणीति भी हर सीन में बेहतरीन लग रही हैं. शरद केलकर की मौजूदगी हमेशा की तरह धांसू है. उनकी आवाज और अंदाज दोनों ही अद्भुत है, जो कि इस फिल्म में भी दिख रहा है.

''जब कमजोर इंसान...

एक तरफ साउथ सिनेमा और ओटीटी दर्शकों के सामने फ्रेंश और यूनिक कंटेंट लगातार परोस रहा है, वहीं बॉलीवुड आज भी फॉर्मूला बेस्ड फिल्में बनाने में लगा हुआ है. बॉलीवुड में चलन है, जो फॉर्मूला हिट हो जाए है, उस पर फिल्मों की बाढ़ सी आ जाती है. जैसे कि एक वक्त रोमांटिक फिल्मों का दौर था. उसके बाद देशभक्ति और धार्मिक फिल्मों का दौर आया, फिर ऐतिहासिक और बायोपिक फिल्में बनने लगीं. इसी दौरान जासूसी फिल्मों का भी क्रेज रहा है. 'राजी' (2018), 'एजेंट विनोद' (2012), 'एक था टाइगर' (2012), 'टाइगर जिंदा है' (2017) और 'नाम शबाना' (2017) जैसी फिल्में इसकी प्रमुख उदाहरण हैं. इन्हीं फिल्मों के दर्ज पर एक जासूसी फिल्म 'कोड नेम तिरंगा' 14 अक्टूबर 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है. इस फिल्म का एक्शन से भरपूर ट्रेलर रिलीज किया गया है.

'कोड नेम तिरंगा' की कहानी 'एक था टाइगर' से लेकर 'राजी' तक जैसी फिल्मों में देखी जा चुकी है.

रिभू दासगुप्ता के निर्देशन में बनी फिल्म 'कोड नेम तिरंगा' में परिणीति चोपड़ा, हार्डी संधू, शरद केलकर, दिब्येंदु भट्टाचार्य, शिशिर शर्मा, सब्यसाची चक्रवर्ती और रजित कपूर जैसे कलाकार अहम किरदारों में हैं. फिल्म में परिणीति चोपड़ा रॉ एजेंट की भूमिका में हैं, जबकि शरद केलकर आतंकवादी के किरदार में नजर आ रहे हैं. फिल्म के ट्रेलर में परिणीति जबरदस्त एक्शन सीन करते हुए नजर आ रही हैं. इस तरह के किरदार में उनको पहली बार देखकर 'एक था टाइगर' की जोया यानी कैटरीना कैफ की याद आ जाती है. जिस तरह से कैटरीना ने अपनी फिल्म में शानदार एक्शन सीक्वेंस किए हैं, उसी तरह परिणीति भी हर सीन में बेहतरीन लग रही हैं. शरद केलकर की मौजूदगी हमेशा की तरह धांसू है. उनकी आवाज और अंदाज दोनों ही अद्भुत है, जो कि इस फिल्म में भी दिख रहा है.

''जब कमजोर इंसान आवाज उठाता है, तो पूरी दुनिया लानत करती है. लेकिन वही कमजोर इंसान जब बंदूक उठाता है, तो उसे दहशतगर्दी कहते हैं''...फिल्म 'कोड नेम तिरंगा' के 2 मिनट 55 सेकेंड के ट्रेलर की शुरुआत पाकिस्तानी आतंकवादी खालिद उमर (शरद केलकर) के इसी डायलॉग के साथ होती है. खालिद 2001 में संसद पर हुए हमले का मास्टरमाइंड है. वारदात को अंजाम देने के बाद वो टर्की में जाकर छुप गया है. भारतीय खुफिया एजेंसियां उसे मारने के लिए अपने बेस्ट एजेंट दुर्गा सिंह (परिणीति चोपड़ा) को वहां भेजती है. दुर्गा का कोडनेम अल्फा 1 होता है. इस पूरे मिशन का कोडनेम 'तिरंगा' रखा जाता है. अपने मिशन के तहत अल्फा 1 टर्की पहुंचती हैं. वहां उसकी मुलाकात डॉ. मिर्जा अली (हार्डी संधू) से होती है. टर्की में रहने के लिए किसी न किसी की मदद चाहिए इसलिए दुर्गा उसे दोस्ती कर लेती है.

Code Name Tiranga Trailer...

दुर्गा और मिर्जा की दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल जाती है. दोनों एक-दूसरे के साथ समय बिताने लगते हैं. दुर्गा कहती है, ''मेरी दुआएं हमेशा तुम्हारे साथ रहेंगी.'' इस पर मिर्जा कहता है, ''मेरा दिल हमेशा अफसोस करेगा. काश तुम्हारी दुआओं के साथ तुम भी मेरे साथ रहती.'' मिर्जा उसे शादी के लिए प्रपोज करता है. दुर्गा स्वीकार कर लेती है. लेकिन इसी बीच उसे उसके मिशन के प्रति आगाह किया जाता है. दुर्गा खालिद की तलाश में गाजियनटेप पहुंचती है. वहां आतंकवादियों से जमकर लोहा लेती है. इसी दौरान मिर्जा को उसकी असलियत के बारे में पता चल जाता है. लेकिन खालिद दुर्गा की वजह से उसे किडनैप करके प्रताड़ित करने लगता है. मिर्जा के प्यार में पड़ी दुर्गा रॉ को बोल देती है कि वो या तो मिर्जा के साथ इंडिया आएगी या फिर अपना काम छोड़ देगी. क्या दुर्गा देश के लिए अपने प्यार को छोड़ देगी या फिर प्यार के लिए देश के दुश्मनों को? क्या खालिद को दुर्गा पकड़ पाएगी? क्या मिर्जा की भी कोई सच्चाई है? इन सवालों के जवाब के लिए फिल्म का इंतजार करना होगा.

फिल्म 'कोड नेम तिरंगा' के ट्रेलर को देखने के बाद यह कहा जा सकता है कि इसकी कहानी नई बोतल में पुरानी शराब जैसी है. ऐसी कहानियां हम कई बार बड़े पर्दे पर देख चुके हैं. एक जासूस जो विदेश में मिशन पर जाती है. किसी के प्यार में पड़ जाती है. कई बार वो जिसे प्यार करती है, वो भी जासूस ही होता है. फिर प्यार में पड़े जासूसी जोड़े जबरदस्त एक्शन के साथ अपनी लड़ाई लड़ते हैं. 'एक था टाइगर' से लेकर 'राजी' तक फिल्मों में आप ऐसी कहानियां देख चुके हैं. इसमें नया बस परिणीति चोपड़ा का एक्शन और शरद केलकर का अभिनय है. इनके अलावा दिब्येंदु भट्टाचार्य, शिशिर शर्मा, सब्यसाची चक्रवर्ती और रजित कपूर की उपस्थिति भी इस बात की तस्दीक करती है कि फिल्म में अभिनय के स्तर पर कुछ नया देखने को मिल सकता है. कुल मिलाकर, कहानी के स्तर पर फिल्म के पिटने की संभावना ज्यादा नजर आ रही है.


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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