New

होम -> सिनेमा

 |  3-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 26 जुलाई, 2022 03:34 PM
आईचौक
आईचौक
  @iChowk
  • Total Shares

आयकर विभाग आमतौर पर बड़े लोगों पर रेड डालने के लिए कुख्यात है. लेकिन आर्थिक 'दंड' लगाने के लिए बदनाम संस्था पुरस्कार भी देती है. भारतीय सिनेमा के महारथी रजनीकांत को भी ऐसा ही सम्मान मिला है एजेंसी की तरफ से. उन्हें टैक्स जमा करने के लिए सम्मानित किया गया है. असल में टैक्स पेयर्स डे पर चेन्नई में उन्हें तमिलनाडु में इस साल सबसे ज्यादा टैक्स जमा करने के लिए सम्मानित किया गया. हालांकि पुरस्कार समारोह में रजनीकांत नहीं पहुंच पाए और उनकी तरफ से बेटी ऐश्वर्या रजनीकांत ने अवॉर्ड हासिल किया. अब मामला जब थलाइवा से जुड़ा है तो भला उसकी चर्चा क्यों ना हो.

सोशल मीडिया पर रजनीकांत को मिले अवॉर्ड की खूब चर्चा है और प्रशंसक ताजा बहाने से प्रिय अभिनेता की तारीफों के पुल बांध रहे हैं. उन्हें ईमानदार और मेहनती बताया जा रहा और नियम का पाबंद भी कहा जा रहा है. कई लोग यह भी कह रहे हैं कि जब बड़े लोग टैक्स बचाने की जुगत भिड़ाते हैं- रजनीकांत एक स्थापित करते नजर आते हैं. इसमें कोई शक नहीं कि सार्वजनिक जीवन में रजनीकांत जिस कद के स्टार हैं उनके बर्ताव में उसकी झलक कभी नहीं दिखती. वे बहुत साधारण तरीके से रहते हैं और बिना तामझाम के ही नजर आते हैं. नियमों के पाबंद हैं और खुलकर अपने विचार व्यक्त करते हैं.

rajanikanthरजनीकांत को तमिलनाडु में सबसे ज्यादा टैक्स जमा करने के किए सम्मानित किया गया है.

फिलहाल जेलर की तैयारियों में व्यस्त हैं रजनीकांत

रजनीकांत फिलहाल अपनी फिल्म 'जेलर' के लिए तैयारियां करने में व्यस्त हैं. जेलर को तमिल में व्यापक रूप से बनाया जा रहा है. इसे तमिल के सर्वश्रेष्ठ निर्देशकों में शुमार नेलसन दिलीप कुमार निर्देशित कर रहे हैं. फिल्म में रजनीकांत के साथ शिवकुमार, ऐश्वर्या राय बच्चन, योगी बाबू और रम्या कृष्णन जैसे सितारों को कास्ट किए जाने की खबरें हैं. पिछले साल भाई बहन की कहानी पर आधारित उनकी फैमिली ड्रामा 'अन्नाथे' आई थी जो बॉक्स ऑफिस पर बहुत कामयाब साबित हुई थी.

वैसे जो लोग रजनीकांत को सबसे ज्यादा टैक्स जमा करने के लिए तारीफ़ कर रहे हैं उन्हें शायद पता हो कि थलाइवा इससे पहले टैक्स के एक मामले में फटकार भी झेल चुके हैं. दो साल पहले टैक्स से जुड़े एक मामले में मद्रास हाईकोर्ट ने उन्हें फटकार लगाई थी. दरअसल, रजनीकांत ने हाईकोर्ट में ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन के खिलाफ एक याचिका डायर की. कॉर्पोरेशन ने मैरिज हॉल श्रीराघवेंद्र कल्याण मंडपम के 6.5 लाख रुपए के प्रॉपर्टी टैक्स को जमा करने का निर्देश दिया था. रजनीकांत को कॉर्पोरेशन की यह मांग अनुचित लगी थी.

टैक्स के लिए तारीफ़ बटोरने से पहले हाईकोर्ट की फटकार भी झेल चुके हैं थलाइवा

रजनीकांत को लगा कि मांग गलत है और उनसे मनमाने पैसे मांगे जा रहे हैं. उन्होंने इसे लेकर हाईकोर्ट में अपील कर दी. मगर हाईकोर्ट ने कहा कि मामला ऐसा नहीं है कि यहीं याचिका लगाई जाती. बल्कि रजनीकांत को चाहिए था कि वे कॉर्पोरेशन को आपत्तियों का रिमांडर देते. हाईकोर्ट ने उन्हें अदालत का वक्त बर्बाद करने के लिए फटकार लगाई. रजनीकांत को गलती का अहसास हुआ और उन्होंने माना कि उन्हें कॉर्पोरेशन को ही अप्रोच करना था.

यह भी जान लीजिए कि जिस मामले में रजनीकांत कोर्ट गए थे उनका वाजिब तर्क था. जिस मैरिज हॉल के लिए उनसे 6.5 लाख रुपए का टैक्स मांगा गया था- रजनीकांत के मुताबिक़ कोरोना महामारी की वजह से वह बंद था और कोई कमाई नहीं हुई थी.

लेखक

आईचौक आईचौक @ichowk

इंडिया टुडे ग्रुप का ऑनलाइन ओपिनियन प्लेटफॉर्म.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय