बिग बॉस 9 यानी 'सास, बहू, ससुराल'
जहां घर के कुछ सदस्य बहुत जी-जान लगाकर कुछ मनोरंजन डालने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं कुछ रॉशेल जैसे हैं जो चाहकर भी वह मनोरंजन नहीं दे पा रहे हैं, जिसकी उम्मीद दर्शक चाहते हैं
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बिग बॉस का घर जहां हमेशा से अपने लड़ाई-झगड़ों और तनाव की वजह से सुर्खियों में रहता था, वहीं इस बार अलग तरह के माहौल ने घर को किसी टीवी सीरियल जैसा बना डाला था. बिल्कुल सास बहू और ससुराल जैसे. वजह टीवी सितारों का जमावड़ा और उनका आपस में व्यवहार और मेलजोल कुछ-कुछ धारावाहिक वाली झलक दे रहा था.
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| बिग बॉस 9 की एक झलक |
अमन घर के ससुर की तरह व्यवहार कर रहे थे तो किश्वर कुछ-कुछ सास की तरह जबकि युविका और रॉशेल घर की बहुओं की तरह. जिसमें युविका आदर्श बहू की तरह पेश आ रही थी, जबकि रॉशेल मूडी बहू की तरह. उधर, कीथ और सुयश बीवियों या कहें गर्लफ्रेंड्स के इशारे पर नाचने वाले बेटों के रूप में दिखे.
उधर दिगांगना कुछ-कुछ घर की लाड़ली बेटी की तरह बनने की कोशिश कर रही थी और प्रिंस लाड़ले बेटे की तरह जो हर थोड़ी देर बाद जोश मे आ जाता था और बड़ी-बड़ी बातें हांकने लगता था. वह यह भूल जाते थे कि वे रोडीज में नहीं बल्कि बिग बॉस में हैं. मंदाना ने शुरू से वैंप का किरदार थामा हुआ था, और उन्होंने इसके जरिये शो में कुछ रौनक बचा रखी थी.
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| वाइल्ड कार्ड एंट्री- ऋषभ सिन्हा |
पूरा शो बहुत ही बोरिंग चल रहा था, और ऐसा लगता था कि कुछ थके हुए लोगों की टोली को पेड छुट्टियों पर भेज दिया गया है. लेकिन ऋषभ सिन्हा की एंट्री ने पूरे घर को बदल डाला है. जहां घर के कुछ सदस्य बहुत जी-जान लगाकर कुछ मनोरंजन डालने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं कुछ रॉशेल जैसे हैं जो चाहकर भी वह मनोरंजन नहीं दे पा रहे हैं, जिसकी उम्मीद दर्शक चाहते हैं. फिर प्रिंस और युविका के बच्चों जैसे मजाक भी शो में उस तरह का मजा नहीं दे पाते जिस तरह का मजा गौतम और पुनीत इस्सर ने पिछले सीजन में दिया था. हालांकि नई वाइल्ड कार्ड एंट्री पुनीत वशिष्ठ भी इस शो में जान फूंकने के इरादे से आए लगते हैं.
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| वाइल्ड कार्ड एंट्री- पुनीत वशिष्ठ |
कह सकते हैं कि एक हंसते-खेलते घर को अब वाइल्ड कार्ड एंट्री की नजर लग गई है, और शो की टीआरपी के लिए यह नजर भी जरूरी है.




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