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Updated: 08 अप्रिल, 2023 05:00 PM
मुकेश कुमार गजेंद्र
मुकेश कुमार गजेंद्र
  @mukesh.k.gajendra
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अल्लू अर्जुन आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. साउथ से लेकर नॉर्थ तक उनके नाम का डंका बज रहा है. कभी केवल तेलुगू सिनेमा के लिए काम करने वाले इस सुपरस्टार को साइन करने के लिए आज हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के प्रोड्यूसर लाइन लगाकर खड़े हैं. 'पठान' जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म देने वाले बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान भी चाहते थे कि अल्लू उनकी फिल्म 'जवान' में काम करें, लेकिन स्वैग देखिए 'पुष्पा' स्टाइल में उन्होंने उनके साथ काम करने से इंकार कर दिया. साल 2021 में रिलीज हुई फिल्म 'पुष्पा: द राइज' ने बॉक्स ऑफिस पर कलेक्शन के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए अल्लू को पैन इंडिया सुपरस्टार बना दिया था. इस फिल्म ने उस वक्त शानदार परफॉर्म किया था, जब देश कोरोना से जूझ रहा था, जब लॉकडाउन हटाने की शुरूआत हुई थी और जब बॉक्स ऑफिस पर एक के बाद एक फिल्में फ्लॉप हो रही थी.

उस वक्त फिल्म 'पुष्पा: द राइज' की सफलता ने भारतीय सिनेमा को ऑक्सीजन देने का काम किया था. साउथ सिनेमा को अपने पंख फैलाने का साहस दिया था. इसके बाद तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री ने ऐसी उड़ान भरी की एसएस राजामौली की फिल्म 'आरआरआर' देश की सीमाओं को लांघते हुए पैन इंडिया से ग्लोबल हो गई. इस फिल्म को मिले ऑस्कर अवॉर्ड ने इसकी लोकप्रियता में चार चांद लगा दिए. अल्लू अर्जुन फिलहाल 'पुष्पा 2' की तैयारी में लगे हुए हैं. इस फिल्म की शूटिंग पूरी हो चुकी है. फिल्म पोस्ट प्रोडक्शन के लिए भेजी जा चुकी है. इस फिल्म का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में फिल्म के मेकर्स ने अल्लू अर्जुन के जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले इसका टीजर रिलीज करके दर्शकों की एक्साइटमेंड ज्यादा बढ़ा दी है. फिल्म 'पुष्पा: रूल' के टीजर में पुष्पाराज के किरदार में अल्लू का नया अवतार देखने को मिल रहा है.

अल्लू अर्जुन 8 अप्रैल को अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं. उनका जन्म 8 अप्रैल 1982 को चेन्नई के एक फिल्मी परिवार में हुआ था. उनके पिता अल्लू अरविंद तेलुगू सिनेमा के मशहूर प्रोड्यूसर और डिस्ट्रीब्यूटर हैं. उन्होंने कई फिल्मों में एक्टिंग भी की है, लेकिन ज्यादा सफलता नहीं मिलने पर उन्होंने फिल्म प्रोडक्शन का काम शुरू कर दिया. साल 1972 में 'गीता आर्ट्स' नामक प्रोडक्शन कंपनी की स्थापना की थी. उन्होंने 'घानी', 'मोस्ट एलिजिबल बैचलर', 'अला वैकुंठपुरमलो', 'टैक्सीवाला', 'ध्रुवा', 'बद्रीनाथ', '100% लव', 'मगधीरा', 'गंगोत्री', 'डैडी', 'हीरो' जैसी तेलुगू फिल्मों और 'गजनी', 'जर्सी', 'शहजादा', 'क्या यही प्यार है', 'कुंवारा' जैसी हिंदी फिल्मों का निर्माण किया है. अल्लू अरविंद के पिता यानी अल्लू अर्जुन के दादा अल्लू रामलिंगैया तेलुगू सिनेमा के मशहूर कॉमेडियन थे. अल्लू हिंदुस्तान के सबसे बड़े फिल्मी खानदान से संबंध रखते हैं.

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आइए पैन इंडिया सुपरस्टार अल्लू अर्जुन के फिल्मी खानदान से आपको रूबरू कराते हैं...

:- अल्लू रामलिंगैया

तेलुगू सिनेमा के सबसे बड़े कॉमेडियन, रिश्ते में अल्लू अर्जुन के दादा लगते हैं!

अल्लू रामलिंगैया पेशे से होम्योपैथिक डॉक्टर थे. उनका जन्म 1 अक्टूबर 1922 को आंध्र प्रदेश में हुआ था. उन्होंने आजादी की लड़ाई भी लड़ी थी. वो बचपन से नाटकों में काम किया करते थे. उनका यही शौक उन्हें फिल्मों में ले आया. साल 1953 में रिलीज हुई तेलुगू फिल्म 'पट्टिलु' से उन्होंने अपने करियर की शुरूआत की थी. इसके बाद उन्होंने 200 से ज्यादा फिल्मों में बतौर कॉमेडियन काम किया था. उनकी कॉमिक टाइमिंग के लोग दीवाने थे. उनकी आखिरी फिल्म 'जय' थी, जो 2004 में रिलीज हुई थी. रामलिंगैया की शादी कनक रत्नम से हुई थी. दोनों को एक बेटा अल्लू अरविंद, तीन बेटियां सुरेखा, वसंतलक्ष्मी और नवभारती हैं. उनको सिनेमा में योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.

:- अल्लू अरविंद

तेलुगू सिनेमा के एक्टर और प्रोड्यूसर, रिश्ते में अल्लू अर्जुन के पिता लगते हैं!

अल्लू अरविंद का जन्म 10 जनवरी 1949 को हुआ था. पिता अल्लू रामलिंगैया की तरह बचपन से ही उनको फिल्मों में काम करने का शौक था. वो हीरो बनना चाहते थे. इसलिए 1984 में रिलीज हुई फिल्म 'हीरो' में बतौर एक्टर उन्होंने अपने करियर की शुरूआत की थी. इस फिल्म में साउथ सिनेमा के सुपरस्टार चिरंजीवी और उनके पिता भी अहम रोल में थे. इसके बाद महानगरलो मायागडू (1984) और चनताबाई (1986) जैसी फिल्मों में भी उन्होंने एक्टिंग की, लेकिन उन्हें फिल्म प्रोडक्शन का काम ज्यादा अच्छा लगा. इसके बाद उन्होंने अपनी प्रोडक्शन कंपनी 'गीता आर्ट्स' के बैनर तले फिल्मों का निर्माण शुरू कर दिया. अरविंद की शादी निर्मला से हुई है. वेंकटेंश, अर्जुन और शिरिस उनके तीन बच्चे हैं.

:- अल्लू शिरिस और वेंकटेश

तेलुगू सिनेमा के एक्टर और प्रोड्यूसर, रिश्ते में अल्लू अर्जुन के भाई लगते हैं!

अल्लू शिरिस तेलुगू सिनेमा के जाने-माने एक्टर है, तो वहीं अल्लू वेंकटेंश फिल्म प्रोड्यूसर है. वेंकेटेश को अल्लू बॉबी के नाम से फिल्म इंडस्ट्री में जाना जाता है. उन्होंने वरुण तेजा की फिल्म घानी से बतौर प्रोड्यूसर अपना डेब्यू किया है. उससे पहले वो विजुअल इफेक्ट्स आर्टिस्ट के रूप में काम कर रहे थे. उन्होंने इंजीनियरिंग की है. अल्लू शिरिस ने फिल्म 'गौरवम' (2013) बतौर लीड एक्टर तेलुगू सिनेमा में डेब्यू किया था. इसके बाद में 'कोठा जनता' (2014), 'श्रीरस्तु सुभमस्तु' (2016) और 'ओक्का क्षणम' (2017) जैसी फिल्मों ने उनको फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित करने का काम किया है. इसके बाद फिल्म '1971: बियॉन्ड बॉर्डर्स', 'एबीसीडी: अमेरिकन बॉर्न कन्फ्यूज्ड देसी', 'उर्वसिवो रक्षसिवो' में नजर आए है.

:- सुरेखा

तेलुगू सिनेमा में फिल्म प्रोड्यूसर, रिश्ते में अल्लू अर्जुन की बुआ लगती हैं!

सुरेखा तेलुगू सिनेमा के मशहूर कॉमेडियन एक्टर अल्लू रामलिंगैया की बेटी हैं. वर्तमान में उनकी पहचान उनके पति और सुपरस्टार चिरंजीवी की वजह से ज्यादा है. चिरंजीवी और सुरेखा की शादी साल 1980 में हुई थी. अपने पिता, पति और भाई के विपरीत वो फिल्मों में काम नहीं करना चाहती थी. यही वजह है कि उन्होंने हाऊस वाइफ बनना पसंद किया. हालांकि, बच्चों के बड़े होने के बाद उन्होंने कई फिल्मों के लिए बतौर प्रोड्यूसर काम किया है. उनके तीन बच्चे राम चरण, सुष्मिता और सृजा हैं. उनके बेटे राम चरण आज ग्लोबल स्टार बन चुके हैं. उनकी फिल्म 'आरआरआर' को ऑस्कर अवॉर्ड मिल चुका है. राम चरण को तेलुगू सिनेमा में मेगा स्टार के नाम से जाना जाता है.

