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Updated: 11 जुलाई, 2022 08:43 PM
मुकेश कुमार गजेंद्र
मुकेश कुमार गजेंद्र
  @mukesh.k.gajendra
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चार साल के अंतराल के बाद बॉलीवुड में कमबैक करने जा रहे अभिनेता आमिर खान की फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' आज से ठीक एक महीने बाद सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. इस फिल्म का ट्रेलर मई में आईपीएल के फाइनल मैच के दौरान लॉन्च किया गया था. ऐसा करके फिल्म को प्रमोट करने की कोशिश की गई थी, लेकिन आमिर को उम्मीद के अनुसार सफलता हासिल नहीं हो पाई. यहां तक कि ट्रेलर लॉन्च के बाद और फिल्म रिलीज से पहले जिस तरह का माहौल होना चाहिए, वो भी आमिर बना नहीं पा रहे हैं. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर नुकसान झेलना पड़ सकता है.

बॉक्स ऑफिस पर बॉलीवुड फिल्मों की कमाई का जो ट्रेंड चल रहा है, उसे देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' 10 से 15 करोड़ के बीच ओपनिंग कर सकती है. इस तरह फिल्म का पहले वीक का कलेक्शन 80 से 90 करोड़ रुपए के बीच रह सकता है. फिल्म का बजट 180 करोड़ रुपए है. इस तरह फिल्म को हिट होने के लिए कम से कम तीन सप्ताह तक सिनेमाघरों में बने रहना होगा. इतना ही नहीं अधिक से अधिक स्क्रीन मिलना भी जरूरी है, जो कि मुश्किल लग रहा है. क्योंकि इसी फिल्म के साथ अक्षय कुमार की रक्षाबंधन भी रिलीज हो रही है, जिसे मेट्रो सिटी से लेकर टीयर 3 शहरों तक स्क्रीन मिलनी तय हैं.

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बॉक्स ऑफिस पर टक्कर होगी

जाहिर से बात है कि अक्षय की 'रक्षाबंधन' के साथ आमिर खान की 'लाल सिंह चड्ढा' के रिलीज होने की वजह से स्क्रीन की संख्या कम हो जाएगी. इसका सीधा असर फिल्म की कमाई पर पड़ेगा. इसके अलावा फिल्म का विषय भी इसकी सफलता को तय करने वाला है. फिल्म 'रक्षाबंधन' एक फ्रेश स्टोरी पर बनाई गई है, जबकि 'लाल सिंह चड्ढा' हॉलीवुड फिल्म 'फॉरेस्ट गंप' की हिंदी रीमेक है. रॉबर्ट जेमेकिस द्वारा निर्देशित इस फिल्म की कहानी इसी नाम के एक उपन्यास पर आधारित है, जिसे विंस्टन ग्रूम ने लिखा है. हॉलीवुड की इस लोकप्रिय फिल्म को ज्यादा दर्शकों ने पहले देखा हुआ है. ऐसे में इसकी कहानी पहले से ही सबको पता है.

प्रमोशन स्ट्रेटजी में बदलाव

संभावित नुकसान और फिल्म को मिल रहे फीके रिस्पॉन्स से आमिर खान और फिल्म के मेकर्स की चिंताएं बढ़ गई हैं. यही वजह है कि फिल्म के प्रमोशन की स्ट्रेटजी बदली जा रही है. नई मार्केटिंग स्ट्रेटजी के तहत फिल्म को सोशल मीडिया के अलावा फिजिकली भी प्रमोट किए जाने की योजना बनाई जा रही है. इसके तहत आमिर खान सरप्राइज प्रमोशन स्ट्रेटजी पर काम कर रहे हैं. याद दिला दें कि इससे पहले अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए अभिनेता एक बार अपनी पहचान छुपाकर ऑटो में सवार होकर पूरा दिन वाराणसी घूमते रहे थे. शाम को जब उन्होंने ऑटो ड्राइवर को अपनी पहचान बताई तो वो भी दंग रह गया था. इस तरह के प्रमोशन से उनकी फिल्म को फायदा मिला था. इतना ही नहीं ये भी सुनने में आ रहा है कि आमिर ने शाहरुख खान से फिल्म के प्रमोशन में मदद मांगी है. शाहरुख ने फिल्म में कैमियो किया है.

