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Updated: 09 मई, 2022 02:43 PM
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डॉक्टर चंद्रप्रकाश द्विवेदी के निर्देशन में भव्य पीरियड ड्रामा 'पृथ्वीराज' का ट्रेलर आ चुका है. फिल्म की कहानी 12वीं सदी के भारत पर विदेशी ताकतों के हमलों और उसके प्रतिरोध में खड़े सबसे महान योद्धाओं में से एक सम्राट पृथ्वीराज चौहान की है. पृथ्वीराज दिल्ली के तख़्त पर बैठने वाले आख़िरी हिंदू शासक थे. और भारत उनके नाम में आज भी सम्राट जोड़कर ही बोलता है. उनके बाद 1947 तक दिल्ली के तख़्त पर विदेशी ताकतों का ही कब्जा रहा. इसमें कोई दो राय नहीं कि पृथ्वीराज का ट्रेलर भव्य और दर्शनीय है. यह साबित करने के लिए पर्याप्त है कि फिल्म पूरी तरह से सिनेमाघर के मूड के हिसाब से बनी है.

2.53 मिनट के ट्रेलर में फिल्म के सभी अहम किरदारों को टीज किया गया है. अक्षय कुमार सम्राट पृथ्वीराज की भूमिका में हैं. जबकि संयोगिता की भूमिका में मानुषी छिल्लर, चंद्र बरदाई के रूप में सोनू सूद, काका कान्हा के रूप में संजय दत्त, जयचंद के रूप में आशुतोष राणा और मोहम्मद गोरी के किरदार में मानव विज हैं. ट्रेलर में अक्षय, मानुषी, सोनू सूद, संजय दत्त की दमदार मौजूदगी नजर आती है.

YRF prithvirajपृथ्वीराज के किरदार में अक्षय कुमार.

अक्षय और संजय दत्त के संवाद बहुत तीखे हैं. इतिहास में पृथ्वीराज चौहान जैसा धर्मभीरू योद्धा नजर नहीं आता. गोरी को हराने के बावजूद उन्होंने उसे जिंदा छोड़ दिया था. फिल्म में अक्षय के कई संवाद सिहरन पैदा करते हैं और पृथ्वीराज के बारे में दिलचस्पी बढ़ा देते हैं. ट्रेलर से यह भी पता चल रहा कि फिल्म में पृथ्वीराज और संयोगिता के प्रेम को दिखाने की तैयारी है. 12वीं शताब्दी में इस रिश्ते ने देश के इतिहास को नया मोड़ दिया था. संयोगिता से पृथ्वीराज के रिश्ते को जयचंद पचा नहीं पाया और उसने पृथ्वीराज और देश से गद्दारी की.

हालांकि फिल्म में पृथ्वीराज का प्रेम संदर्भभर के लिए इस्तेमाल किया गया है. फिल्म की मूल कहानी तो सम्राट के रूप में पृथ्वीराज और गोरी के रूप में विधर्मी विदेशी ताकत से उनके भीषण संघर्ष को दिखाया गया है. मानव कौल ने गोरी की भूमिका तो निभाई है मगर उनके किरदार को ट्रेलर में तीज नहीं किया गया है.

फिल्म का ट्रेलर यहां नीचे देख सकते हैं:-

पृथ्वीराज से दर्शकों को बहुत उम्मीद है. भारतीय मानस में सम्राट की मौजूदगी अलग तरह से. सैकड़ों सालों के बावजूद देश के बच्चे-बच्चे के मस्तिष्क में पृथ्वीराज की करुणा, न्यायप्रियता, धर्म और बहादुरी की बेशुमार कहानियां हैं. रासो साहित्य ने पृथ्वीराज के एक-एक पल के जीवन को दर्ज किया है और पीढ़ियों से उन्हें भारतीय चेतना में जिंदा बनाए रखने में योगदान दिया.

चूंकि फिल्म को डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी बना रहे तो उनसे एक बेहतर पीरियड ड्रामा की उम्मीद की जा सकती है. डॉ. चंद्रप्रकाश ने इससे पहले टीवी के लिए चाणक्य का निर्माण और निर्देशन किया था. इस सीरियल में भारतीय मनीषी के रूप चाणक्य और सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के जीवन संघर्ष और उपलब्धियों को दिखाया गया है. चाणक्य को एक शोधपरक कहानी के रूप में स्वीकार किया जाता है. यह अपने दौर में लोकप्रिय भी खूब हुआ था. पृथ्वीराज से भी उम्मीद की जानी चाहिए कि सम्राट के जीवन से जुड़े तमाम अनछुए पहलुओं के बारे में प्रमाणिक जानकारी मिले.

पृथ्वीराज का निर्माण यशराज फिल्म्स के बैनर तले हुआ है. यह हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े बैनर्स में से एक है. ख़ास बात यह भी है कि पृथ्वीराज बैनर के इतिहास में पहला पीरियड ड्रामा है. फिल्म को बड़े स्केल पर बनाया गया है. पहले इसे जनवरी एम् रिपब्लिक डे वीक में रिलीज किया जाना था, लेकिन कोरोना महामारी की तीसरी लहर के बाद फिल्म की रिलीज टाल दी गई थी. अब इसे 3 जून को रिलीज किया जा रहा है.

पृथ्वीराज को हिंदी के अलावा तमिल और तेलुगु में भी बनाया गया है.

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