New

होम -> सिनेमा

 |  3-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 25 जुलाई, 2021 03:28 PM
आईचौक
आईचौक
  @iChowk
  • Total Shares

बजरंगी भाईजान सलमान खान के करियर में बॉक्स ऑफिस पर सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म है. बॉलीवुड ट्रेड रिपोर्ट्स के मुताबिक़ साल 2015 में रिलीज हुई फिल्म ने दुनियाभर में करीब 918 करोड़ रुपये कमाए थे. भारत में फिल्म ने कमाई तो की ही ओवरसीज मार्केट में भी जमकर रुपये बनाए. बॉलीवुड के इतिहास में आमिर खान की स्पोर्ट्स ड्रामा दंगल के बाद बजरंगी दूसरी ऐसी फिल्म है जिसने सबसे ज्यादा कमाई की. बजरंगी की कहानी फिलहाल बॉलीवुड के सबसे सेलिब्रेटी राइटर्स में शुमार के. विजयेंद्र प्रसाद ने लिखी थी. प्रसाद ने दूसरे पार्ट का आइडिया भी सलमान के साथ साझा किया है और कहानी पर काम कर रहे हैं.

बजरंगी भाईजान का निर्देशन कबीर खान ने किया था. भले ही कबीर खान निर्देशन के लिए पहली पसंद नहीं थे. मगर उनके निर्देशन में बजरंगी की टीम ने जो बेमिसाल काम किया वो इतिहास का हिस्सा है. अब सालों बाद विजयेंद्र प्रसाद ने खुलासा किया कि निर्देशन के लिए पहले वो बजरंगी भाईजान की कहानी को एसएस राजमौली के पास लेकर गए थे. लेकिन राजमौली ने कहानी सुनने के बाद उसे करने से मना कर दिया था. राजमौली फिलहाल पीरियड ड्रामा RRR को अंतिम रूप देने में जुटे हैं. फिल्म को इसी साल दशहरा वीकएंड में रिलीज करने की तैयारी है. राजमौली की RRR में राम चरण तेजा, जूनियर एनटीआर, अजय देवगन और आलिया भट्ट जैसे सितारे नजर आएंगे.

bajarangi-650_072521023843.jpg

राजमौली ने क्यों मना की थी बजरंगी भाईजान?

राजमौली के बजरंगी भाईजान का निर्देशन नहीं करने को लेकर विजयेंद्र प्रसाद खुद को कोसते हैं. Tollywood.net के मुताबिक़ प्रसाद ने कहा- दरअसल मैंने कहानी सुनाने के लिए गलत वक्त चुना. राजमौली को मैंने तब कहानी सुनाई जब वे वार सीक्वेंस (बाहुबली: द बिगनिंग) शूट कर रहे थे. यह हमारे लिए (बाहुबली की टीम) पीक टाइम था और वो (राजमौली) पूरी तरह से शूटिंग पर फोकस थे. मुझे कहानी सुनाने के लिए सही समय चुनना चाहिए था. जान लीजिए कि प्रसाद ने ही बाहुबली की भी कहानी लिखी थी.

बाहुबली और बजरंगी दोनों 2015 की जुलाई में एक हफ्ते के अंतराल पर रिलीज हुई थीं और दोनों ने दुनियाभर में कमाई के नए कीर्तिमान गढ़े थे.

बजरंगी भाईजान क्यों ख़ास बन गई?

कबीर खान के निर्देशन में बजरंगी भाईजान फैमिली एंटरटेनर साबित हुई थी. सलमान के अपोजिट करीना कपूर खान थीं. नवाजुद्दीन सिद्दीकी पाकिस्तानी पत्रकार की सहयोगी भूमिका में थे. फिल्म की कहानी बजरंगी और मुन्नी की बॉन्डिंग पर फोकस थी. मुन्नी एक मासूम बच्ची है जिसकी आवाज चली गई है. उसकी मां बेटी के लिए मन्नत मांगने घर से निकली थी. मगर वापसी में मुन्नी खो कर बजरंगी के पास तक पहुंच जाती है. मुन्नी और बजरंगी में बॉन्डिंग बन जाती है. मुन्नी उसे सही सलामत पहुंचाने की कसम खाता है और तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए पाकिस्तान पहुंच जाता है.

भारत-पाकिस्तान के रिश्तों की वजह से बजरंगी को वहां जासूस समझ लिया जाता है. पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी बजरंगी को पकड़ने के लिए पीछे पड़ी है. वहीं सच्चाई जानने के बाद पाकिस्तानी पत्रकार बजरंगी की मदद करने के लिए आगे आता है. वो खबरें रिलीज करता है. भारत और पाकिस्तान दोनों जगह बजरंगी और मुन्नी के लिए लोगों की भावनाएं एक सी नजर आती हैं. फिल्म में सलमान खान ने सीधे-साधे बजरंगी के किरदार में जान डाल दी थी. दो देशों की राजनीतिक कूटनीतिक स्थितियों में फिल्म की मानवीय कहानी ने दर्शकों को भावुक कर दिया. इसका नतीजा यह रहा कि लोग फिल्म देखने सिनेमाघरों में टूट पड़े.

लेखक

आईचौक आईचौक @ichowk

इंडिया टुडे ग्रुप का ऑनलाइन ओपिनियन प्लेटफॉर्म.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय