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Updated: 03 जून, 2022 10:29 PM
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चंद्रप्रकाश द्विवेदी के निर्देशन में बनी सम्राट पृथ्वीराज हर जगह चर्चा में है. सोशल मीडिया पर पिछले कई दिनों से फिल्म को लेकर चर्चा हो रही है. चर्चाओं में फिल्म का विरोध भी हो रहा है और समर्थन भी. विरोध की एक वजह तो अक्षय कुमार का सम्राट पृथ्वीराज की भूमिका में होना भी है. पृथ्वीराज 25-26 साल की उम्र में वीरगति को प्राप्त कर चुके थे, मगर उनकी भूमिका में उम्रदराज अक्षय को लोग पचा नहीं पा रहे. खैर, अच्छी बात यह है कि सम्राट पृथ्वीराज रिलीज होने के बाद तारीफ़ करने वालों की कमी नहीं है और इसका एक सबूत IMDb पर भी नजर आ रहा है.

खबर लिखे जाने तक IMDb पर रजिस्टर्ड यूजर्स ने 10 में से 8.8 रेट किया है. यह करीब 10 हजार रजिस्टर्ड यूजर्स के रेट का नतीजा है. इसे बहुत शानदार माना जा सकता है. फिल्म का आज पहला ही दिन है. बहुत संभावना है कि IMDb की रेटिंग और बढ़े. वैसे IMDb रेटिंग किसी फिल्म की सफलता का पैमाना नहीं होता. मगर जब बड़े पैमाने पर रेटिंग दिखती है तो उसे लेकर बने वर्ड ऑफ़ माउथ को समझने में आसानी होती है. IMDb की रेटिंग से पता चल रहा है कि अक्षय की फिल्म का वर्ड ऑफ़ माउथ काफी बेहतर है.

kaka kanhसंजय दत्त काका कन्ह की भूमिका में हैं.

यह फिल्म हिंदी के साथ ही तमिल और तेलुगु में रिलीज हुई है. इसे दुनियाभर में करीब 4900 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है. यशराज फिल्म्स ने पहली बार सम्राट पृथ्वीराज के रूप में किसी पीरियड ड्रामा में हाथ आजमाया है. इससे पहले बैनर ने कोई फिल्म नहीं बनाई थी. हालांकि बैनर ने अब तक कई ब्लॉकबस्टर फ़िल्में दी हैं और फिल्म इंडस्ट्री को शाहरुख खान जैसे सुपरस्टार भी दिए हैं.

सम्राट पृथ्वीराज में अक्षय कुमार के अपोजिट मानुषी छिल्लर हैं. मानुषी ने संयोगिता की दमदार भूमिका निभाई है. संजय दत्त ने काका कन्ह, सूनू सूद ने चंद बरदाई, मानव विज ने मोहम्मद गोरी, आशुतोष राणा ने जयचंद्र, ललित तिवारी ने अनंगपाल तोमर और गोविंद पांडे ने पजवान कछवाहा की भूमिका निभाई है. फिल्म की कहानी सम्राट पृथ्वीराज चौहान के जीवन को दिखाती है. मात्र 26 साल की आयु तक उन्होंने कई युद्ध जीते और भारत के सबसे बड़े भूभाग पर राज करने वाले आख़िरी हिंदू राजा थे. उनकी राजधानी राजस्थान के अजमेर में थी. दिल्ली भी उन्हीं के राज्य का हिस्सा था.

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थानेसर की निर्णायक जंग में पराजित होने से पहले पृथ्वीराज, गोरी को हराकर जीवनदान दे चुके थे. रासो वगैरह में तो कहा जाता है कि पृथ्वीराज ने गोरी को कई मर्तबा हराया था. निर्णायक जंग में गोरी का साथ कुछ भारतीय राजाओं ने दिया कन्नौज का राजा जयचंद सबसे अहम है. युद्ध के बाद पृथ्वीराज की मौत कैसे हुई इतिहासकार एकमत नहीं हैं. लेकिन रासो में साफ बताया गया है कि गोरी पृथ्वीराज को बंदी बनाकर अपने साथ ले गया था. सम्राट की आंखें फोड़ दी गई थीं. हालांकि पृथ्वीराज शब्दभेदी तीर चलाना जानते थे और उन्होंने गोरी को मार दिया था.

पृथ्वीराज की मौत के बाद गोरी ने कन्नौज को भी तहस नहस कर दिया था. दिल्ली की गद्दी पर उसने अपने गुलाम कुतुबुद्दीन ऐबक को बैठाया था. इसके बाद भारत पर विदेशी आक्रमणकारियों की हुकूमत का एक अंतहीन सिलसिला चला जो भारत की आजादी तक कायम रहा.

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