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Boycott Bollywood का शिकार बनने से पहले डिब्बा बंद हुईं ये 5 बड़ी फिल्में

    • मुकेश कुमार गजेंद्र
    • Updated: 29 अगस्त, 2022 08:19 PM
  • 29 अगस्त, 2022 08:19 PM
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बॉक्स ऑफिस पर बॉलीवुड बायकॉट का गहरा असर होने लगा है. एक के बाद बड़े बजट की फिल्मों के पिटने के बाद अब बॉलीवुड के फिल्म मेकर्स सहम गए हैं. लगातार हो रहे घाटे से निपटने के लिए कुछ मेकर्स अपनी फिल्मों को होल्ड पर डाल दिए हैं, तो वहीं कुछ ने हमेशा-हमेशा के लिए अपनी फिल्मों को ठंडे बस्ते में डाल दिया है.

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री अपने 100 साल पूरे कर चुकी है. लेकिन इतने लंबे समयावधि में कभी ऐसा कोई दौर नहीं आया, जब इस तरह के विरोध और बहिष्कार का सामना करना पड़ा, जैसा कि इन दिनों हो रहा है. पिछले कुछ वर्षों से सोशल मीडिया पर शुरू हुई बहिष्कार की मुहिम अब सड़क पर पहुंच चुकी है. इस मुहिम की शिकार कई बड़ी फिल्में हो चुकी हैं. पिछले कुछ महीनों में अजय देवगन की फिल्म 'रनवे 34', शाहिद कपूर की 'जर्सी', टाइगर श्रॉफ की 'हीरोपंती 2', अक्षय कुमार की 'बच्चन पांडे' और 'सम्राट पृथ्वीराज', कंगना रनौत की 'धाकड़', रणवीर सिंह की 'जयेशभाई जोरदार' और रणबीर कपूर की 'शमशेरा' जैसी फिल्मों का बुरा हश्र बॉक्स ऑफिस पर देखा जा चुका है. नई फिल्मों में आमिर खान की फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' और अक्षय कुमार की 'रक्षा बंधन' से बहुत उम्मीदें थी, लेकिन ये फिल्में भी बहिष्कार का शिकार हो गईं.

#BoycottBollywood मुहिम की वजह से बॉलीवुड को अरबों रुपए की चपत लग चुकी है. अकेले 'लाल सिंह चड्ढा' और 'रक्षा बंधन' को मिलाकर करीब 150 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. इससे पहले यदि सभी फिल्मों का बजट और उसके मुकाबले कलेक्शन को देखा जाए तो केवल इस साल बॉलीवुड को 1500 से 2000 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. पिछले दो वर्षों में कोरोना की वजह से बॉलीवुड की कमर पहले ही टूट चुकी है. इस साल आशा थी कि कई मेगा बजट फिल्मों की रिलीज के बाद बॉक्स ऑफिस की हालत सुधर जाएगी, लेकिन बॉलीवुड से नाराज लोगों ने जिस तरह से हिंदी फिल्मों का बहिष्कार किया है, उससे फिल्मों को लागत तक निकालने में पसीने छूट गए हैं. इस वजह से अब कई फिल्म मेकर्स अपनी आगामी फिल्मों को होल्ड पर डाल रहे हैं. इतना ही नहीं कुछ मेकर्स ने हमेशा के लिए अपनी फिल्में ठंडे बस्ते में डाल दी हैं.

आइए उन फिल्मों के बारे में जानते हैं, जो...

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री अपने 100 साल पूरे कर चुकी है. लेकिन इतने लंबे समयावधि में कभी ऐसा कोई दौर नहीं आया, जब इस तरह के विरोध और बहिष्कार का सामना करना पड़ा, जैसा कि इन दिनों हो रहा है. पिछले कुछ वर्षों से सोशल मीडिया पर शुरू हुई बहिष्कार की मुहिम अब सड़क पर पहुंच चुकी है. इस मुहिम की शिकार कई बड़ी फिल्में हो चुकी हैं. पिछले कुछ महीनों में अजय देवगन की फिल्म 'रनवे 34', शाहिद कपूर की 'जर्सी', टाइगर श्रॉफ की 'हीरोपंती 2', अक्षय कुमार की 'बच्चन पांडे' और 'सम्राट पृथ्वीराज', कंगना रनौत की 'धाकड़', रणवीर सिंह की 'जयेशभाई जोरदार' और रणबीर कपूर की 'शमशेरा' जैसी फिल्मों का बुरा हश्र बॉक्स ऑफिस पर देखा जा चुका है. नई फिल्मों में आमिर खान की फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' और अक्षय कुमार की 'रक्षा बंधन' से बहुत उम्मीदें थी, लेकिन ये फिल्में भी बहिष्कार का शिकार हो गईं.

