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Updated: 05 मार्च, 2016 10:58 AM
पारुल चंद्रा
पारुल चंद्रा
  @parulchandraa
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छोटे पर्दे पर इन दिनों सबसे धमाकेदार सीरियल अगर कोई है तो वो है 'भाभीजी घर पर हैं'. और इसमें एक भाभी यानी अंगूरी भाभी इस सीरियल की जान हैं. जान कहना इसलिए भी गलत नहीं क्योंकि एक वही तो हैं जिनका तकिया कलाम 'सही पकडे हैं' और 'लड्डू के भइया' आज हर किसी की जबान पर चढ़ा हुआ है. उनसे ज्यादा मासूम भाभी शायद ही कोई होगी. अंगूरी भाभी यानि शिल्पा शिंदे अब घर-घर की भाभी बन गई हैं, इनके आगे तो लोगों ने सविता भाभी को भी भुला दिया है. लेकिन ये खबर यकीनन इस सीरियल के फैन्स को निराश जरूर कर देगी कि शिल्पा शिंदे शायद अब घर पर न मिलें. सही पकड़े हैं, शिल्पा सीरियल छोड़ रही हैं.

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अंगूरी भाभी असल में कुछ ऐसी दिखती है

अंगूरी भाभी तो वहीं मिलेंगी 

अब सीरियल की मीठी चुहलबाजी आपको शायद उतना नहीं गुदगुदाएगी, विभूति जी अंगूरी भाभी को रिझाने की कोशिशें करते तो दिखाई देंगे लेकिन हमारी अंगूरी भाभी के रूप में कोई और ही नजर आएगा. गोरी मेम, कच्छा बनियान वाले तिवारीजी, नल्ले विभूति जी, तोंद वाले दरोगा जी सीरियल में सब होंगे लेकिन वो खूबसूरत नासमझ, भोली-भाली, गलत सलत अंग्रेजी बोलने वाली और गलती ठीक करने पर अपनी कातिल अदा से मुस्कुराकर  'सही पकड़े हैं' कहने वाली शिल्पा अब नहीं होंगी.  

प्रभावशाली किरदारों में फिट नहीं होते दूसरे कलाकार 

सुनने में आ रहा है कि प्रोडक्शन हाउस ने अंगूरी भाभी के किरदार के लिए किसी और का चयन कर लिया है. ये वास्तव में निराश करने वाली ही बात होती है जब लोग अपने पसंदीदा किरदार को किसी और रूप में देखते हैं. वो भले ही कितनी अच्छी तरह किरदार निभाए लेकिन हर सीन में नया कलाकार किरदार को जीने के लिए सिर्फ 'प्रयास' करता हुआ ही दिखाई देता है. लगता है जैसे पहले वाले कलाकार की नकल करने की कोशिश कर रहा हो. जबकि हकीकत तो ये होती है कि हमारे पसंदीदा किरदार हमारे दिलों के साथ-साथ आंखों में भी बसे होते हैं, और उसे किसी और रूप में देखना आखों को भाता ही नहीं. इसका नतीजा ये होता है कि सीरियल अपनी पहचान ही खो देता है.

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इससे पहले भी कई सीरियलों में जैसे ही मुख्य कलाकारों को बदला गया, सीरियल की टीआरपी पर बहुत असर पड़ा. 'बालिका वधु' में 'आनंदी' अविका गौर की जगह जैसे ही प्रत्युषा बैनर्जी आईं, बहुतों ने सीरियल देखना ही बंद कर दिया. कुछ ऐसा ही हाल था 'साथ निभाना साथिया' का. 'गोपी बहु' जिया मानेक की जगह जब देवोलीना को लाया गया तो लोगों को उन्हें स्वीकारने में काफी समय लगा. सीरियल 'सास भी कभी बहू थी' की सबसे महत्वपूर्ण किरदार तुलसी वीरानी यानी स्मृति ईरानी की जगह जब गौतमी ने ली, तो शो की टीआरपी तेजी से गिरने लगी. 'पवित्र रिश्ता' के मानव यानि सुशांत सिंह राजपूत की जगह जब हितेन तेजवानी ने ली तो दर्शक उन्हें भी स्वीकार नहीं पाए थे.

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'भाभी जी घर पर हैं' की दोनो भाभियां

आखिर जाएंगी कहां भाभी जी 

शिल्पा शिंदे की जगह सीरियल में भले ही कोई और ले ले, लेकिन शिल्पा की अदाकारी का जादू अब लोगों के सर चढ़ चुका है. भाभी जी के फैंस के लिए अच्छी खबर ये हैं वो अपने पड़ोसी 'भरभूति जी'(विभूति जी) के साथ एक दूसरे शो में जल्दी दिखाई देंगी. इस सीरियल में भले ही विभूति जी भाभी को कभी रिझा नहीं सके लेकिन विभूति जी की ये इच्छा अगले शो में पूरी हो जाएगी. इसमें ये दोनों पति-पत्नी के किरदारों में नजर आएंगे. हालांकि इस आने वाले सीरियल की आधिकारिक घोषणा अभी होनी बाकी है तब तक तो आप कह ही सकते हैं कि 'भाभीजी घर पर हैं'.     

लेखक

पारुल चंद्रा पारुल चंद्रा @parulchandraa

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं

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