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OTT के लिए बेहतरीन उदाहरण बन सकते हैं अक्षय कुमार, बॉक्‍स ऑफिस पर समय जाया क्यों कर रहे हैं?

    • आईचौक
    • Updated: 07 सितम्बर, 2022 01:09 PM
  • 07 सितम्बर, 2022 01:09 PM
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कभी हिट मशीन कहे जाने वाले अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर लगातार दम तोड़ रही हैं. इसके विपरीत ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर स्ट्रीम हुई फिल्मों का रिकॉर्ड बेहतरीन है. हालिया रिलीज 'कठपुतली' से लेकर 'लक्ष्मी' तक सभी फिल्मों को अच्छा रिस्पांस मिला है.

'इज्जतें, शोहरतें, उल्फतें, चाहतें, सब कुछ इस दुनिया में रहता नहीं; आज मैं हूं जहां, कल कोई और था, ये भी एक दौर है, वो भी एक दौर था'...बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार और अभिनेता अक्षय कुमार के ससुर राजेश खन्ना अपने आखिरी दिनों में अक्सर ये पंक्तियां दोहराया करते थे. उनका कहना सच भी था कि हर किसी का एक दौर होता है. यदि कोई ये समझ ले कि आजीवन वो एक ही स्थिति में रहने वाला है, तो उसके जैसा मूर्ख कोई नहीं होगा. सूर्योदय होता है, तो सूर्यास्त भी होता है. इसलिए जीवन में परिस्थिति और समय के अनुकूल काम करना चाहिए. ऐसा करने वाले ही जीवन में खुश और संतुष्ट रहते हैं. लेकिन ये बात हिंदी सिनेमा के कई सुपर सितारों के समझ नहीं आती. अधेड़ उम्र में भी हीरो बने रहने की ख्वाहिश पाले इन सितारों के दिन अब ढ़लने लगे हैं. फिल्में फ्लॉप होने लगी हैं, लेकिन इनका मोह खत्म होने का नाम ही नहीं लेता.

इन सितारों की फेहरिस्त में अभिनेता अक्षय कुमार की नाम भी प्रमुख है. हालही में उनकी फिल्म 'कठपुतली' ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस हॉटस्टर पर स्ट्रीम हुई है. रंजीत एम तिवारी के निर्देशन में बनी ये फिल्म साल 2018 में रिलीज हुई तमिल फिल्म 'रतासन' का हिंदी रीमेक है, जिसे साल 2019 में 'राक्षसुदु' नाम से तेलुगू में बनाया गया था. इस फिल्म में अक्षय कुमार के साथ रकुल प्रीत सिंह, सरगुन मेहता, चंद्रचूड़ सिंह, हर्षिता भट्ट, गुरप्रीत घुग्गी, सुजीत शंकर और जोशुआ लिक्लेयर जैसे कलाकार अहम रोल में हैं. बच्चन पांडे, सम्राट पृथ्वीराज और रक्षा बंधन जैसी फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर लगातार फ्लॉप होने से परेशान अक्षय कुमार के लिए 'कठपुतली' मरहम लगाने का काम कर रही है. वैसे भी ओटीटी पर अक्षय का ट्रैक रिकॉर्ड हमेशा ही ठीक रहा है. उनकी अभी तक ओटीटी पर स्ट्रीम हुई करीब हर फिल्म दर्शकों को पसंद आई है.

'इज्जतें, शोहरतें, उल्फतें, चाहतें, सब कुछ इस दुनिया में रहता नहीं; आज मैं हूं जहां, कल कोई और था, ये भी एक दौर है, वो भी एक दौर था'...बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार और अभिनेता अक्षय कुमार के ससुर राजेश खन्ना अपने आखिरी दिनों में अक्सर ये पंक्तियां दोहराया करते थे. उनका कहना सच भी था कि हर किसी का एक दौर होता है. यदि कोई ये समझ ले कि आजीवन वो एक ही स्थिति में रहने वाला है, तो उसके जैसा मूर्ख कोई नहीं होगा. सूर्योदय होता है, तो सूर्यास्त भी होता है. इसलिए जीवन में परिस्थिति और समय के अनुकूल काम करना चाहिए. ऐसा करने वाले ही जीवन में खुश और संतुष्ट रहते हैं. लेकिन ये बात हिंदी सिनेमा के कई सुपर सितारों के समझ नहीं आती. अधेड़ उम्र में भी हीरो बने रहने की ख्वाहिश पाले इन सितारों के दिन अब ढ़लने लगे हैं. फिल्में फ्लॉप होने लगी हैं, लेकिन इनका मोह खत्म होने का नाम ही नहीं लेता.

इन सितारों की फेहरिस्त में अभिनेता अक्षय कुमार की नाम भी प्रमुख है. हालही में उनकी फिल्म 'कठपुतली' ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस हॉटस्टर पर स्ट्रीम हुई है. रंजीत एम तिवारी के निर्देशन में बनी ये फिल्म साल 2018 में रिलीज हुई तमिल फिल्म 'रतासन' का हिंदी रीमेक है, जिसे साल 2019 में 'राक्षसुदु' नाम से तेलुगू में बनाया गया था. इस फिल्म में अक्षय कुमार के साथ रकुल प्रीत सिंह, सरगुन मेहता, चंद्रचूड़ सिंह, हर्षिता भट्ट, गुरप्रीत घुग्गी, सुजीत शंकर और जोशुआ लिक्लेयर जैसे कलाकार अहम रोल में हैं. बच्चन पांडे, सम्राट पृथ्वीराज और रक्षा बंधन जैसी फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर लगातार फ्लॉप होने से परेशान अक्षय कुमार के लिए 'कठपुतली' मरहम लगाने का काम कर रही है. वैसे भी ओटीटी पर अक्षय का ट्रैक रिकॉर्ड हमेशा ही ठीक रहा है. उनकी अभी तक ओटीटी पर स्ट्रीम हुई करीब हर फिल्म दर्शकों को पसंद आई है.

