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शाहरुख की पठान को ही सबक सिखाने हिंदी में आ रही Jr NTR के चाचा बालकृष्ण की अखंडा

    • आईचौक
    • Updated: 05 जनवरी, 2023 10:31 PM
  • 05 जनवरी, 2023 07:42 PM
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सालभर पहले रिलीज हुई बालकृष्ण की फिल्म अखंडा अब पठान के सामने सिनेमाघर में आ रही है तो इसे क्या कहेंगे? इसका ट्रेलर देख लीजिए. बॉलीवुड नहीं समझ पाया, लेकिन दक्षिण हिंदी दर्शकों की भावनाओं को पकड़ चुका है. वैसे भी यह भारत के दर्शकों की भावनाएं हैं. अब दक्षिण के निर्माता बॉलीवुड फिल्मों के सामने हिंदी दर्शकों को विकल्प दे रहे हैं. कर लो मुकाबला.

शाहरुख खान की मुश्किलों का अंत होता नहीं दिख रहा है. बेशरम रंग में जिस तरह भारतीय भावनाओं को कला के नाम पर सरेआम बेहूदगी के साथ अपमानित किया गया, उसे लेकर समाज में जबरदस्त गुस्सा नजर आ रहा है. जाने-अनजाने तमाम चीजें शाह रुख के खिलाफ दिख रही हैं. कहने की बात नहीं कि सबके निशाने पर आज की तारीख में पठान ही है. सोशल मीडिया पर जबरदस्त विरोध हो रहा है. फिल्म बहिष्कार के अभियान चल रहे हैं. फिल्म के खिलाफ सड़कों पर भी आक्रामक प्रतिरोध शुरू हो गया है. इस बीच पठान की पथरीली राह में दक्षिण के सिनेमा ने भी अपनी तरफ से एक बड़ा चट्टान धकेल दिया है.

पठान रिपब्लिक डे वीक पर 25 जनवरी को रिलीज होगी. उससे ठीक पांच दिन पहले ही यानी 20 जनवरी को तेलुगु महानायक और जूनियर एनटीआर के चाचा बालकृष्ण की एक्शन एंटरटेनर 'अखंडा' आ रही है. अखंडा की रिलीज को पठान के सामने चट्टानी चुनौती के रूप में ही देखा जाएगा. क्योंकि यह फिल्म सालभर पहले ही तेलुगु में रिलीज हो चुकी है. अब सालभर बाद अचानक हिंदी में डब कर रिलीज करने को तो एक रणनीतिक चुनौती ही मानेंगे. अखंडा का विषय देखिए. यह फिल्म है तो एक आधुनिक कहानी जिसमें सही और गलत के बीच के संघर्ष को दिखाया गया है. मगर फिल्म के विजुअल हिंदुत्व और भारतीयता में रचे-बसे हैं.

एक ऐसा समाज जहां अन्याय की वजह से धर्म की हानि हुई है वहां देव शासनम यानी ईश्वर के शासन की स्थापना का महासंघर्ष दिखाया गया है. भारतीय परंपरा में धर्म सिर्फ पूजा पाठ नहीं है. ईश्वर और पूजा पाठ तो एक डोर है जो समूचे समाज को एक सूत्र में बांधने का प्रयास करता है. अखंडा में जबरदस्त एक्शन और स्टंट के दृश्य हैं. सच में कई दृश्य तो ऐसे हैं- जिन्हें देखकर रौंगटे खड़े हो जाते हैं. हिलाने वाले दृश्य. मुख्य भूमिका बालकृष्ण ने निभाई है. उनके माथे पर त्रिपुंड, गले और कलाई में रुद्राक्ष, हाथ में त्रिशूल और भगवान शिव का बैकग्राउंड एक अलग ही विजुअल एक्सपीरियंस है.

नीचे फिल्म का ट्रेलर देख सकते हैं:-

अखंडा को तेलुगु दर्शकों ने...

शाहरुख खान की मुश्किलों का अंत होता नहीं दिख रहा है. बेशरम रंग में जिस तरह भारतीय भावनाओं को कला के नाम पर सरेआम बेहूदगी के साथ अपमानित किया गया, उसे लेकर समाज में जबरदस्त गुस्सा नजर आ रहा है. जाने-अनजाने तमाम चीजें शाह रुख के खिलाफ दिख रही हैं. कहने की बात नहीं कि सबके निशाने पर आज की तारीख में पठान ही है. सोशल मीडिया पर जबरदस्त विरोध हो रहा है. फिल्म बहिष्कार के अभियान चल रहे हैं. फिल्म के खिलाफ सड़कों पर भी आक्रामक प्रतिरोध शुरू हो गया है. इस बीच पठान की पथरीली राह में दक्षिण के सिनेमा ने भी अपनी तरफ से एक बड़ा चट्टान धकेल दिया है.

पठान रिपब्लिक डे वीक पर 25 जनवरी को रिलीज होगी. उससे ठीक पांच दिन पहले ही यानी 20 जनवरी को तेलुगु महानायक और जूनियर एनटीआर के चाचा बालकृष्ण की एक्शन एंटरटेनर 'अखंडा' आ रही है. अखंडा की रिलीज को पठान के सामने चट्टानी चुनौती के रूप में ही देखा जाएगा. क्योंकि यह फिल्म सालभर पहले ही तेलुगु में रिलीज हो चुकी है. अब सालभर बाद अचानक हिंदी में डब कर रिलीज करने को तो एक रणनीतिक चुनौती ही मानेंगे. अखंडा का विषय देखिए. यह फिल्म है तो एक आधुनिक कहानी जिसमें सही और गलत के बीच के संघर्ष को दिखाया गया है. मगर फिल्म के विजुअल हिंदुत्व और भारतीयता में रचे-बसे हैं.

एक ऐसा समाज जहां अन्याय की वजह से धर्म की हानि हुई है वहां देव शासनम यानी ईश्वर के शासन की स्थापना का महासंघर्ष दिखाया गया है. भारतीय परंपरा में धर्म सिर्फ पूजा पाठ नहीं है. ईश्वर और पूजा पाठ तो एक डोर है जो समूचे समाज को एक सूत्र में बांधने का प्रयास करता है. अखंडा में जबरदस्त एक्शन और स्टंट के दृश्य हैं. सच में कई दृश्य तो ऐसे हैं- जिन्हें देखकर रौंगटे खड़े हो जाते हैं. हिलाने वाले दृश्य. मुख्य भूमिका बालकृष्ण ने निभाई है. उनके माथे पर त्रिपुंड, गले और कलाई में रुद्राक्ष, हाथ में त्रिशूल और भगवान शिव का बैकग्राउंड एक अलग ही विजुअल एक्सपीरियंस है.

नीचे फिल्म का ट्रेलर देख सकते हैं:-

अखंडा को तेलुगु दर्शकों ने किस तरह हाथोंहाथ लिया था, यह बताने की जरूरत नहीं. करीब 50-60 करोड़ के बजट में बनी फिल्म ने सिर्फ तेलुगु टेरीटरी से करीब-करीब लागत से तीन गुना ज्यादा कमाई करने में कामयाब रही थी. वह भी कोविड जैसे हालात में. फिल्म का बॉक्स ऑफिस 150 करोड़ से ज्यादा रहा है. अखंडा फुल एक्शन पावरपैक्ड फिल्म है. फिल्म के एक-एक दृश्य और एक-एक संवाद मास ऑडियंस के लिहाज से हॉट केक हैं. यह फिल्म हिंदी के मास बेल्ट में कारोबारी तहलका मचने का दम तो रखती है. अखंडा के विजुअल गवाही दे रहे हैं.

ट्रेंड साफ़ संकेत दे रहा कि दक्षिण ने बॉलीवुड की दुखती राग पकड़ ली है

अब यह पठान को चुनौती है या हिंदी बेल्ट में दक्षिण के सिनेमा को लेकर बने माहौल को भुनाने की कोशिश है या फिर पठान के विरोध में दर्शकों को एक विकल्प देकर कारोबारी एज लेने का प्रयास- इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता. मगर यह बिल्कुल साफ़ है कि दक्षिण के निर्माताओं ने समाज के दर्शकों की नब्ज पकड़ ली है. दक्षिण के फिल्ममेकर्स को मालूम है कि हिंदी दर्शक अब बॉलीवुड के कुछ फिल्ममेकर्स के खिलाफ अपने पक्ष में विकल्प की तलाश कर रहे हैं ऐसे में वे भुनाने के लिए आगे आ रहे है. कहने की बता नहीं कि अगर सिनेमाघरों में पठान के सामने अखंडा होगी तो दर्शाकों को एक विकल्प मिल जाएगा.

अखंडा में बालकृष्ण

पठान के विरोध में फिल्म की चर्चा होगी और निश्चित ही उसका एक कारोबारी आउटकम  बाहर निकलकर आएगा. वैसे भी शाहरुख या बॉलीवुड बिजनेस के लिए बेशरम रंग बना सकता है तो फिर भला साउथ बिजनेस के लिए अपनी फिल्म को शाहरुख बॉलीवुड के सामने क्यों नहीं शोकेस कर सकता. बाकी दर्शकों की मर्जी वे क्या देखना पसंद करते हैं. यह सिर्फ शाहरुख की पठान भर के लिए चुनौती नहीं है. बल्कि यह समूचे बॉलीवुड के लिए भी एक संदेश है कि अब भी संभल जाओ. अभी हाल ही में मणिरत्नम ने भी चोल साम्राज्य पर बनी ऐतिहासिक महागाथा PS-2 की रिलीज अनाउंस की.

मणिरत्नम को पता था कि पैन इंडिया ड्रामा PS-2 जिस तारीख पर रिलीज की जाएगी उसी तारीख पर पहले से करण जौहर के निर्माण-निर्देशन में बनी रणवीर सिंह और आलिया भट्ट की रॉकी और रानी की प्रेम कहानी भी आ रही है. मणिरत्नम की फिल्म का पहला पार्ट भी हिंदी में आया था. लेकिन कमजोर प्रमोशन और हिंदी बेल्ट में पर्याप्त स्क्रीन नहीं मिलने की वजह से PS-1, 25 करोड़ ही कमा पाई थी. बावजूद कि यह एक बेहतरीन कलेक्शन है. लेकिन करण जौहर की फिल्म के सामने PS-2 होने का मतलब है कि बॉलीवुड का विरोध करने वाले दर्शक खुद PS-2 का प्रचार करेंगे. फिल्म की हाइप बनेगी और उसके बेहतरीन नतीजे फिल्म के कलेक्शन में नजर आ सकते हैं.

खैर अखंडा का निर्देशन बोयापति श्रीनू ने किया है. फिल्म में बालकृष्ण के अलावा प्रज्ञा जायसवाल, जगपति बाबू और श्रीकांत अहम भूमिकाओं में हैं.


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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