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Updated: 08 जनवरी, 2022 09:09 PM
मुकेश कुमार गजेंद्र
मुकेश कुमार गजेंद्र
  @mukesh.k.gajendra
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कोरोना महामारी ने हमारी अर्थव्यस्था को तो बर्बाद किया ही, साथ ही हमारे बच्चों की आजादी भी छीन ली. स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्रों की पढ़ाई ऑनलाइन होने की वजह से मोबाइल तक सिमट गई है, तो वहीं उनकी एक्टिविटी घर की चारदीवारी तक सीमित हो चुकी है. ऐसे में बच्चों और व्यस्कों को कॉलेज जीवन का एहसास कराने के लिए एक वेब सीरीज ओटीटी प्लेटफॉर्म एमएक्स प्लेयर पर स्ट्रीम हो रही है. इस वेब सीरीज का नाम 'कैंपस डायरीज' (Campus Diaries) है. निर्देशक प्रेम मिस्त्री के निर्देशन में बनी इस वेब सीरीज में अभिनेता हर्ष बेनीवाल, ऋत्विक सहोरे, सलोनी पटेल, अभिनव शर्मा और रंजन राज अहम रोल में हैं. वेब सीरीज की कहानी अभिषेक यादव, देवांशी शाह, तालाह सिद्दीकी और गगनजीत सिंह ने मिलकर लिखी है.

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कॉलेज लाइफ, हॉस्टल लाइफ, टीनएज रोमांस, कॉलेज पॉलिटिक्स, फ्रेंडशिप और रैगिंग की जब भी चर्चा होती है, तो जेहन में 'कोटा फैक्ट्री', 'हॉस्टल डेज़', 'कॉलेज रोमांस' और 'मिस-मैच्ड' जैसे वेब सीरीज के नाम कौंधने लगते हैं. इसी कड़ी में वेब सीरीज 'कैंपस डायरीज' का नाम भी लिया जा सकता है. इसमें चंडीगढ़ की एक्सल यूनिवर्सिटी के छह स्टूडेंट्स का नए जमाने के ड्रामे को रोचक अंदाज में पेश करने की कोशिश की गई है. इसमें दिखाया गया ड्रामा आम नहीं है, क्योंकि यह आम-सी मस्ती और दोस्ती से अलग है. इसमें ऐसे मुद्दों को दिखाया और सुलझाया गया है, जिसके बारे में बहुत कम बात की जाती है, जैसे रैगिंग, सामाजिक हैसियत के आधार पर भेदभाव, एकतरफा प्यार की कहानियां, बड़े पैमाने पर ड्रग्स का इस्तेमाल और कड़वे रिश्ते.

Campus Diaries Web Series की कहानी

वेब सीरीज 'कैंपस डायरीज' की कहानी एक्सेल यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छह स्टूडेंट्स के इर्द-गिर्द घूमती रहती है. इनमें पहला और प्रमुख नाम सुधीर का है. वो हरियाणा का रहने वाला है. उसका मन पढ़ाई से ज्यादा पॉलिटिक्स में लगता है. दूसरा नाम सुष्मिता है, जो बेहद ब्लंट और बोल्ड है. तीसरा अभिलाष एक बहुत ही सज्जन लड़का है. वो मन ही मन सुष्मिता को पसंद करता है. उसके खाने-पीने का ख्याल रखता है. यहां तक कि सुष्मिता जब उसके नाम पर अपना बिल फाड़ती है, तो गुस्सा करने की बजाए खुश होता है. चौथा नाम सान्या का है, जो पढ़ाई में अव्वल है. सही मायने में टॉपर स्टूडेंड, लेकिन घरवालों की वजह से एक्सेल पहुंच जाती है. पांचवां नाम राघव का है, जो सिंगापुर रिटर्न है. वो ड्रग्स एडिक्ट है. छठा नाम प्रियंका का है, जो स्टूडेंट पॉलिटिक्स करती है.

सुधीर (हर्ष बेनीवाल), अभिलाष (ऋत्विक सहोरे), सुष्मिता (सलोनी पटेल), सान्या (सृष्टि गांगुली) और राघव (अभिनव शर्मा) भले एक-दूसरे के स्वभाव के विपरीत हैं, लेकिन एक-दूसरे के बहुत अच्छे दोस्त हैं. उन्हें पता है कि कब एक-दूसरे का कहां पर साथ देना है. सुधीर, अभिलाष और सुष्मिता कैंपस में आने वाले फ्रेशर की रैंगिंग लेते रहते हैं, लेकिन एक दिन उनका सामना राघव से हो जाता है. राघव सिंगापुर रिटर्न है. उसने एक साल की पढ़ाई वहां से पूरी करने के बाद दूसरे साल के लिए इस कैंपस में दाखिला लिया है. सीनियर्स का गैंग उसकी रैगिंग लेना चाहता है, लेकिन राघव उनके सामने डट जाता है. तभी कॉलेज के डीन आ जाते हैं और सभी को पकड़कर अपने ऑफिस ले जाते हैं. लेकिन राघव उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने से मना कर देता है.

डीन को मजबूरन सभी स्टूडेंट्स को छोड़ना पड़ता है. लेकिन रैगिंग करने के आरोप में उनको बरी नहीं करता. बाहर निकलने के बाद राघव और सुधीर में लड़ाई हो जाती है. इस वजह से राघव उनको छोड़कर चला जाता है. अब सुधीर एंड गैंग के सामने अपना नाम हटवाने या फिर अपने साथ कई दूसरे स्टूडेंट्स के नाम जुड़वाने की चुनौती आ जाती है. इसके लिए वो फ्रेशर्स से मिलकर दूसरे सीनियर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने की कोशिश करते हैं, लेकिन सफलता नहीं मिल पाती है. उनके सामने सजा की तलवार लटकती हुई दिखाई देती है. कॉलेज रैगिंग कमेटी के सामने सभी एक-दूसरे का साथ देते हैं. अंतत: कमेटी उनको चेतावनी के साथ मामूली सजा देकर बरी कर देती है. इसके बाद कैंपस में ड्रग्स के कारोबार के बीच रोमांस का दौर शुरू हो जाता है.

Campus Diaries Web Series की समीक्षा

वेब सीरीज 'कैंपस डायरीज' के क्रिएटर प्रेम मिस्त्री और अभिषेक यादव उसी टीवीएफ फैक्ट्री के प्रोडक्ट है, जहां से 'कोटा फैक्ट्री' जैसी वेब सीरीज निकली है. यही वजह है कि इस वेब सीरीज में उसकी छाप दिखाई देती है. कैंपस की ऐसी कहानी हमने कई बार देखी और सुनी है. यहां तक कि कुछ लोगों ने जिया भी है. लेकिन 'कैंपस डायरीज' में प्रेम मिस्त्री और अभिषेक यादव ने कहानी को रोचक और दिलचस्प अंदाज में पेश किया है. हां, इसकी लंबाई जरूर खटकती है. क्योंकि 30 से 40 मिनट के 12 एपिसोड देखना थोड़ा ऊबाऊ सा लगता है. लेकिन कॉलेज जीवन को जी रहे या जी चुके लोगों को ये जरूर रास आएगा. निर्देशन कमाल का है. कहानी भी कसी हुई और रोमांचक है. वेब सीरीज में कथ्य और कहानी के हिसाब से रंग जमाने लायक सारे तत्व मौजूद हैं.

इस वेब सीरीज में या तो ज्यादातर कलाकार नए हैं या फिर बहुत कम पर्दे पर नजर आए हैं. लेकिन हर किसी ने अपने किरदार के हिसाब से अच्छा अभिनय किया है. सुधीर के किरदार में जानेमाने यूट्यूबर हर्ष बेनीवाल ने अपने हरियाणवी अंदाज में कॉमेडी करने की सफल कोशिश की है. तेज तर्रार सुष्मिता के किरदार में सलोनी खन्ना भी जमी हैं. सान्या के किरदार में सृष्टि गांगुली रिंदानी ने तो गजब ढ़ाया है. उनके किरदार में बहुत विविधिता है, जिसे उन्होंने बहुत ही संवेदनशीलता और परिपक्वता से निभाया है. राघव के किरदार में अभिनव शर्मा को थोड़ी ज्यादा मेहनत करनी चाहिए थी. हालांकि, एक ड्रग एडिक्ट के रूप में वो कई बार डराते हैं, जिसे उनके अभिनय का मजबूत पहलू उजागर होता है. सलोनी गौर और ऋत्विक साहोर ने भी अपने अभिनय से ध्यान आकर्षित किया है.

कुल मिलाकर, 'कैंपस डायरीज' निर्देशन और लेखन से लेकर अभिनय तक एक अच्छी वेब सीरीज कही जा सकती है. इसमें मनोरंजन के सारे तत्व मौजूद हैं. यदि आप 'कोटा फैक्ट्री', 'हॉस्टल डेज़', 'कॉलेज रोमांस' जैसी वेब सीरीज पसंद करते रहे हैं, तो इसे आपको जरूर देखना चाहिए.

iChowk.in रेटिंग: 5 में से 3 स्टार

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लेखक

मुकेश कुमार गजेंद्र मुकेश कुमार गजेंद्र @mukesh.k.gajendra

लेखक इंडिया टुडे ग्रुप में सीनियर असिस्टेंट एडिटर हैं.

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