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Updated: 10 अप्रिल, 2023 08:22 PM
मुकेश कुमार गजेंद्र
मुकेश कुमार गजेंद्र
  @mukesh.k.gajendra
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कभी बड़े भाई आयुष्मान खुराना की छाया में जीते रहे अभिनेता अपारशक्ति खुराना ने अपने अभिनय का असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है. इससे पहले वो अपनी काबिलियत को बड़े परदे पर भी दिखाने की कोशिश करते रहे हैं, लेकिन इस बार दिग्गज फिल्म मेकर विक्रमादित्य मोटवानी ने उन्हें बड़ा मौका दिया है. अमेजन प्राइमन वीडियो पर स्ट्रीम हुई उनकी वेब सीरीज 'जुबली' में अपारशक्ति ने लीड रोल किया है. एक साधारण से किरदार में उन्होंने अपनी अलहदा अदाकारी से जान डाल दी है. हर कोई उनके अभिनय प्रतिभा को देखकर हैरान है, क्योंकि पहली बार उन्हें इस तरह का किरदार करते हुए देखा गया है. इस वेब सीरीज के कुछ दृश्यों में तो वो अपने बड़े भाई आयुष्मान खुराना से बेहतर नजर आ रहे हैं. इस सीरीज को देखने के बाद यकीनन ये कहा जा सकता है कि अपारशक्ति ने अपने भाई की छत्रछाया से निकलकर खुले आसमान में अपने पंख फैलाने शुरू कर दिए हैं.

''यहां सबको बड़ा बड़ा बोलने में बहुत मजा आता है लेकिन जो चुप रहता है, वह लंबा चलता है''...वेब सीरीज जुबली का ये डायलॉग अभिनेता अपारशक्ति खुराना पर सटीक बैठता है. साल 2016 में आमिर खान की फिल्म 'दंगल' से बॉलीवुड में डेब्यू करने वाले अपारशक्ति को जब जो किरदार मिला उन्होंने किया है. उनको कभी किसी किरदार या फिल्म को मना करते नहीं सुना गया है. इतने बड़े सुपरस्टार के साथ काम करने के बाद भी कई बार तो वो बहुत छोटे किरदार में नजर आए, लेकिन वो उसमें भी उभर कर सामने आ गए. 'बद्रीनाथ की दुल्हनिया', 'जबरिया जोड़ी', 'बाला', 'स्त्री', 'लुका-छुपी', 'पति पत्नी और वो' जैसी फिल्मों में साइड रोल करने के बाद 'हेलमेट', 'धोखा: राउंड डी कॉर्नर' और 'भेड़िया' में उनको अहम रोल भी मिला है. इसके अलावा 'धत तेरे की' (2018), 'बिजनेस बाजी' (2022) के बाद 'जुबली' जैसी वेब सीरीज में काम करके उन्होंने अपने अभिनय का लोहा मनवा लिया है.

650x400_040923031112.jpgअभिनेता अपारशक्ति खुराना ने अपने अभिनय का असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है.

बहुत कम लोग जानते हैं कि अपारशक्ति खुराना घिस घिसकर कोहिनूर बनने की राह पर हैं. फिल्मों एक्टर बनने से पहले उन्होंने कई अलग-अलग प्रोफेशन के लिए काम किया है. चंडीगढ़ में स्कूल और कॉलेज करते हुए उनको क्रिकेट खेलना बहुत पसंद था. वो एक अच्छे क्रिकेटर रहे हैं. इतना ही नहीं हरियाणा की अंडर-19 टीम के कप्तान भी रह चुके हैं. इसी दौरान उनको मीडिया में जाने का मन हुआ तो उन्होंने दिल्ली स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन से पत्रकारिता में डिप्लोमा कर लिया. इसके बाद एक कंपनी में रेडियो जॉकी के रूप में काम करने लगे. इसके साथ ही वो कई इवेंट को होस्ट भी किया करते थे. इसी बीच उनके बड़े भाई आयुष्मान खुराना 'विक्की डोनर', 'दम लगा के हईशा', 'बरेली की बर्फी' और 'शुभ मंगल सावधान' जैसी बेहतरीन फिल्म करके बॉलीवुड में स्थापित हो चुके थे. बड़े भाई को देखते हुए उन्होंने भी फिल्मों में काम करने का फैसला कर लिया.

अपारशक्ति खुराना अपने भाई के पास मुंबई चले आए और फिल्मों में काम करने के लिए ऑडिशन देने लगे. साल 2015 में नितेश तिवारी अपनी फिल्म 'दंगल' के लिए आमिर खान के किरदार के भतीजे के रोल के लिए एक अभिनेता की तलाश कर रहे थे. उन्होंने अपारशक्ति का ऑडिशन लिया तो वो उनको बहुत पसंद आए. बस फिर क्या था, इस फिल्म के लिए उनका चयन हो गया. अपारशक्ति भी बहुत खुश थे कि उनको अपने करियर की शुरूआत आमिर खान जैसे सुपरस्टार के साथ करने का मौका मिल रहा है. लेकिन इस किरदार की वजह से वो एक खास इमेज में बध गए. जैसे कि फिल्म इंडस्ट्री में होता है, कोई जिस तरह के रोल में डेब्यू करता है या ज्यादा फिल्में करता है, उसी तरह के किरदार भी उसे ऑफर होने लगते हैं. करियर में आगे बढ़ने या परिवार चलाने के लिए उसे मजबूरी में उस तरह के रोल करने पड़ते हैं. ऐसा ही अपारशक्ति के साथ भी होने लगा.

फिल्म 'दंगल' के बाद से लेकर स्ट्रीट डांसर तक में उनके किरदार को देख लीजिए, एक तरह का रोल देखने को मिलेगा. लेकिन साल 2021 में फिल्म हेलमेट में उनको अलग तरह का किरदार करने का मौका मिला. इस फिल्म में अपने किरदार के जरिए उन्होंने जता दिया कि यदि उन्हें बेहतर मौका मिला तो वो उससे भी बेहतर काम कर सकते हैं. इसके बाद 'उड़ान' (2010), 'लूटेरा' (2013), 'ट्रैप्ड' (2017) और 'भावेश जोशी सुपरहीरो' (2018) जैसी फिल्मों का निर्देशन करने वाले विक्रमादित्य मोटवानी जैसे जौहरी ने उन्हें पहचाना और अपनी वेब सीरीज 'जुबली' में बिनोद दास का रोल दिया. बिनोद एक साधारण कर्मचारी है, जो कि प्रोडक्शन कंपनी में काम करता है, अपने मालिक का सबसे वफादार है. उसे भी फिल्मों में काम करने का मन है, लेकिन उसे पता है कि उसे कोई रोल नहीं देगा. फिर भी वो छुप-छुप कर एक्टिंग की प्रैक्टिस करते रहता है. एक दिन किस्मत साथ देती है और सुपरस्टार बन जाता है. बिनोद दास के स्टार बनने के कहानी अपारशक्ति खुराना से काफी मिलती जुलती है. हालांकि, अभी उनको लंबी दूरी तय करनी है.

लेखक

मुकेश कुमार गजेंद्र मुकेश कुमार गजेंद्र @mukesh.k.gajendra

लेखक इंडिया टुडे ग्रुप में सीनियर असिस्टेंट एडिटर हैं.

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