:- चिरंजीवी

तेलुगू, तमिल और हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार, रिश्ते में अल्लू अर्जुन के फूफा लगते हैं!

चिरंजीवी, पहचान के लिए इनका नाम ही काफी है. साउथ से लेकर नॉर्थ तक लोग इनकी फिल्मों के दीवाने हैं. सिनेमा से सियासत तक इनकी तूती बोलती है. चिरंजीवी एक्टर और प्रोड्यूसर होने के साथ ही पॉलिटिशियन भी रह चुके हैं. चिरंजीवी का जन्म 22 अगस्त 1955 को आंध्र प्रदेश में हुआ था. उनके पिता कॉन्सटेबल थे. कॉमर्स में ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने मद्रास फिल्म इंस्टीट्यूट से एक्टिंग की पढ़ाई की है. इसके बाद 1979 में रिलीज हुई फिल्म 'पुनाधीरल्लू' से उन्होंने अपनी एक्टिंग की शुरूआत की थी. वो 150 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं, जिनमें 'गॉड फादर', 'सई रा नरसिम्हा रेड्डी', 'मगधीरा', 'इंद्रा', 'टाइगर', 'मास्टर', 'हिटलर', 'बिग बॉस', 'खिलाड़ी नंबर 786' जैसी फिल्में मशहूर हैं.

:- नागेंद्र बाबू और पवन कल्याण

तेलुगू सिनेमा के स्टार, रिश्ते में अल्लू अर्जुन के फूफा के भाई लगते हैं!

नागेंद्र बाबू को फिल्म इंडस्ट्री में नागा बाबू के नाम से जाना जाता है. वो फिल्म एक्टर और प्रोड्यूसर हैं. तेलुगू फिल्मों में उनको खलनायक की भूमिका में ज्यादा देखा गया है. उन्होंने 'सरकारु वारी पाटा', 'मिस्टर मजनू', 'गीता गोविंदम', 'अंजी', 'शॉक', 'श्री रामदासु', 'चंदामामा' और 'ऑरेंज' जैसी फिल्मों में काम किया है. उन्होंने अपने भाई पवन कल्याण की पार्टी जन सेना पार्टी ज्वाइन करके एमपी का चुनाव भी लड़ा है. पवन कल्याण तेलुगू सिनेमा के सुपरस्टार हैं. अपने भाई चिंरजीवी की तरह उन्होंने भी सिनेमा से सियासत तक नाम कमाया है. वो 'गोकुलमलो सीता', 'सुस्वगथम', 'थोली प्रेमा', 'थम्मुदु', 'बद्री', 'कुशी', 'जलसा', 'गब्बर सिंह', 'गोपाला गोपाला' और 'अटरिन्टिकी दरेदी' जैसी तेलुगू फिल्मों में काम कर चुके हैं.

:- राम चरण और वरुण तेज

तेलुगू सिनेमा के सुपरस्टार, रिश्ते में अल्लू अर्जुन के फुफेरे भाई लगते हैं!

राम चरण और वरुण तेज, दोनों ही तेलुगू सिनेमा के सुपरस्टार हैं. राम चरण सुपरस्टार चिरंजीवी के बेटे हैं, तो वरुण तेज नागेंद्र बाबू के बेटे हैं. दोनों आपस में चेचेरे भाई हैं और अल्लू अर्जुन के फुफेरे भाई लगते हैं. राम चरण अपनी फिल्म आरआरआर की बंपर सफलता के बाद ग्लोबल स्टार बन चुके हैं. उनकी फिल्म को ऑस्कर अवॉर्ड मिल चुका है, जो कि ऐसा सम्मान पाने वाली भारत की पहली फिल्म है. उन्होंने फिल्म 'राचा' (2012), 'नायक' (2013), 'येवडू' (2014), 'गोविंदुडु अंदारीवदेले' (2014), 'ध्रुव' (2016), 'रंगस्थलम' (2018) में भी बेहतरीन काम किया है. वरुण तेज ने साल 2014 में रिलीज हुई फिल्म 'मुकुंद' से तेलुगू सिनेमा में डेब्यू किया था. वो 15 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके हैं.

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लेखक

मुकेश कुमार गजेंद्र मुकेश कुमार गजेंद्र @mukesh.k.gajendra

लेखक इंडिया टुडे ग्रुप में सीनियर असिस्टेंट एडिटर हैं.

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