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Updated: 08 जून, 2022 01:14 PM
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अभिनेता-लेखक-निर्देशक-समीक्षक और इसी तरह की अन्य प्रतिभाओं के धनी कमाल आर खान का नाम भला कौन नहीं जानता है. दुनिया उन्हें केआरके के नाम से बुलाती है. केआरके जब भी बॉलीवुड को लेकर कोई खुलासा करते हैं तो कुछ न कुछ निकल कर आता ही है और उनके खुलासे सुर्ख़ियों का हिस्सा बन जाते हैं. इस बार केआरके के निशाने पर आदित्य चोपड़ा का बैनर और आमिर खान के बेटे जुनैद खान की फिल्म है.

केआरके ने एक ट्वीट कर सनसनी मचाने की कोशिश की है. ट्वीट में केआरके ने दावा किया कि आमिर खान के बड़े बेटे जुनैद खान की डेब्यू फिल्म सालभर से बनकर तैयार है लेकिन यशराज फिल्म्स उसे रिलीज करने से बच रहा है. दावा है कि असल में यशराज को डर है कि कहीं जुनैद की फिल्म भी फ्लॉप ना हो जाए. केआरके के मुताबिक़ यशराज की लगातार 10 फ़िल्में फ्लॉप हो चुकी हैं. ट्वीट में केआरके ने जुनैद का नाम तो नहीं लिया, लेकिन जुनैद की डेब्यू फिल्म यशराज ही बना रहा है.

असल में केआरके बहती गंगा में हाथ धोने के लिए मशहूर हैं. बॉलीवुड के बड़े सितारे खासकर खान सितारे उनके निशाने पर ही रहते हैं. इसमें भी सलमान खान उनके फेवरेट हैं. सलमान से जुड़े उनके विवाद तो कोर्ट भी पहुंचे हैं. बॉलीवुड के भाई भतीजावाद को भी खरी खोटी सुनाते रहते हैं. अब जबकि यशराज फिल्म्स की "सम्राट पृथ्वीराज" फ्लॉप हो गई है, केआरके ने एक तीर से कई निशाने साधने का प्रयास किया है.  

aamir-khan-son-650_060622090335.jpgआमिर खान, जुनैद और किरण राव.

क्या है आमिर खान के बेटे का प्रोजेक्ट?

केआरके के तमाम दावों में कितनी सच्चाई है यह तो नहीं पता लेकिन यह जरूर है कि यशराज फिल्म्स को लंबे समय से हिट के लिए संघर्ष करना पड़ा है. यशराज की पिछली कई फ़िल्में कतार में फ्लॉप हुई हैं. लगभग सभी फ़िल्में बड़े-बड़े सितारों की रही हैं. और यह बात भी सच है कि आदित्य चोपड़ा का बैनर ही आमिर के बेटे जुनैद को "महाराजा" के जरिए लॉन्च कर रहे हैं. पिछले साल जून में कोरोना बंदी के बाद जब बॉलीवुड काम पर लौटा था- महाराजा के शूटिंग शुरू होने की खबरें आई थीं. आमिर ने भी एक इंटरव्यू में बताया था कि जुनैद महाराजा से बतौर हीरो लॉन्च हो रहे हैं. हालांकि यह फिल्म उन्होंने खुद अपनी काबिलियत से हासिल की है.

असल में महाराजा की कहानी पीरियड ड्रामा है. यह 1862 के बहुचर्चित महाराज लिबेल केस पर आधारित है. ब्रिटिश इंडिया के दौर में बॉम्बे हाईकोर्ट में एक चर्चित केस आया था. अखबार के एक जर्नलिस्ट ने 'पुष्टिमार्ग' के धर्मगुरु पर महिला श्रद्धालुओं के यौन उत्पीडन का मामला उजागर किया था. धर्मगुरु कोई और नहीं जादूनाथ जी ब्रजरतन जी महाराज थे. जिस पत्रकार ने रिपोर्ट किया था वे करसनदास मूलजी थे. रिपोर्ट गुजराती अखबार 'सत्यप्रकाश' में प्रकाशित हुई थी.

कहानी है एक हिंदू धर्मगुरु द्वारा यौन शोषण करने की

जादूनाथ ने रिपोर्ट को झूठे तथ्यों पर आधारित और अपनी मानहानि माना था. करसनदास गुजराती भाषा के समाजसुधारक और पत्रकार थे. हालांकि अभी बहुत सारी चीजें आधिकारिक रूप से सामने नहीं आई हैं मगर कई रिपोर्ट्स का हवाला है कि जुनैद, पत्रकार करजनदास मूलजी की भूमिका में ही नजर आएंगे. फिल्म संवेदनशील विषय पर है. यह एक हिंदू धर्मगुरू पर यौन शोषण के आरोपों से जुड़ी है. केस भी तब का है जब भारत में अंग्रेजों का राज था. ब्रिटिश इंडिया खासकर 1900 से पहले की अदालतों पर राजनीतिक-धार्मिक पक्षपात के आरोप हैं.

हो सकता है कि केआरके की बात में दम हो. क्योंकि मौजूदा राजनीतिक वातावरण में कई चीजें यशराज फिल्म्स के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती हैं. एक तो आमिर खान को लेकर एक वर्ग तगड़ा विरोध करता नजर आता है. दूसरा फिल्म की कहानी में हिंदू धर्म गुरु के यौन उत्पीडन को दिखाया गया है. तीसरा बॉलीवुड में भाई भतीजावाद के खिलाफ नाराजगी दिखती है. फिलहाल यशराज फिल्म्स दर्शकों के बीच जिस तरह से साख के संकट का सामना कर रहा है- जुनैद के प्रोजेक्ट से बचा जा रहा हो.

वैसे यह भी हो सकता है कि केआरके की बातें हवा हवाई हो और उन्होंने सुर्ख़ियों में रहने भर के लिए नया शिगूफा छेड़ दिया है. जहां तक बात महाराजा की है तो हाल फिलहाल प्रोजेक्ट से जुड़ा कोई बड़ा अपडेट सामने नहीं आया है.

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