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Taali Web series से पहले इन फिल्मों में दिखी ट्रांसजेंडर्स की जिंदगी की कड़वी हकीकत

    • आईचौक
    • Updated: 11 अक्टूबर, 2022 03:59 PM
  • 11 अक्टूबर, 2022 03:59 PM
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एक्टिविस्ट ट्रांसजेंडर गौरी सावंत की जिंदगी पर आधारित एक वेब सीरीज 'ताली' बहुत जल्द रिलीज होने जा रही है. इसमें बॉलीवुड अभिनेत्री सुष्मिता सेन ट्रांसजेंडर का किरदार निभा रही हैं. उनका फर्स्ट लुक पोस्टर जारी किया गया है, जिसे बहुत पसंद किया जा रहा है. 'ताली' से पहले इन 5 फिल्मों में ट्रांसजेंडर्स की जिंदगी की कड़वी हकीकत दिखाई जा चुकी है.

ट्रांसजेंडर यानी किन्नर को आज भी समाज में उपेक्षित नजरों से देखा जाता है. समाज हमेशा से ही उनको अपने से अलग देखता और समझता रहा है. सिनेमा समाज का आईना होता है. जाहिर सी बात है कि जो समाज में है, वही सिनेमा में भी दिखेगा. ऐसे में किन्नरों को सिनेमा में भी हंसी मजाक में लिया गया. उनको उसी रूप में पेश भी किया गया. लेकिन बाद के समय में किन्नरों को अपराधियों के रूप में पेश किया गया. हालांकि, बदलते समय के साथ ट्रांसजेंडर्स ने जब समाज में अपनी भूमिका बदली तो सिनेमा ने भी उनको नए किरदारों में पेश करना शुरू कर दिया. कई फिल्मों में किन्नरों को बहुत ही सकारात्मक किरदारों में पेश किया गया है. इसी कड़ी में एक नई वेब सीरीज भी आने वाली है, जिसका नाम 'ताली' है. 6 एपिसोड की इस वेब सीरीज में बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन लीड रोल में है, जो एक किन्नर का किरदार कर रही हैं.

वेब सीरीज 'ताली' की कहानी एक्टिविस्ट ट्रांसजेंडर गौरी सावंत की जिंदगी पर आधारित है. गौरी एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं. उन्होंने साल 2010 में 'सखी चार चौगी' नामक एक संस्था की स्थापना की थी. वह पिछले कई सालों से बेसहारा किन्नरों के हितों के लिए काम कर रही हैं. इस एनजीओ के जरिए गौरी घर से भागे ट्रांसजेंडर लोगों की मदद करती हैं. 2 जुलाई, 1979 को पुणे के एक मराठी परिवार में जन्मी गौरी के पापा पुलिस में थे और मां हाउसवाइफ थी. उनके परिजनों को जब उनके बारे में पता चला तो वो हैरान रह गए. इतना ही नहीं उनके पिता ने जीते जी उनका अंतिम संस्कार कर दिया था. 16 साल की उम्र में सिर्फ 60 रुपए लेकर वो घर से निकल गई. मुंबई पहुंची. वहां से किन्नरों के लिए सोशल वर्क करने वाली एक संस्था से जुड़ गईं. तबसे लेकर लगातार वो सामाजिक कार्यों से जुड़ी हैं. किन्नरों के लिए मतदान का अधिकार उनकी वजह से ही मिल सका है.

वेब सीरीज 'ताली'...

ट्रांसजेंडर यानी किन्नर को आज भी समाज में उपेक्षित नजरों से देखा जाता है. समाज हमेशा से ही उनको अपने से अलग देखता और समझता रहा है. सिनेमा समाज का आईना होता है. जाहिर सी बात है कि जो समाज में है, वही सिनेमा में भी दिखेगा. ऐसे में किन्नरों को सिनेमा में भी हंसी मजाक में लिया गया. उनको उसी रूप में पेश भी किया गया. लेकिन बाद के समय में किन्नरों को अपराधियों के रूप में पेश किया गया. हालांकि, बदलते समय के साथ ट्रांसजेंडर्स ने जब समाज में अपनी भूमिका बदली तो सिनेमा ने भी उनको नए किरदारों में पेश करना शुरू कर दिया. कई फिल्मों में किन्नरों को बहुत ही सकारात्मक किरदारों में पेश किया गया है. इसी कड़ी में एक नई वेब सीरीज भी आने वाली है, जिसका नाम 'ताली' है. 6 एपिसोड की इस वेब सीरीज में बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन लीड रोल में है, जो एक किन्नर का किरदार कर रही हैं.

वेब सीरीज 'ताली' की कहानी एक्टिविस्ट ट्रांसजेंडर गौरी सावंत की जिंदगी पर आधारित है. गौरी एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं. उन्होंने साल 2010 में 'सखी चार चौगी' नामक एक संस्था की स्थापना की थी. वह पिछले कई सालों से बेसहारा किन्नरों के हितों के लिए काम कर रही हैं. इस एनजीओ के जरिए गौरी घर से भागे ट्रांसजेंडर लोगों की मदद करती हैं. 2 जुलाई, 1979 को पुणे के एक मराठी परिवार में जन्मी गौरी के पापा पुलिस में थे और मां हाउसवाइफ थी. उनके परिजनों को जब उनके बारे में पता चला तो वो हैरान रह गए. इतना ही नहीं उनके पिता ने जीते जी उनका अंतिम संस्कार कर दिया था. 16 साल की उम्र में सिर्फ 60 रुपए लेकर वो घर से निकल गई. मुंबई पहुंची. वहां से किन्नरों के लिए सोशल वर्क करने वाली एक संस्था से जुड़ गईं. तबसे लेकर लगातार वो सामाजिक कार्यों से जुड़ी हैं. किन्नरों के लिए मतदान का अधिकार उनकी वजह से ही मिल सका है.

वेब सीरीज 'ताली' से पहले इन फिल्मों में किन्नरों की जिंदगी की कड़वी सच्चाई दिखाई जा चुकी है...

1. फिल्म- शबनम मौसी

OTT- अमेजन प्राइम वीडियो

2015 में रिलीज हुई फिल्म 'शबनम मौसी' का निर्देशन योगेश भारद्वाज ने किया है. इस फिल्म में आशुतोष राणा ने शबनम मौसी की भूमिका निभाई है. फिल्म की कहानी शबनम (आशुतोष राणा) नामक एक किन्नर की है, जिसे बचपन में ही किन्नर अपने साथ ले जाते है. शबनम स्कूल जाना चाहती है लेकिन यहां दूसरे बच्चे उसे 'हिजड़ा' कहकर अपमानित करते हैं. ऐसे में शबनम अपने समुदाय के साथ रहकर नाच-गाने का काम शुरू करती है. किस्मत यहां भी उसका साथ नहीं देती. यहां फैले देह व्यापार के धंधे को जब वह नहीं अपनाती, तब उस पर अपनी ही 'पालक मां' की हत्या का आरोप लगा दिया जाता है. पुलिस से बचने के लिए मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव अनूपपुर पहुंच जाती है, जहां परिस्थितियां ऐसी पलटती है कि इसी गांव में रहकर वह विधायक का चुनाव जीतती है. आशुतोष ने अपने दमदार अभिनय से शबनम के किरदार में जान डाल दी है.

2. फिल्म- तमन्ना

OTT- अमेजन प्राइम वीडियो

1997 में रिलीज हुई फिल्म 'तमन्ना' को दिग्गज फिल्ममेकर महेश भट्ट ने निर्देशित किया है. फिल्म में परेश रावल, पूजा भट्ट, शरद कपूर और मनोज वाजपेयी जैसे कलाकार अहम किरदारों में हैं. परेश रावल ने एक ऐसे किन्नर का किरदार निभाया है, जो अपने माता-पिता द्वारा छोड़ दी गई लड़की की परवरिश करता है. इस फिल्म के जरिए पहली बार किन्नरों की सकारात्मक छवि पेश की गई थी. परेश रावल ने अपने जबरदस्त अभिनय से फिल्म को एक नए मुकाम पर पहुंचा दिया था. उनको इस फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड भी मिला था. फिल्म में उनके किरदार टिक्कू किन्नर की बहुत ज्यादा सराहना हुई थी. एक लावारिश लड़की के किरदार में पूजा भट्ट ने भी शानदार अभिनय किया है.

3. फिल्म- चंडीगढ़ करे आशिकी

OTT- नेटफ्लिक्स

भूषण कुमार, प्रज्ञा कपूर और अभिषेक नैयर की प्रोडक्शन कंपनी के बैनर तले बनी फिल्म 'चंडीगढ़ करे आशिकी' 'सेक्स चेंज' जैसे संवेदनशील मुद्दे पर आधारित थी. इसमें आयुष्मान खुराना और वाणी कपूर लीड रोल में थे. गौरव शर्मा, गौतम शर्मा, कंवलजीत सिंह, अंजन श्रीवास्तव और अभिषेक बजाज जैसे कलाकार भी अहम किरदारों में हैं. फिल्म एक बोल्ड और वर्जित विषय को बहुत ही संवेदनशील तरीके से पेश करती है, जिसमें भावनाओं का भरपूर मिश्रण है. अभिषेक कपूर, सुप्रतीक सेन और तुषार परांजपे की लिखी कहानी प्रगतिशील, ताज़ा और समय की आवश्यकता है, क्योंकि महत्वपूर्ण संदेश देती है. अमूमन हिंदी फिल्मों में हमने देखा है कि एक लड़का और लड़की मिलते हैं. दोनों के बीच रोमांस होता है. अचानक दोनों दूर हो जाते हैं. अंत में दोनों का मिलन हो जाता है. लेकिन इस फिल्म में रोमांस के बाद बड़ा सवाल खड़ा होता है. क्योंकि नायक को पता चलता है कि नायिक एक ट्रांस गर्ल है. वो सेक्स चेंज कराकर लड़के से लड़की बनी है. ऐसे में नायक के तो पैरों तले जमीन ही खिसक जाती है. लेकिन आगे जो कुछ होता है, वही सच्चा प्यार है.

4. फिल्म- लक्ष्मी

OTT- डिज्नी प्लस हॉटस्टार

2020 में रिलीज हुई हॉरर कॉमेडी फिल्म 'लक्ष्मी' राघव लॉरेंस द्वारा निर्देशित है. ये 2011 में रिलीज हुई तमिल फिल्म 'कंचना' की हिंदी रीमेक, जिसे राघव लॉरेंस ने ही निर्देशित किया था. इस फिल्म में अक्षय कुमार, कियारा आडवाणी, आयशा रज़ा मिश्रा, राजेश शर्मा, अश्विनी कालसेकर और शरद केलकर अहम भूमिका में हैं. फिल्म की कहानी एक ऐसे शख्स के इर्द-गिर्द घूमती है, जिस पर ट्रांसजेंडर का भूत सवार हो जाता है. फिल्म में आसिफ के किरदार में अक्षय कुमार और रश्मि के किरदार में कियारा आडवाणी है. दोनों अंतरधार्मिक विवाह करने के बाद अपने घरों से दूर रहते हैं. शादी के तीन साल बाद आसिफ अपने घर जाता है. वहां जाने के बाद उसके साथ अजीबो गरीब घटनाएं होने लगती हैं. उसके अंदर एक किन्नर की आत्मा प्रवेश कर जाती है. वो आत्मा अपने कत्ल का बदला आसिफ के जरिए लेती है. फिल्म किन्नरों के प्रति समाज के क्रूर नजरिए को दिखाया गया है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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