अपनी फ्लॉप फिल्मों से परेशान अक्षय के लिए 'कठपुतली' मरहम लगाने का काम कर रही है.

अक्षय कुमार की दो फिल्में 'लक्ष्मी' और 'अतरंगी रे' (2021) ओटीटी पर स्ट्रीम हुई हैं. इन दोनों फिल्मों के व्यूज का रिकॉर्ड देखें पता चलता है कि इन फिल्मों को ओटीटी पर रिस्पांस बहुत शानदार मिला था. साल 2020 में ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हुई फिल्म 'लक्ष्मी' को पहले ही दिन 37 लाख व्यूज मिले थे. व्यूज के मामले में इसने दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म 'दिल बेचारा' को पछाड़ दिया था, जिसके पहले दिन 22 लाख व्यूज थे. 110 करोड़ रुपए में बनी 'लक्ष्मी' को हॉटस्टार ने 150 करोड़ रुपए में खरीदा था. इस तरह फिल्म को 40 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ था. इसके अलावा साल 2021 में डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर ही रिलीज हुई 'अतरंगी रे' व्यूज के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए ओटीटी पर सबसे ज्यादा देखी जानी वाली फिल्म बनी थी. फिल्म को आईएमडीबी पर 10 में से 6.5 रेटिंग मिली हुई है.

इस तरह से देखा जाए तो ओटीटी अक्षय कुमार के लिए दोनों बार लकी रहा है. ओटीटी को फिल्में बेचने में मेकर्स का ये फायदा होता है कि उनको एक तय प्रॉफिट हो जाता है. कम से कम घाटा होने का खतरा नहीं होता. बॉक्स ऑफिस पर जिस तरह से फिल्में डिजास्टर हो रही हैं, वैसे दौर में यदि कोई फिल्म बजट से ज्यादा पैसे में बिक जाए तो मेकर्स की बल्ले ही बल्ले हैं. यही वजह है कि वक्त की नजाकत को देखते हुए, अपनी कई बड़ी फिल्में फ्लॉप होने के बाद अक्षय कुमार ने ओटीटी का रुख किया है. उन्होंने अपनी कठपुतली को ओटीटी पर स्ट्रीम किया है. डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हुई इस फिल्म ने अक्षय की ही पिछली दोनों फिल्मों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए पहले वीकेंड 80 लाख व्यूज हासिल किया है. इस तरह ये फिल्म ओटीटी पर देखी जाने वाली दूसरी मोस्ट वॉच बन गई है. इससे ऊपर 'क्रिमिनल जस्टिस 3' और 'कॉफी विथ करण' है.

अक्षय कुमार की आने वाली फिल्मों की बात करें तो 'राम सेतु', 'सेल्फी', 'ओएमजी 2' और 'कैप्सूल गिल' पाइप लाइन में है. इसमें 'राम सेतु' और 'सेल्फी' की शूटिंग हो चुकी है. दोनों फिल्में पोस्ट प्रोडक्शन में हैं. 'ओएमजी 2' की शूटिंग चल रही है, जबकि 'कैप्सूल गिल' की अभी शुरू होने वाली है. इसके अलावा साउथ की एक फिल्म 'सोरारई पोट्रु' की हिंदी रीमेक भी प्रस्तावित है. लेकिन रीमेक फिल्मों की हालत देखते हुए अभी शायद ही इस पर काम किया जाए. इस तरह आने वाली फिल्मों में केवल 'राम सेतु' और 'ओएमजी 2' ही है, जो सिनेमाघरों में रिलीज होने का मादा रखती है. इनके बाद 'सेल्फी' और 'कैप्सूल गिल' को ओटीटी पर ही रिलीज किया जाना चाहिए. क्योंकि ऐसी कहानियां लोग सिनेमाघरों में जाकर देखने की बजाए घर में ही देखना पसंद करेंगे. चूंकि 'ओएमजी 2' का पहला पार्ट सुपर हिट रहा है, इसलिए इसके बॉक्स ऑफिस पर सफल होने की संभावना है.

हमारी तो यही सलाह है कि अक्षय कुमार को अब बॉक्स ऑफिस का लालच छोड़कर ओटीटी के प्रोजेक्ट्स पर फोकस करना चाहिए. अधिक से अधिक ओटीटी के लायक फिल्में और वेब सीरीज बनाना चाहिए. उनकी उम्र 54 साल हो की चुकी है. भले ही उनकी फिटनेस कितनी भी अच्छी हो, लेकिन 60 साल के उम्र तक तो उनको कोई भी हीरो के रूप में नहीं देखना चाहेगा. यदि वो ऐसा सोचते हैं, तो गलत हैं. इस उम्र में अपने से आधी उम्र की लड़कियों से रोमांस कर रहे अक्षय को अब अपनी नई भूमिका के बारे में सोचना चाहिए. क्योंकि समय के साथ बदलाव बहुत जरूरी होता है. जिसने बदलाव नहीं किया, वो खुद ब खुद बाहर हो जाता है. इस मामले में मैं सैफ अली खान और संजय दत्त को ज्यादा समझदार मानता हूं. दोनों ही कलाकारों ने अपने बदलते वक्त के साथ अपनी भूमिका को बदल लिया है. दोनों को अब अलग-अलग भूमिकाओं में देखा जा सकता है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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