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Updated: 20 मई, 2021 06:24 PM
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अर्जुन कपूर और परिणीति चोपड़ा स्टारर, थ्रिलर मूवी "संदीप और पिंकी फरार" को करीब दो महीने पहले 20 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था. एक तो पहले चरण की महामारी का खौफ लोगों में इस कदर था कि ज्यादा संख्या में दर्शक सिनेमाघर पहुंचे ही नहीं और कोढ़ में खाज ये हुआ कि समीक्षकों ने भी इसे औसत बता दिया. यह भी कि रिलीज के एक हफ्ते बाद ही दूसरी लहर का शोर लोगों तक पहुंचने लगा था. स्वाभाविक रूप से फिल्म को लेकर खराब रिव्यू और महामारी का नुकसान पहुंचा ही होगा. अब मेकर्स ने इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम को दे दिया है. फिल्म आज जी प्रीमियर हुई है. सिनेमाघरों में तो फिल्म बैठ गई शायद ओटीटी प्रीमियर से मेकर्स को कुछ लाभ मिल सकता है.

क्या है संदीप और पिंकी फरार की कहानी ?

फिल्म का रहस्य बरकरार रखते हुए बता दे रहे हैं कि कहानी संदीप कौर (परिणिति चोपड़ा) और पिंकी (अर्जुन कपूर) की है जो दिल्ली में रहते हैं और हालत के शिकार बन गए हैं. संदीप बैंकर है जबकि पिंकी पुलिस अफसर. पिंकी ने अपने बॉस के कहने पर संदीप का अपहरण कर लिया है. जिसके बाद कहानी में ट्विस्ट आता है और दोनों को भागना पड़ता है. आगे की चीजें जानेंगे तो हो सकता है कि फिल्म देखने का मजा किरकिरा हो जाए.

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समीक्षाओं में क्या राय सामने आई थी ?

समीक्षाएं तो मार्च में जब फिल्म रिलीज हुई थी तभी आ गई थीं. ज्यादातर समीक्षकों ने दिबाकर बनर्जी के निर्देशन में बनी संदीप और पिंकी फरार को बेहद औसत बताया. हालांकि एनडीटीवी पर सैबल चटर्जी ने फिल्म को पांच में से साढ़े तीन रेटिंग दी और इसे कई मायने में अलग फिल्म बताया. निर्देशन, दिबाकर और वरुण ग्रोवर की कहानी, परिणीति चोपड़ा के काम की जमकर तारीफ़ की और बताया कि इस फिल्म के जरिए भी दिबाकर ने कैसे हिंदी सिनेमा की मान्यताओं को तोड़ा है.

एनडीटीवी के विपरीत बॉलीवुड हंगामा ने संदीप और पिंकी फरार के स्क्रीनप्ले को घटिया बताया था. हालांकि संवादों की तारीफ़ की थी. फिल्म के कुछ हिस्सों को छोड़कर दिबाकर बनर्जी के निर्देशन को भी सेट बेंचमार्क के आधार पर कमजोर कहा. लिखा- ये एक बेहतरीन फिल्म हो सकती थी मगर दिबाकर चूक गए. इससे पहले दिबाकर ने खोसला का घोंसला, शंघाई, लव सेक्स और धोखा, ओए लकी लकी ओए और बॉम्बे टाकिज जैसी फ़िल्में बनाई हैं जिसे समीक्षकों ने खूब सराहा था. परिणिति चोपड़ा के काम को उम्दा और अर्जुन कपूर, जयदीप अहलावत, नीना गुप्ता और रघुवीर यादव जैसे कलाकारों के अभिनय को अपनी जगह सराहा. बॉलीवुड हंगामा ने संदीप और पिंकी फरार को मात्र पांच में से दो रेटिंग दी थी.

इंडियन एक्सप्रेस ने भी संदीप और पिंकी फरार को पांच में से तीन रेटिंग देते हुए अच्छी कहानी बताया था. खासकर फिल्म के लेखन की तारीफ़ की. लिखा कि फिल्म की पकड़ मजबूत दिखती है जो आगे जाकर धीरे-धीरे कमजोर होती जाती जाती है. ठीकरा लीड एक्टर्स के परफोर्मेंस पर फोड़ दिया. वैसे उम्रदराज कपल के रूप में नीना गुप्ता और रघुवीर यादव के काम की सराहना जरूर की.

जहां तक बात ऑडियंस रेटिंग की है तो इसे ठीकठाक माना जा सकता है. करीब 60 प्रतिशत यूजर्स ने फिल्म को पसंद किया है. गूगल पर फिल्म को औसत रूप से पांच में से तीन पॉइंट की रेटिंग मिली है जिसे अच्छा ही कहा जाएगा. वैसे ऑडियंस रेटिंग पेड भी होते हैं. ज्यादातर ऑडियंस ने फिल्म के लम्बे शॉट्स की तारीफ़ की है और इसे तकनीकी रूप से भी शानदार फिल्म करार दिया है. फिल्म के कहने का अंदाज, बेवजह मसाले का ना होना और कलाकारों के अभिनय की तारीफ़ की है.

IMDb पर भी रजिस्टर्ड यूजर्स ने संदीप और पिंकी फरार को 10 में से 4 पॉइंट की रेटिंग दी है जिसे बहुत अच्छा नहीं माना जा सकता है. लेकिन यह सलमान खान की राधे: योर मोस्ट वांटेड भाई के मुकाबले (10 में से मात्र 1.7) बहुत बढ़िया है.

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