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ये चैरिटी है या दिखावा, जरा तथ्यों पर नज़र डालिए !

    • आईचौक
    • Updated: 10 मई, 2017 10:05 PM
  • 10 मई, 2017 10:05 PM
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एक तरफ तो जस्टिन बीबर अपनी डिमांड लिस्ट रखकर सबको चौंका देते हैं, और अब जब वे चौरिटी कर रहे हैं तो भी लोगों के गले नहीं उतर रहा है. आखिर सही क्‍या है ?

जस्टिन बीबर का 'परपस वर्ल्ड टूर' उस वक्त चर्चाओं में आया, जब उनकी लीक हुई हास्यासपद डिमांड लिस्ट ने सुर्खियां बटोरना शुरू कर दिया. ज़ेड प्लस सिक्योरिटी, 10 लग़्जरी कारें, 2 वॉल्वो बसें, होटल से स्टेडियम तक ले जाने के लिए चॉपर और फिर खाने पीने से लेकर, होटल की साज-सजावट तक एक लंबी चौड़ी फेहरिस्त है. जिसके कारण ये मुद्दा उठा और लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया. खैर कुछ लोगों ने तो इसे उनके प्रोफेशन से जोड़कर देखा और ये सब उसका ही हिस्सा बताया. लेकिन कुछ ऐसे भी लोग थे जिनको ये डिमांड लिस्ट बिल्कुल नागवार गुजरी और उन लोगों ने बीबर पर जमकर तंज कसा. कहीं इसे फिजुलखर्ची के रूप में देखा गया तो किसी को इसमें सेलिब्रिटी स्टेटस का डेफिनिशन दिखा. लेकिन ये चर्चा थमती इससे पहले ही एक और मुद्दा सामने आ गया है...

सवालो के घेरे में जस्टिन बीबर की मार्केटिंग स्ट्रेटेजीताजा खबर ये है कि जस्टिन बीबर की कॉन्सर्ट में 100 वंचित गरीब बच्चे भी मैजूद होंगे. जहां एक ओर इस शो के टिकट हजारों रुपए में खरीदे जा रहे हैं, वहीं इन गरीब बच्‍चों के लिए यह व्‍यवस्‍था मुफ्त की गई है. इस शो के आयोजक वाइट फॉक्स इंडिया के अनुसार वे उन बच्चो के लिए एक स्पेशल लॉन्ज बनाऐंगे, जहां से शो का बेस्ट व्यू मिलेगा. और साथ ही साथ उन्हें मुफ्त का खाना और स्नैकस भी उपलब्ध कराए जाएंगे. आपको बता दें कि हाल ही में उन्होंने इसी शो का 75,000 रु. कीमत वाला सबसे महंगा टिकट एक ऑटो रिक्शा चालक के किशोर बेटे को दे दिया था. जिसे उन्होंने बीबर का एक बहुत बड़ा फैन बताया था.

खैर इस कदम को सराहा तो जरूर जा रहा है. लेकिन ये कई सवालों को भी जन्म देता है. कहते हैं जो दिखता है, वही बिकता है. तो अपने दिखावे पर जस्टिन के इस खर्च को जायज़ ठहराया जा सकता है ? तो क्या ये चौरिटी भी दिखावा नहीं है...

जस्टिन बीबर का 'परपस वर्ल्ड टूर' उस वक्त चर्चाओं में आया, जब उनकी लीक हुई हास्यासपद डिमांड लिस्ट ने सुर्खियां बटोरना शुरू कर दिया. ज़ेड प्लस सिक्योरिटी, 10 लग़्जरी कारें, 2 वॉल्वो बसें, होटल से स्टेडियम तक ले जाने के लिए चॉपर और फिर खाने पीने से लेकर, होटल की साज-सजावट तक एक लंबी चौड़ी फेहरिस्त है. जिसके कारण ये मुद्दा उठा और लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया. खैर कुछ लोगों ने तो इसे उनके प्रोफेशन से जोड़कर देखा और ये सब उसका ही हिस्सा बताया. लेकिन कुछ ऐसे भी लोग थे जिनको ये डिमांड लिस्ट बिल्कुल नागवार गुजरी और उन लोगों ने बीबर पर जमकर तंज कसा. कहीं इसे फिजुलखर्ची के रूप में देखा गया तो किसी को इसमें सेलिब्रिटी स्टेटस का डेफिनिशन दिखा. लेकिन ये चर्चा थमती इससे पहले ही एक और मुद्दा सामने आ गया है...

सवालो के घेरे में जस्टिन बीबर की मार्केटिंग स्ट्रेटेजीताजा खबर ये है कि जस्टिन बीबर की कॉन्सर्ट में 100 वंचित गरीब बच्चे भी मैजूद होंगे. जहां एक ओर इस शो के टिकट हजारों रुपए में खरीदे जा रहे हैं, वहीं इन गरीब बच्‍चों के लिए यह व्‍यवस्‍था मुफ्त की गई है. इस शो के आयोजक वाइट फॉक्स इंडिया के अनुसार वे उन बच्चो के लिए एक स्पेशल लॉन्ज बनाऐंगे, जहां से शो का बेस्ट व्यू मिलेगा. और साथ ही साथ उन्हें मुफ्त का खाना और स्नैकस भी उपलब्ध कराए जाएंगे. आपको बता दें कि हाल ही में उन्होंने इसी शो का 75,000 रु. कीमत वाला सबसे महंगा टिकट एक ऑटो रिक्शा चालक के किशोर बेटे को दे दिया था. जिसे उन्होंने बीबर का एक बहुत बड़ा फैन बताया था.

खैर इस कदम को सराहा तो जरूर जा रहा है. लेकिन ये कई सवालों को भी जन्म देता है. कहते हैं जो दिखता है, वही बिकता है. तो अपने दिखावे पर जस्टिन के इस खर्च को जायज़ ठहराया जा सकता है ? तो क्या ये चौरिटी भी दिखावा नहीं है ?

कंटेंट- श्रीधर भारद्वाज (इन्टर्न, आईचौक)

ये भी पढ़े-

जस्टिन बीबर और उनकी हास्यास्पद 'डिमांड लिस्ट'

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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