• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सिनेमा

5 Bold Web Series, जिन्हें 'इरॉटिक' की बजाए 'पोर्न' कहना सही होगा

    • आईचौक
    • Updated: 26 दिसम्बर, 2021 09:23 PM
  • 26 दिसम्बर, 2021 09:06 PM
offline
5 Super Bold Web Series to Watch Alone 2021: ओटीटी प्लेटफॉर्म्स जैसे नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो, ऑल्ट बालाजी, एमएक्स प्लेयर और डिज्नी प्लस हॉटस्टार के बीच ओरिजनल कंटेंट को लेकर जंग छिड़ी हुई है. इस बीच में इरॉटिक और बोल्ड वेब सीरीज का अपना अलग ही दर्शक वर्ग है.

कोरोना महामारी के दौरान जब सरकार ने लॉकडाउन लगाया तो सभी सिनेमाघर बंद हो गए. इसके बाद मनोरंजन के सबसे बड़े माध्यम के रूप ओवर द टॉप यानी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स जैसे नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो, ऑल्ट बालाजी, एमएक्स प्लेयर और डिज्नी प्लस हॉटस्टार तेजी से उभरे. यहां बड़ी संख्या में वेब सीरीज और फिल्मों को रिलीज किया गया, जिसे देखने के लिए दर्शकों का एक बड़ा वर्ग सामने आया. धीरे-धीरे ओरिजनल कंटेंट की डिमांड बढ़ती गई और नई वेब सीरीज रिलीज की जाने लगीं. इसमें बोल्ड वेब सीरीज ने तेजी अपनी जगह बनाई है. पहले बोल्ड फिर इरॉटिक और उसके बाद एडल्ट वेब सीरीज तक ओटीटी पर स्ट्रीम की जाने लगीं.

देखा जाए तो इरॉटिक और पोर्न के बीच एक महीन रेखा होती है, जिसे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ने अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर खत्म कर दिया. उनका मानना था कि ओटीटी प्राइवेट में देखा जाने वाला मनोरंजन का माध्यम है. ऐसे में एडल्ट वेब सीरीज परोसा जा सकता है. इसे हर कोई अपने मोबाइल या टैबलेट पर अकेले में बैठकर देख सकता है और आनंद ले सकता है. इसलिए इरॉटिक कंटेंट की बाढ़ सी आ गई. इसमें एकता कपूर का ऑल्ट बालाजी और विभु अग्रवाल के उल्लू ऐप ने तो सारी सीमाएं ही तोड़ दी हैं. यहां इरॉटिक कंटेंट के नाम पर सीधा पोर्न परोसा जाता है. 'गंदी बात', 'बेकाबू' से लेकर 'चरमसुख' जैसी वेब सीरीज इनके प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है.

इरॉटिक फिल्मों के नाम पर पोर्न परोसने की परंपरा सबसे पहले ऑल्ट बालाजी ने शुरू की थी.

हालही में पोर्न फिल्में बनाने के आरोप में बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी के पति राजकुंद्रा की गिरफ्तारी के बाद इरॉटिक और पोर्न फिल्मों को लेकर काफी चर्चा हुई थी. राज कुंद्रा और उनकी हमराज गहना वशिष्ठ का कहना था कि वो पोर्न नहीं इरॉटिक फिल्मों का निर्माण करते हैं. ऐसे में...

कोरोना महामारी के दौरान जब सरकार ने लॉकडाउन लगाया तो सभी सिनेमाघर बंद हो गए. इसके बाद मनोरंजन के सबसे बड़े माध्यम के रूप ओवर द टॉप यानी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स जैसे नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो, ऑल्ट बालाजी, एमएक्स प्लेयर और डिज्नी प्लस हॉटस्टार तेजी से उभरे. यहां बड़ी संख्या में वेब सीरीज और फिल्मों को रिलीज किया गया, जिसे देखने के लिए दर्शकों का एक बड़ा वर्ग सामने आया. धीरे-धीरे ओरिजनल कंटेंट की डिमांड बढ़ती गई और नई वेब सीरीज रिलीज की जाने लगीं. इसमें बोल्ड वेब सीरीज ने तेजी अपनी जगह बनाई है. पहले बोल्ड फिर इरॉटिक और उसके बाद एडल्ट वेब सीरीज तक ओटीटी पर स्ट्रीम की जाने लगीं.

देखा जाए तो इरॉटिक और पोर्न के बीच एक महीन रेखा होती है, जिसे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ने अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर खत्म कर दिया. उनका मानना था कि ओटीटी प्राइवेट में देखा जाने वाला मनोरंजन का माध्यम है. ऐसे में एडल्ट वेब सीरीज परोसा जा सकता है. इसे हर कोई अपने मोबाइल या टैबलेट पर अकेले में बैठकर देख सकता है और आनंद ले सकता है. इसलिए इरॉटिक कंटेंट की बाढ़ सी आ गई. इसमें एकता कपूर का ऑल्ट बालाजी और विभु अग्रवाल के उल्लू ऐप ने तो सारी सीमाएं ही तोड़ दी हैं. यहां इरॉटिक कंटेंट के नाम पर सीधा पोर्न परोसा जाता है. 'गंदी बात', 'बेकाबू' से लेकर 'चरमसुख' जैसी वेब सीरीज इनके प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है.

इरॉटिक फिल्मों के नाम पर पोर्न परोसने की परंपरा सबसे पहले ऑल्ट बालाजी ने शुरू की थी.

हालही में पोर्न फिल्में बनाने के आरोप में बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी के पति राजकुंद्रा की गिरफ्तारी के बाद इरॉटिक और पोर्न फिल्मों को लेकर काफी चर्चा हुई थी. राज कुंद्रा और उनकी हमराज गहना वशिष्ठ का कहना था कि वो पोर्न नहीं इरॉटिक फिल्मों का निर्माण करते हैं. ऐसे में कानूनी रूप से ये बिल्कुल भी गलत नहीं है. इसलिए पुलिस की कार्रवाई गलत है. उन्होंने कहा कि हमने 'बोल्ड, कामुक कंटेंट' का निर्माण किया, जो पोर्नोग्राफिक मटेरियल की श्रेणी में नहीं आता है. उनका ये भी दावा था कि चूंकि डिजिटल सामग्री के लिए कोई सेंसरशिप कानून नहीं हैं, इसलिए वे कानूनी परिणामों के बिना जो चाहें फिल्माने के लिए स्वतंत्र हैं. तो क्या सच में ऐसे फिल्म मेकर्स इरॉटिक के नाम पर बोल्ड और पोर्न फिल्में बनाने के लिए स्वतंत्र हैं? ये सवाल बड़ा है, लेकिन इतना तो जरूर है ओटीटी पर बोल्ड कंटेंट भरा पड़ा है.

आइए, उन पांच बोल्ड वेब सीरीज के बारे में बताते हैं, जो इरॉटिक के नाम पर पोर्न फिल्मों जैसी हैं...

1. चरमसुख (Charmsukh)

OTT प्लेटफॉर्म- उल्लू

कोरोना से पहले साल 2018 में लॉन्च हुए उल्लू एप पर हिंदी और अंग्रेजी के अलावा भोजपुरी, बंगाली, पंजाबी, मराठी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और गुजराती भाषा में प्रोग्राम दिखाए जाते हैं. कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन की वजह से लोग अपने घरों में बंद हो गए थे, उस वक्त ओटीटी प्लेटफॉर्म पर एंटरटेनिंग कंटेंट की डिमांड तेजी से बढ़ी थी. ऐसे वक्त में उल्लू ने एमएक्स प्लेयर से हाथ मिलाकर लोगों को बोल्ड कंटेंट परोसना शुरू कर दिया. इरॉटिक कम सेमी पोर्न नेचर की उसकी वेब सीरीज तेजी से पसंद की जाने लगी. इस कड़ी में उनकी वेब सीरीज 'चरमसुख' सीरिज काफी लोकप्रिय हुई है. इसमें अलग-अलग कहानियों को 27 एपिसोड में दिखाया गया है.

वेब सीरीज 'चरमसुख' के हर एपिसोड की कहानी, उसके टाइटल की तरह ही उत्तेजक है. उसके एपिसोड के टाइटल नाम जैसे 'एक ख़्वाब सुहागरात', 'बहुरूपिया', 'करना ज़रुरी है', 'हाईवे', 'पजामा पार्टी', कामवाली बाई (भाग 1 और भाग 2), 'डिग्री वाला टीचर', 'सौदा', 'सौतेला प्यार', 'टेलीफोन बूथ', 'हमसे ना हो पायेगा', 'प्यास', जाने अजाने में (भाग 1 और भाग 2), 'यौन शिक्षा', 'फ्लैट 69', 'रोल प्ले' और 'चाल हाउस' हैं. इन नामों को पढ़कर ही आप इसके कंटेंट का अंदाजा लगा सकते हैं. सिनेमा की सबसे बड़ी वेब साइट IMDb पर इस वेब सीरीज की रेटिंग 8.2 है, जो यह बताने के लिए काफी है कि दर्शकों ने इस कितना देखा और पसंद किया है.

2. गंदी बात (Gandii Baat)

OTT प्लेटफॉर्म- ऑल्ट बालाजी और जी5

टीवी क्वीन एकता कपूर के ऑल्ट बालाजी की सबसे मशहूर इरॉटिक वेब सीरीज 'गंदी बात' के अबतक 6 सीजन रिलीज किए जा चुके हैं. इसी से समझा जा सकता है कि इस वेब सीरीज की डिमांड कितनी है. इसके पहले सीजन को 2 मई 2018 को रिलीज किया गया था. सबसे ताजा सीजन 'गंदी बात 6' इसी साल 21 जनवरी को रिलीज किया था. सचिन मोहिते द्वारा निर्देशित और जसवंद एंटरटेनमेंट के बैनर तले अरविंद अडिगा द्वारा निर्मित इस वेब सीरीज को ऑल्ट बालाजी और ज़ी5 पर स्ट्रीम किया गया है. गंदी बात सीजन 6 में महिमा गुप्ता, अलीशा खान, केवल दिसानी, निधी माहवान, शिवम मेहता और मोहित शर्मा लीड रोल में नजर आए हैं.

3. कविता भाभी (Kavita Bhabhi)

OTT प्लेटफॉर्म- उल्लू

वेब सीरीज 'कविता भाभी' 19 फरवरी 2021 को उल्लू एप पर रिलीज हुई थी. ये इस साल की सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग वेब सीरीज़ में से एक है, जिसने दर्शकों के बीच एक अप्रत्याशित और अद्भुत लोकप्रियता पाई है. जैसा कि उल्लू एप की विशेषता रही है कि वो हमेशा एक नई और दिलचस्प अवधारणा के साथ इरॉटिक वेब सीरीज लेकर आता रहा है. उसी तरह 'कविता भाभी' में भी एक महिला अपनी सेक्स लाइफ की कहानी बताती है. इसके हर एपिसोड में अपने नए ग्राहक से फोन पर कविता भाभी बात करते हुए अपने सेक्स जीवन को बतलाती है, जो काफ़ी बोल्ड और रोचक अंदाज में पेश किया गया है. इतना ही नहीं कविता भाभी अपनी सास को बहुत ही प्रताड़ित करती है, अपने पति को भी वह अपने वश में रखती है. इस वेब सीरीज में कविता भाभी का बोल्ड अंदाज दर्शकों को बहुत पसंद आता है.

4. बेकाबू (Bekaaboo)

OTT प्लेटफॉर्म- ऑल्ट बालाजी

एकता कपूर की कंपनी बालाजी टेलीफिल्म्स ने टेलीविजन में पहले सास बहू और फिर पारलौकिक शक्तियों की कहानियां दिखाकर जो नाम छोटे परदे पर कमाया, उस पर उनके ओटीटी ऑल्ट बालाजी के लिए बन रहीं बोल्ड वेब सीरीज के जरिए धोने का काम चल रहा है. ऑल्ट बालाजी पर रिलीज हुई एक वेब सीरीज सर्वाधिक चर्चा में रही थी, जिसका नाम 'बेकाबू' है. इसमें मधुस्नेहा उपाध्याय, प्रिया बनर्जी, राजीव सिद्दार्थ, जितेंद्र हीरावत और आनंदिता सिंह जैसे कलाकार अहम किरदारों में हैं. अक्षय चौबे के निर्देशन में बनी इस सीरीज की कहानी नवनील चक्रवर्ती, वैभव मोदी और आनंद शिवकुमारन ने लिखी है. इसमें बोल्ड और उत्तेजक सीन की भरमार है.

5. मस्तराम (Mastram)

OTT प्लेटफॉर्म- एमएक्स प्लेयर

ओटीटी प्लेटफॉर्म एमएक्स प्लेयर स्ट्रीम हुई इरॉटिक वेब सीरीज 'मस्तराम' 10 एपिसोड्स में रिलीज हुई थी. इसके हर एपिसोड में एक अलग कहानी दिखाई गई है, जिसमें अलग-अलग एक्ट्रेस ने काम किया है. वेब सीरीज में रानी चटर्जी ने बोल्डनेस की सारी हदें पार कर डाली थीं. इसे लेकर काफी बवाल भी हुआ था. इसमें अंशुमान झा, तारा अलीशा बेरी, रानी चटर्जी, विवेक झा और गरिमा जैन अहम किरदारों में है. इस वेब सीरीज के लिए कनाडा की इंटिमेसी को-आर्डिनेटर अमांडा कटिंग को हायर किया गया था. इसे एमएक्स प्लेयर पर 30 अप्रैल 2020 में स्ट्रीम किया था, लेकिन नई सरकारी गाइडलाइन आने के बाद इसी साल फरवरी में हटा लिया गया.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    सत्तर के दशक की जिंदगी का दस्‍तावेज़ है बासु चटर्जी की फिल्‍में
  • offline
    Angutho Review: राजस्थानी सिनेमा को अमीरस पिलाती 'अंगुठो'
  • offline
    Akshay Kumar के अच्छे दिन आ गए, ये तीन बातें तो शुभ संकेत ही हैं!
  • offline
    आजादी का ये सप्ताह भारतीय सिनेमा के इतिहास में दर्ज हो गया है!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