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Updated: 02 अगस्त, 2020 04:22 PM
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सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग तेज होती जा रही है और लोग अब महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार को घेरने लगे हैं. इस बीच मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस अलग-अलग एंगल से इस मामले की जांच कर रहे हैं और रिया चक्रवर्ती के साथ ही फिल्म इंडस्ट्री के लोगों की भूमिका की पड़ताल हो रही है. इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी सुशांत खुदकुशी मामले में केस दर्ज कर खातों की जांच शुरू कर दी है. दरअसल, बीते दिनों सुशांत के पिता केके सिंह ने रिया चक्रवर्ती पर कई गंभीर आरोप लगाए, जिसके बाद मामला ही उलट गया और इसमें पैसों के हेरफेर की बात भी सामने आई. अब इस मामले की जांच में ईडी के अधिकारी भी कूद गए हैं. कुल मिलाकर इस मामले की खिचड़ी बन रही है, जिसके पकने का लाखों लोग इंतजार कर रहे हैं, लेकिन बात ये भी है कि इसमें आंच कौन लगा रहा है.

बीते 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी के बाद जो आंधी आई थी, उसमें सबसे पहले बॉलीवुड के कई बड़े चेहरे उड़े, उसके बाद यह मामला नेपोटिज्म और फिल्म इंडस्ट्री में आउटसाइडर्स से भेदभाव से से आगे बढ़ते हुए प्यार और धोखा तक आया, जिसकी आंधी में अब रिया चक्रवर्ती समेत कई और उड़ रहे हैं. अब बात निकली है तो सुशांत की मैनेजर दिशा सालयान समेत सुशांत के कुछ और करीबियों की बीते 2-3 महीने के दौरान हुई संदिग्ध मौत के किस्से भी शुरू हो गए है और यह मामला धीरे-धीरे और पेंचीदा होता जा रहा है. माना जा रहा है कि आने वाले समय में अगर पुलिस या सीबीआई इसकी तह तक पहुंचती है तो कई ऐसे नाम सामने आएंगे, जिसके बारे में दुनिया ने सोचा भी नहीं होगा. इस बीच बिहार हो या महाराष्ट्र पुलिस, दोनों राज्य की टीमें लोगों से पूछताछ कर रही है और किसी नतीजे पर पहुंचने की कोशिश कर रही है.

मुंबई और बिहार पुलिस में तालमेल का अभाव!

इस बीच एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें दिख रहा है कि मुंबई पुलिस बिहार पुलिस की टीम के एक सदस्य को धक्का दे रही है और पुलिस वैन में बिठा रही है. यह वीडियो वायरल हुआ तो मुंबई पुलिस के खिलाफ आवाज उठी और अब बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने मीडिया से बातचीत में साफ किया है कि बिहार पुलिस की टीम के साथ मुंबई पुलिस ने किसी तरह का खराब बर्ताव नहीं किया है और इस बारे में झूठी अफवाहें फैलाई जा रही हैं. लेकिन जिस तरह से बीते कुछ दिनों में घटनाक्रम हुए हैं, इससे इतना साफ हो गया है कि दोनों राज्यों की टीमों के बीच सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी मामले की जांच के दौरान तालमेल का अभाव है और दोनों ही अलग-अलग एंगल से मामले की जांच कर रहे हैं. इस बीच बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी अधिकारियों से संभावना तलाशने को बोला है कि क्या बिहार सरकार अपने स्तर से सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को दे सकती है या नहीं. दरअसल, सुशांत सिंह राजपूत का मामला बिहार या नॉर्थ इंडिया के लोगों से भावनात्मक रूप से जुड़ा है, ऐसे में इस मामले में कन्सर्न दिखाकर राजनीतिक पार्टियां अपना हित साधने की कोशिश में लग गई है.