#BoycottBollywood मुहिम की वजह से बॉलीवुड को अरबों रुपए की चपत लग चुकी है. अकेले 'लाल सिंह चड्ढा' और 'रक्षा बंधन' को मिलाकर करीब 150 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. इससे पहले यदि सभी फिल्मों का बजट और उसके मुकाबले कलेक्शन को देखा जाए तो केवल इस साल बॉलीवुड को 1500 से 2000 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. पिछले दो वर्षों में कोरोना की वजह से बॉलीवुड की कमर पहले ही टूट चुकी है. इस साल आशा थी कि कई मेगा बजट फिल्मों की रिलीज के बाद बॉक्स ऑफिस की हालत सुधर जाएगी, लेकिन बॉलीवुड से नाराज लोगों ने जिस तरह से हिंदी फिल्मों का बहिष्कार किया है, उससे फिल्मों को लागत तक निकालने में पसीने छूट गए हैं. इस वजह से अब कई फिल्म मेकर्स अपनी आगामी फिल्मों को होल्ड पर डाल रहे हैं. इतना ही नहीं कुछ मेकर्स ने हमेशा के लिए अपनी फिल्में ठंडे बस्ते में डाल दी हैं.

आइए उन फिल्मों के बारे में जानते हैं, जो बनने से पहले ही डिब्बा बंद हो चुकी हैं...

1. द इम्मोर्टल अश्वत्थामा

साल 2019 में विक्की कौशल के साथ 'उरी द सर्जिकल स्ट्राइक' जैसी सुपर डुपर हिट फिल्म बनाने वाले निर्देशक आदित्य धर ने महाभारत के एक अहम किरदार अश्वत्थामा पर फिल्म बनाने का ऐलान किया था. इस फिल्म में विक्की कौशल के साथ सारा अली खान को कास्ट किया गया था. फिल्म को रॉनी स्क्रूवाला प्रोड्यूस करने वाले थे. इस फिल्म के लिए संभावित लोकेशन की तलाश कर ली गई थी. शुरूआत तकनीकी तैयारियां कर ली गई थीं. वीएफएक्स पर काम कर लिया गया था. लेकिन ऐन वक्त पर पहले कोरोना और बाद में बॉलीवुड बहिष्कार मुहिम को देखते हुए प्रोड्यूसर ने अपने हाथ खींच लिए. यदि ये फिल्म बनती तो विक्की कौशल के करियर की सबसे महंगी फिल्म होती. इसके साथ ही आदिपुरुष और आरआरआर जैसी फिल्मों सी भव्यता इस बॉलीवुड फिल्म में भी देखने को मिलती. लेकिन अब फिल्म को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है. इस फिल्म का पहला पोस्टर 11 जनवरी 2021 को लॉन्च किया गया था. इस पर तमाम तैयारियों की वजह से 30 करोड़ रुपए खर्च भी हो चुके हैं. फिल्म का संभावित बजट 300 से 400 करोड़ रुपए बताया गया था.

2. इंशाअल्लाह

करीब चार साल पहले साल 2018 में संजय लीला भंसाली ने सलमान खान के साथ फिल्म इंशाअल्लाह बनाने का ऐलान किया था. इस फिल्म में सलमान खान के साथ आलिया भट्ट को कास्ट किया गया था. फिल्म की शूटिंग भी शुरू हो गई थी. यहां तक कि रिलीज डेट भी फाइनल कर ली गई थी. फिल्म इंशाअल्लाह को साल 2020 की ईद पर रिलीज किया जाना था, लेकिन इससे पहले की शूटिंग आगे बढ़ती कुछ क्रिएटिव डिफरेंस की वजह से सलमान इस प्रोजेक्ट से अलग हो गए. इसके बाद ट्विटर भंसाली प्रोडक्शन ने फिल्म के बंद होने का ऐलान कर दिया. इस फिल्म के लिए सलमान और संजय 13 साल बाद एक हुए थे. इससे पहले दोनों 'खामोशी: द म्यूजिकल' (1996), 'हम दिल दे चुके सनम'(1999) और 'सांवरिया' (2007) में का कर चुके हैं. फिल्म इंशाअल्लाह के डिब्बा बंद होने के बाद सलमान ने कहा था, ''फिल्म खामोशी के पहले से संजय लीला भंसाली मेरे दोस्त हैं. वो मुझसे मनीषा कोईराला के जरिए मिले थे. इसके बाद हमने फिल्म हम दिल दे चुके सनम में काम किया था. जब वो इंशाअल्लाह फिल्म लेकर मेरे पास आए तो मुझे पसंद आई और हमने इसे करने का फैसला लिया. मैं एक बात कह सकता हूं कि भंसाली अपनी फिल्म के साथ गद्दारी नहीं कर सकते हैं. मैं चाहता हूं कि वो इस फिल्म को बनाएं.''

