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Laxmmi Bomb में से 'बॉम्ब' हटाकर 'लक्ष्मी' करना...भावनाएं तो फिर भी भड़केंगी!

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 01 नवम्बर, 2020 08:45 PM
  • 01 नवम्बर, 2020 08:45 PM
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अपने नाम के चलते हिंदूवादी संगठनों के निशाने पर आई अक्षय कुमार (Akshay Kumar ) की आने वाली फिल्म 'लक्ष्मी बॉम्ब' (Laxmmi Bomb) का नाम बदलकर उसे 'लक्ष्मी' कर दिया गया है. फिल्म में अक्षय कुमार एक ट्रांसजेंडर की भूमिका में हैं. फिल्म के नाम पर हिंदूवादी संगठनों ने आपत्ति जताते हुए इसे धार्मिक भावना भड़काने वाला बताया था.

एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के बाद बॉलीवुड (Bollywood) का सियाह चेहरा जनता के सामने है. सुशांत मामले के बाद शुरुआती जांच में जैसे एक के बाद एक खुलासे हुए उसने बॉलीवुड का वो रूप जनता को दिखाया जिसकी कल्पना शायद ही कभी किसी ने की हो. अब के हालात पहले से अलग हैं. एक ऐसे समय में जब विरोध के स्वर बुलंद हों निर्माता निर्देशक इस बात को समझ चुके हैं कि जब 'बॉयकॉट बॉलीवुड' (Boycott Bollywood) की मांग अपने पूरे शबाब पर हो तो एक एक कदम फूंक फूंककर रखना होगा. मौजूदा वक्त में स्थिति क्या है अगर इसे समझना हो तो हम अक्षय कुमार (Akshay Kumar) की आने वाली फिल्म लक्ष्मी बॉम्ब (Laxmmi Bomb) का अवलोकन कर सकते हैं. असल में हुआ कुछ यूं है कि फ़िल्म के डायरेक्टर राघव लॉरेंस सेंसर सर्टिफिकेट के लिए गए थे. फ़िल्म के मद्देनजर लॉरेंस की सीबीएफसी के साथ काफी देर तक चर्चा हुई. कहा गया कि बेहतर यही होगा कि वो दर्शकों की भावना का ख्याल रखें और फ़िल्म के नाम को बदलें. सीबीएफसी के इस मश्वरे के बाद 'लक्ष्मी बॉम्ब' में से बॉम्ब हट गया है. फ़िल्म अब 'लक्ष्मी' (Laxmii) के नाम से ही जानी जाएगी. हालांकि काट छाट के नाम पर लक्ष्मी बॉम्ब में से बॉम्ब हटा कर उसे लक्ष्मी करना आज और आने वाले वक़्त में भी एक मिस्ट्री रहेगा साथ ही ये देखना भी दिलचस्प रहेगा कि इससे दर्शकों की भावनाएं कैसे काबू में रहती है.

आख़िरकार अक्षय की फिल्म लक्ष्मी बॉम्ब का नाम बदलकर उसे लक्ष्मी कर दिया गया है

अक्षय की फ़िल्म लक्ष्मी बॉम्ब लगातार विवादों का सामना कर रही है. फ़िल्म पर एक आरोप लव जिहाद को बढ़ावा देने का भी है. फ़िल्म के खिलाफ मोर्चा खोले लोग न सिर्फ फ़िल्म के नाम पर आपत्ति जता रहे हैं बल्कि उनका ये भी कहना है कि फ़िल्म लव जिहाद की आग में घी का काम...

एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के बाद बॉलीवुड (Bollywood) का सियाह चेहरा जनता के सामने है. सुशांत मामले के बाद शुरुआती जांच में जैसे एक के बाद एक खुलासे हुए उसने बॉलीवुड का वो रूप जनता को दिखाया जिसकी कल्पना शायद ही कभी किसी ने की हो. अब के हालात पहले से अलग हैं. एक ऐसे समय में जब विरोध के स्वर बुलंद हों निर्माता निर्देशक इस बात को समझ चुके हैं कि जब 'बॉयकॉट बॉलीवुड' (Boycott Bollywood) की मांग अपने पूरे शबाब पर हो तो एक एक कदम फूंक फूंककर रखना होगा. मौजूदा वक्त में स्थिति क्या है अगर इसे समझना हो तो हम अक्षय कुमार (Akshay Kumar) की आने वाली फिल्म लक्ष्मी बॉम्ब (Laxmmi Bomb) का अवलोकन कर सकते हैं. असल में हुआ कुछ यूं है कि फ़िल्म के डायरेक्टर राघव लॉरेंस सेंसर सर्टिफिकेट के लिए गए थे. फ़िल्म के मद्देनजर लॉरेंस की सीबीएफसी के साथ काफी देर तक चर्चा हुई. कहा गया कि बेहतर यही होगा कि वो दर्शकों की भावना का ख्याल रखें और फ़िल्म के नाम को बदलें. सीबीएफसी के इस मश्वरे के बाद 'लक्ष्मी बॉम्ब' में से बॉम्ब हट गया है. फ़िल्म अब 'लक्ष्मी' (Laxmii) के नाम से ही जानी जाएगी. हालांकि काट छाट के नाम पर लक्ष्मी बॉम्ब में से बॉम्ब हटा कर उसे लक्ष्मी करना आज और आने वाले वक़्त में भी एक मिस्ट्री रहेगा साथ ही ये देखना भी दिलचस्प रहेगा कि इससे दर्शकों की भावनाएं कैसे काबू में रहती है.

आख़िरकार अक्षय की फिल्म लक्ष्मी बॉम्ब का नाम बदलकर उसे लक्ष्मी कर दिया गया है

अक्षय की फ़िल्म लक्ष्मी बॉम्ब लगातार विवादों का सामना कर रही है. फ़िल्म पर एक आरोप लव जिहाद को बढ़ावा देने का भी है. फ़िल्म के खिलाफ मोर्चा खोले लोग न सिर्फ फ़िल्म के नाम पर आपत्ति जता रहे हैं बल्कि उनका ये भी कहना है कि फ़िल्म लव जिहाद की आग में घी का काम करेगी.

गौरतलब है कि अक्षय कुमार और कियारा आडवाणी की फ़िल्म लक्ष्मी बॉम्ब नए टाइटल यानी लक्ष्मी नाम से जानी जाएगी इसलिए इसकी रिलीज डेट में भी कुछ फेर बदल किया गया है. बताया जा रहा है कि फ़िल्म को 9 नवंबर को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज किया जाएगा. फ़िल्म का टाइटल भले ही चेंज हुआ हो मगर अब भी दर्शकों का एक बड़ा वर्ग फ़िल्म के नाम से खासा नाराज़ है. मांग यही है कि जब तक पूरा नाम नहीं बदला जाता विरोध जारी रहेगा और बॉयकॉट को बल दिया जाएगा.

फ़िल्म के प्रति लोग किस हद तक नाराज है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है की प्रमुख हिंदूवादी संगठन श्री राजपूत करणी सेना मुखर होकर फ़िल्म के विरोध में सामने आई थी और फ़िल्म का टाइटल बदलने के लिए एक लीगल नोटिस भी संगठन की तरफ से दिया गया था. संगठन का मानना था कि फ़िल्म में देवी लक्ष्मी के नाम का इस्तेमाल हुआ है जो उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत करता है.

बात अगर उस लीगल नोटिस की हो तो श्री राजपूत करणी सेना की तरफ से भेजे गए इस नोटिस में इस बात का साफ जिक्र था कि फ़िल्म का नाम हिंदू धर्म के बारे में गलत संदेश दे रहा है. साथ ही तब संगठन द्वारा इस बात की भी धमकी दी गई थी कि अगर निर्माता निर्देशक द्वारा मांगों को नहीं माना गया तो प्रदर्शन पूरे देश में होगा.

ध्यान रहे कि फिल्म को लेकर चर्चा लंबे समय से बानी हुई थी. अक्षय के फैंस फिल्म को लेकर किस हद तक बेक़रार थे इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब अक्षय कुमार की फिल्म 'लक्ष्मी बम' का ट्रेलर आया तो ये भारत में सिर्फ 24 घंटे में 70 मिलियन व्यूज के साथ सबसे ज्यादा देखा जाने वाला फिल्म ट्रेलर साबित हुआ था. लेकिन अब जबकि फिल्म औजर इसकी टीम को लेकर विवाद गहरा गया है तो निर्माता निर्देशकों के सामने चुनौतियां दोहरी हैं.

बहरहाल फिल्म के नाम लक्ष्मी बॉम्ब में से बॉम्ब हटाकर सिर्फ लक्ष्मी करने से फिल्म और अक्षय कुमार को कितना फायदा होगा इसका फैसला तो फिल्म की रिलीज के साथ ही होगा लेकिन जो मौजूदा वक़्त है वो स्टार्स और निर्देशकों का वक़्त नहीं बल्कि जनता का वक़्त है. फिल्म के नाम से यदि बॉम्ब हटा है तो ये जनता की जीत है. जनता ने निर्माता और निर्देशकों को इस बात से परिचित करा दिया है कि वो  कितना भी क्यों न उड़ लें लेकिन उनकी डोर जनता के हाथ में है. जनता जिस दिशा में चाहेगी ये लोग उसी दिशा में उड़ेंगे.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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