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Updated: 13 अक्टूबर, 2016 06:45 PM
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इस समय, 6 अक्टूबर को दुनियाभर में रिलीज हुई फिल्म जैगुआर चर्चा में है. इस फिल्म के फेमस होने का एक खास कारण है, वो ये कि इस फिल्म का हीरो कोई आम इंसान नहीं बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा का पोता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी का बेटा निखिल कुमार है. जी हां, इतना बड़ा इंसान जब हीरो होगा तो सोचिए फिल्म का प्रमोशन और पब्लिसिटी किस लेवल पर हो रही होगी. पूरी जनता दल सेक्‍युलर पार्टी लग गई फिल्‍म को हिट कराने में.

फिल्म रिलीज पर तारीफों वाले रिव्यू छपवाए गए. कर्नाटक में जहां-जहां फिल्‍म प्रदर्शित की गई, वहां-वहां फैन क्लब के सदस्यों ने माहौल बनाया. कन्नड़ और तेलुगु भाषा में लॉन्च हुई ये फिल्म हर कारण से चर्चा में है. इसके राइटर विजेंद्र प्रसाद हैं जिन्होंने बाहूबली और बजरंगी भाईजान लिखी थी. डायरेक्टर तेलुगु सिनेमा के दिग्गज माहादेव हैं. इसे प्रोड्यूस खुद कुमारस्वामी ने अपने बैनर चन्नाम्बिका फिल्म के तहत किया है. साउथ की सुपर स्टार तमन्ना इसी फिल्म में स्पेशल अपियरेंस में दिखेंगी.

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 फिल्म जैगुआर का एक पोस्टर

800 थिएटर्स में लगी है फिल्म -

फिल्म को इतनी बड़ी ओपनिंग मिली है कि इसका हिट होना तो तय सी बात है. तेलांगना और कर्नाटका के कुल 800 थिएटर्स और मल्टीप्लेक्स में इस फिल्म को स्क्रीन मिली है. जहां जहां निखिल के परिवार का दबदबा अच्छा है उन सभी जगह पर ये फिल्म अच्छा रिस्पॉन्स दे रही है. मांड्या, हासन, चिक्कबालापुर और बेंगलुरु के कुछ हिस्सों में ये फिल्म हाउस फुल जा रही है.

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देवेगौड़ा ने 20 मिनट देखी फिल्म-

अब आप सोच रहे हैं पोते की पहली फिल्म और दादा ने सिर्फ 20 मिनट ही देखी तो आपको बता दें कि वो अपने किसी अन्य काम में व्यस्त थे. 20 मिनट फिल्म देखने के बाद देवेगौड़ा ने निखिल की खूब तारीफ की और ये भी कहा कि उसका फ्यूचर फिल्मी दुनिया में बहुत अच्छा है और वो सुपर स्टार बनेगा.

अब जब खुद पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने पोते के लिए ये बात कही है तो सुपर स्टार बनना तो तय सा लग रहा है. हालांकि, लोकल मीडिया और फिल्स क्रिटिक्स ने भी इस फिल्म की काफी तारीफ की है. आप इसे सिर्फ पब्लिसिटी ही ना समझिएगा, ऑडिएंस रिएक्शन भी इस फिल्म का काफी अच्छा आया है.

फिल्मी खर्चा-

अब इतनी तारीफ जिस फिल्म की हो रही है वो यकीनन काफी नवाबी होगी. इस फिल्म को बनाने में 15 करोड़ खर्च किए गए हैं. फिल्म की शूटिंग बल्गेरिया में भी हुई है और इसमें तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के कई दिग्गज शामिल हैं. इसे तो बनने से पहले ही ब्लॉकबस्टर घोषित कर दिया गया था.

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आखिर क्या है फिल्म में?

अब बात एक जरूरी मुद्दे पर. आखिर फिल्म में ऐसा क्या है जो चहुंओर इतनी चर्चा हो रही है? इस फिल्म का ट्रेलर देखने पर ये टॉलीवुड सिनेमा की बाकी फिल्मों की तरह ही लगती है. इसमें एक जैगुआर नाम का कैरेक्टर है. ये इंसान लोगों की मदद करता है और बुराइयों से लड़ता है. ट्रेलर में ही आपको उसकी ताकत का अंदाजा हो जाएगा. किसी हॉलीवुड फिल्म की तरह एक्शन स्टंट और लोकेशन का ध्यान रखा गया है.

क्या होगा आगे?

कुमारस्वामी का कहना है कि निखिल ने कुछ समय पहले पॉलिटिक्स से जुड़ने की इच्छा जाहिर की थी और कुछ लोकल प्रोटेस्ट और चुनावी इवेंट्स में हिस्सा भी लिया था, लेकिन बाद में निखिल ने फिल्मों में जाने की इच्छा जताई और उसके लिए ट्रेनिंग ली. इसी के साथ, ये भी दावा किया गया है कि जैगुआर की कमाई का 25% हिस्सा कर्नाटका के गरीबों पर खर्च किया जाएगा. अब सवाल ये उठता है कि क्या निखिल की फिल्मों की पब्लिसिटी अब पॉलिटिक्स के काम आएगी? इतने बड़े राजनीतिक बैकग्राउंड के होने के बाद जब कोई फिल्म स्टार उसी परिवार से निकलता है तो अक्सर परिवार को फायदा ही होता है. हमारे देश में लोकप्रिय फिल्म स्टार आखिर में राजनीती का रुख कर लेते हैं. किसी ना किसी तरह से अभिनेता नेता बनने की कगार पर खड़े हो जाते हैं. ऐसे में क्या होगा निखिल का भविष्य ये तो वक्त ही बताएगा.

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