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उम्मीदों पर फेल हुई अर्जुन की 'कुत्ते', आवारा कुत्तों का वीडियो साझा कर लोगों ने उड़ाया मजाक

    • आईचौक
    • Updated: 13 जनवरी, 2023 04:01 PM
  • 13 जनवरी, 2023 04:01 PM
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अर्जुन कपूर की एक्शन थ्रिलर कुत्ते रिलीज हो चुकी है. मगर सोशल मीडिया पर दर्शकों की प्रतिक्रियाओं से लग रहा है कि बतौर निर्देशक आसमान भारद्वाज का डेब्यू वर्क लोगों को बहुत पसंद नहीं आया है.

बतौर निर्देशक विशाल भारद्वाज के बेटे आसमान भारद्वाज की फिल्म 'कुत्ते' सिनेमाघरों में है. फिल्म में मुख्य भूमिका मशहूर निर्माता बोनी कपूर के बेटे अर्जुन कपूर ने निभाई है. जबकि इसमें तबू, नसीरुद्दीन शाह, कोंकणा सेन शर्मा और अनुराग कश्यप भी अहम किरदारों में दिख रहे हैं. गुलज़ार ने गीत लिखे हैं. पाकिस्तान के नामचीन शायर फैज अहमद फैज के गीत को भी फिल्म में इस्तेमाल किया गया है. कुत्ते एक एक्शन थ्रिलर ड्रामा है. इसमें पुलिस विभाग के करप्शन की कहानी को दिखाने की कोशिश की गई है. सिनेमाघरों में रिलीज के बाद कुत्ते को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. हालांकि कुत्ते का ट्रेंड सोशल मीडिया पर कमजोर ही नजर आ रहा है.

मुख्यधारा की समीक्षाओं को छोड़ दिया जाए तो दर्शकों की ज्यादातर समीक्षाएं नकारात्मक ही हैं. जबकि कुत्ते के खिलाफ सोशल मीडिया पर बायकॉट ट्रेंड भी नजर नहीं आया था. तमाम दर्शकों की प्रतिक्रियाएं किस हद तक नकारात्मक हैं, इसका अंदाजा कुत्ते के ट्रेंड को लेकर सोशल मीडिया पर साफ़ देखा जा सकता है. कई लोगों ने गली के आवारा कुत्तों की टोली के वीडियो साझा किए हैं. वीडियो में आवारा कुत्ते भौंक रहे हैं. वीडियो के साथ लोगों ने लिखा- Dogs give review after watching. यानी कुत्ते मूवी देखने बाद समीक्षा देते कुत्ते. खैर. यह ट्रोल्स की भाषा में आई कुछेक प्रतिक्रियाएं हैं.

हालांकि दर्शकों की अन्य समीक्षाओं में इस तरह की भाषा का इस्तेमाल तो नहीं किया गया है. लेकिन कुत्ते की आलोचना साफ़ देखी जा सकती है. एक दर्शक ने कुत्ते की समीक्षा करते हुए लिखा कि यह पूरी फिल्म बॉलीवुड के भाई भतीजावाद की फैक्ट्री से निकली है. बावजूद नेपोटिज्म फिल्ममेकर्स ने कुत्ते के रूप में एक घटिया फिल्म बनाई है जो मुश्किल से टिकट खिड़की पर एक करोड़ रुपये भी ओपनिंग हासिल कर ले तो बहुत है.

बतौर निर्देशक विशाल भारद्वाज के बेटे आसमान भारद्वाज की फिल्म 'कुत्ते' सिनेमाघरों में है. फिल्म में मुख्य भूमिका मशहूर निर्माता बोनी कपूर के बेटे अर्जुन कपूर ने निभाई है. जबकि इसमें तबू, नसीरुद्दीन शाह, कोंकणा सेन शर्मा और अनुराग कश्यप भी अहम किरदारों में दिख रहे हैं. गुलज़ार ने गीत लिखे हैं. पाकिस्तान के नामचीन शायर फैज अहमद फैज के गीत को भी फिल्म में इस्तेमाल किया गया है. कुत्ते एक एक्शन थ्रिलर ड्रामा है. इसमें पुलिस विभाग के करप्शन की कहानी को दिखाने की कोशिश की गई है. सिनेमाघरों में रिलीज के बाद कुत्ते को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. हालांकि कुत्ते का ट्रेंड सोशल मीडिया पर कमजोर ही नजर आ रहा है.

मुख्यधारा की समीक्षाओं को छोड़ दिया जाए तो दर्शकों की ज्यादातर समीक्षाएं नकारात्मक ही हैं. जबकि कुत्ते के खिलाफ सोशल मीडिया पर बायकॉट ट्रेंड भी नजर नहीं आया था. तमाम दर्शकों की प्रतिक्रियाएं किस हद तक नकारात्मक हैं, इसका अंदाजा कुत्ते के ट्रेंड को लेकर सोशल मीडिया पर साफ़ देखा जा सकता है. कई लोगों ने गली के आवारा कुत्तों की टोली के वीडियो साझा किए हैं. वीडियो में आवारा कुत्ते भौंक रहे हैं. वीडियो के साथ लोगों ने लिखा- Dogs give review after watching. यानी कुत्ते मूवी देखने बाद समीक्षा देते कुत्ते. खैर. यह ट्रोल्स की भाषा में आई कुछेक प्रतिक्रियाएं हैं.

हालांकि दर्शकों की अन्य समीक्षाओं में इस तरह की भाषा का इस्तेमाल तो नहीं किया गया है. लेकिन कुत्ते की आलोचना साफ़ देखी जा सकती है. एक दर्शक ने कुत्ते की समीक्षा करते हुए लिखा कि यह पूरी फिल्म बॉलीवुड के भाई भतीजावाद की फैक्ट्री से निकली है. बावजूद नेपोटिज्म फिल्ममेकर्स ने कुत्ते के रूप में एक घटिया फिल्म बनाई है जो मुश्किल से टिकट खिड़की पर एक करोड़ रुपये भी ओपनिंग हासिल कर ले तो बहुत है.

कुत्ते में अर्जुन कपूर

तारीफ़ से ज्यादा कुत्ते की निंदा से लग तरह लोगों को पसंद नहीं आई फिल्म

एक यूजर ने लिखा कि कुत्ते में मनोरंजक फैक्टर्स की कमी है. लिखावट भी कमजोर है. बिना वजह गाली गलौज है. फैमिली के साथ फिल्म का कॉन्टेंट देखने लायक नहीं है. ट्रेलर की तरह फिल्म भी कमजोर है. बावजूद फिल्म की कास्ट ने जरूर एक हद तक अपने काम से प्रभावित किया है. मगर बाकी चीजों में कमी की भरपाई एक्टर्स का प्रदर्शन तो नहीं कर सकता. कुछ दर्शकों ने लिखा कि कलात्मकता और प्रयोग के नाम पर बॉलीवुड वालों को लगता है कि गाली-गालौज का इस्तेमाल करने से उनका काम बन जाता है. कुत्ते में गाली गलौज और हर पांच मिनट पर खून खराबा गोली बारी है. आसमान की फिल्म में एक्टर्स से ज्यादा स्पेस तो बंदूकों को मिला है. फिल्म का मतलब यह नहीं होता. मगर बॉलीवुड में फिल्म का मतलब यही है.

भारद्वाज फैमिली और स्टारकास्ट की वजह से कुछ दर्शकों को कुत्ते से बहुत उम्मीदें थीं. लेकिन फिल्म देखने के बाद उनकी प्रतिक्रियाओं से साफ़ दिख रहा कि निराशा हाथ लगी है. बावजूद कुछ गिने-चुने दर्शक कुत्ते की तारीफ़ करते भी नजर आ रहे हैं. कई लोग कहते नजर आ रहे कि यह ठीक-ठाक फिल्म है जो कम से कम बोर तो नहीं करती. कुछ लोगों ने लिखा कि कुत्ते वह फिल्म है जिसके जरिए अर्जुन कपूर ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उन्हें एक्टिंग नहीं आती. यह बतौर एक्टर अर्जुन कपूर के करियर की सबसे बेस्ट फिल्म है.

कुत्ते के कमजोर होने का फायदा वरिसु को मिल सकता है

कुत्ते के साथ-साथ तमिल की वरिसु को भी हिंदी में डबकर रिलीज किया गया है. थलपति विजय की एक्शन एंटरटेनर तमिल बॉक्स ऑफिस पर पहले ही रिलीज हो चुकी है और इसका कारोबारी फीडबैक बेहतर निकल कर सामने आ रहा है. आईचौक ने एक दिन पहले पाया था कि मुंबई और दिल्ली एनसीआर जैसे सर्किट में कुत्ते से कम स्क्रीन मिलने के बावजूद वरिसु की एडवांस बुकिंग अपेक्षाओं से बहुत बेहतर रही. जबकि वरिसु का कोई कैम्पेन हिंदी बेल्ट के मद्देनजर नहीं दिखा. एडवांस बुकिंग और अब कुत्ते की रिलीज के बाद आई निगेटिव प्रतिक्रियाओं के मद्देनजर साफ़ ऐसा लग रहा कि विजय की फिल्म को इसका फायदा मिल सकता है. मगर कितना फायदा मिलेगा यह देखने वाली बात है. वैसे भी वरिसु सोशल मीडिया ट्रेंड में नहीं दिख रही है.

जहां तक बात मुख्यधारा में कुत्ते की समीक्षाओं को लेकर है- लगभग सभी बड़े समीक्षाओं ने फिल्म की ना भूतो ना भविष्यति टाइप में समीक्षा की है. ज्यादातर ने फिल्म को 5 में 4.5 तक रेट किया है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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