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Bad Boy Billionaires India: विजय माल्या-नीरव मोदी पर बनी डॉक्यूमेंट्री की रिलीज किसने रोकी और क्यों?

    • आईचौक
    • Updated: 03 सितम्बर, 2020 04:23 PM
  • 03 सितम्बर, 2020 04:23 PM
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भारत के 4 बदनाम कारोबारी Subrata Roy, Vijay Mallya, Nirav Modi और Ramalinga Raju की कारोबारी ज़िंदगी के उत्थान और पतन की कहानी पर आधारित नेटफ्लिक्स की डॉक्यूमेंट्री बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया (Bad Boy Billionaires India Release) की रिलीज पर कोर्ट ने रोक लगा दी है.

नेटफ्लिक्स पर 2 सितंबर को रिलीज होने जा रही डॉक्यूमेंट्री बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया पर हैदराबाद स्थित एक सिविल कोर्ट ने रोक लगा दी है. उससे पहले बिहार के अररिया स्थित कोर्ट ने भी भारत के 4 धोखेबाज अरबपतियों की जिंदगी पर आधारित वेब सीरीज से सुब्रत रॉय के नाम के इस्तेमाल पर रोक लगा दिया है. इसकी वजह से नेटफ्लिक्स पर बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया का न ही पोस्टर दिख रहा है और न ही ट्रेलर. इस मामले में नेटफ्लिक्स ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था, लेकिन कोर्ट ने साफ-साफ कहा कि आप अररिया कोर्ट से जुड़े मामले को लेकर पटना हाई कोर्ट से संपर्क करें. नेटफ्लिक्स ने अपील की थी कि अररिया कोर्ट के मामले को मुंबई ट्रांसफर किया जाए. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने नेटफ्लिक्स को राहत नहीं दी. अब तय नहीं है कि नेटफ्लिक्स पर बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया रिलीज होगी भी या नहीं.

बीते हफ्ते जब बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया का ट्रेलर रिलीज हुआ, तभी से इसपर विवाद हो रहा है. यह डॉक्यूमेंट्री भारत के 4 अरबपतियों के उत्थान और पतन की कहानी है, जिसमें धोखाधड़ी, जालसाजी, लोगों के विश्वास के साथ खेलने समेत सरकारी बैंकों को हजारों करोड़ का चूना लगाने से जुड़ी वास्तविक दास्तां हैं. यह डॉक्यूमेंट्री किंगफिशर ग्रुप के संस्थापक विजय माल्या, डायमंड कारोबारी नीरव मोदी, सहारा प्रमुख सुब्रत राय और सत्यम कंप्यूटर्स के संस्थापक रामलिंगा राजू की निजी और कारोबारी जिंदगी की एक-एक परत खोलने का दावा करती थी, लेकिन विवाद और इन कारोबारियों की आपत्ति के बाद कोर्ट ने इसके रिलीज पर ही रोक लगा दी है. बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया वेब सीरीज पर आपत्ति जताते हुए सबसे पहले मेहुल चौकसी ने दिल्ली हाई कोर्ट में इसकी रिलीज रोकने से जुड़ी याचिका दायर की थी, लेकिन कोर्ट से वह याचिक खारिज हो गई थी, जिसके बाद रामलिंगा राजू ने हैदराबाद स्थित सिविल कोर्ट में बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की थी. इसी दौरान सुब्रत रॉय की तरफ से भी अररिया स्थित कोर्ट में याचिका दायर कर मांग की गई थी कि इस डॉक्यूमेंट्री से सुब्रत रॉय का नाम हटाया जाए और इसके प्रसारण के साथ ही ट्रेलर और पोस्टर पर भी रोक लगे.

नेटफ्लिक्स पर 2 सितंबर को रिलीज होने जा रही डॉक्यूमेंट्री बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया पर हैदराबाद स्थित एक सिविल कोर्ट ने रोक लगा दी है. उससे पहले बिहार के अररिया स्थित कोर्ट ने भी भारत के 4 धोखेबाज अरबपतियों की जिंदगी पर आधारित वेब सीरीज से सुब्रत रॉय के नाम के इस्तेमाल पर रोक लगा दिया है. इसकी वजह से नेटफ्लिक्स पर बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया का न ही पोस्टर दिख रहा है और न ही ट्रेलर. इस मामले में नेटफ्लिक्स ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था, लेकिन कोर्ट ने साफ-साफ कहा कि आप अररिया कोर्ट से जुड़े मामले को लेकर पटना हाई कोर्ट से संपर्क करें. नेटफ्लिक्स ने अपील की थी कि अररिया कोर्ट के मामले को मुंबई ट्रांसफर किया जाए. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने नेटफ्लिक्स को राहत नहीं दी. अब तय नहीं है कि नेटफ्लिक्स पर बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया रिलीज होगी भी या नहीं.

बीते हफ्ते जब बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया का ट्रेलर रिलीज हुआ, तभी से इसपर विवाद हो रहा है. यह डॉक्यूमेंट्री भारत के 4 अरबपतियों के उत्थान और पतन की कहानी है, जिसमें धोखाधड़ी, जालसाजी, लोगों के विश्वास के साथ खेलने समेत सरकारी बैंकों को हजारों करोड़ का चूना लगाने से जुड़ी वास्तविक दास्तां हैं. यह डॉक्यूमेंट्री किंगफिशर ग्रुप के संस्थापक विजय माल्या, डायमंड कारोबारी नीरव मोदी, सहारा प्रमुख सुब्रत राय और सत्यम कंप्यूटर्स के संस्थापक रामलिंगा राजू की निजी और कारोबारी जिंदगी की एक-एक परत खोलने का दावा करती थी, लेकिन विवाद और इन कारोबारियों की आपत्ति के बाद कोर्ट ने इसके रिलीज पर ही रोक लगा दी है. बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया वेब सीरीज पर आपत्ति जताते हुए सबसे पहले मेहुल चौकसी ने दिल्ली हाई कोर्ट में इसकी रिलीज रोकने से जुड़ी याचिका दायर की थी, लेकिन कोर्ट से वह याचिक खारिज हो गई थी, जिसके बाद रामलिंगा राजू ने हैदराबाद स्थित सिविल कोर्ट में बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की थी. इसी दौरान सुब्रत रॉय की तरफ से भी अररिया स्थित कोर्ट में याचिका दायर कर मांग की गई थी कि इस डॉक्यूमेंट्री से सुब्रत रॉय का नाम हटाया जाए और इसके प्रसारण के साथ ही ट्रेलर और पोस्टर पर भी रोक लगे.

विवाद इस वजह से...

दरअसल, इन कारोबारियों की दलील थी कि जबकि उनके खिलाफ जांच हो रही है तो ऐसे में बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया डॉक्यूमेंट्री से उनके खिलाफ चल रही जांच प्रभावित होगी और लोगों में गलत संदेश जाएगा. बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया पर आपत्ति जताते हुए कारबारियों ने साफ-साफ कहा कि उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए यह इनवेस्टिगेटिव डॉक्यूमेंट्री बनाई गई है. बीते बुधवार को नेटफ्लिक्स की ओर से पेश सीनियर वकील मुकुल रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि वह इस मामले की सुनवाई करे, क्योंकि ऐसे मामलों को लेकर पहले भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो चुकी है. लेकिन चीफ जस्टिस एसए बोबडे की बेंच ने उनकी याचिका खारिज करते हुए कहा कि आप इस मामले में पटना हाई कोर्ट से संपर्क करें, यहां कुछ नहीं हो सकता है. मुकुल रोहतगी ने सुब्रत रॉय द्वारा अररिया कोर्ट में दायर याचिका को मुंबई स्थित कोर्ट में ट्रांसफर करने की अपील की थी.

विवाद होना तय था

उल्लेखनीय है कि नेटफ्लिक्स की डॉक्यूमेंट्री बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया को लेकर विवाद तो तय था, क्योंकि यह फिलहाल गड़े मुर्दे उखाड़ने जैसा है. कोरोना काल में जब सरकार अर्थव्यवस्था की माली हालत को लेकर चौतरफा घिरी हुई और छोटे-बड़े कारोबार अस्त-व्यस्त हैं, ऐसे में भारत सरकार और भारतीयों को हजारों करोड़ का चूना लगाने वाले 4 कारोबारियों की कारोबारी जिंदगी से जुड़े किस्से सामने आने के बाद लोगों का इनपर गुस्सा होना स्वाभाविक था, इसलिए ये कारोबारी कोर्ट की शरण में गए और बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया रिलीज पर रोक लगाने की मांग की. लेकिन कब तक ये लोग अपने मंसूबे में सफल होंगे, आज नहीं तो कल कोर्ट द्वारा लगी अंतरिम रोक हटेगी ही और दुनिया इन कारोबारियों की वैसी हकीकत से रूबरू होगी, जो अब तक बाहर नहीं आ पाई है.

इस डॉक्यूमेंट्री में आखिरकार है क्या?

नेटफ्लिक्स की मानें तो वेब सीरीज की शक्ल में बनी बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया डॉक्यूमेंट्री सुब्रत रॉय, विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और रामलिंगा राजू के करीबियों, उनके बिजनेस पार्टनर्स, प्रतिद्वंदियों, आम लोगों के साथ ही एक्सपर्ट्स और मीडिया प्रोफेशनल्स के साथ हुई बातचीत पर आधारित है, जिसमें इन कारोबारियों के उत्थान और पतन की सच्ची कहानी दिखाई गई है. कैसे सुब्रत रॉय ने अवैध तरीके से लाखों निवेशकों से पैसे लिए और जब इस मामले का भांडाफोड़ हुआ तो सेबी ने सहारा प्रमुख को 24,000 करोड़ रुपये जमा कराने के निर्देश दिए. पैसे जमा न करने की वजह से सुब्रत रॉय की गिरफ्तारी भी हुई और बाद में वह जमानत पर रिहा हुए. उसी तरह सत्यम कंप्यूटर्स के संस्थापक रामलिंगा राजू ने किस तरह घाटे में रहने के बावजूद कंपनी को प्रॉफिट में दिखाया और एक दिन जब लोगों को सच पता चला तो कंपनी के शेयर एक झटके में जमीन पर आ गए और कंपनी बर्बाद हो गई. बाद में रामलिंगा राजू और उनके कई सहयोगियों को जेल जाना पड़ा. फिलहाल राजू भी जमानत पर है.

हाल के दिनों में जिन दो भगोड़े कारोबारियों की सबसे ज्यादा चर्चा होती है, उनमें विजय माल्या और नीरव मोदी प्रमुख है. विजय माल्या ने एसबीआई समेत अन्य बैकों के 10 हजार करोड़ से ज्यादा गटक लिए और फिर लंदन भाग गया. सरकार माल्या को भारत लाने की पूरजोर कोशिश कर रही है, लेकिन सफल नहीं हो पा रही है. वहीं माल्या का सारा बिजनेस चौपट हो गया है. उसी तरह हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने भी पीएनबी बैंक के अधिकारियों को घूस खिलाकर 14,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का लोन ले लिया और फिर खुद को दिवालिया घोषित कर अपने मामा मेहुल चौकसी के साथ विदेश भाग गया. नीरव मोदी लंदन में है. वहीं मेहुल चौकसी साउथ अमेरिका में है. इन कारोबारियों ने जहां एक तरह भारत सरकार को हजारों करोड़ का नुकसान पहुंचाया, वहीं करोड़ों लोगों के विश्वास से भी खेला, जिसकी वजह से लोगों में काफी गुस्सा है. अब तो बैड बॉय बिलियनेयर्स इंडिया की रिलीज के बाद ही पता चल पाएगा कि आखिर कहानियां और कितनी हैं और क्या-क्या देखना बाकी है.





इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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