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Updated: 14 दिसम्बर, 2022 09:34 PM
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इसे रंगों की सियासत कहें या फिर सियासत के रंग, शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म 'पठान' के खिलाफ हो रहे विरोध ने एक नया रंग ले लिया है. अभी तक लोग फिल्म और उसके पहले गाने 'बेशरम रंग...' के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कर रहा थे, लेकिन अब दीपिका पादुकोण की ड्रेस को लेकर भी बवाल शुरू हो गया है. इस गाने के एक सीन में दीपिका ने भगवा रंग की बिकिनी पहनी है, जिसे देखने के बाद लोग आग बबूला हो गए हैं. लोगों का कहना है कि ये सनातन धर्म का अपमान है. बॉलीवुड लगातार हिंदू धर्म के खिलाफ काम कर रहा है. मध्य प्रदेश के एक मंत्री ने तो यहां तक कह दिया है कि यदि ये सीन हटाया नहीं गया तो फिल्म रिलीज नहीं होने दी जाएगी. इस तरह 'पठान' को लेकर बायकॉट की जो मुहिम सोशल मीडिया पर लंबे समय से चल रही थी, वो अब सड़क पर आ चुकी है. इस पर सियासत जोरों पर जारी है.

दरअसल, मंगलवार को शाहरुख खान की फिल्म 'पठान' का पहना गाना 'बेशरम रंग...' सोशल मीडिया पर रिलीज किया गया था. पहले तो लोगों ने इस गाने के बोल पर कॉपी होने का आरोप लगाया, उसके बाद वीडियो सॉन्ग के एक-एक फ्रेम को लेकर पोस्टमार्टम शुरू कर दिया गया. इस गाने के बोल हैं, ''हमें तो लूट लिया मिलके इश्क़ वालों ने, बहुत ही तंग किया अब तक इन ख्यालों ने; नशा जो चढ़ा शरीफी का उतार फेंका है, बेशर्म रंग कहां देखा दुनिया वालों ने''. लेकिन इसे इस्माइल आज़ाद कव्वाल पार्टी की कव्वाली ''हमें तो लूट लिया मिलके हुस्न वालों ने, गोरे गोरे गलों ने काले काले बालों ने'' से कॉपी बताया जा रहा है. इतना ही नहीं गाने में दीपिका ने जिस तरह के कपड़े पहने हैं, जिस तरह से उन्होंने डांस किया है, उसे देखने के बाद अश्लीलता की पराकाष्ठा कहा जा रहा है. इसे हॉट और बोल्ड बनाने के चक्कर में फिल्म के मेकर्स अपनी हदें पार कर गए हैं.

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मध्य प्रदेश के गृहमंत्री ने फिल्म को बैन करने की धमकी दी है!

यही वजह है कि बहिष्कार के इस मामले ने अब सियासी रंग ले लिया है. इसमें दीपिका पादुकोण के बोल्ड ड्रेस पर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि 'पठान' फिल्म के गाने में अभिनेत्री की वेशभूषा और दृश्यों को ठीक किया जाए, वरना इस फिल्म को मध्य प्रदेश में रिलीज करने की अनुमति दी जाए या नहीं, इस पर विचार किया जाएगा. इस फिल्म के गाने में जो भी कॉस्ट्यूम इस्तेमाल किए गए हैं, वो पहली नजर में बेहद आपत्तिजनक है. इसमें साफ दिख रहा है कि यह गाना दूषित मानसिकता के कारण फिल्माया गया है. वैसे भी दीपिका पादुकोण टुकड़े-टुकड़े गैंग की समर्थक रही हैं, इसलिए आपत्तिजनक दृश्यों को यथाशिघ्र ठीक किया जाए. नरोत्तम मिश्रा इस तरह के मामलों में हमेशा मुखर रहते हैं. खासकर फिल्मों से जुड़े किसी विवाद पर उनका बयान सबसे पहले सामने आता है. वो अपने तल्ख अंदाज में बॉलीवुड का विरोध करते नजर आते हैं.

हिन्दू महासभा के अध्यक्ष ने फिल्म बायकॉट की अपील की है!

