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Updated: 07 जनवरी, 2022 08:21 PM
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कोरोना महामारी के बाद बदले हालात में एक-एक कर सारी धारणाएं टूटती जा रही हैं. फिल्मों की रिलीज से जुड़ी एक स्थापित धारणा अब तक यह भी थी कि जो फ़िल्में सिनेमाघरों में रिलीज होती थीं, ओटीटी या अन्य दूसरे माध्यमों पर उनका प्रीमियर एक अंतराल के बाद ही किया जाता था. लेकिन कोरोना काल में यह साफ़ दिख रहा है कि किसी फिल्म के सिनेमाघर में आने के एक महीने के अंदर ही वह फिल्म ओटीटी पर भी आ रही है. आयुष्मान खुराना और वाणी कपूर स्टारर चंडीगढ़ करे आशिकी पिछले महीने 10 दिसंबर कोई सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी.

फिल्म को चार हफ्ते से कुछ पहले ही ओटीटी पर रिलीज कर दिया गया है. फिल्म नेटफ्लिक्स पर आज से स्ट्रीम हो रही है. वैसे यह फिल्म अब भी कई मल्टीप्लेक्स में दिखाई जा रही है. अब तक देखने में आया है कि थियेटर एग्जीबिटर्स शर्तों के आधार पर फिल्मों को शोकेस करते रहे हैं. उनकी शर्ते होती हैं कि कम से कम सिनेमाघरों में रिलीज के चार हफ़्तों तक फिल्मों का प्रीमियर दूसरे माध्यमों पर नहीं होगा. आमतौर पर ओटीटी पर फ़िल्में सिनेमाघरों में चार हफ्ते का वक्त बिताने के बाद ही रिलीज की जाती हैं. जबकि थियेटर में आने वाली फिल्मों का टीवी प्रीमियर करीब छह से आठ हफ़्तों के बाद किया जाता है.

यह भी देखने में आया है कि ऐसी कोशिशों की सुगबुगाहट में थियेटर एग्जीबिटर्स ने हाइब्रिड रिलीज का भी विरोध किया है. हाइब्रिड रिलीज यानी सिनेमाघरों के साथ-साथ दूसरे माध्यमों पर भी फिल्म को दिखाया जाना. थियेटर एग्जीबिटर्स तर्क देते हैं इससे सिनेमाघरों के व्यवसाय पर फर्क पड़ेगा. हाल की चर्चाओं में यह बात भी सामने आई है कि बदले माहौल में ज्यादा बेहतर मुनाफे के लिए कुछ निर्माताओं ने हाइब्रिड रिलीज की कोशिश की पर वे कामयाब नहीं हुए. इस आधार पर देखें तो चंडीगढ़ करे आशिकी चार हफ़्तों से पहले ही ओटीटी पर स्ट्रीम हो गई. हो सकता है कि मेकर्स ने इस बारे में पहले से ही कोई समझौता कर रखा हो. क्योंकि किसी फिल्म की रिलीज से जुड़े नियम अनिवार्य नहीं होते. यह संबंधित पक्षों की आपसी समझ का मामला है. अगर सभी पक्ष राजी हैं तो उन्हें कहीं भी कभी भी रिलीज किया जा सकता है.

chandigarh-kare-aash_010722034527.jpgचंडीगढ़ करे आशिकी में आयुष्मान खुराना और वाणी कपूर.

क्या चंडीगढ़ करे आशिकी से फिल्मों की रिलीज में बदलाव होगा

वैसे हाइब्रिड रिलीज वक्त के साथ जरूरत की तरह सामने आता जा रहा है. आज नहीं तो कल निर्माताओं को इस दिशा में बढ़ना ही होगा. बॉक्स ऑफिस पर फिल्मों की रिलीज का प्रेशर है. थियेटर में जाने वाले निर्माताओं को ओटीटी स्ट्रीमिंग से बढ़िया फायदा नहीं मिल पाता. सिनेमाघरों से मुनाफा फिल्म के हिट होने पर निर्भर करता है. मुनाफे का संतुलित बंटवारा करते हुए अगर हाइब्रिड रिलीज को लेकर कोई प्लान बने तो यह निर्माताओं, ओटीटी प्लेटफॉर्म और दर्शकों तीनों के लिए फायदेमंद हो सकता है. भविष्य में ऐसे रिलीज विकल्प को स्वीकार करना ही होगा.

चर्चा में है चंडीगढ़ करे आशिकी

चंडीगढ़ करे आशिकी मूवी का विषय बोल्ड है जिसपर समाज में खुलकर बात नहीं होती. पंजाबी तड़के में बनी फिल्म की रिलीज के बाद दर्शकों समीक्षकों ने काफी तारीफ़ की थी. यह फिल्म बॉडी बिल्डिंग और जिम का शौक रखने वाले एक पंजाबी युवा जिसका किरदार आयुष्मान खुराना ने किया है उसकी कहानी है. वह लोकल चैम्पियन है. घरवाले चाहते हैं कि शादी कर ले, मगर वो इसके लिए तैयार नहीं. उसका मकसद कुछ और ही है. घर के हिस्से में उसका जो जिम चल रहा है घाटे में है.

जिम के लिए एक जुम्बा ट्रेनर की जरूरत समझी में आती है और इस तरह एंट्री होती है वाणी कपूर की. दोनों में प्यार हो जाता है. मगर सेक्स चेंज का अतीत सामने आता है तो प्रेमी प्रेमिका के बीच का समीकरण कहानी में बदल जाता है. यह फिल्म LGBTQA समुदाय और सेक्स चेंज पर को लेकर समाज के दोनों बर्ताव पर बात करती नजर आ रही है.  फिल्म में गंभीर विषय को ह्यूमर के साथ परोसा गया है. बॉक्स ऑफिस पर आयुष्मान वाणी की फिल्म ने करीब 37 करोड़ से ज्यादा का कारोबार किया है.

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