बॉलीवुड बायकॉट का असर

इस वक्त सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक बॉलीवुड को बायकॉट करने की बात चल रही है. दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से अधिकतर लोग बॉलीवुड का बहिष्कार करने लगे हैं. बाहर चमकती हुई मायानगरी की स्याह हकीकत ने लोगों का भरोसा तोड़ दिया है. खास करके नेपोटिज्म को बढ़ावा देने वाले बॉलीवुड के मठाधीशों ने बॉलीवुड की साख पर करारा प्रहार किया है. लोग शाहरुख, सलमान और आमिर खान से भी ऊब चुके हैं. यही वजह है कि इनकी फिल्मों के बहिष्कार की बातें कर रहे हैं. इसका असर आमिर खान की आने वाली फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' पर पड़ना तय है. हां, ये देखना दिलचस्प होगा कि फिल्म कितनी प्रभावित होती है.

आमिर के बयान का असर

आमिर खान के कुछ बयान और गतिविधियां आज उनके खिलाफ जा रही है. साल 2015 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद देश में 'असहिष्णुता' की एक लहर चल पड़ी थी. उस वक्त साहित्यकार और फिल्मकार अपने अवॉर्ड सरकार को लौटाने लगे थे. उसी वक्त एक प्रोग्राम में आमिर खान ने कहा था कि कि देश में हो रही घटनाओं की वजह से उनका परिवार डरा हुआ है. उनकी पत्नी किरण राव तो देश छोड़ने की बात सोच रही हैं. आमिर ने कहा था, ''मैं जब घर पर किरण के साथ बात करता हूं, वह कहती हैं कि क्या हमें भारत से बाहर चले जाना चाहिए?'' इतना ही नहीं उनकी फिल्म 'पीके' में धार्मिक अंधविश्वास को लेकर कटाक्ष किया गया है. हिंदू देवी देवताओं का मजाक उड़ाया गया है. कई लोगों ने फिल्म पर 'लव जिहाद' को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया था. उनका कहना था कि पीके जैसी फिल्में सिर्फ हिंदू धर्म की आलोचना करते हुए बनाई जा सकती हैं.

साउथ सिनेमा की सुनामी

साउथ सिनेमा का दौर चल रहा है. एक तरफ जहां बॉलीवुड की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिर रही हैं, वहीं दूसरी तरफ साउथ की फिल्में रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाए जा रही हैं. अल्लू अर्जुन की फिल्म 'पुष्पा: द राइज', रामचरण-एनटीआर जूनियर की फिल्म 'आरआरआर' और यश की फिल्म 'केजीएफ चैप्टर 2' की कमाई देखकर तो बॉलीवुड के बड़े से बड़े दिग्गज डिप्रेशन में जी रहे हैं. इन फिल्मों के सामने कई मेकर्स अपनी फिल्म रिलीज करने से भी डर रहे हैं. जिन लोगों ने हिम्मत करके रिलीज किया भी तो उनका हाल बुरा रहा है. कंगना रनौत की फिल्म 'धाकड़', रणवीर सिंह की फिल्म 'जयेशभाई जोरदार', अजय देवगन की फिल्म 'रनवे 34', अमिताभ बच्चन की फिल्म 'झुंड', टाइगर श्रॉफ की फिल्म 'हीरोपंती 2' और शाहिद कपूर की फिल्म 'जर्सी' का हश्र सबके सामने है. ये सभी फिल्में बॉलीवुड के बड़े सितारों की हैं, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर पाई-पाई के लिए संघर्ष करना पड़ा है.

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लेखक

मुकेश कुमार गजेंद्र मुकेश कुमार गजेंद्र @mukesh.k.gajendra

लेखक इंडिया टुडे ग्रुप में सीनियर असिस्टेंट एडिटर हैं.

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