बीजेपी नेता के साथ हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने भी 'पठान' फिल्म के गाने में दिखाए गए दृश्यों पर आपत्ति दर्ज कराई है. उनका कहना है कि इस फिल्म में भगवा रंग का अपमान किया गया है. भगवा के अपमान को हिंदुस्तान नहीं सहेगा. उन्होंने कहा, ''शाहरुख खान और दीपिका की फिल्म पठान में जिस तरह से भगवा रंग के कपड़े अश्लील तरीके से पहनाए गए हैं और उसे पहनाकर बेशर्म रंग गाना गाया है. ये भगवा और सनातन धर्म का अपमान है. बॉलीवुड सनातन धर्म के खिलाफ काम कर रहा है. दुर्भाग्य की बात है कि जिस भगवा ने पूरे देश और दुनिया को दिशा देने का काम किया उसे बेशर्म रंग कहा जा रहा है. सबसे बड़ा दुर्भाग्य ये है कि सेंसर बोर्ड इसे पास करता जाता है. इस तरह हिंदू धर्म का अपमान होता जा रहा है. हम इसकी निंदा करते हैं. मैं हिंदू समाज से निवेदन करता हूं कि वो 'पठान' फिल्म का बायकॉट करें.''

रंगों की सियासत में उलझे सिनेमा का संक्रमण काल चल रहा है!

सियासत ने समाज बांटने के साथ ही अलग-अलग धर्मों के रंग भी निर्धारित कर हैं. भगवा हिंदू धर्म और हरा इस्लाम का प्रतीक माना जाता है. यदि किसी ने हरा साफा बांधा है, तो बिना उसका धर्म जाने लोग उसे मुस्लिम मान लेते हैं. यदि किसी ने भगवा चोला पहना है तो लोग उसे संत या महात्मा समझ लेते हैं. रंगों की इस सियासत से परे हिंदी फिल्म इंडस्ट्री मानमाना काम करती रही है. अपनी फिल्मों में जो चाहे वो दिखाती रही है. भगवा चोले और माथे पर चंदन लगाए शख्स को गुंडा, तो मौलाना को नेक दिखाती रही है. लेकिन अब वक्त बदल चुका है. लोगों के सामने बॉलीवुड की असलियत सामने आ चुकी है. अब लोग पुरानी चीजों का एक-एक करके हिसाब ले रहे हैं. इसकी परिणति बॉक्स ऑफिस पर बॉलीवुड फिल्मों की दुर्दशा के रूप में देखने को मिल रही है. पहले लोग बॉलीवुड फिल्मों का बेसब्री से इंतजार करते थे. लेकिन अब फिल्म रिलीज से पहले बायकॉट शुरू हो जाता है.

शाहरुख का टीका देख लोग बोले- हिंदू बनने का नाटक बंद करें

पिछले चार साल से एक अदद हिट फिल्म के लिए तरस रहे शाहरुख खान वो हर जतन कर रहे हैं जिससे कि उनकी आने वाली फिल्म 'पठान' सफल हो जाए. इसके लिए वो अपनी छवि तक बदलने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके तहत वो दो दिन पहले ही मां वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे. दर्शन के बाद वो माथे पर तिलक लगाए एक तस्वीर में नजर आए. उनको इस रूप में देखकर लोग हैरान रह गए. कुछ लोगों ने उनको सच्चा भारतीय कहते हुए उनकी तारीफ की, तो वहीं कुछ लोगों ने इसे पब्लिसिटी स्टंट बताया. उनका कहना था कि शाहरुख अपनी फिल्म को हिट कराने के लिए हिंदू बनने का नाटक कर रहे हैं. बताते चलें कि पठान 25 जनवरी 2023 को रिलीज हो रही है. इसमें शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण के अलावा जॉन अब्राहम भी नजर आएंगे. फिल्म का डायरेक्शन सिद्धार्थ आनंद ने किया है. फिल्म के पहले गाने को दो दिन में 3 करोड़ 20 लाख व्यूज मिल चुके हैं.

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