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Updated: 24 जनवरी, 2017 08:52 PM
रिम्मी कुमारी
रिम्मी कुमारी
  @sharma.rimmi
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तलाक. ये शब्द सुनते ही दिल और दिमाग में जो पहली तस्वीर आती है वो कड़वाहट से भरे एक कपल की होती है. ऐसे जोड़े की होती है जो एक-दूसरे को देख नहीं सकते. अगर उन्होंने तलाक लिया है इसका मतलब ये हुआ कि अब जीवन में वो एक-दूसरे को देखना भी नहीं चाहेंगे. hritik_650_012417060741.jpg लेकिन हृतिक और सुजेन खान की जोड़ी ने इस बात को गलत साबित किया है. हृतिक और सुजेन को बॉलीवुड का हॉट कपल माना जाता था और 2000 में शादी करने के 14 साल बाद अलग होने का फैसला करके दोनों ने सभी को चौंका दिया था. अमूमन तलाक के बाद सेलिब्रिटी कपल्स एक-दूसरे को पर्सनली नहीं तो पब्लिक में नजरअंदाज करने लगते हैं. हृतिक-सुजेन ने इस कांसेप्ट को बदल दिया है.

 

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2014 में तलाक के बाद से हृतिक और सुजेन के बीच दोस्ती की मजबूत गांठ बनी. पब्लिक के सामने उन्होंने अपनी इस दोस्ती और तलाक बाद भी रिश्ते में बनी गर्मजोशी को छुपाया नहीं बल्कि सामने लाए. बात चाहे पार्टियों में साथ दिखने की हो या फिर या अपने बेटों के साथ छुट्टियां मनाने की. ये खुलकर मिले और एक दूसरे के साथ को भी खूब इन्जॉय किया. 10 जनवरी को हृतिक के जन्मदिन पर सुजेन ने बधाई देते हुए इंस्टाग्राम पर अपनी और हृतिक को एक बड़ी ही प्यारी फोटो पोस्ट की. हृतिक की आने वाली फिल्म काबिल की स्क्रीनिंग में सुजेन आईं और उनकी तारीफों के पुल बांधने में कमी नहीं की. सुजेन ने ट्विटर पर अपने और हृतिक की दोस्ती को खुले तौर पर जाहिर किया. सुजेन ने बताया कि उनके बीच की दोस्ती किसी नाम का मोहताज नहीं है. तलाक के बाद भले ही ये दोनों जीवनसाथी की तरह एक-दूसरे की जिंदगी में नहीं हैं पर दोस्त की तरह हमेशा साथ रहेंगे.

इसके पहले हृतिक और कंगना के बीच हुए विवाद पर भी सुजेन खुलकर हृतिक के साथ खड़ी हुईं थीं. उन्होंने ट्विटर पर साफ कहा कि ये फोटो गलत है और फोटोशॉप की गई है. सुजेन का हृतिक के साथ इस मजबूती से खड़ा होना कई लोगों को रास नहीं आया. लेकिन उन्होंने अपने हिसाब से जिंदगी जीने का फैसला किया है तो उसे शेप देने का फैसला भी खुद ही कर रहे हैं.

इन दोनों ने शादी के समय, शादी के बाद और अब तलाक के बाद भी लोगों को जीवन जीने की वजहें दीं. दो अलग धर्मों से आने के बाद भी शादी करके बताया कि अगर प्यार सच्चा है तो दुनिया की परवाह नहीं करनी चाहिए. शादी की तो एक डिवोटेड कपल की तरह लोगों को फैमिली लाइफ का मतलब समझाया. और अब तलाक के बाद मैसेज दे रहे हैं कि रिश्तों में मतभेद होने के बावजूद सब खत्‍म नहीं हो जाता. रास्ते अलग होने से दोस्ती के मायने और मतलब नहीं बदल जाते. तलाक किसी रिश्ते का अंत है तो किसी रिश्ते की नींव भी है. जरुरत है तो सिर्फ चश्मा बदलने की.

लेखक

रिम्मी कुमारी रिम्मी कुमारी @sharma.rimmi

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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