New

होम -> सिनेमा

 |  5-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 13 जुलाई, 2020 09:31 AM
आईचौक
आईचौक
  @iChowk
  • Total Shares

रुके न तू, थके न तू, झुके न तू, थमे न तू

सदा चले, थके न तू, रुके न तू, झुके न तू

दिवंगत हरिवंश राय बच्चन की कविता ‘रुके न तू’ की ये कुछ पंक्तियां उनके बेटे और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन पर सटीक बैठती है. 77 साल की उम्र में भी घंटों काम करने का जज्बा, अथक मेहनत के बल पर अर्जित नाम-शोहरत और 50 से ज्यादा वर्षों के फिल्मी करियर में कई शारीरिक मानसिक कठिनाइयों से जूझते और पार होते हुए अमिताभ बच्चन आज फिर ऐसी मुसीबत से घिरे हैं, जहां पल में क्या हो जाए, पता नहीं. अमिताभ बच्चन कोरोना से संक्रमित होने के बाद मुंबई स्थित अस्पताल में भर्ती हैं. लेकिन अमिताभ बच्चन में इतना साहस है कि वह कोरोना से लड़ेंगे और हॉस्पिटल से ठीक होकर फिर से बड़े पर्दे पर जलवा बिखेरते दिखेंगे. यह बात हर किसी के मन में घुमर रहा है कि जिस इंसान ने अपने जीवन में सैकड़ों मुश्किलें झेलीं, हजारों चोटें खाई, कई सर्जरी से गुजरे, उनका ये कोरोना क्या बिगाड़ पाएगा. अमित जी थके नहीं हैं, कोरोना उनकी चाल नहीं रोक सकता, कोरोना संकट उन्हें झुका नहीं सकता और जब तक वह नहीं चाहेंगे, तब तक उन्हें कोई थाम नहीं सकता.

11 जुलाई को रात करीब 11 बजे मोबाइल पर एक नोटिफिकेशन आता है- अमिताभ बच्चन कोरोना से संक्रमित. कुछ ही पलों में यह खबर आग की तरह फैल जाती है और लाखों हाथ दुआओं में ऊपर उठ जाते हैं कि भगवन, अल्लाह, बॉलीवुड के शहंशाह को कुछ न हो. दरअसल, कोरोना संकट काल में लोग इतने डर गए हैं कि अनजानी आशंकाओं के सोच मात्र से उनका तन-मन सिहर उठता है. जब अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन के कोरोना संक्रमित होने की खबर आई तो अनजाना डर लोगों के मन में घर कर गया और फिर मंदिर-मस्जिदों में लाखों लोग सजदा करने लगे. अगली सुबह अमिताभ बच्चन का एक वीडियो मेसेज नानावती हॉस्पिटल से आता है, जिसमें वह डॉक्टरों और नर्सों को शुक्रिया कहते हुए अपने बेहतर स्वास्थ्य के बारे में दुनिया को संदेश देते दिखते हैं. इसके बाद लोगों को राहत मिलती है और बॉलीवुड के शहंशाह की अच्छी तबीयत देख उनके मन से आशंकाओं का बोझ कम होता है.