सुशांत मौत मामले में राजनीतिक लाभ की कोशिशें तेज

सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी मामले पर जमकर राजनीति भी हो रही है. बीते दिनों बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए कांग्रेस की भूमिका की जांच की मांग की थी. इससे पहले सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी के तुरंत बाद कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने सुशांत से फिल्में छिनने का जिक्र करते हुए मामले की अच्छी तरह जांच की मांग की थी. कंगना रनौत ने उद्धव ठाकरे पर हमला करते हुए आरोप लगाया था कि करण जौहर उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे के दोस्त हैं, इसलिए उनसे मुंबई पुलिस पूछताछ नहीं कर रही है. इस बीच जब बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी मामले में सीबीआई जांच की मांग की तो शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे राजनीति से प्रेरित कदम बताते हुए ट्वीट किया- ‘राजनीति से प्रेरित सीबीआई जांच की मांग का पर्दाफाश जरूर हो रहा है! बिहार की 12 करोड़ जनता की मांग अच्छी स्वास्थ्य सेवा, बाढ़ से पीड़ितों की मदद, कोरोना से राहत. अगर सरकार ध्यान देगी तो सही मायने में सेवा होगी. सुशांत हम सभी देशवासियों के प्रिय थे, उनकी मौत पर राजनीति करना पाप से कम नहीं’.

मैंने महाराष्ट्र सरकार की तरफ से दिया गया बयान सुना,जिसमे कहा गया है कि #SushantDeathMystery अगर #MumbaiPolice के हाथ से ट्रांसफर कर देंगे तो,कोरोना से जंग लड़ रहे फ़ोर्स का मनोबल गिरेगा, मनोबल बनाये रखने के लिए #SushantSinghRajput के परिवार को न्याय न देना भी न्यायोचित नही होगा

शिवसेना के मंत्री क्या-क्या बोल रहे हैं?

उल्लेखनीय है कि बीते दिनों महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सीबीआई जांच की मांग से इनकार करते हुए कहा कि महाराष्ट्र पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, इसलिए सीबीआई जांच का कोई सवाल ही नहीं उठता. शिवसेना के एक और मंत्री अनिल परब ने बिहार पुलिस की टीम के मुंबई पहुंचने और सुशांत खुदकुशी मामले की जांच करने को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस सुशांत सिंह मामले में जांच करने में सक्षम है, इसलिए बिहार पुलिस को इस तरह मुंबई आने की जरूरत नहीं थी. अगर सरकार को लगेगा कि सीबीआई ही मामले की सही से जांच करेगी तो इसपर फैसला लिया जाएगा, इस तरह किसी के भी कह देने भर से सीबीआई जांच की इजाजत नहीं दी जा सकती.

जनता के निशाने पर महाराष्ट्र की उद्धव सरकार

महाराष्ट्र सरकार सीबीआई जांच की मांग को दरकिनार कर रही है, वहीं सोशल मीडिया पर यह प्रेशर बनने लगा है, जिससे उद्धव ठाकरे की सरकार बैकफुट पर जा रही है. जहां एक तरह शिवसेना के मंत्री कह रहे हैं कि मुंबई पुलिस सुशांत खुदकुशी मामले की जांच करने में सक्षम है, वहीं सुशांत की फैमिली के वकील ने मुंबई पुलिस के रवैये को उजागर कर उसकी कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं और रिया चक्रवर्ती को बचाने के आरोप लगाए हैं. अब सवाल ये उठता है कि अगर मुंबई पुलिस सुशांत के पिता की अर्जी पर रिया चक्रवर्ती के खिलाफ मुकदमा दायर कर लेती तो फिर बिहार पुलिस की जांच की सवाल ही नहीं उठता. मुंबई पुलिस की भूमिका भी अब संदिग्ध हो गई है और लोगों का विश्वास कम हो रहा है, ऐसे में मांग हो रही है कि सीबीआई ही सुशांत खुदकुशी मामले की सही तरीके से जांच कर सकती है और दोषियों को सामने ला सकती है. आने वाले समय में भी यह खबर सुर्खियों में रहने वाली है और लोगों की मांग का असर दिखने वाला है.

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