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Updated: 01 मार्च, 2022 10:39 PM
मुकेश कुमार गजेंद्र
मुकेश कुमार गजेंद्र
  @mukesh.k.gajendra
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यूक्रेन पर हमला कर रहे रूस का संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप सहित कई देश लगातार विरोध कर रहे हैं. रूस की इस हरकत को अमानवीय और गैर-जरूरी बताया जा रहा है. इसके विरोध में रूस पर कई तरह के आर्थिक प्रतिंबध लगाए जा रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद में उसकी सदस्यता खत्म करने तक की बात कही जा रही है. इन सबके बीच हॉलीवुड की सबसे बड़ी फिल्म प्रोडक्शन कंपनी वाल्ट डिज्नी स्टूडियो ने रूस में अपनी सभी फिल्मों की रिलीज रोकने का फैसला किया है. इसकी वजह से अब वॉर्नर ब्रदर्स ने भी 4 मार्च को रिलीज होने वाली रॉबर्ट पैटिसन स्टारर फिल्म 'द बैटमैन' की रूस में रोक लगा दी है. इसके साथ ही वाल्ट डिज्नी स्टूडियो की 10 मार्च को रिलीज होने वाली फिल्म 'टर्निंग रेड' भी रूस में रिलीज नहीं होगी.

डिज्नी स्टूडियो ने अपने फैसले के बारे में कहा, "यूक्रेन में रूस ने बेवजह जंग छेड़ रखी है. यह बहुत दुखद है. इस मानवीय संकट को देखते हुए हमने 'टर्निंग रेड' सहित अपनी आने वाली सभी फिल्मों को रूस में रिलीज नहीं करने का फैसला किया है. 'टर्निंग रेड' 10 मार्च को रिलीज होने वाली थी." 'बैटमैन' के मेकर्स ने कहा, "यूक्रेन में मानवीय संकट के कारण वॉर्नर मीडिया रूस में अपनी फीचर फिल्म 'द बैटमैन' की रिलीज को रोक रहा है. हम स्थिति की निगरानी करना जारी रखेंगे, क्योंकि यह स्थिति बदल भी सकती है. हम इस त्रासदी के त्वरित और शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद करते हैं." डायरेक्टर मैट रीव्स की 'द बैटमैन' में रॉबर्ट पैटिनसन और जो क्रावित्ज के अलावा पॉल डानो, जेफरी राइट, जॉन टर्टुरो और पीटर सरसागार्ड जैसे कलाकार नजर आने वाले हैं.

untitled-1-650_030122073300.jpgयूक्रेन के खिलाफ जंग छेड़ने वाले रूस में अपनी फिल्में रिलीज नहीं करेंगे वाल्ट डिज्नी स्टूडियो और वॉर्नर ब्रदर्स.

रूस के खिलाफ इस फैसले की पृष्ठभूमि पुरानी है!

हॉलीवुड की फिल्म प्रोडक्शन कंपनी वाल्ट डिज्नी स्टूडियो और वॉर्नर ब्रदर्स द्वारा रूस के खिलाफ लिया गया ये फैसला हैरान नहीं करता, क्योंकि इसकी पृष्ठभूमि बहुत पुरानी है. जैसा कि हम जानते हैं कि हॉलीवुड संयुक्त राज्य अमेरिका की फिल्म इंडस्ट्री का नाम है. इसकी स्थापना 1910 में हुई थी. कोलंबिया पिक्चर्स, डिज्नी स्टूडियो, पैरामाउंट पिक्चर्स, वार्नर ब्रदर्स और यूनिवर्सल पिक्चर्स जैसी फिल्म प्रोडक्शन कंपनियां इसकी अहम हिस्सा हैं. हॉलीवुड अपने देश, सरकार, समाज और लोगों के लिए हमेशा खड़ा रहता है. बॉलीवुड की तरह वहां सरकार विरोधी या देश विरोधी स्वार्थी तत्व नहीं पाए जाते. यही वजह है कि अपने देश के लिए प्रोपेगेंडा फैलाने में भी हॉलीवुड का अहम रोल रहता है, जो कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी कदम माना जाता है. इसी प्रोपेगेंडा के तहत लंबे समय से हॉलीवुड फिल्मों में रशियन को बतौर विलेन दिखाया जाता रहा है. इसकी शुरूआत अमेरिका और रूस के बीच शीत युद्ध के साथ शुरू हो गई थी.

हॉलीवुड की इन फिल्मों में देखिए रशियन विलेन

हॉलीवुड की अधिकतर फिल्मों में रशियन लोगों को नशेड़ी, अपराधी, जासूस, हथियारों के सौदागर और ठग जैसे किरदारों में दिखाया गया है. यकीन नहीं हो तो 'जॉन विक', 'द इक्वलाइज़र', 'द अमेजिंग स्पाइडर-मैन 2', 'जैक रयान: शैडो रिक्रूट', 'द नवंबर मैन', 'ए गुड डे टू डाई हार्ड', 'जैक रीचर', 'लिमिटलेस', 'साल्ट', 'द ड्रॉप' जैसी हॉलीवुड की एक्शन फिल्में उठाकर देख लीजिए. इनके सभी विलेन के किरदार रशियन हैं. इन फिल्मों में रशियन विलेन को कोई अमेरिकी हीरो हर बार हराता है. उनसे दुनिया और समाज को बचाने का दावा करता है. दरअसल, इसके लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार हॉलीवुड के पटकथा लेखक हैं. जो अपनी कहानियों में रशियन को विलेन के रूप में पेश करते हैं. उनका मानना है कि वोदका पीकर नशे में रहने वाला रशियन अपराध के अलावा और कुछ भी नहीं कर सकता है. यह साबित करके उनको इस बात की संतुष्टि मिलती है कि अमेरिका के लोग पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा काबिल हैं. सबसे ज्यादा नैतिक हैं.

फिल्म बैन का फैसला कितना असरदार है?

वाल्ट डिज्नी स्टूडियो और वॉर्नर ब्रदर्स ने रूस में अपनी फिल्मों पर बैन तो लगा दिया है, लेकिन यहां सवाल ये खड़ा होता है कि इस बैन का प्रभाव क्या पड़ेगा? ऐसे में बता दें कि हॉलीवुड के इन दोनों प्रोडक्शन कंपनियों की फिल्मों को पूरी दुनिया में बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है. इन्हें अलग-अलग भाषाओं में रिलीज किया जाता है. वाल्ट डिज्नी स्टूडियो साल 1930 से फिल्में बना रहा है. इसकी मशहूर फिल्मों में द लॉयन किंग, इनक्रेडिबल्स, घोस्ट ऑफ द माउंटेन, दंगल और द जंगल बुक जैसे नाम शामिल हैं. वहीं, वॉर्नर ब्रदर्स ने हैरी पॉटर फ्रेंचाइजी, द लॉर्ड ऑफ रिंग्स, द डार्क नाइट राइजेज, द बैट्समैन, द सुपरमैन, सुसाइड स्क्वायड, ग्रेवटी, गॉडजिला और टरमिनेटर जैसी फिल्में बनाई हैं, जिन्होंने पूरी दुनिया में धूम मचाई है. इन सभी फिल्मों की रिलीज का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं. रूस में भी इनका क्रेज है. ऐसे में फिल्म रिलीज नहीं होने पर उन दर्शकों को निराशा होगी. फिल्म की वजह से होने वाला बिजनेस भी प्रभावित होगा. हालांकि, ये प्रतीकात्मक फैसला ज्यादा है.

लेखक

मुकेश कुमार गजेंद्र मुकेश कुमार गजेंद्र @mukesh.k.gajendra

लेखक इंडिया टुडे ग्रुप में सीनियर असिस्टेंट एडिटर हैं.

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