New

होम -> सिनेमा

 |  5-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 13 जुलाई, 2022 09:25 PM
मुकेश कुमार गजेंद्र
मुकेश कुमार गजेंद्र
  @mukesh.k.gajendra
  • Total Shares

सुशांत सिंह डेथ केस में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने अपनी चार्जशीट दाखिल कर दी है. इसमें साफ तौर पर कहा गया है कि सुशांत की कथित गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती ही उनको ड्रग्स मुहैया कराया करती थी. इसमें रिया का भाई शोविक मदद करता था, जो कि मुंबई के कई ड्रग्स पैडलर्स के संपर्क में था. एनसीबी इस मामले में रिया और शोविक के साथ 35 लोगों को आरोपी बनाया है. 27 जुलाई को इस मामले की कोर्ट में सुनवाई होनी है. यदि रिया सहित इन आरोपियों पर आरोप साबित हो जाता है, तो इनको 10 साल की जेल हो सकती है.

14 जून 2020 मुंबई स्थित अपने फ्लैट में रहस्यमयी परिस्थितियों में हालात में पाए गए सुशांत सिंह राजपूत की मौत के 87 दिन बाद 8 सितंबर 2020 को एनसीबी ने रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया था. लेकिन 28 दिन बाद ही 7 अक्टूबर 2020 को कोर्ट से जमानत मिल गई. उस वक्त रिया ने मीडिया के सामने थंब दिखाते हुए ये दिखाने की कोशिश की थी कि तमाम प्रयासों के बावजूद उसे सलाखों के पीछे रखने में कानून नाकाम साबित हुआ है. सुशांत के परिजनों ने रिहाई के बाद भी रिया को केस का मास्टरमाइंड बताया था.

650_071322051804.jpgदिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत से जुड़े ड्रग्स केस में सनसनीखेज खुलासा हुआ है.

सुशांत सिंह राजपूत के परिजनों का आरोप था कि फाइनेंशियल फायदा उठाने के चक्कर में रिया चक्रवर्ती एक्टर को लगातार नशे की गिरफ्त में रख रही थी. इसलिए ड्रग्स दे रही थी. ऐसा करके उन्होंने सुशांत की हर चीज को अपने हाथों में ले लिया था. यहां तक कि सारे ट्रांजेक्शन वो खुद किया करती थीं. 28 जुलाई 2020 को पटना के राजीव नगर पुलिस स्टेशन में सुशांत के पिता केके सिंह ने रिया के खिलाफ जो केस दर्ज कराया था, उसमें भी उन्होंने वित्तीय धोखाधड़ी का आरोप ही लगाया गया था. उन्होंने दावा किया था कि सुशांत के खाते में 17 करोड़ रुपए थे और पिछले एक साल में इसमें से 15 करोड़ रुपए निकाले गए थे. ये पैसे उन जगहों पर पैसे ट्रांसफर हुए थे, जहां से उनके बेटे का कोई लेना-देना नहीं था.

एनसीबी के दावों और सुशांत सिंह राजपूत के परिजनों के आरोप से तो यही साबित हो रहा है कि रिया चक्रवर्ती इस केस की मास्टरमाइंड है. हालांकि, ऐसा दावा दो साल पहले भी किया गया था, लेकिन तब ठोस सबूतों का अभाव था. अब एनसीबी लंबे जांच के बाद ठोस सबूतों के साथ रिया और शोवित सहित 35 लोगों को इस मामले में आरोपी बना रही है. यदि कोर्ट ने इन सबूतों को स्वीकार कर लिया. एनसीबी की जांच सही पाया, तो यकीन कीजिए, रिया की हर साजिश का पर्दाफाश होना तय है. हालांकि, कोर्ट का निर्णय अभी बाकी है.

एनसीबी ने क्या कहा है?

एनसीबी का कहना है कि रिया चक्रवर्ती ही सुशांत सिंह राजपूत को ड्रग्स दिया करती थी. रिया और शोविक सहित सभी आरोपियों ने मार्च 2020 और दिसंबर 2020 के बीच एक गहरी साजिश रची थी. इसके तहत हाई सोसाइटी और बॉलीवुड में ड्रग्स का जाल फैलान था. आरोपियों ने मुंबई में ड्रग्स तस्करी को फाइनेंस किया और गांजा, चरस, कोकीन और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन किया. उनके पास न तो कोई वैलिड परमिट था और न ही किसी प्रकार का कोई लाइसेंस. सभी आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट 1985 के धारा 8सी, 20बी, 27ए, 28, 29 और 30 के तहत केस दर्ज किया गया है. इसमें अवैध ट्रैफिकिंग और अपराधियों को शरण देना, अपराध का प्रयास करना और आपराधिक साजिश को उकसाना शामिल है. यदि इन सभी धाराओं के तहत आरोपियों के खिलाफ आरोप सिद्ध हो जाता है, तो कोर्ट उनको दोषी करार देते हुए अधिकतम 10 साल की सजा दे सकती है.

जादू-टोने का भी आरोप

सुशांत सिंह राजपूत के परिजनों ने रिया चक्रवर्ती पर जादू-टोने का भी आरोप लगाया था. उनका कहना था कि सुशांत को अपने वश में करने के लिए रिया ने ऐसा किया था. यह बात सुशांत के बैंक स्टेटमेंट से साबित की गई थी. कोटक महिंद्रा बैंक से अभिनेता के खाते की डिटेल के अनुसार 5 बार पूजा-पाठ के लिए करीब 3 लाख रुपए का पेमेंट किया गया था. एक पंडित को भी 11 रुपए ट्रांसफर किया गया था. आरोप है कि रिया ने इस पैसे का इस्तेमाल अभिनेता पर जादू-टोना करने के लिए किया था. बैंक डिटेल बताती है कि 14 जुलाई 2019 को 45 हजार रुपए (पूजा सामग्री के लिए), 22 जुलाई 2019 को 55 हजार रुपए (पूजा सामग्री के लिए), 36 हजार रुपए (पूजा सामग्री के लिए), 2 अगस्त 2019 को 86 हजार रुपए (पूजा सामग्री के लिए), 8 अगस्त 2019 को 11 हजार रुपए (पंडित की दक्षिणा) और 15 अगस्त 2019 को 60 हजार रुपए (पूजा सामग्री के लिए) निकाले गए थे.

वित्तीय घपले का आरोप

रिया चक्रवर्ती पर वित्तीय धोखाधड़ी का भी आरोप लगा है. बताया गया है कि महज 90 दिनों में सुशांत सिंह राजपूत के बैंक अकाउंट से 3.24 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया था. 14 अक्टूबर 2019 को बैंक खाते में 4.64 करोड़ रुपए थे, जो 90 दिनों में घटकर 1.4 करोड़ रुपए हो गए. इनमें से अधिकांश ट्रांजैक्शन रिया और उसके परिजनों के लिए हुआ था. जैसे कि साल 2019 में 14 अक्टूबर को रिया के भाई शोविक के अकाउंट में 81,901 रुपए ट्रांसफर हुए. 15 अक्टूबर को 4.7 लाख रुपए शोविक के होटल खर्च के लिए भेजे गए. इसी दिन 4.3 लाख रुपए दिल्ली के होटल ताज में रहने के लिए भेजे गए. 16 अक्टूबर को रिया और शोविक के दिल्ली के हवाई टिकट के लिए 76 हजार रुपए भेजे गए. 14 नवंबर 2019 को रिया के नाम पर डेढ़ लाख रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ. 20 नवंबर को रिया के मेकअप और शॉपिंग पर 75 हजार रुपए खर्च हुए. 24 नवंबर 2019 को रिया की शॉपिंग पर 22,220 रुपए खर्च हुए. यहां तक कि रिया के भाई के ट्यूशन फीस तक सुशांत के बैंक से ट्रांसफर की गई थी. इन सभी मामलों को देखकर रिया ही केस की मास्टरमाइंड लगती है.

लेखक

मुकेश कुमार गजेंद्र मुकेश कुमार गजेंद्र @mukesh.k.gajendra

लेखक इंडिया टुडे ग्रुप में सीनियर असिस्टेंट एडिटर हैं.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय