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Updated: 25 जनवरी, 2022 08:17 PM
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कोरोना महामारी को लेकर तस्वीर बहुत साफ़ नहीं है लेकिन हालात के सामान्य होने के संकेत मिलने लगे हैं. आशंकाओं की वजह से जनवरी में कोई फिल्म नहीं आ सकी. निर्माता रिलीज से पीछे हट गए. फरवरी महीने में सिनेमाघरों में शेड्यूल फिल्मों का क्या होने वाला है- इस बारे में भी कुछ तय नहीं दिख रहा. अभी तक सिर्फ एक सिर्फ मेकर ने अपनी रिलीज को लेकर अनिच्छा जताई है. फिल्म शहीद मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के जीवन पर बनी बायोग्राफिकल ड्रामा मेजर है. इसे टाल दिया गया है. यह 11 फरवरी को शेड्यूल थी. मेजर संदीप 2008 के मुंबई अटैक में शहीद हुए थे. उधर मार्च में आ रही भूल भुलैया 2 को लेकर निर्माताओं ने कहा है कि 25 मार्च को ही सिनेमाघरों में आएगी.

फरवरी महीने में अन्य 9 फ़िल्में भी शेड्यूल हैं. इन्हें लेकर आशंका बनी हुई है. दरअसल फरवरी के पहले हफ्ते में 4 तारीख को दिग्गज फीमेल क्रिकेटर मिताली राज के जीवन पर बनी बायोग्राफिकल स्पोर्ट्स ड्रामा शाबास मिठू को रिलीज किया जाना है. मिताली की भूमिका में तापसी पन्नू हैं. इसी दिन लूप लपेटा और बीफोर यू डाई भी रिलीज होगी. लूप लपेटा भी तापसी पन्नू की ही फिल्म है. लोप्प लपेटा सिनेमाघरों की बजाय नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होगी. इसमें उनके साथ ताहिर राज भसीन भी हैं जबकि बीफोर यू डाई काव्या कश्यप और पुनीत राज शर्मा की फिल्म है.

तीनों मध्यम बजट की फ़िल्में हैं. मिताली की वजह से शाबास मिठू पर लोगों की नजरें हैं. अन्य दोनों फिल्मों का रिलीज अपडेट आना बाकी है. यह भी कम मजेदार नहीं कि एक ही दिन तापसी की दो फ़िल्में अलग अलग माध्यमों पर एक-दूसरे के आमने-सामने होंगी, अगर शाबास मिठू सिनेमाघर में आई तो.  

february-bollywood-m_012422091954.jpgफरवरी की इन दो फिल्मों पर सबकी नजर है.

आलिया की गंगूबाई आएगी या होगी पोस्टफोन

फरवरी के दूसरे हफ्ते में 11 तारीख को भी दो फ़िल्में हैं. इसमें से एक तो दीपिका पादुकोण, अनन्या पांडे और सिद्धांत चतुर्वेदी की गहराइयां हैं. यह फिल्म भी थियेटर की बजाय सीधे अमेजन प्राइम वीडियो के प्लेटफॉर्म पर आ रही है. इसी दिन मिर्जापुर फेम दिव्येंदु शर्मा की 'मेरे देश की धरती' सिनेमाघरों में रिलीज के लिए प्रस्तावित है. तीसरे हफ्ते में फरवरी की सबसे बड़ी फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी शेड्यूल है. इसे 18 तारीख को रिलीज किया जाना है. यह संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी एक सेक्स वर्कर की सच्ची कहानी पर आधारित है. अलिया भट्ट ने गंगूबाई की भूमिका निभाई है. पहले यह फिल्म 7 जनवरी को रिलीज होनी थी मगर आरआरआर की रिलीज अनाउंसमेंट के बाद भंसाली ने फिल्म को फरवरी में रीशेड्यूल कर दिया था. बाद में कोरोना की वजह से आरआरआर को भी पोस्टफोन कर दिया गया.

24 फरवरी को भी सुदीप की पैन इंडिया मूवी विक्रांत रोना और 25 फरवरी को रणवीर सिंह की जयेशभाई जोरदार शेड्यूल है. अभी तक मेजर के अलावा थियेटर रिलीज के लिए शेड्यूल अन्य फिल्मों के निर्माताओं ने पत्ते नहीं खोले हैं. शायद निर्माता अभी भी वेट एंड वॉच की स्ट्रेटजी अपना रहे. वैसे 4 फरवरी की तारीख बहुत नजदीक है. कुछ दिनों का वक्त बचा है और शाबास मिठू का कोई प्रमोशन नहीं दिखा रहा. यह इस बात का संकेत माना जा सकता है कि निर्माता शायद ही फिल्म को 4 फरवरी के दिन रिलीज करने में दिलचस्पी लें. हो सकता है कि अगले एक दो दिन में फिल्म को पोस्टफोन किए जाने की आधिकारिक जानकारी सामने आ जाए. फरवरी में एक और फिल्म बनारस भी रिलीज के लिए अपेक्षित है. लेकिन मेकर्स ने किसी तारीख की घोषणा नहीं की है.

फरवरी में रिलीज हो रही फिल्मों का प्रमोशन नहीं होना क्या संकेत है?

सबसे मजेदार तो गंगूबाई की रिलीज है. भंसाली ने इसे बड़े स्केल पर बनाया है. क्या वे मौजूदा हाल में फिल्म को सिनेमाघर में दिखाना चाहेंगे. वैसे देश में कोरोना के मामले गंभीर नहीं हैं और कुछ महानगरों को छोड़कर तमाम इलाकों में सिनेमाघर कोविड प्रोटोकाल के तहत खुल भी रहे हैं. कई शहरों में वीकएंड कर्फ्यू ख़त्म करने की शुरुआत हो चुकी है. स्कूल भी फिर से खोलने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस बात की संभावना है कि फरवरी में गंगूबाई की रिलीज तक फरवरी में हालात काफी सामान्य हो जाएंगे और बंद पड़े सिनेमाघरों को भी खोल दिया जाए.

गंगूबाई काठियावाड़ी के निर्माता अगर तय तारीख पर ही फिल्म को रिलीज करना चाहेंगे तो शायद फरवरी की शुरुआत से ही फिल्म का प्रमोशन शुरू हो जाए. अगर फरवरी के पहले हफ्ते फिल्म का प्रमोशन नहीं होता है तो यह मानने में हर्ज नहीं कि गंगूबाई को भी पोस्टफोन कर दिया जाए. वैसे नए साल में जनवरी का पूरा महीना कोरोना महामारी की भेंट चढ़ चुका है. सिनेमाघरों में अबतक कोई फिल्म नहीं आई है. तमाम सिनेमाघरों को फ़िल्में नहीं होने की वजह से अपना ऑपरेशन खुद ही बंद करना पड़ा. फरवरी को लेकर अभी भी अनिश्चितता के बादल नजर आ रहे हैं. कोरोना के मामलों में अभी उतार चढ़ाव भी खूब दिख रहा है.

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