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Sirf Ek Bandaa Kaafi Hai की तरह ये चार फिल्में भी सच्ची कहानियों पर आधारित हैं!

    • आईचौक
    • Updated: 11 मई, 2023 01:25 PM
  • 11 मई, 2023 01:25 PM
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मनोज बाजपेयी की फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' 23 मई से जी5 पर स्ट्रीम होने जा रही है. इस फिल्म की कहानी स्वयंभू संत आसाराम बापू के करतूतों का शिकार हुई एक 16 साल की लड़की की लड़ाई की सच्ची कहानी पर आधारित है. सच्ची घटनाओं और कहानियों पर आधारित बॉलीवुड में पहले कई फिल्में बन चुकी हैं.

सच्ची कहानियां दर्शकों के दिल के करीब होती है. यही वजह है कि लार्जर दैन लाइफ सिनेमा में वास्तविक जीवन की कहानियों पर बनी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा सफल रही हैं. बायोपिक से लेकर ऐतिहासिक पौराणिक फिल्मों तक, दिल दहला देने वाले वारदातों से लेकर युद्ध की कहानियों तक, बॉलीवुड में हर विषय पर फिल्में बनाई जा चुकी हैं. इनमें ज्यादातर फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर बेहतरीन कलेक्शन किया है. 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक, 'नो वन किल्ड जेसिका', 'तलवार', 'द स्काई इज पिंक', 'मांझी: द माउंटेन मैन, 'केसरी', 'मंटो', 'नीरजा', 'सुपर 30', 'स्पेशल 26', 'एयरलिफ्ट' और 'छपाक' जैसी फिल्मों की सफलता इसकी गवाह हैं.

इस तरह सच्ची घटना पर आधारित एक फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' 23 मई से जी5 पर स्ट्रीम होने जा रही है. इस फिल्म की कहानी रेप केस में सजा काट रहे कथित संत आसाराम बापू के करतूतों की शिकार हुई एक नाबालिग लड़की की लड़ाई पर आधारित है. फिल्म में बॉलीवुड अभिनेता मनोज बाजपेयी ने पूनम चंद सोलंकी नामक एक वकील की भूमिका निभाई हैं. वो 16 साल की एक पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए दिन-रात एक कर देता है. उसके सामने एक बड़ी ताकत होती है, लेकिन वो अकेले उन सभी से लोहा लेता है. उसे अपने पर यकीन पर होता है, जिसके भरोसे वो कानूनी जंग जीतने में कामयाब होता है. इस दौरान उस पर जानलेवा हमला किया जाता है. उसके परिवार को परेशान किया जाता है. पीड़िता पर एसिड अटैक होता है. लेकिन दोनों हिम्मत को नहीं हारते. लोग इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.

आइए सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्मों के बारे में जानते हैं...

1. बैंडिट क्वीन

किस पर आधारित है- चंबल की रानी फूलन देवी की कहानी, जिनके साथ दो दर्जन लोगों ने गैंगरेप किया था. उसके बाद वो बागी होकर फीहड़ों में चली गई....

सच्ची कहानियां दर्शकों के दिल के करीब होती है. यही वजह है कि लार्जर दैन लाइफ सिनेमा में वास्तविक जीवन की कहानियों पर बनी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा सफल रही हैं. बायोपिक से लेकर ऐतिहासिक पौराणिक फिल्मों तक, दिल दहला देने वाले वारदातों से लेकर युद्ध की कहानियों तक, बॉलीवुड में हर विषय पर फिल्में बनाई जा चुकी हैं. इनमें ज्यादातर फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर बेहतरीन कलेक्शन किया है. 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक, 'नो वन किल्ड जेसिका', 'तलवार', 'द स्काई इज पिंक', 'मांझी: द माउंटेन मैन, 'केसरी', 'मंटो', 'नीरजा', 'सुपर 30', 'स्पेशल 26', 'एयरलिफ्ट' और 'छपाक' जैसी फिल्मों की सफलता इसकी गवाह हैं.

इस तरह सच्ची घटना पर आधारित एक फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' 23 मई से जी5 पर स्ट्रीम होने जा रही है. इस फिल्म की कहानी रेप केस में सजा काट रहे कथित संत आसाराम बापू के करतूतों की शिकार हुई एक नाबालिग लड़की की लड़ाई पर आधारित है. फिल्म में बॉलीवुड अभिनेता मनोज बाजपेयी ने पूनम चंद सोलंकी नामक एक वकील की भूमिका निभाई हैं. वो 16 साल की एक पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए दिन-रात एक कर देता है. उसके सामने एक बड़ी ताकत होती है, लेकिन वो अकेले उन सभी से लोहा लेता है. उसे अपने पर यकीन पर होता है, जिसके भरोसे वो कानूनी जंग जीतने में कामयाब होता है. इस दौरान उस पर जानलेवा हमला किया जाता है. उसके परिवार को परेशान किया जाता है. पीड़िता पर एसिड अटैक होता है. लेकिन दोनों हिम्मत को नहीं हारते. लोग इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.

आइए सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्मों के बारे में जानते हैं...

1. बैंडिट क्वीन

किस पर आधारित है- चंबल की रानी फूलन देवी की कहानी, जिनके साथ दो दर्जन लोगों ने गैंगरेप किया था. उसके बाद वो बागी होकर फीहड़ों में चली गई. उसने अपने साथ हुई दरिंदगी का बदला लेने के लिए रेप करने वाले 30 लोगों की दिन दहाड़े हत्या कर दी थी.

कहां देख सकते हैं- अमेजन प्राइम वीडियो

दिग्गज फिल्म मेकर शेखर कपूर ने फूलन देवी की जिंदगी से प्रभावित होकर रुपहले पर्दे पर लाने का फैसला किया था. लेखिका माला सेन ने फूलन देवी की जिंदगी पर 'बैंडिट क्वीन: द ट्रू स्टोरी ऑफ फूलन देवी' किताब लिखी थी. इसी किताब में लिखी गई कहानी के आधार पर शेखर कपूर ने फिल्म 'बैंडिट क्वीन' बनाई, जो कि साल 1994 में रिलीज हुई थी. इसमें अभिनेत्री सीमा बिस्वास ने फूलन देवी का किरदार निभाया था. इसके साथ ही निर्मल पांडे, आदित्य श्रीवास्तव, गजराज राव, सौरभ शुक्ला, मनोज बाजपेयी, रघुवीर यादव, गोविंद नामदेव और शेखर कपूर जैसे कलाकार भी अहम किरदारों में थे. इस फिल्म को बेस्ट फीचर फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला था.

2. नो वन किल्ड जेसिका

किस पर आधारित है- साल 1999 जेसिका लाल मर्डर केस हुआ था. उस समय कांग्रेस नेता विनोद शर्मा के बेटे मनु शर्मा ने दिल्ली के टैमरिंड कोर्ट रेस्टोरेंट में देर रात जेसिका लाल को गोली मारकर हत्या कर दी थी, क्योंकि उसने समय के बाद शराब देने से इंकार कर दिया था.

कहां देख सकते हैं- नेटफ्लिक्स

साल 2011 में रिलीज हुई फिल्म 'नो वन किल्ड जेसिका' का निर्देशन राज कुमार गुप्ता ने किया है. इसमें रानी मुखर्जी और विद्या बालन लीड रोल में हैं. फिल्म की कहानी जेसिका लाल मर्डर केस पर आधारित है. एक पार्टी में मॉडल जेसिका लाल को गोली मार दी जाती है. उसने एक मंत्री के बेटे को वक्त खत्म हो जाने के बाद ड्रिंक सर्व करने से मना कर देती है. इस घटना के बाद मॉडल की एक बहन की समाज के ताकतवर लोगों के खिलाफ एक मंत्री के बेटे द्वारा मार डाली गई अपनी बहन को न्याय दिलाने की जद्दोजहद करती है. जेसिका की बहन सबरीना का किरदार विद्या बालन ने किया है. रानी मुखर्जी ने एक टीवी जर्नलिस्ट की भूमिका निभाई है.

3. पान सिंह तोमर

किस पर आधारित है- पान सिंह तोमर मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के रहने वाले थे. भारतीय फौज के जवान और एथलीट थे. उन्होंने कई इंटरनेशनल गेम खेला था. लेकिन गांव में जमीन विवाद की वजह से वो बागी बन गए. उन्होंने बदला लेने के लिए चाचा सहित दर्जनों की हत्या की थी.

कहां देख सकते हैं- नेटफ्लिक्स

तिग्मांशु धूलिया के निर्देशन में बनी 'पान सिंह तोमर' साल 2012 में रिलीज हुई थी. इसमें एक ऐसे नौजवान की कहानी दिखाई गई है, जो गरीबी के कारण फौज में भर्ती होता है, भूख मिटाने के लिए दौड़ता है, देश के लिए मेडल जीतता है, लेकिन अचानक बंदूक उठाकर डाकू बन जाता है. फिल्म एक सच्ची घटना पर अधारित है. इस फिल्म की कहानी और संवाद लोगों को बहुत पसंद आए थे. इसे इरफान की एक्टिंग का सबसे बेहतरीन नमूना कहा जाता है. इस ये संवाद बहुत मशहूर हुआ था, 'डकैत तो संसद में बैठे हैं, मैं तो बागी हूं'.

4. रमन राघव 2.0

किस पर आधारित है- साल 1929 में पैदा हुए सीरियल किलर रमन राघव (सिंधी अलवानी) ने 60 के दशक में मुंबई में 40 से ज्यादा हत्याएं करके सनसनी फैला दी थी. यहां तक की उसने अपनी बहन के साथ भी रेप किया था. फिल्म की कहानी उसकी जिंदगी पर आधारित है.

कहां देख सकते हैं- जी5

सीरियल किलर रमन राघव ने जिस तरह से वारदातों को अंजाम दिया था, उसे पर्दे पर दिखाना और देखना दोनों ही हिम्मत का काम है. लेकिन अनुराग कश्यप ने साल 2016 में ये हिम्मत दिखाई और रमन राघव की जिंदगी पर फिल्म 'रमन राघव 2.0' बनाई थी. अनुराग कश्यप, विक्रमादित्य मोटवाने, विकास बहल और मधु मंटेना ने फिल्म को प्रोड्यूस किया था. इसमें नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी, विक्की कौशल और शोभिता धुलिपाला लीड रोल में हैं. अनुराग पहले रमन राघव पर एक पीरियड फिल्म बनाना चाहते थे, लेकिन फिल्म 'बॉम्बे वेलवेट' (2015) के फ्लॉप होने के बाद, उनको समझ आ गया था कि इसे प्रोड्यूसर नहीं मिल पाएंगे. इसलिए उन्होंने फिल्म की कहानी समकालीन समय में स्थापित करते हुए, वासन बाला के साथ पटकथा तैयार की थी. हालांकि, फिल्म लोगों को पसंद नहीं आई. फ्लॉप हो गई थी.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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