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Updated: 13 फरवरी, 2017 02:44 PM
श्रुति दीक्षित
श्रुति दीक्षित
  @shruti.dixit.31
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कुंग फू योगा. भारत में आई और चली गई. इसे आधिकारिक तौर पर फ्लॉप करार दे दिया गया है. भारतीय क्रिटिक्स ने इसे आड़े हाथों लिया है और कमाल की बात है कि जैकी चैन जैसा सुपर स्टार होने के बाद भी इस मुंबई के एक मल्टीप्लेक्स में इस शो के लिए सिर्फ 14 लोग मौजूद थे. पहले दिन इस फिल्म ने भारत में 4 करोड़ से भी कम का कारोबार किया है.

भारत में तो फ्लॉप लेकिन फिर भी कमाए 1200 करोड़ रुपए-

कुंग फू योगा भले ही भारतीय मार्केट में फ्लॉप रही हो, लेकिन इस फिल्म ने ओवरसीज 1200 करोड़ रुपए का कारोबार किया है. इस फिल्म ने चीन में पहले ही हफ्ते में 943 करोड़ से ऊपर का कारोबार कर लिया और रिलीज के बाद से कुल मिलाकर इस फिल्म ने 179 मिलियन डॉलर (यानी करीब 1200 करोड़) का कमा लिए हैं. ये फिल्म की कुल लागत से दोगुना है.

तो क्यों भारत में नहीं चली ये फिल्म?

1. फिल्म का ट्रेलर-

फिल्म का ट्रेलर थोड़ा उलझा हुआ सा है. शुरुआत में ही फिल्म की अलग-अलग लोकेशन के दर्शन हो जाते हैं. आधे ट्रेलर तक तो कोई डायलॉग भी नहीं बोला जाता बस सीन चल रहे हैं. हां, जैकी चैन और शेर वाला सीन जरूर थोड़ा इंट्रस्टिंग लगा, लेकिन ज्यादा नहीं. फिल्म का ट्रेलर यकीनन थोड़ा अजीब है.

2. पुरानी कहानी नया जमाना-

ये फिल्म स्टैनले टॉन्ग की है जिन्होंने इसके पहले जैकी चैन और मल्लिका शेरावत के साथ 'द मिथ' बनाई थी. वो फिल्म भी भारतीय बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिर गई थी. कहानी लगभग वैसी ही है. कैरेक्टर भी वही है. पिछली फिल्म में भी जैकी चैन एक आर्कियोलॉजिस्ट 'जैक' बने थे और इस फिल्म में भी. द मिथ ने भी चीन में अच्छा बिजनेस किया था और उस फिल्म ने 120 मिलियन डॉलर (करीब 800 करोड़ रुपए) कमाए थे. स्टैन्ले की फिल्में चीनी दर्शकों के हिसाब से तो अच्छी होती हैं, लेकिन भारतीय दर्शक कहानी में कुछ नया मांगते हैं. फिल्म की कहानी में जादू है, ट्रेजर हंट है, कुंग फू है, लेकिन रोचकता नहीं है. आपको सनी देओल और विवेक ओबेरॉय की फिल्म नक्शा याद है? 2006 में आई इस फिल्म की कहानी भी खजाने की खोज पर आधारित थी. उस फिल्म के बारे में कोई बात ना ही की जाए तो ही बेहतर है. बहरहाल, जैकी की इस फिल्म की कहानी भारतीयों के लिए नहीं है. कम से कम 2017 में तो नहीं.

3. भारतीय परंपरा-  

अक्सर ये देखा गया है कि भारत में अगर किसी बड़े एक्टर की फिल्म रिलीज होती है तो उसे ठीक-ठाक ओपनिंग मिल जाती है फिर भले ही कहानी हो या ना हो, लेकिन अगर किसी विदेशी सुपरस्टार की बात करें तो वो एवरेज रिस्पॉन्स ही देती है. इनफर्नो जैसी बड़ी फिल्म भी भारत में फीकी रही. इसके अलावा, जैकी चैन की कुंग फू योगा में किसी बड़े इंडियन स्टार की कमी जरूर थी. भारत में ये परंपरा रही है कि विदेशी फिल्में कम कारोबार करती हैं (कुछ एक अपवादों को छोड़ दिया जाए तो). यही कुंग फू योगा के साथ भी हुआ.

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4. रईस और काबिल से टक्कर-

भारतीय दर्शक जहां एक ओर रईस और काबिल देख रहे हैं वहां दूसरी ओर सिर्फ एक हफ्ते बाद कुंग फू योगा को रिलीज करना थोड़ा घाटे का सौदा साबित हुआ. जब पहले ही दो बड़ी फिल्में काबिल और रईस रिलीज हो चुकी थीं और दर्शक अभी भी तक इन फिल्मों में भीड़ बनाए हुए हैं तो फिर कुंग फू योगा को ऑडियंस मिलना थोड़ा मुश्किल ही था.

5. ना ही कुंग फू, ना ही योगा- फिल्म का प्रमोशन ना ही कुंग फू और ना ही योगा पर किया गया. फिल्म का प्रमोशन सिर्फ और सिर्फ जैकी चैन के आधार पर ही किया गया. अब भारत में जैकी जैन इतना बड़ा फैक्टर नहीं हैं कि सिर्फ उन्हें पर्दे पर देखने के लिए लोग दीवाने हो जाएं. योगा तो फिल्म में ना के बराबर है (अगर एक अंडरवॉटर सीन को छोड़ दिया जाए तो), लेकिन कुंग फू स्टंट्स तो हैं. ऐसे में अगर फिल्म के प्रमोशन में थोड़ा और कुंग फू दिखाया जाता तो भले ही ये फिल्म कुछ अच्छा कारोबार करती.

अब जरा गौर कीजिए कि फिल्म खास क्यों है?

- भारत और चीन के ज्वाइंट वेंचर के तहत ये फिल्म बनाई गई है.

- फिल्म में भले ही कितनी भी बुराइयां हों, लेकिन फिल्म में हिंदुस्तान को भी महत्व दिया गया है.

- फिल्म पारिवारिक है. यकीनन आप इसे पूरे परिवार के साथ बैठकर देख सकते हैं और बच्चे इसे एन्जॉय भी करेंगे.

- फिल्म के स्टंट्स काफी अच्छे हैं.

इसे कुछ गिने चुने लोगों ने पसंद भी किया है. तो ये कोई अपवाद नहीं कि इस फिल्म ने 1200 करोड़ का कारोबार कर लिया हो. अगर भारतीय टेस्ट के अनुसार ये नहीं भी है तो भी चीनी दर्शक इसे पसंद कर रहे हैं. लीग से अलग हटकर अगर कोई फिल्म भारत में आई है तो उसे ना पसंद ही किया गया है. फिर भी जैकी चैन के प्रशंसक इस फिल्म को देखने जरूर जा रहे हैं.

अब अगर देखा जाए तो कुंग फू योगा अपने आप में एक अलग फिल्म है. भारतीय टेस्ट के हिसाब से भले ही ना हो, लेकिन अगर एंटरटेनमेंट की बात करें तो ये फिल्म मनोरंजक तो है ही. अब अगर इंडियाना जोन्स, स्पाई नेक्स्ट डोर, सहारा, टिन टिन या लारा क्रॉफ्ट और पायरेट्स ऑफ द कैरेबियन जैसी फिल्में ही भारत में बनती तो शायद उनकी सफलता ऐसी नहीं होती. कुंग फू योगा की बाते करें तो जैकी चैन के मूव्स और कॉमिक टाइमिंग ही इस फिल्म को खास बनाती है. 63 साल के एक्टर को इतने फुर्तीले मूव्स करते देखना कुछ खास है.

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लेखक

श्रुति दीक्षित श्रुति दीक्षित @shruti.dixit.31

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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