3. मोगुल

बॉक्स ऑफिस पर फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' के डिजास्टर होने का सबसे बड़ा असर इस फिल्म के लीड एक्टर आमिर खान पर पड़ा है. फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' के बाद वो टी-सीरिज द्वारा कंपनी के संस्थापक गुलशन कुमार की बायोपिक 'मोगुल' में काम करने वाले थे. इस फिल्म का ऐलान खुद गुलशन कुमार के बेटे भूषण कुमार ने किया था. पहले वो इस फिल्म में अक्षय कुमार को लेना चाहते थे. लेकिन क्रिएटिव डिफरेंस की वजह से बाद में उन्होंने आमिर खान से बात की तो वो इस रोल के लिए तैयार हो गए. लेकिन उस वक्त 'लाल सिंह चड्ढा' में लगे हुए थे, इसलिए तय हुआ कि इस फिल्म की रिलीज के बाद मोगुल पर काम शुरू कर दिया जाएगा. इसी बीच फिल्म का निर्देशन करने वाले सुभाष कपूर मीटू मूवमेंट में फंस गए. उनकी वजह से भी फिल्म में देरी हुई. उसके बाद कोरोना भी आ गया. इन तमाम समस्याओं को पार करने के बाद फिल्म पर जब काम करने के लिए आमिर तैयार हुए तो अब भूषण ने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं. वो बॉलीवुड बायकॉट को देखते हुए समझ रहे हैं कि इस वक्त रिस्क लेने की जरूरत नहीं है. क्योंकि लोगों का गुस्सा सबसे ज्यादा करण जौहर और उसके बाद खान तिकड़ी पर ही है. ऐसे में इनको लेकर फिल्म बनाने का मतलब फ्लॉप करना है. फिलहाल इस फिल्म को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है.

4. तख्त

करण जौहर ने साल 2018 में अपनी मेगा बजट फिल्म 'तख्त' का ऐलान किया था. उस वक्त कैरेक्टर पोस्टर भी जारी कर दिए गए थे. इस पीरियड-ड्रामा को बडे़ स्तर बनाए जाने की चर्चा चल रही थी. ये फिल्म धर्मा प्रोडक्शन का ड्रीम प्रोजेक्ट था, क्योंकि इसे बनाने का सपना करण के पिता यश जौहर ने देखा था. इसलिए करण ने अपनी पूरी गैंग को इस फिल्म में शामिल कर लिया था. इसमें रणवीर सिंह, करीना कपूर खान, आलिया भट्ट, विकी कौशल, भूमि पेडनेकर, जॉन्हवी कपूर और अनिल कपूर सरीखे कलाकार लीड रोल में लिए गए थे. इस मल्टीस्टारर फिल्म की पटकथा सुमित रॉय ने लिखी, जबकि निर्देशन का जिम्मा खुद करण जौहर ने संभाला था. लेकिन सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमयी मौत के बाद जिस तरह से करण जौहर का नाम इस केस में शामिल किया गया और उनका विरोध किया गया. उसे देखते हुए वो डर गए. उस वक्त उन्होंने इस फिल्म को होल्ड कर दिया. उसके बाद कोरोना आ गया और अब बॉलीवुड बायकॉट मुहिम को देखते हुए करण शायद ही इतने बड़े बजट की फिल्म बनाने के बारे में सोच पाएं. इसलिए फिल्म का डिब्बा बंदा रहना तय है.

5. मुन्ना भाई चले अमेरिका

साल 2003 में आई फिल्म 'मुन्ना भाई एमबीबीएस' और साल 2006 में रिलीज हुई 'लगे रहे मुन्नाभाई' की सफलता के बाद विधु विनोद चोपड़ा ने फिल्म 'मुन्नाभाई चले अमेरिका' को बनाने का ऐलान किया था. इस फिल्म की स्क्रिप्ट पर काम चल रहा था और राज कुमार हिरानी फिल्म 'संजू' की रिलीज के बाद इसे निर्देशित करने वाले थे. लेकिन उसी वक्त संजय दत्त को अवैध हथियार रखने के मामले में जेल हो गई. उसके बाद उनके अमेरिका जाने के लिए वीजा मिलने में भी समस्याएं होने लगी. चूंकि संजय इस फिल्म के लीड एक्टर थे, इसलिए विधु उनको रिप्लेस करके दूसरे एक्टर को भी कास्ट नहीं कर सकते थे. इन्ही सब परेशानियों को देखते हुए फिल्म को होल्ड कर दिया गया. साल 2017 में संजय ने एक इंटरव्यू में कहा था, ''अभी मुन्ना भाई के तीसरे सीक्वल की शूटिंग नहीं हो रही है. जब तक मुझे अमेरिकी वीजा नहीं मिल जाता, ऐसा नहीं होने जा रहा है. राजू जी और विनोद जी से हुई बातचीत के आधार पर इतना कह सकता हूं कि फिलहाल पटकथा पर काम हो रहा है. जैसे ही वो मेरी बायोपिक संजू पूरी कर लेते हैं, राजू जी खुद (मुन्ना भाई) के पटकथा पर काम करना शुरू कर देंगे और मैं उम्मीद करता हूं कि सभी की शुभकामनाओं और ईश्वर की कृपा से फिल्म अगले साल तक तैयार हो जाएगी.''

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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