1982 में कूली फिल्म हादसे के बाद मौत को हराया था

फिलहाल अमिताभ बच्चन हॉस्पिटल में एडमिट हैं और देशवासी उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना कर रहे हैं. उम्मीद है कि बिग बी जल्द स्वस्थ होक हम सबके बीच होंगे. अमिताभ बच्चन ऐसे फाइटर हैं, जिन्होंने कई शारीरिक मुश्किलें झेली हैं और एक बार तो मौत के मुंह से भी निकलकर आ चुके हैं. आपको याद है साल 1982?. बेंगलुरु में मनमोहन देसाई और प्रयाग राज की फिल्म कूली (Coolie) की शूटिंग चल रही थी. फिल्म के एक सीन में अमिताभ बच्चन और पुनित इसर के बीच फाइट होती है. सीन की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन पुनित इसर का मुक्का खाकर गलती से पेट के बल लोहे के टेबल से टकरा जाते हैं. इस हादसे के कारण उनके पेटे के निचले हिस्से में काफी चोटें आती हैं और वह बेहोश हो जाते हैं. बाद में उन्होंने मुंबई हॉस्पिटल लाया जाता है और वहां उनके पेट की कई सर्जरी होती है. उनकी अवस्था देखकर डॉक्टरों ने तो एक बार को हार मान लिया था, लेकिन अमिताभ बच्चन ने हार नहीं मानीं. देश-दुनिया के करोड़ों फैंस मंदिर-मस्जिद-गुरुद्वारे में अमिताभ बच्चन के ठीक होने की दुआएं करते रहे और आखिरकार उनकी दुआ काम आई. अमिताभ बच्चन ने मौत को हराकर फिर से जिंदगी पा ली थी. कूली के सेट पर हुए उस हादसे के बाद अमिताभ बच्चन ने जैसे दोबारा जन्म लिया था. इस हादसे के बाद बीते 38 वर्षों में अमिताभ ने कई मुश्किलें झेलीं और हर बार आगे बढ़ते गए.

यह लम्हा न गुजरे...

जब अमिताभ बच्चन 1982 से हादसे के बाद मौत को चकमा दे सकते हैं तो वह कोरोना वायरस से भी जंग जीत लेंगे. अमिताभ 1982 के हादसे के बाद कई बार अन्य-अन्य तरह की तकलीफों से गुजरते हुए हॉस्पिटल में शिफ्ट हुए और हर बार बेहतर होकर निकले. चाहे उम्र संबंधी समस्याएं हो या फिल्म की शूटिंग के दौरान भारी-भरकम कॉस्ट्यूम की बजह से आई समस्याएं हों, अमिताभ बच्चन हर बार ठीक हुए और फिर फिल्म सेट पर नजर आए. उनकी अथक मेहनत का ही परिणाम है कि उम्र के इस पड़ाव पर भी वह लगातार फिल्में कर रहे हैं. बीते दिनों उनकी गुलाबो-सिताबो फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई थी और दर्शकों ने उनके किरदार को खूब सराहा. अब कोरोना की वजह से अमिताभ बच्चन हॉस्पिटल में हैं. सबसे बड़ी बात ये है कि उनकी पत्नी को छोड़ परिवार के बाकी सभी सदस्य, यानी बेटे अभिषेक बच्चन, बहू ऐश्वर्या राय बच्चन और पोती आराध्या बच्चन भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं, ऐसे में अमिताभ बच्चन के लिए यह समय बेहद दुखदायी है, लेकिन उम्मीद है कि वे सब इस कोरोना से डटकर मुकाबला करेंगे और स्वस्थ होकर घर लौटेंगे.

अब और बुरा नहीं सुनना!

उल्लेखनीय है कि पूर्व में कई बार खबरें आईं हैं कि सभी हड्डियों में दर्द की वजह से तो सभी सांस लेने में तकलीफ की वजह से अमिताभ बच्चन को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, लेकिन हर बार बिग बी स्वस्थ होकर लौटते थे. इस बार जब कोरोना की वजह से वह हॉस्पिटल में एडमिट हुए हैं तो दुनिया फिर से 1982 की तरह दुआ कर रही है कि अमिताभ बच्चन को कोरोना से लड़ने के लिए हौसला मिले और वह जल्द से जल्द स्वस्थ हों. आज दुनिया का दवाओं के साथ ही दुआओं की भी उतनी ही जरूरत है, ताकि बेहतर कल आ सके. बीते कुछ महीनों के दौरान फिल्म इंडस्ट्री ने एक के बाद एक ऐसे दुख झेले हैं, कि मन बेहद व्यथित हो गया है. अब और कुछ बुरा नहीं सुनना.

लेखक

आईचौक आईचौक @ichowk

इंडिया टुडे ग्रुप का ऑनलाइन ओपिनियन प्लेटफॉर्म.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय