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दमदार एक्टिंग ही नहीं, दृश्यम 2 में ईमानदार गंजे लुक की वजह से भी तारीफ के हकदार हैं अक्षय खन्ना

    • आईचौक
    • Updated: 19 नवम्बर, 2022 07:51 PM
  • 19 नवम्बर, 2022 07:51 PM
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दृश्यम 2 के लिए अजय देवगन के अलावा अक्षय खन्ना जमकर तारीफ़ बटोर रहे हैं. उनकी तारीफ़ सिर्फ अभिनय भर के लिए नहीं हो रही. गंजे लुक के लिए भी प्रशंसा मिल रही है. कहा जा रहा कि जिस दौर में बूढ़े अभिनेता हीरो बने रहने के लिए अभिनय से ज्यादा अपनी उम्र छिपाने के लिए प्रयास करते हैं- अक्षय का लुक साहसिक है.

अभिषेक पाठक के निर्देशन में बनी थ्रिलर ड्रामा दृश्यम 2 सोशल मीडिया पर दर्शकों की बहस में है. फिल्म के पक्ष में तगड़ा वर्ड ऑफ़ माउथ है. लंबे वक्त बाद दिखा कि सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर लोग किसी बॉलीवुड कॉन्टेंट के पक्ष में इस कदर बातें कर रहे हों. दृश्यम 2 के कॉन्टेंट को हर लिहाज से बेहतरीन बताया जा रहा है. फिल्म की कहानी, एक्टर्स की परफॉर्मेंस, गोवा का खूबसूरत बैकड्रॉप और निर्देशन की प्रशंसा हो रही है. यहां तक कि बॉलीवुड रीमेक को मोहनलाल की मूल मलयाली फिल्म से भी बेहतर बताया जा रहा है. बॉलीवुड रीमेक, मूल फिल्म की कहानी बहुत अलग भी है. और यही चीज दृश्यम 2 की यूएसपी बन चुका है.

असल में फिल्म में अक्षय खन्ना ने आईजी ऑफिसर का जो किरदार निभाया है वह मूल कहानी का हिस्सा है नहीं है. मोहनलाल की फिल्म में वह नजर नहीं आया था. लेकिन इसी फेरबदल ने रीमेक को शानदार फिल्म बना दिया है. लगभग सभी समीक्षाओं में सामने भी आ रहा कि कैसे रीमेक का क्लाइमैक्स अद्भुत है. दर्शकों का हर निष्कर्ष क्लाईमैक्स में ध्वस्त हो जाता है. असल में दृश्यम 2 की कहानी का सबसे बड़ा जादू यही है. आख़िरी के 45 मिनट को लोगों ने एक थ्रिलर ड्रामा का सबसे बेहतरीन अनुभव बताया है. और इसमें अजय देवगन और अक्षय खन्ना का फेसऑफ़ पीक पर दिखता है, जो हर लिहाज से यादगार बन चुका है. समीक्षाओं की मानें तो यह फेसऑफ़ पहले पार्ट में दिखे अजय-तबू के फेसऑफ़ से भी श्रेष्ठ है. इससे अच्छा और भला क्या हो सकता है.

दृश्यम 2 में अक्षय खन्ना.

अक्षय का कैरेक्टर कैसे बन चुका है दृश्यम 2 की यूएसपी

बावजूद कि दृश्यम 2 का सबसे बड़ा आकर्षण अजय देवगन ही हैं. वह केंद्रीय पात्र जो ठहरे. लेकिन फिल्म के हर छोटे-बड़े कलाकार के जीवंत अभिनय की सराहना हो रही है. अजय के बाद अगर किसी ने...

अभिषेक पाठक के निर्देशन में बनी थ्रिलर ड्रामा दृश्यम 2 सोशल मीडिया पर दर्शकों की बहस में है. फिल्म के पक्ष में तगड़ा वर्ड ऑफ़ माउथ है. लंबे वक्त बाद दिखा कि सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर लोग किसी बॉलीवुड कॉन्टेंट के पक्ष में इस कदर बातें कर रहे हों. दृश्यम 2 के कॉन्टेंट को हर लिहाज से बेहतरीन बताया जा रहा है. फिल्म की कहानी, एक्टर्स की परफॉर्मेंस, गोवा का खूबसूरत बैकड्रॉप और निर्देशन की प्रशंसा हो रही है. यहां तक कि बॉलीवुड रीमेक को मोहनलाल की मूल मलयाली फिल्म से भी बेहतर बताया जा रहा है. बॉलीवुड रीमेक, मूल फिल्म की कहानी बहुत अलग भी है. और यही चीज दृश्यम 2 की यूएसपी बन चुका है.

असल में फिल्म में अक्षय खन्ना ने आईजी ऑफिसर का जो किरदार निभाया है वह मूल कहानी का हिस्सा है नहीं है. मोहनलाल की फिल्म में वह नजर नहीं आया था. लेकिन इसी फेरबदल ने रीमेक को शानदार फिल्म बना दिया है. लगभग सभी समीक्षाओं में सामने भी आ रहा कि कैसे रीमेक का क्लाइमैक्स अद्भुत है. दर्शकों का हर निष्कर्ष क्लाईमैक्स में ध्वस्त हो जाता है. असल में दृश्यम 2 की कहानी का सबसे बड़ा जादू यही है. आख़िरी के 45 मिनट को लोगों ने एक थ्रिलर ड्रामा का सबसे बेहतरीन अनुभव बताया है. और इसमें अजय देवगन और अक्षय खन्ना का फेसऑफ़ पीक पर दिखता है, जो हर लिहाज से यादगार बन चुका है. समीक्षाओं की मानें तो यह फेसऑफ़ पहले पार्ट में दिखे अजय-तबू के फेसऑफ़ से भी श्रेष्ठ है. इससे अच्छा और भला क्या हो सकता है.

दृश्यम 2 में अक्षय खन्ना.

अक्षय का कैरेक्टर कैसे बन चुका है दृश्यम 2 की यूएसपी

बावजूद कि दृश्यम 2 का सबसे बड़ा आकर्षण अजय देवगन ही हैं. वह केंद्रीय पात्र जो ठहरे. लेकिन फिल्म के हर छोटे-बड़े कलाकार के जीवंत अभिनय की सराहना हो रही है. अजय के बाद अगर किसी ने सबसे ज्यादा तारीफें बटोरी है, ध्यान आकर्षित किया है तो निश्चित ही वह अक्षय खन्ना ही हैं. सोशल मीडिया पर आसानी से देखा जा सकता है. कई समीक्षाओं में तो सीधे-सीधे बताया गया कि अक्षय को फ्रेंचाइजी का हिस्सा बनाना बहुत बेहतरीन साबित हुआ. मेकर्स ने उनके कैरेक्टर को जिस तरह से गढ़ा और उन्होंने जिस तरह से अभिनय किया वह लाजवाब करने वाला है. कुछ लोगों ने माना कि कहीं-कहीं अक्षय के अभिनय में ओवर एक्टिंग भी है, बावजूद ओवरऑल देखा जाए तो वे प्रभावशाली बनकर उभरते हैं.

अक्षय के अभिनय के अलावा एक और चीज ने लोगों का ध्यान खींचा है. वह है उनका ईमानदार 'खल्वाट' लुक. खल्वाट यानी गंजा लुक. कई लोगों का मानना है कि गंजे लुक ने उन्हें आईजी के किरदार में और जीवंत बना दिया है. अक्षय ने विग नहीं पहना, यह ठीक ही रहा. वे जैसे थे, वैसे ही एक एक्टर के रूप में आए. लोगों का कहना है कि फिल्म में अभिनेता की एक्टिंग देखी जाती है, उसके बाल या शरीर की बुनावट नहीं. अक्षय के सिर के बाल कुछ सालों में तेजी से कम हुए हैं. सस्पेंस थ्रिलर इत्तेफाक में भी वे गंजे सिर के साथ ही नजर आए थे. द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर में भी उनके सिर के बाल बहुत कम थे. उन्होंने विग नहीं पहना था. हालांकि आर्टिकल 375 में उन्होंने जरूर विग पहना था. दृश्यम 2 तक उनके बाल काफी गायब हो चुके हैं. बावजूद बिना बालों के परदे पर उनके आने को लोग मेकर्स और उनका डेयरिंग फैसला मान रहे हैं.

कैसे गंजे सिर की वजह से भी तारीफ़ बटोर रहे हैं अक्षय खन्ना?

वह भी उस वक्त में जब तमाम उम्रदराज अभिनेता हीरो बने रहने की जिद में बालों को छिपाते हैं, शारीरिक बदलाव को छिपाते हैं. उन्हें छरहरा, ख़ूबसूरत और नौजवान दिखाने के लिए निर्माताओं को बहुत सारा पैसा गैरजरूरी चीजों पर गंवाना पड़ता है. इन चीजों की वजह से अभिनेता नकली नजर आते हैं और सलमान खान-अक्षय कुमार जैसे अभिनेताओं को इसके लिए आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा है. चीजों पर लोग तब और ज्यादा ध्यान देने लगते हैं जब अभिनेता का एक्ट ही प्रभावशाली नहीं होता. उदाहरण के लिए सलमान खान की रेस 3 और अंतिम द फाइनल ट्रुथ में सलमान के लुक की खूब आलोचना हुई थी.  

खैर, अक्षय खन्ना कमाल के अभिनेता हैं. उनकी क्षमता को लेकर शक नहीं किया जा सकता. बावजूद कि वह एक जमाने में बॉलीवुड के ए लिस्टर अभिनेता ही थे. लेकिन समय के साथ चीजें उनके पक्ष में नहीं रहीं और उन्हें सपोर्टिंग किरदारों में जाना पड़ा. उन्होंने अपने गंजेपन को भी स्वीकार कर लिया है. यह बड़ी बात है. शानदार यह भी है कि अक्षय खन्ना अपने इसी लुक के साथ अभिनय में एक अलग ही मुकाम की ओर बढ़ते दिखते हैं. वो चाहे इत्तेफाक हो, मॉम हो, स्टेट ऑफ़ सीज: टेम्पल अटैक जैसी फ़िल्में हों या अब दृश्यम 2. उनका काम आकर्षण का विषय बना हुआ है. अक्षय जब मेल लीड किया करते थे तब भी उनकी इतनी चर्चा नहीं होती थी.

दृश्यम 2 निश्चित ही उन्हें एक अलग मुकाम पर ले जाते नजर आ रही है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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