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Updated: 01 फरवरी, 2019 07:03 PM
अनुज मौर्या
अनुज मौर्या
  @anujkumarmaurya87
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अगर आपको 5 सितबंर 2016 का दिन याद हो तो उस दिन भी कुछ वैसा ही हुआ था, जैसा आज संसद में हुआ है. 5 सितंबर 2016 को देश में रिलायंस जियो लॉन्च हुआ था. लोग इसकी लॉन्चिंग से पहले तरह-तरह के कयास लगा रहे थे, लेकिन किसी को ये उम्मीद नहीं थी कि मुकेश अंबानी सब कुछ मुफ्त में दे देंगे. आज संसद में जो हुआ है, वो भी जियो ऑफर जैसा ही समझिए. ये बजट मोदी सरकार का आखिरी बजट है, जो अंतरिम बजट के रूप में पेश किया गया. खूब कयास लगाए जा रहे थे कि इस बजट में मतदाताओं को लुभाने के लिए कुछ घोषणाएं होंगी, लेकिन मिडिल क्लास को इस बजट में जो तोहफा मिला है, वो तो किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा.

मोदी सरकार की तरफ से पेश किए गए अंतरिम बजट में 87ए के तहत इनकम टैक्स पर छूट की सीमा को बढ़ा दिया गया है. अभी तक ये सीमा 3.5 लाख रुपए थी, जिसे बढ़ा कर 5 लाख रुपए कर दिया गया है. यानी अब 5 लाख रुपए की आय तक के किसी भी शख्स को कोई टैक्स नहीं देना होगा. इस तरह अभी तक लोगों को 87ए के तहत सिर्फ 2,500 रुपए का फायदा होता था, लेकिन अब ये फायदा बढ़कर 12,500 रुपए हो गया है. अगर आपकी आय 5 लाख से अधिक है तो इसका फायदा आपको नहीं मिलेगा, लेकिन बावजूद इसके लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार ने मिडिल क्लास को जो तोहफा दिया है, उसका फायदा चुनाव में मिलना तय है.

आयकर, बजट 2019, अंतरिम बजट, मोदी सरकारमोदी सरकार ने इनकम टैक्स छूट की सीमा 5 लाख तक बढ़ाकर मिडिल क्लास को एक बड़ा तोहफा दिया है.

मिडिल क्लास की नाराजगी कर दी दूर

अगर इस बजट में मोदी सरकार 87ए के तहत 50 हजार या फिर 1 लाख रुपए तक छूट सीमा बढ़ा देती तो भी मिडिल क्लास बेहद खुश होता. लेकिन मोदी सरकार ने तो 1.50 लाख तक सीमा बढ़ा कर वारे-न्यारे कर दिए. इस घोषणा ने एक तरह से पिछले 5 सालों की भरपाई कर दी है. मोदी सरकार के पूरे कार्यकाल में मोदी सरकार से जो भी मिडिल क्लास के लोग नाराज थे, उनकी नाराजगी सिर्फ एक घोषणा से ही दूर हो गई होगी. जो मिडिल क्लास नोटबंदी, जीएसटी जैसे सरकारी प्रयासों से नाराज था, वह भी सब कुछ भुला देगा और मोदी सरकार की तरीफों के पुल बांधेगा. कम से कम वो तो खुश होंगे ही, जिनकी आय 5 लाख रुपए तक है. हां, जिनकी आय इससे अधिक है, उनके लिए इस बजट में कुछ नहीं है.

इसे जियो ऑफर ही समझिए

जब 5 सितंबर 2016 को मुकेश अंबानी ने इस बात की घोषणा की कि 31 दिसंबर 2016 तक सब कुछ मुफ्त मे मिलेगा, तो पूरे देश की आंखें फटी की फटी रह गईं. जो मोबाइल यूजर हर महीने 300-500 रुपए तक का मोबाइल बिल दिया करते थे, वो भी महज 1 या 2 जीबी डेटा के साथ, उन्हें हर रोज 1 जीबी डेटा मुफ्त मिलने लगा. जितनी चाहे उतनी बात करने की आजादी मिली, वो भी बिल्कुल फ्री. काफी दिनों तक तो लोगों तो जियो के इस ऑफर पर यकीन ही नहीं होता था, अब कुछ वैसा ही हो रहा है इनकम टैक्स छूट बढ़ाने की मोदी सरकार की घोषणा के साथ. यूं लग रहा है मानो मिडिल क्लास कोई सुहाना सपना देख रहा हो.

जब से मोदी सरकार सत्ता में आई, तब से लेकर अब तक के सभी बजट में मिडिल क्लास खुद को ठगा हुआ सा महसूस करता रहा. गरीबों के लिए घोषाएं हुईं, किसानों के लिए योजनाएं लाई गईं और यहां तक कि व्यापारियों को भी कई सहूलियतें मिलीं, लेकिन मिडिल क्लास को कुछ खास नहीं मिला. आज पेश हुए अंतरिम बजट से भी बहुत सारी उम्मीदें थीं. माना जा रहा था कि सरकार इस बार इनकम टैक्स छूट की सीमा जरूर बढ़ाएगी. लेकिन ये किसी ने नहीं सोचा था कि इनकम टैक्स में छूट की सीमा बढ़ाना जियो ऑफर जैसा हो जाएगा. यूं तो ये सब हकीकत है, लेकिन अगर आपको लगता है कि आप सपना देख रहे हैं तो खुद को एक पिन चुभा कर देख लीजिए, हकीकत से रूबरू हो जाएंगे.

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