New

होम -> सिनेमा

 |  3-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 26 सितम्बर, 2022 04:33 PM
आईचौक
आईचौक
  @iChowk
  • Total Shares

बेतहाशा स्क्रीन्स पर मौजूदगी, दो हफ़्तों तक सिनेमाघरों में एकाधिकार के बावजूद दुनियाभर से ब्रह्मास्त्र अपने बजट के बराबर कमाई नहीं कर पाई है. अभी तक का हाल यही है. फिल्म का बजट 400 करोड़ से ज्यादा है. ब्रह्मास्त्र का दुनियाभर से कुल कलेक्शन ही करीब 403 करोड़ रुपये पहुंचा है. इसमें भी लगभग 40-50  प्रतिशत हिस्सा टैक्सस, एग्जीबिटर और दूसरी मदों में चला जाएगा. जाहिर सी बात है कि करण जौहर और दूसरे निवेशक चिंतित होंगे. तीसरे शुक्रवार को हल्के बजट की दो फिल्मों के बिजनेस ने भी उनकी चिंता और बढ़ा दी होगी. ये फ़िल्में हैं- सन्नी देओल और दुलकर सलमान की चुप: रिवेंज ऑफ़ द आर्टिस्ट और आर आधावन की धोखा.

दोनों फ़िल्में हजार-हजार से बहुत कम स्क्रीन पर रिलीज हुईं मगर उल्लेखनीय बिजनेस किया है. चुप ने पहले दो दिन में ही करीब 5.13 करोड़ कमा लिए हैं. धोखा ने भी ढाई करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन निकाला है. चुप के पक्ष में एक जबरदस्त वर्ड ऑफ़ माउथ बन चुका है. फिल्म की भारी डिमांड है. इस वजह से फिल्म के स्क्रीन्स की संख्या बढ़ाए जाने की खबरें हैं. तमाम चीजें सीधे-सीधे ब्रह्मास्त्र को नुकसान पहुंचाने वाली साबित हो रही है. ब्रह्मास्त्र को सिनेमाघरों में लागत रिकवर करने के लिए अभी बहुत समय की जरूरत है. बावजूद कि यह लगभग असंभव है. आईचौक विश्लेषणों में पहले ही वजहों पर बात कर चुका है. आर बाल्की की चुप ने एक तरह से लगाम थाम ली है. उधर, अगले शुक्रवार को मणिरत्नम के निर्देशन में PS 1 के रूप में दक्षिण का बड़ा तूफ़ान हिंदी बेल्ट की तरफ चुपचाप बढ़ रहा है.

brahmastraब्रह्मास्त्र

चुप ने ही कमर तोड़ दी, PS 1- विक्रम वेधा के सामने हालत का अंदाजा लगा सकते हैं

PS 1 के साथ बॉलीवुड की ही थ्रिलर 'विक्रम वेधा' जो असल में साउथ का आधिकारिक रीमेक वह भी रिलीज होगी. ऐसे में चुप, PS 1 और विक्रम वेधा के सामने ब्रह्मास्त्र की रही-सही गुंजाइश भी ख़त्म हो जाएगी. हालांकि रणबीर कपूर और अलिया भट्ट स्टारर फिल्म के लिए करण जौहर ने अपने तरकश से आख़िरी तीर निकाला है. मेकर्स ने घोषणा की है कि तीसरे शुक्रवार को सोमवार से गुरुवार तक उनकी फिल्म मात्र 100 रुपये में दिखाई जाएगी. निर्माताओं को उम्मीद है कि टिकटों की कम दरें शायद दर्शकों की भीड़ को सिनेमाघर तक खींच कर ले आए. और चौथे हफ्ते में तीन बड़ी फिल्मों के बीच ब्रह्मास्त्र की गुंजाइश बनी रहे जो फिलहाल तो दूर दूर तक नजर नहीं आ रही है.

असल में शुक्रवार को नेशनल सिनेमा डे पर थियेटर्स के टिकट 75 रुपये में रखे गए थे और बड़े पैमाने पर दर्शक चुप के लिए निकले. चुप के लगभग सभी शोज हाउसफुल थे. चुप मात्र 600 स्क्रीन्स पर थी. बहुत से दर्शक सिनेमा डे पर टिकटों की कम दरों और चुप के लिमिटेड स्क्रीन्स की वजह से ब्रह्मास्त्र देखने पहुंचे. सिनेमा दे पर फिल्म के कलेक्शन ने निर्माताओं को तूफ़ान में एक रोशनी दिखाई. और अब उन्होंने फिल्म की दरें आगे भी कम करने का फैसला लिया है. मगर सवाल सबसे बड़ा यही है कि जब दर्शकों के सामने तीन नई फ़िल्में मौजूद हैं तो दो हफ्ते बाद कोई ब्रह्मास्त्र देखने में क्यों ही दिलचस्पी दिखाएगा?

ब्रह्मास्त्र के लिए करण जौहर के तरकश का आख़िरी तीर काम करेगा या नहीं

ब्रह्मास्त्र के लिए करण जौहर की ट्रिक काम करती है नहीं, यह अगले कुछ दिनों में साफ़ हो जाएगा. एक बात बिल्कुल तय है कि फिल्म किसी भी सूरत में सिनेमाघरों से अपना बजट रिकवर नहीं कर पाएगी. ये दूसरी बात है कि ओटीटी और टीवी राइट बेंचकर करण जौहर अपना लॉस थोड़ा कम कर लें.

ब्रह्मास्त्र फंताशी एक्शन एडवेंचर फिल्म है. कहानी और निर्देशन अयान मुखर्जी का है. जबकि रणबीर आलिया के अलावा अमिताभ बच्चन, मौनी रॉय और नागार्जुन अहम भूमिकाओं में दिखे थे. शाहरुख खान भी एक जबरदस्त कैमियो में नजर आए थे. रिलीज से पहले ही सोशल मीडिया पर ब्रह्मास्त्र का जबरदस्त विरोध नजर आया था. तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फिल्म लंबा और तीखा विरोध देखा गया. ज्यादातर समीक्षाओं में फिल्म के कंटेंट को लेकर निराशा जताई गई. कुछ समीक्षाओं में तारीफें भी देखने को मिली थी.

लेखक

आईचौक आईचौक @ichowk

इंडिया टुडे ग्रुप का ऑनलाइन ओपिनियन प्लेटफॉर्म.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय